मढ़ौरा-खैरा पथ का सांसद ने किया निरीक्षण, गुणवत्ता का अभाव, पुनर्निर्माण की मांग
आरसीडी के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से की बात, पत्र भी लिखा, पथ निर्माण में जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा नहीं दिया गया है ध्यान
गुणवत्ता का सबसे बड़ा मानक पथ में समतलता है जिसका अभाव है, पथ पर गाड़ियां खाती है हिचकोले
लगभग 18 किमी लंबी सड़क का वर्ष अगस्त 2023 से हो रहा है निर्माण, 43 करोड़ से अधिक है लागत, सांसद का पथ नवनिर्माण के लिए अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से पत्राचार
Chhapra: पथ निर्माण विभाग की मढ़ौरा से खैरा तक बनी सड़क गुणवत्ता विहीन नजर आ रही है। लगभग 18 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण 43.44 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। सड़क निर्माण का कार्य 2023 मे शुरू किया गया था जो अभी तक जारी है। सड़क में गुणवत्ता का अभाव नजर आ रहा है जिसे देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है कि सड़क कितने दिन चलेगी। सारण सांसद सह पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रुडी ने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को सूचित करते हुए आगे बताया कि करोड़ों की लागत से बन रही सड़क समतल भी नहीं है। सड़क की गुणवत्ता की ओर विभागीय अधिकारियों द्वारा किसी तरह का कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसके कारण सड़क और खराब होती जा रही है।
अपर मुख्य सचिव को सांसद ने बताया कि वर्तमान में जो कार्य कराया गया है या कराया जा रहा है उसमें सुधार की कोई गुंजाइश नहीं है जिस कारण यह काम पुनः नये सिरे से कराया जाय। सांसद ने यह भी कहा कि निर्माण कार्य के दौरान जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से कार्य का निरीक्षण नहीं किए जाने के कारण ठेकेदार द्वारा मनमाने ढंग से कार्य किया जा रहा है और गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है।
श्री रुडी ने कहा कि गुणवत्ता का सबसे बड़ा मानक पथ में समतलता है जिसका इस पथ पर अभाव है। इस नई सड़क पर चलने वाली गाड़ियां हिचकोले खाती हैं उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि प्री मिक्स कारपेटिंग मशीन लेवलर आदि का उपयोग न करते हुए इसे मैनुअली किया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा बनाया गया गुणवत्ता हीन सड़क इतनी घटिया स्तर की है कि इसे ठीक नहीं किया जा सकता है। सांसद ने पथ के नवनिर्माण हेतु अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से बात की और पत्राचार भी किया है।