Chhapra: कोविड-19 महामारी से बचाव हेतु ब्रजकिशोर किंडरगार्टन में टीकाकरण संपन्न हुआ. ब्रजकिशोर किंडरगार्टन की प्राचार्या डॉ. उषा सिन्हा ने टीका लगवाया. प्राचार्या के निर्देशन में विद्यालय के शिक्षकवृंद, लिपिक वर्ग तथा चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों का सफल टीकाकरण संपन्न कराया गया.

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Chhapra: शैक्षणिक शिक्षण संस्थान GETWAY : द कंप्लीट इंस्टीट्यूट का चौथा स्थापना दिवस मनाया गया. इस अवसर पर विद्यालय परिसर में पूजा अर्चना की गई. साथ ही इस वर्ष के जेईई और 12वीं के टॉपर्स छात्रों को सम्मानित किया गया.

स्थापना दिवस के मौके पर संस्थान की एक नई शाखा बजरंग नगर में खोली गई. जिसका उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि के रूप में मढ़ौरा विधायक जितेंद्र राय ने किया.

संस्था के निर्देशक रमण सिंह ने बच्चों को संबोधित करके उनके बेहतर लक्ष्य के लिए मोटिवेट किया. संस्था की नई विंग जूनियर सेक्शन की उपयोगिता को बताया कि इस कंपटीशन के दौर में स्टूडेंट्स को नवीं एवं दसवीं से ही बच्चों को मजबूत शिक्षा की देने की जरूरत है.

संस्था में नवीं एवं दसवीं की तैयारी के लिए भी हर विषयों के स्पेशलिस्ट शिक्षक जैसे कि इंजीनियर, नेट क्वालीफाइड शिक्षक एवं गोल्ड मेडलिस्ट शिक्षकों की टीम की व्यवस्था की गई है.

संस्था बच्चों के मनोबल को बढ़ाने के लिए समय-समय पर मोटिवेशनल सेमिनार का आयोजन करती है एवं सम्मान समारोह कराकर बच्चों का मनोबल बढ़ाती है.

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Chhapra: बिहार मैट्रिक परीक्षा में सुबे में दूसरा स्थान प्राप्त कर छपरा का नाम रौशन करने वाली तनु कुमारी को विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने उसके आवास तेलपा जाकर पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया.

इस दौरान विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने कहा कि हर्ष की बात है की मेरे क्षेत्र की मेधावी बच्ची ने शहर का नाम रौशन किया है. विधायक डॉ गुप्ता ने तनु से पूछा की वो क्या बनना चाहती है जिसपर उसने तपाक से बोला की आपकी तरह डॉक्टर बनना चाहती हूँ.

डॉ गुप्ता ने कहा की समाज में डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना अच्छी बात है. पढाई की खर्च की चिंता नहीं करने की जरुरत है. क्योकि मुख़्यमंत्री नितीश कुमार ने कई योजनाओ के माध्यम से आप जैसी मेधावी बच्चियों के लिए व्यवस्था की है. जहां जरुरत लगे अपने अविभावक के साथ सीधे मुझसे मिले. इसे भी पढ़ें: मैट्रिक परीक्षा में छपरा की तनु ने हासिल किया दूसरा स्थान

इस दौरान विधायक ने कहा की एक लड़की को शिक्षित करने का अर्थ तीन परिवारों को शिक्षित करने जैसा है. इसलिए लड़कियों को शिक्षित करने के लिए पूरे समाज को आगे आना होगा. जिसका एक मिशाल तनु ने पूरा किया है.

विधायक ने तनु के अभिभावक से कहा कि इसे खूब पढ़ाये जहां मदद की जरुरत हो मुझसे मिले. उन्होंने कहा की बच्चे का पहला गुरु उसकी माँ होती है. माँ से ही अपनी प्रारंभिक शिक्षा बच्चा ग्रहण करता है.  एक शिक्षित लड़की पहले मायके को, फिर ससुराल व स्वयं अपने परिवार के लिए आदर्श होती है. उन्होंने लड़कियों की शिक्षा पर जोर दिया और कहा कि शिक्षा से लड़कियों में आत्मनिर्भरता आती है. अगर लड़की आत्मनिर्भर होगी तो उसे जीवन में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा. तभी राज्य और देश तरक्की तेजी से करेगा.

