छपरा: आधी आबादी जब सड़कों पर होती है तो आलम क्या होता है इसका अहसास शुक्रवार को शहरवासियों को हुआ. मानदेय वृद्धि की मांग को लेकर मध्याह्न भोजन योजना की महिला रसोइयों ने समाहरणालय के सामने घंटों प्रदर्शन किया. इस दौरान घंटों तक सड़क पूरी तरह उनके कब्जे में रहा. सड़क के दोनों लेन में वाहनों की लंबी कतारें लग गयी.
सैकड़ों की संख्या में जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव करने पहुंची रसोइयों ने मानदेय को बारह सौ रुपये से बढ़ाकर दस हज़ार करने की मांग कर रही थी. इस दौरान रसोइयों ने एक हज़ार में दम नही दस हज़ार से कम नही जैसे नारे लगाये. बड़ी संख्या में सड़क पर प्रदर्शन कर रही महिला रसोइयों को हटाने के लिए पुलिस को खासा मसक्कत करनी पड़ी. नगर थानाध्यक्ष रवि कुमार ने खुद मौके पर पहुँच उन्हें समझा बुझा के जाम हटवाया.
बारिश में भी जारी रहा प्रदर्शन
रसोइयों के प्रदर्शन के दौरान तेज़ बारिश शुरू हो गयी. बावजूद इसके महिलाएं प्रदर्शन करती रही.
जाम में फंसे रहे स्कूली वाहन
रसोइयों के प्रदर्शन से हुए जाम में स्कूली बच्चों की गाड़ी, एम्बुलेंस के साथ साथ पुलिस के वाहन भी फंसे रहे. जिससे स्कूली बच्चों और मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.
घंटों तक समाहरणालय का घेराव करने के बाद रसोइयों का दल नगरपालिका चौक पहुंचा जहाँ पहुंचने के बाद एक बार फिर से सड़क को जाम कर दिया गया. बाद में पुलिस ने जाम हटवाया.