Chhapra: सोमवार को छपरा विधि मण्डल में बिना बिजली, गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत पर आधारित नैनो तकनीक से विकसित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का उद्घाटन जिला एवम् सत्र न्यायाधीश रमेश तिवारी द्वारा किया गया. इस मौके पर छपरा विधि मण्डल के महामंत्री रवि रंजन प्रसाद सिंह ने बताया कि इस वाटर ट्रीटमेन्ट प्लांट को IIT कानपुर ने स्पॉन्सर किया है.
इस सिस्टम की मुख्य खूबी यह है कि यह मशीन आई.आई.टी कानपुर के वैज्ञानिको एवम् भारत सरकार के प्रसिद्ध प्रयोगशला CSIR-NCL के संयुक्त तकनीक से बना हुआ है जो बिना बिजली एवम् जल की बर्बादी के बिना शुद्ध जल प्रदान करता है.
यह वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के ज़रिए जल के सभी पोषक तत्व कैल्शियम, मैग्नेशियम, सोडियम ,पोटेशियम को सुरक्षित रखते हुए अनावश्यक एवं हानिकारक तत्वों, पेस्टीसाइड्स, क्लोरीन, हैवी मेटल्स एवं दुर्गंध को दूर करता है. इसके अलावे W.H.O के निर्देशानुसार जौंडिस,पोलियो, डायरिया, कलरा, टाइफाइड,डिसेंट्री इत्यादि बीमारियों को फ़ैलाने वाले वायरस एवम् बैक्टीरिया से मुक्त करता है.
बिहार में यह पहला मशीन छपरा विधि मण्डल में लगा है. जिससे लगभग 2500 से 3000 अधिवक्तागण के साथ आम लोग भी कपनी प्यास बुझा सकेंगे. इस प्यूरीफायर सिस्टम के ज़रिए 4800 लीटर प्रतिदिन शुद्ध पानी की निकासी हो सकती है.
हइस अवसर पर न्यायिक पदाधिकारी के अलावे काफी संख्या में अधिवक्ता उपस्थित थें.
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