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जलालपुर: जलालपुर की बेटियों ने ग्रामीण प्रतिभा का शानदार परचम लहराया है. जलालपुर के रूदलपुर निवासी पिता परवेज खान, माता अनवरी खातून की पुत्री रूही खातून ने 469 अंक लाकर प्रखंड वासियों को गौरवान्वित किया है. रूही शंकर दयाल सिंह बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय संवरी जलालपुर की छात्रा है. वह अपनी सफलता का श्रेय अपने विद्यालय के प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार सिंह तथा गणित के शिक्षक वरूण कुमार सिंह को दी है. वह आईएएस बनना चाहती है. कोरोना काल में रूही ने यूट्यूब पर अपनी पढ़ाई पूरी कर अपनी प्रतिभा की पहचान कराई है.

बोर्ड द्वारा उसे परीक्षा फल घोषित करने के दो दिन पूर्व साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था. वही सम्होता संन्यासी उच्च विद्यालय की छात्रा अनामिका कुमारी ने 451 अंक लाकर विद्यालय का नाम रौशन किया है. वह आईएएस बनना चाहती है. उसने अपनी सफलता का श्रेय विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रभुनाथ यादव तथा शिक्षक मिथिलेश कुमार सिंह को दी है. वही चतरा निवासी पप्पू लाल साह की पुत्री अंकिता कुमारी ने 402 अंक लाया है. सम्होता संन्यासी उच्च विद्यालय की छात्रा विजय रानी ने 418 अंक लाया है.

जबकि आशीष कुमार श्रीवास्तव ने 439 अंक पाया है जबकि रत्नेश कुमार को 435 अंक मिले हैं, अजीत कुमार को 424 अंक प्राप्त हुआ है. देवरिया ग्राम के अमन कुमार शर्मा पिता सुरेंद्र शर्मा ने राम जानकी जगन्नाथ चौधरी साधपुर बल्ली से 440 अंक प्राप्त कर अपनी प्रतिभा की पहचान कराई है. वह भारतीय वायुसेना मे पदाधिकारी बनना चाहता है| वहीं बनकटा निवासी शिवम कुमार तिवारी पिता उमाशंकर तिवारी ने 412 अंक प्राप्त कर अपने गांधी स्मारक हाई स्कूल का नाम रौशन किया है. भटकेशरी निवासी रिया कुमारी पिता तारकेश्वर पांडेय ने430अंक लाई है, वह आई ए एस बनना चाहती है.

जबकि बेलकुंडा मे अपने ननिहाल मे रहकर पढनेवाले हिमांशु चौबे ने431अंक प्राप्त किया है. बनकटा निवासी मोहित कुमार तिवारी ने408अंक प्राप्त किया है. वह भारतीय वायु सेना में जाना चाहता है. ग्रामीण प्रतिभाओं के शानदार प्रदर्शन पर शिक्षक मनिंद्र पांडेय, उमेश कुमार सिंह प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार सिंह, शिक्षक वरूण कुमार सिंह, प्रधानाध्यपक प्रभुनाथ यादव, शिक्षक मिथिलेश कुमार सिंह, पवन तिवारी, सुजीत दूबे, प्रवीण तिवारी शिक्षक नेता दिलीप कुमार सिंह, सुरेन्द्र राम, संतोष कुमार, रामबाबू यादव, धीरज तिवारी, परशुराम सिंह सहित कई अन्य ने बधाई दी है.

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Chhapra: सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित करते हुए छपरा शहर के दून सेन्ट्रल स्कूल के 15 बच्चों ने सैनिक स्कूल में शानदार सफलता प्राप्त की है. सफल छात्रों में रितिक रौशन, रोहित राज, कुमार मंगलम, आनन्द कुमार, कृष्णा कुमार ओझा, आदित्य कुमार, विवेक कुमार, लकी कुमार, केशव कुमार, कुमार चन्द्रकान्त, समीर कुमार तिवारी, अंगद कुमार, सात्विक कुमार द्विवेदी, दीप राज एवं आयुष कुमार पाठक शामिल हैं. सफल छात्रों को विद्यालय में सम्मानित किया गया.

