Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में राजनीतिक दलालों के हस्तक्षेप और कुलपति की मिलीभगत की वजह से छात्र संघ चुनाव की गरिमा धूमिल हो रही है. यह चुनाव पूरी तरह से राजनीतिक साजिश का शिकार हो गया है.
उक्त बातें परिषद् कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में नगर मंत्री अपूर्व भारद्वाज ने कही.
इसे भी पढ़े: आरएसए एवं छात्र जदयू ने कहा- नियम संगत हो छात्र संघ चुनाव
उन्होंने कहा कि प्रत्याशियों का नामांकन 17 फरवरी को होने के बाद विश्वविद्यालय नियमों का उल्लंघन करते हुए नामांकन के बाद 18 फरवरी को दोपहर बाद नामांकन से संबंधित एक सूचना जारी करता है और उसी आधार पर एबीवीपी के सभी समर्थित उम्मीदवारों का नामांकन राजनीतिक साजिश की तरह रद्द कर दिया गया. जो निहायत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.
वहीं कुछ महाविद्यालयों द्वारा नियमों का उल्लंघन करते हुए 20 फरवरी को वैध उम्मीदवारों की जो सूची जारी होनी थी वह 18 फरवरी को ही जारी कर दी गई. ये सारी घटनाएं स्पष्ट करती है कि राजनीतिक दबाव में विवि प्रशासन एक विशेष संगठन का विश्वविद्यालय में वर्चस्व का कायम कराने हेतु ये सारा षड्यंत्र रचा जा रहा है.
शौर्य सिंह ला कहा कि विद्यार्थी परिषद् लोकतंत्र के इस हनन को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा. हमने इस मामले को लेकर राजभवन को भी पत्र भेजा गया है और हम हाइकोर्ट भी जाएंगे. साथ-साथ सड़क पर उतर कर विश्वविद्यालय के इस घिनौने चेहरे को उजागर भी करेंगे.
प्रेस वार्ता में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अपराजिता सिंह, नगर सहमंत्री शुभम यादव आदि मौजूद थे.