Chhapra: मढौरा में दरोगा और सिपाही की हत्या के बाद बुधवार को छपरा पहुंचे डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने शहीद पुलिस वालों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान वो भावुक हो गए.

उन्होंने कहा कि एक भी अपराध कर्मियों को नहीं बख्शा जाएगा. इस घटना को लेकर उन्होंने बताया कि यह बेहद कायराना हरकत है. पुलिस अपना काम कर रही है. हर एक एंगल पर जांच किया जाएगा. एक भी अपराधी इसमें नहीं बचेगा. डीजीपी ने कहा कि कानून और सिस्टम क्या चीज है अपराधियों को अब समझ आ जाएगा.

 

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DGP गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि अपराधियों के खिलाफ यह शंखनाद करने का समय है. बिहार की जनता को इसमें सहयोग करना चाहिए, जनता को अपराधी संस्कृति के खिलाफ पुलिस के साथ खड़ा होना चाहिए. तभी बिहार में शांति और अमन आएगा. उन्होंने कहा कि यह कायराना अपराधियों ने हरकत हुई है. इसका नतीजा जरूर अपराधी भुगतेंगे.

श्री पांडे ने कहा कि बिहार के सभी शस्त्र लाइसेंस धारियों की जांच की जाएगी तथा वैसे लोगों को चिन्हित कर किया जाएगा जो इसका गलत इस्तेमाल करते हैं. साथ ही उनका लाइसेंस भी रद्द किया जाएगा. श्री पांडे ने कहा कि सबकी जांच की जाएगी किन-किन लोगों के पास लाइसेंस है अगर किसी भी गलत परिवार के पास शस्त्र लाइसेंस है तो रद्द किया जाएगा. पुलिस यह जांच करेगी कि लाइसेंस धारियों के परिवार में अगर कोई ऐसा व्यक्ति तो नहीं जो इसका दुरुपयोग कर सकता है. ऐसे लोगों का लाइसेंस रद्द किया जाएगा

गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि बिहार में कश्मीर और नागालैंड से फर्जी लाइसेंस बनवा कर यहां लाया जा रहा है. ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. सारे लोगों का हथियार जमा कराया जाएगा और सबकी जांच की जाएगी हमारी टीम जम्मू-कश्मीर जाएगी नागालैंड जाएगी सबकी जांच करेगी.

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Chhapra: सारण जिले में एक के बाद एक हो रही अपराधिक घटनाओं से ऐसा प्रतीत होता है कि जिले में क़ानून व्यवस्था समाप्त हो चुकी है. अपराधियों में पुलिस का कौन खौफ नहीं है. अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है की वे किसी भी घटना को अंजाम देकर आसानी से निकल जा रहे है.

आम लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित है. वही अब खुद पुलिस भी सुरक्षित नहीं दिखती. जिसका ताज़ा उदहारण है मंगलवार को मढ़ौरा में हुई घटना.

जिसमे SIT के दरोगा समेत 2 कर्मियों पर हथियारबंद अपराधियों ने बीच बाज़ार सरेशाम तबातोड़ फायरिंग कर दी. गोलियों की आवाज़ से बाजार गूंज उठा. जबतक किसी को कुछ समझ आता SIT के दरोगा मिथिलेश कुमार साह और सिपाही फारूक अहमद को अपराधियों ने मौत की नींद सुला दिया.

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जिसके बाद बाजार में मातमी सन्नाटा छा गया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अपराधी दरोगा और सिपाही की हत्या करने के बाद बड़े आराम से वहां से चले गए.

इस घटना के बाद से पूरे इलाके में लोग भयभीत है. वही पुलिस हर बार की तरह अपराधियों की तलाश में जुटी हुई है. देखने वाली बात होगी कि पुलिस और सारण के एसपी हरकिशोर राय अपने महकमे के कर्मियों की हत्या करने वाले अपराधियों को कितनी जल्द गिरफ्तार करने में सफल होते है.

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  • राजेन्द्र कॉलेज के गार्ड को असामाजिक तत्वों ने मारा चाकू, अस्पताल में भर्ती

Chhapra: शहर के प्रतिष्ठित राजेन्द्र कॉलेज में असामाजिक तत्वों ने मंगलवार की देर संध्या गार्ड को चाकू मारकर घायल कर दिया. घायल गार्ड को आनन फानन ईलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने उसे खतरे से बाहर बताया है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार राजेन्द्र कॉलेज के रसायन शास्त्र विभाग के लैब बॉय शशिभूषण दास को असामाजिक तत्वों ने चाकू मार दी.

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घायल कर्मचारी शशिभूषण दास ने बताया कि शाम को वो कॉलेज में ताला बंद कर रहे थे. तभी कुछ युवक उनसे उलझ गए. इस दौरान युवक गार्ड से गाली गलौज करने लगे. इस दौरान युवकों ने गार्ड की पिटाई भी की. घटना को अंजाम देने के बाद सभी फरार हो गए.