इस अवसर पर निदेशक संतोष कुमार मिश्रा, प्राचार्य श्रीकांत सिंह, प्रबंधक जय प्रकाश सिंह एवं सभी शिक्षक उपस्थित थे. निदेशक महोदय ने सफल छात्रों को बधाई दी. उन्होंने बताया कि विद्यालय के 7 बच्चों ने इस वर्ष रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ देवघर, सिमुलतला विद्यालय में 4 छात्रों ने एवं 30 छात्रों ने प्रतिष्ठित गुरुकुल कुरुक्षेत्र हरियाणा में सफलता हासिल की है. उन्होंने इन सभी सफल छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की.

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Patna: पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर का असर बिहार में भी दिख रहा है। इसे लेकर बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने एक गाइडलाइन जारी की है, जिसके तहत 11 अप्रैल तक बिहार के सारे स्कूल, कॉलेज, कोचिंग या अन्य शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया है, लेकिन शिक्षकों के लिए स्कूल और कॉलेज खुले रहेंगे। शिक्षक पहले की तरह ही कोरोना प्रोटोकॉल का ख्याल रखते हुए स्कूल आते रहेंगे।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार की ओर से रविवार को जारी गाइडलाइन के मुताबिक कोरोना संक्रमण के कारण बिहार के सारे स्कूल, कॉलेज, कोचिंग या अन्य शिक्षण संस्थानों को 11 अप्रैल तक बंद कर दिया गया है लेकिन शिक्षकों और परीक्षाओं के लिए स्कूल-कॉलेज खुले रहेंगे। इस संदर्भ में अपर मुख्य सचिव ने डीएम और जिला शिक्षा पदाधिकारी को आदेश जारी कर दिया है।

जारी आदेश कहा गया है कि शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारियों के लिए स्कूल-कॉलेज खुले रहेंगे। ये लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपनी ड्यूटी पर मौजूद रहेंगे। आदेश में यह भी कहा गया है कि पहले से निर्धारित परीक्षाएं ली जाएंगी। कोरोना की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। सभी स्कूल और कॉलेजों को एग्जाम के बाद सैनिटाइज किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले शनिवार को बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए आपदा प्रबंधन समूह (सीएमजी) की बैठक हुई। इस मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्कूलों को बंद रखने के बारे में आपदा प्रबंधन समूह विचार करे। सीएम के आदेश के कुछ ही देर बाद कोरोना क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप ने यह निर्णय किया कि एक सप्ताह के लिए 5 से 11 अप्रैल तक राज्य के सारे स्कूल, कॉलेज, कोचिंग या अन्य शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।

क्या है सरकार की नई गाइडलाइन –

  1. सभी जिलाधिकारी और पुलिस अधिक्षक सुनिश्चित करेंगे कि कार्यस्थल,धार्मिक स्थल, शॉपिंग माल, होटेल, रेस्टोरेंट आदि का संचालन केन्द्र सरकार द्वारा आदतन जारी दिशा-निर्देश अक्षरश: व कड़ाई से अनुपालन करेंगे।

  2. भीड़-भाड़ वाले स्थान जैसे-फूड कोर्ट,जलपान गृह,सब्जी मंडी, बस स्टैंड, रेहड़ी आदि स्थानों पर लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अधिक से अधिक पुलिस की तैनाती की जाएगी।

3. पांच अप्रैल से खुलने वाले सभी शैक्षिणक संस्थान जिसमें-स्कूल,कॉलेज,कोचिंग, स्किल डेवल्पमेंट सेंटर, ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट अब 12 अप्रैल को खुलेंगे।

4. सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी प्रकार के आयोजनों पर सरकारी व निजी पर रोक रहेगी। उक्त रोक विवाह,श्राद्ध एवं पारिवारिक कार्यक्रम पर लागू नहीं होगा।

5. श्राद्ध में50और शादी में कम से कम 100 और अधिकतम 250 लोग प्रशासनिक अनुमति के बाद ही शामिल हो सकते हैं। साथ ही, कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा अन्यथा इंडियन एपिडेमिक एक्ट (Indian Epidemic Act) तहत कार्रवाई की जाएगी।

6. सरकारी ऑफिस में सामान्य लोगों के प्रवेश पर रोक रहेगी। कार्यालय प्रधान अपने विवेक से अपने ऑफिस का समय व उपस्थिति निश्चित करेंगे। यह व्यवस्था30अप्रैल तक  जारी रहेगी।

