स्वयं पर विश्वास होना बेहद जरुरी है, जिन्हें स्वयं पर विश्वास होता है, वे निसंदेह ही कामयाब होते है. ऐसा मूलमंत्र देती लेखक प्रशांत सिन्हा की पुस्तक “कामयाबी के मार्ग” युवा मन को सही दिशा प्रदान करने में बेहतरीन सिद्ध हो रही है.
लेखक ने इस पुस्तक के माध्यम से अपने अनुभवों को साझा करते हुए युवाओं को अवसर की पहचान, उस अवसर को अपने आत्मविश्वास के बल पर खुद के पक्ष में करने के जज्बे को जगाने की कोशिश की है.
लेखक ने आत्मविश्वास को बढ़ाने के पांच मूल मंत्र दिए है, जिनमे आत्म जागरूकता, विचारधारा, इरादा, धराये और रचनात्मक कल्पना शामिल है. आत्म विश्वास नकारात्मक परिस्थितियों में भी जीने की प्रेरणा देता है.
लेखक ने पुस्तक में आत्मबल जगाने, प्रभावी संवाद स्थापित करने, दूरदर्शी और लक्ष्य के निर्धारण पर जोर दिया है. इसके साथ ही तनाव और चिंता से दूर रहने के मंत्र दिए है. साथ ही अवसर को पहचानते हुए उसमे खुद को साबित करने और समय के प्रबंधन की प्रेरणा दी है.
पुस्तक में कुछ प्रेरणादायक कहानियों के माध्यम से युवाओं के आत्म विश्वास और उत्साह को बढाने का प्रयास किया गया है.
पुस्तक के लेखक प्रशांत सिन्हा मूल रूप से बिहार के पटना के रहने वाले है, वे दिल्ली के माइक्रोकाउन्ट्स इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक है और समसामयिक स्तंभकार भी हैं.
कुल मिलाकर प्रशांत सिन्हा की यह पुस्तक “कामयाबी के मार्ग” युवाओं में नयी जोश भरेगी. साथ ही उन्हें आत्मविश्वास के साथ जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देगी.
पुस्तक परिचय
प्रकाशक: आंचल प्रकाशन, नई दिल्ली
मूल्य: 100 रुपये
लेखक: प्रशांत सिन्हा
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