कॉलेज के हेड क्लर्क हरिहर मोहन ने बताया कि शशिभूषण कॉलेज में लैब का काम करते हैं. कॉलेज में कर्मचारियों से नाईट गार्ड का काम कराया जा रहा है जो सही नही है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कॉलेज परिसर में एक कर्मचारी की हत्या अपराधियों ने कर दी थी. इस घटना के बाद कर्मचारियों में भय व्याप्त है.

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छपरा में बड़ी वारदात, अपराधियों को गिरफ्तार करने गई  SIT टीम पर हमला, एक सिपाही और दरोगा शहीद

Chhapra: अपराधियों ने मढ़ौरा थाना क्षेत्र में बड़ी घटना को अंजाम दिया है. अपराधियों को गिरफ्तार करने गई एसआईटी टीम पर अपराधियों ने गोलीबारी कर दी जिसमें एक दरोगा और एक सिपाही और शहीद हो गए. शहीद हुए दरोगा का नाम मिथिलेश कुमार एवं शहीद हुए सिपाही का नाम फारुख अहमद है.वही दो अन्य सिपाही घायल है.

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प्राप्त जानकारी के अनुसार एसआईटी की टीम अपराधियों को गिरफ्तार करने गई थी. अपराधियों को भनक लगते ही एसआईटी टीम पर फायरिंग कर दी. फायरिंग में ASI मिथिलेश कुमार साह एवं सिपाही फारुख अहमद शहीद हो गए. इस हमले में दो अन्य जवान घायल है. मौके पर पुलिस कप्तान किशोर राय पहुंच चुके हैं.A valid URL was not provided.

 

 

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Chhapra: सफाई व्यवस्था के नाम पर भले ही सदर अस्पताल को पुरस्कार मिल गया हो लेकिन इस अस्पताल की व्यवस्थाओ के कारण आपको परेशानी झेलनी पड़ सकती है.

आये दिन सुविधाओ के नाम पर सदर अस्पताल में बढ़ोत्तरी सिर्फ कागजों पर ही दिख रही है लेकिन असलियत में यहाँ न बेड पर मरीजो के लिए चादर है, ना सुई देने वाले कंपाउंडर या फिर सुई देने के दौरान लगाई जाने वाला सेवलोंन.

कर्मचारियों की कमी से बिचौलिए की बढ़ी है सक्रियता

सदर अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजो को सावधान रहने की जरूरत है. अस्पताल में इलाज के लिए चिकित्सक मौजूद है. जिनके द्वारा ईलाज के लिए आवश्यक परामर्श देकर दवाइयां लिखी जाती है. कर्मचारियों की कमी का दंश झेल रहे सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में कदम कदम पर बिचौलियों की जमात खड़ी है. जो डॉ से परामर्श मिलने के साथ ही अपना परामर्श शुरू कर देते है. भीड़ में सरकारी कंपाउंडर को पहचानना मुश्किल है लेकिन अवैध कर्मी तुरंत बिना किसी सुरक्षा नियमो को पालन किये सुई और दवा देना प्रारम्भ कर देते है. मरीज के पास अवैध जांच केंद्रों के कर्मचारियों की टीम पहुंचकर जांच के नाम पर मोटी रकम भी वसूल लेती है. जब तक मरीज और उसके परिजनों को इन सब अवैध कर्मी और जांच केंद्रों का पता चलता है तब तक वह ठगा जा चुका होता है.

साँठ गांठ से चलता है खेल

सदर अस्पताल में यह बड़ा खेल यहाँ के चिकित्सकों और वरीय पदाधिकारियों की सह और साँठ गांठ से होती है इसके लिए उन्हें मोटी रकम और सुविधाएं दी जाती है. पूरे अस्पताल परिसर में बिचौलियों का अड्डा है. बिना किसी ड्रेस कोड के सरकारी कर्मी कार्य करते है जिसका फायदा इन बिचौलियों को होता है.

कभी कभार यह बिचौलिए ही चिकित्सक बन इलाज करते है ऐसे में इस अस्पताल में इलाज करवाना अपनी जान को जोखिम में डालना है.

इसलिए सदर अस्पताल में इलाज कराने और सुई लेने से पहले  कंपाउंडर की जानकारी जरूर ले.

क्या कहते है अस्पताल उपाधीक्षक

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ दीपक कुमार ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अस्पताल के सभी कर्मी चाहे वह चिकित्सक हो कर्मचारी सभी का अपना ड्रेस कोड है. ड्रेस कोड कर्मचारी की पहचान है जिससे मरीज और चिकित्सक को सुविधा होती है. पूर्व में भी कर्मियों को ड्रेस में रहने की हिदायत दी गयी थी लेकिन किसी कारणवश अगर वह ड्रेस में नही रहते है तो पुनः एक बार फिर उन्हें निर्देश दिया जाएगा.