7. पब्लिक ट्रांसपोर्ट में अधिकतम पचास फीसदी क्षमता से ज्यादा किसी भी परिस्थिति में नहीं रहने दिया जाएगा। यह व्यवस्था15अप्रैल तक लागू रहेगी। जिला प्रशासन सुनिश्चित करें कि कोविड नियमों का पालन किया जाए।

हिन्दुस्थान समाचार

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ARA: वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय,आरा ने छात्रों, शोधार्थियों और शिक्षकों के बीच शैक्षणिक गतिविधियां बढ़ाने के लिए मॉरीशस यूनिवर्सिटी के साथ टाइअप किया  है. करीब एक दशक पूर्व दोनों देशों के विश्वविद्यालयों के बीच टाइअप करने के लिए तैयार प्रस्ताव को वर्तमान कुलपति प्रो.देवी प्रसाद तिवारी ने लागू कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

दोनों देशों के विश्वविद्यालयों के बीच टाइअप होने के बाद मई या जून  में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा की एक टीम को मॉरीशस भेजने की तैयारी की जा रही है. इसके पहले मॉरीशस की टीम इसी महीने  वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा आयेगी. 
आगामी 9 और 10 अप्रैल को वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी आरा और मॉरीशस यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्वावधान में एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन होने जा रहा है. इस सेमिनार में देश के कई नामी गिरामी शिक्षाविद और विद्वान शामिल होंगे. इस अंतरराष्ट्रीय सेमिनार की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.
 कुलपति प्रो. तिवारी ने जल्द ही सभी पीजी विभागाध्यक्षों के साथ इस सेमिनार को ले बैठक आयोजित करने के संकेत दिए हैं. अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के बाद शोध के क्षेत्र में शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए कार्य शुरू होगा. दोनों विश्वविद्यालयों के शैक्षणिक सूत्र में बंधने के बाद सबसे पहले भोजपुरी के शैक्षणिक विकास को लेकर शोध के कार्य शुरू होंगे.
मॉरीशस भोजपुरी भाषी देश है और भोजपुर के लोगों का इस देश को आगे बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान रहा है. वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय  को मॉरीशस यूनिवर्सिटी के साथ टाइअप होने का लाभ मिलेगा. भोजपुरी भाषा, पर्यावरण, प्रबन्धन, विज्ञान, कम्प्यूटर साइंस, मानविकी संकाय जैसे क्षेत्रों में यहां के छात्रों और शोधार्थियों को टाईअप का लाभ मिलेगा.
दोनों विश्वविद्यालयों के टाइअप के बाद दोनों देशों के छात्र एक दूसरे विवि में शोध के लिए आ – जा सकेंगे. साथ ही शिक्षक भी एक दूसरे विवि में शोध करा सकेंगे. छात्रों और शोधार्थियों को नई तकनीकी से शैक्षणिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने में काफी सहूलियत होगी.
हिन्दुस्थान समाचार
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नई दिल्ली (हि.स.): केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने सोमवार को यूनेस्को के मंत्री स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना काल में भी भारतीय विद्यार्थी शिक्षा से वंचित नहीं हुए हैं।

केंद्रीय मंत्री पोखरियाल आज वर्चुअल माध्यम से संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, यूनेस्को के सदस्य देशों के शिक्षा मंत्रियों एवं गणमान्य प्रतिनिधियों के बीच वर्तमान परिप्रेक्ष्य में शिक्षा के समक्ष आने वाली चुनौतियों एवं किसी भी विद्यार्थी को पीछे नहीं छोड़ने की रणनीति पर भारत द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में चर्चा कर रहे थे।

पोखरियाल ने कहा कि कोरोना काल में जब देश भर के तमाम स्कूल-कॉलेज बंद थे। ऐसी विषम परिस्थितियों में भारत में न केवल वर्चुअल माध्यम से शैक्षणिक गतिविधियां जारी रहीं बल्कि यह भी सुनिश्चित किया गया कि देश के सुदूर हिस्सों में रहने वाले हर बच्चे को शिक्षा प्राप्त होती रहे। हमने डिजिटल, टेलीविज़न, रेडियो का इस्तेमाल किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित ना रहे।
उन्होनें सभी प्रतिनिधियों को बताया कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक शैक्षणिक इको-सिस्टम है। यहां पर 340 मिलियन बच्चे पढ़ रहे हैं जो कई देशों की पूरी आबादी से भी अधिक है। भारत में 11 मिलियन शिक्षक कार्यरत हैं। देश में 1.5 मिलियन स्कूल, 42 हजार कॉलेज और 1,043 विश्वविद्यालय हैं और हमारे स्कूलों से हर साल 15 मिलियन छात्र अपनी मैट्रिक की पढ़ाई पूरी करते हैं। वार्षिक तौर पर, भारत में 8.2 मिलियन स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्रियां और लगभग 39 हजार पीएचडी प्रदान की जाती है।

