Chhapra: जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद की अध्यक्षता में उनके कार्यालय कक्ष में पथ विक्रेता (जीविका संरक्षण, पथ विक्रय) विनियमन अधिनियम 2014 के प्रभावित क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुयी. इस बैठक में नगर निगम के पदाधिकारी द्वारा शहर के विभिन्न सड़कों से अतिक्रमण हटाने के विषय में जिला पदाधिकारी को बताया गया. इस पर जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि इस संबंध में एक विस्तृत योजना बनायी जाय और उसके अनुरूप कार्रवाई की जाय.
कार्रवाई के पूर्व जहां भी अतिक्रमण मुक्ति के लिए ड्राईव चलाया जाना है, वहां पहले सभी भेन्डरों (फूटकर विक्रेताओं) को निश्चित रूप से सूचना दे दी जाय. इसके लिए पुष्ट वातावरण भी बनाया जाय. उन्होंने कहा कि कल से मैट्रिक की परीक्षा शुरू हो रही है और उसके बाद होली का बड़ा त्योहार है. इसलिए होली के पश्चात् अतिक्रमण वाली जगह की सूची बनाकर माईकिंग व्यवस्था से सूचना देकर तब अतिक्रमण मुक्ति अभियान चलायी जाय.
जिलाधिकारी ने कहा कि शहर की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाय एवं वार्ड कमिशनर अपने-अपने वार्डों में बैठक कर लोगों को जागरूक करें. तभी इसका लाभ मिल सकता है। नगर निगम के स्तर पर एक कन्ट्राॅल रूम भी बनाया जाय, ताकि सूचनाओं का संग्रह किया जा सकें एवं उसका निष्पादन हो सकें. जिला पदाधिकारी ने बैठक में कहा कि भविष्य को देखते हुए शहर के विकास और सौंदर्यीकरण के लिए योजना बनाये एवं शहर को रैंकिंग में पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत करें. उन्होंने कहा कि भेडिंग जोन एवं पार्किंग जोन भी चिन्ह्ति किया जाना जरूरी है. थाना चैक से साहेबगंज तक जाम की समस्या से मुक्ति के लिए सड़क के दोनो किनारे उजली पट्टी की लाईन करा दें, जिसके आगे भेन्डर अपना ठेला, खोमचा नहीं लगाये और ऐसा करने पर उन्हें दंडित किया जाय. इसकी निगरानी के लिए मोबाईल भान भी चलायी जाय. लेकिन किसी भी तरह की कार्रवाई से पहले सूचना अवश्य दे दी जाय.
बैठक में उपस्थित पथ विक्रेता संघ के सचिव शशि रंजन कुमार सिंह ने कहा कि फूटपाथ विक्रेताओं की भी रोजी रोटी की समस्या है. उन्होंने भेन्डरों को उचित जगह देने की भी मांग की. इस बैठक में जिला पदाधिकारी के साथ अपर पुलिस अधीक्षक, नगर निगम के पदाधिकारी, सिविल सर्जन सारण, फूटपाथ विक्रेता संघ के सचिव, कोषाध्यक्ष आदि उपस्थित थे.