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Chhapra: पूर्वोत्तर रेलवे के ए ग्रेड स्टेशनों पर आरपीएफ द्वारा नई पहल की गई है. सभी ए ग्रेड के स्टेशनों पर यात्री सहायता केंद्र बनाया गया है. जहां पर आरपीएफ के जवानों द्वारा प्लेटफॉर्म पर लगेगी ट्रेनों की जानकारी एवं अन्य जानकारी दी जा रही है.

छपरा जंक्शन आरपीएफ निरीक्षक अनिरुद्ध राय ने बताया कि डीजी के निर्देश पर सहायता केंद्र बनाया गया है. जहां पर यात्री एवं दिव्यांगजन को ट्रेन संबंधित एवं स्टेशन पर सुविधा की जानकारी दी जा रही है. इस केंद्र पर आरपीएफ के जवान मौजूद है. जो छोटी बड़ी जानकारियां यात्रियों को दे रहे हैं.

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Chhapra: अफवाह फैलाकर हिंसा करने वालों पर सारण पुलिस सख्त नजर आ रही है. पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय ने इस बाबत लोगों से अपील करते हुए कहा है कि पिछले कुछ दिनों में यह देखने में आ रहा है कि विभिन्न स्थानों पर कुछ शरारती तत्वों द्वारा बेवजह राह चलते किसी बाहरी व्यक्ति, मानसिक रूप से विक्षिप्त पुरुष, महिला के बारे में बिना किसी सबूत के अफवाह फैला दिया जा रहा है कि वह व्यक्ति, महिला बच्चा, मवेशी, किडनी चोरी करने आया है.

इस अफवाह पर भीड़ इकट्ठा होकर निर्दोष लोगों को गंभीर रुप से मारपीट दे रही हैं, जो कानून की दृष्टि से अपराध है. जिसमें भीड़ में शामिल सभी लोग बराबर के दोषी होते हैं और सभी पर एफआईआर दर्ज करके सख्त कार्यवाही की जाएगी.

अपराधी के साथ मारपीट करना भी अपराध है. पुलिस अधीक्षक ने सारण जिलावासियों से आग्रह है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और यदि आप भीड़ द्वारा किसी को मारपीट करते हुए देखें तो उसे बचायें और उसे पुलिस के सुपुर्द करें.

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नई दिल्ली: जब गुणवत्तापरक नींद लेने की बात होती है तो आश्चर्यजनक रूप से भारत शीर्ष पर आ गया है. भारत एक ऐसा देश है जहां लोगों को रात में सबसे अच्छी नींद मिलती है. भारत के बाद सऊदी अरब और चीन हैं. फिलिप्स की ओर से ग्लोबल मार्केट रिसर्च फर्म केजीटी ग्रुप द्वारा इस सर्वे को अंजाम दिया गया है. यह सर्वे 12 देशों में किया गया है. इसमें 18 वर्ष की ऊपर के 11006 लोगों पर अध्ययन किया गया और पाया गया कि 62 प्रतिशत लोगों को लगता है कि जब वह बिस्तर पर जाते हैं तो उन्हें अच्छी नींद नहीं आती है. इस मामले में सबसे खराब स्थिति दक्षिण कोरिया और जापान की है. औसतन विश्व भर में लोग काम के दिनों में 6.8 घंटे सोते हैं तो वहीं वीकेंड पर एक घंटा ज्यादा सोते हैं.

26 फीसद लोगों का कहना है कि उनकी नींद में सुधार हुआ है तो 31 फीसद लोगों का मानना है कि उनकी नींद में कोई बदलाव नहीं आया है. दुनिया भर में नींद की गुणवत्ता घटने के शीर्ष पांच कारणों में तनाव (54 प्रतिशत), नींद का माहौल (40 प्रतिशत), काम या स्कूल का कार्यक्रम (37 प्रतिशत), मनोरंजन (36 प्रतिशत) और स्वास्थ्य की स्थिति (32 प्रतिशत) शामिल हैं.

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Chhapra: सारण सांसद राजीव प्रताप रूडी ने छपरा के इनई से धर्मंनाथ मंदिर होते हुए तेलपा को निकलने वाली सड़क के सुदृढ़ीकरण के लिए पहल की है. सांसद रूडी ने इनई से लेकर छोटा ब्रह्मपुर, धर्मनाथ मंदिर, कटरा , नई बाजार होते हुए बड़ा तेलपा तक 10 किलोमीटर सड़क के चौड़ीकरण व नाला निर्माण के लिए पहल की है.