इसके बाद उन्होंने पीएम ई-विद्या योजना के बारे में विस्तार से बताया और इसके अलावा अन्य योजनाओं जैसे कि दीक्षा प्लेटफॉर्म के तहत “एक राष्ट्र एक डिजिटल” प्लेटफ़ॉर्म, स्वयं पोर्टल, स्वयं प्रभा टीवी चैनल (एक कक्षा एक चैनल) के बारे में बताया जिसमें डिजिटल संसाधनों से वंचित छात्रों के लिए प्रदान की गई।
पोखरियाल ने कहा, भारत वसुधैव कुटुम्बकम (विश्व एक परिवार है) में विश्वास करता है और यदि आवश्यक हो, तो अफ्रीका में, कैरिबियन में, एशिया में, हमारे भाइयों और बहनों के साथ भारतीय स्कूलों की ही तरह उच्च मानकों पर स्कूल पाठ्यक्रम निर्धारित करने में सहायता करने के लिए तैयार है।

उन्होंने कहा कि जैसा कि आप जानते हैं कि भारतीय स्कूल शिक्षा प्रणाली गणित, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और मानविकी में बहुत अच्छी है।

केंद्रीय मंत्री ने सभी को इस महामारी के बीच शिक्षा सुधार के लिए लाई गई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में भी विस्तार से बताया।

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पटना: श्रम संसाधन विभाग ने निजी आइटीआइ में पढ़ाई करने वाले सभी छात्र-छात्राओं के बायोमेट्रिक अटेंडेंस को आधार से जोड़ने का निर्देश दिया है. जिसके बाद राज्य के निजी आइटीआइ के छात्र बिना क्लास किये परीक्षा में नहीं बैठ पायेंगे. विभाग के मुताबिक निजी आइटीआइ में दूसरे राज्यों से छात्र-छात्राओं का नामांकन लिया जा रहा है, लेकिन वह क्लास नहीं कर रहे हैं. इस कारण 80 प्रतिशत बायोमेट्रिक अटेंडेंस को अनिवार्य कर दिया है, ताकि बिना क्लास किये कोई भी छात्र परीक्षा में नहीं बैठे.

जून में होगी समीक्षा
जून में विभागीय समीक्षा होगी, जिसमें यह देखा जायेगा कि किस आइटीआइ में कितने छात्र है. कितनों ने नियमित क्लास किया और उनका अटेंडेंस बायोमीटरिक सिस्टम से मिलान होगा. उसके बाद उस छात्र को परीक्षा टिकट दिया जायेगा.

यह है आंकड़ा

प्राइवेट : 1062

सरकारी : 149

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Chhapra: बिहार इंटरमीडिएट की परीक्षा में छपरा शहर के सलेमपुर स्थित वान्या कॉमर्स क्लासेज के छात्राओं ने बाजी मारी है. सभी छात्र छात्राओं ने फर्स्ट डिवीजन हासिल कर इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की है. वान्या कॉमर्स क्लासेज के संचालक मयंक श्रीवास्तव ने बताया कि शुक्रवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा इंटर परीक्षा की रिजल्ट प्रकाशित की गई. जिसमें हमारे संस्थान के सभी छात्र छात्राओं ने प्रथम स्थान हासिल किया है.

उन्होंने बताया कि हमारे संस्थान के की छात्रा खुशबू कुमारी गुप्ता को 413 (82.6 प्रतिशत), शेजल प्रिया को 413 (82.6 प्रतिशत), अनुप्रिया को 391 (78.2 प्रतिशत) भूमि कुमारी को 392 (78.4 प्रतिशत), निधि कुमारी को 386 (77.2 प्रतिशत) अंक हासिल हुआ है. संस्थान के संचालक मयंक श्रीवास्तव ने सभी सफल छात्र छात्राओं को शुभकामनाएं दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की.

इस मौके पर उन्होंने कहा कि वान्या कॉमर्स क्लासेज ने अपने वर्षों से चली आ रही परंपरा को न सिर्फ बरकरार रखा है बल्कि उसे एक कदम आगे बढ़ाया है। संस्थान ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्टता को सिद्ध किया है।

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Chhapra: इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम जारी हो चुके है. BSEB ने जिला स्तर के परिणामों की सूची जारी कर दी है. इंटर कला संकाय में बनियापुर हरपुर कराह उच्च विद्यालय की छात्रा अलका कुमारी ने जिले में प्रथम स्थान लाकर बनियापुर का मान बढ़ाया है. अलका ने 435 अंक अर्जित किये है.

बनियापुर के बसंतपुर निवासी जय प्रकाश कुमार की पुत्री अलका में प्रथम स्थान पर आने के बाद अभिभावक और गांव के लोग खुश है. सभी इस खुशी में बधाइयां दे रहे है. बनियापुर के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय इब्राहिमपुर मुसहरटोली में नियोजित शिक्षक के पद पर पदस्थापित जय प्रकाश कुमार को अपने बेटी की इस उपलब्धि पर शिक्षकों ने भी बधाई दी है. जय प्रकाश ने बताया कि कड़ी मेहनत और समर्पित होकर कार्य का प्रतिफल हमेशा ही सुखद होता है. बेटी ने जिले में प्रथम स्थान पाकर समाज मे मान सम्मान बढ़ाया है.

वही इस उपलब्धि को अलका ने माता पिता का सहयोग और गुरुजनों के सानिध्य में की गई मेहनत का फल बताया है. वह आगे पढ़कर अपने गांव, प्रखंड एवं जिले का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रौशन करना चाहती है.

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Chhapra : बिहार बोर्ड द्वारा जारी इंटर परीक्षा परिणाम में जिले में बेटियों का दबदबा रहा. आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस तीनों संकायों में लड़कियों ने बाजी मारी है. लड़कों को पछाड़ते हुए बेटियों ने अपने मां-बाप का नाम रोशन कर दिया.

सारण जिले के मशरक गोपालबाड़ी की रहने वाली रितिका कुमारी ने साइंस में टॉप किया है. काफी गरीब परिवार से आने वाली रितिका के पिता साईकिल से मसाला बेचते हैं. सारण के मशरक गोपालबाड़ी की रहने वाली रितिका कुमारी को पूरे सारण में पहला स्थान मिला है. रितिका कुमारी ने 500 में 458 अंक लाकर जिले में प्रथम स्थान हासिल किया है. रिजल्ट जारी होने के बाद रितिका कुमारी को बधाई देनेवालों का तांता लगा है.

रितिका के पिता ओमप्रकाश द्विवेदी साइकिल से मसाला बेचते हैं जबकि मां कमलावती देवी गृहिणी हैं. इन दोनों ने दिन रात मेहनत कर अपनी बेटी को पढ़ाया है.

शुक्रवार को जैसे ही इन्होने सुना कि इनकी बेटी ने पूरे सारण में पहला स्थान हासिल किया है. इनकी आंखों से ख़ुशी के आंसू निकलने लगे. रितिका कुमारी के पिता ओमप्रकाश द्विवेदी ने बताया कि उनकी बेटी ने पूरे सारण में पिता व माता जी का नाम रोशन किया है. वह अपनी बेटी को और भी अच्छे संस्थान में पढ़ने के लिए भेजेंगे. वह अपनी बेटी के हर एक सपने को पूरा करेंगे और उसकी पढ़ाई के बीच में कभी भी गरीबी को रोड़ा नहीं बनने देंगे. उनकी बेटी ने कड़ी मेहनत से इस मुकाम को हासिल किया है.

टॉपर रितिका कुमारी ने बताया कि वह आगे और भी ज्यादा मेहनत करना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि वह इंजिनियर बनना चाहती है. किसी भी हाल में अपने सपने को पूरा करेंगी. उन्होंने कहा कि वह बिहार टॉपर बनना चाहती थीं लेकिन व जिला टॉपर बनने पर खुश है. अपने गुरुजनों में राजू सर, चंदन सर और माता पिता का सहयोग उसे पुरा मिला है और आगे भी जरूर मिलेगा उससे वह काफी खुश हैं.

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