इसके लिए प्रधान सचिव, पथ निर्माण विभाग को पत्र लिखकर इस सड़क की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है. सांसद ने लिखा है कि छपरा शहर के अंतर्गत इनई- बड़ा तेलपा पथ की कुल निर्माण 10 किलोमीटर है. इस पथ में पिछले एक दशक से सुदृढ़ीकरण कार्य नहीं कराया गया है. शहर का यह अत्यंत महत्वपूर्ण पथ है. इस पथ के दोनों और छपरा शहर के लगभग 40% आबादी रहती है. हाल फिलहाल में लिए गए सभी योजनाओं में यह पथ नाले के साथ निर्माण सर्वाधिक उपयोगी होगा. उन्होंने उक्त पथ के सुदृढ़ीकरण कार्य कराने के लिए संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश देने की बात कही.

इसको लेकर छपरा भाजपा प्रवक्ता धर्मेन्द्र चौहान ने बताया कि सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी की ओर से छपरा के विकास के प्रति हर संभव प्रयास किया जा रहा है. छपरा जिले को बिजली सड़क अन्य सभी 40 योजनाओं को अमलीजामा पहनाने का काम किया जा रहा है. पटना में 16 अगस्त को जिले के सभी योजना का काम ठीक से एवं समय पर हो इसके लिए बिहार के विभिन्न विभागों के प्रधान सचिव व अधिकारियों के साथ सांसद रूडी ने बैठक की थी. इसी दौरान सांसद ने यह पहल की.

धर्मेन्द्र चौहान ने बताया कि इस निचले सड़क पर सालों से अतिक्रमण लोगों ने कर रखा है. सड़क चौड़ीकरण होगा तो इसके दोनों ओर अतिक्रमण हटाये जाएंगे. इससे आम जनता लाभान्वित होगी. साथ ही नाले का निर्माण होने से जलजमाव भी नहीं होगा.

यह सड़क बेहद महत्वपूर्ण से छोटी बड़ी गाड़ियां इस रास्ते से चलती हैं. जब मेन रोड जाम हो तो यही सड़क एक विकल्प मार्ग के रूप में है. इसके सुदृढ़ीकरण होने के बाद लोगों को जाम से भी राहत मिलेगी.

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Chhapra: छपरा के विकास के लिए 900 करोड़ रुपए किये जाएंगे. इसके लिए पटना में सांसद रूडी की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों के अफसरों की बैठक हुई. सांसद ने बताया कि राज्य में पहली बार ऐसी समन्वय बैठक हुई है. इसमें कार्यों के बेहतर तालमेल के लिए दर्जनभर विभागों के अफसर हिस्सा लिया.

सांसद रूडी ने बताया कि सारण के विकास के लिए 900 करोड़ खर्च होंगे. जिसमें जलापूर्ति योजना, अमृत योजना, ड्रेनेज, सड़क, पुल विद्युतीकरण, फाइबर वायर बिछाना आदि कार्य किया जाएगा. इनमें से कई कार्य शहर में पहले प्रगति पर हैं.

अफसरों के साथ हुई इस बैठक में छपरा डबल डेकर पुल प्रोजेक्ट, सारण गैस पाइपलाइन, छपरा-सोनपुर नदी घाटों का निर्माण, सड़क व आवास निर्माण के संबंध में विभिन्न कार्यों का चर्चा किया गया.

पटना में आयोजित हुई इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग, हाउसिंग बोर्ड, पर्यटन विभाग, नगर निगम, सोनपुर नगर पालिका, ऊर्जा विभाग आदि विभागों के तमाम अफसर मौजूद थे.

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  • सरकारीकरण और नियमित शिक्षको की तरह ईपीएफ, ईएल, मातृत्व अवकाश सुविधा की मांग
  • झूठे मुकदमे वापस लेने और दमनकारी नीति का खात्मा करने की उठी आवाज
  • 20 प्रखंड के हजारों शिक्षको ने वेतनमान की मांग को लेकर किया आवाज बुलंद
  • मुख्यमंत्री को जिलाधिकारी के द्वारा सौपा गया सात सूत्री मांगों का ज्ञापन
  • संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर जिला मुख्यालय पर दिया गया धरना

Chhapra: समान काम समान वेतन की मांग को लेकर शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के राज्यव्यापी आह्वान पर शनिवार को जिला मुख्यालय के नगरपालिका चौक पर धरना का आयोजन किया गया. एक दिवसीय आयोजित इस धरने में जिले के 20 प्रखंड से आये हजारों शिक्षक और शिक्षिकाओं ने अपने हक के लिए आवाज को बुलंद किया. साथ ही एक स्वर में वेतनमान देने की मांग की.

सरकार और शिक्षको के बीच आरपार की लड़ाई

धरने को सम्बोधित करते हुए परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष समरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि राज्य के शिक्षक अब एकजूट है इस बार सरकार और शिक्षको की लड़ाई आरपार की है. शिक्षको की चट्टानी एकता से सरकार की नींद उड़ चुकी है. नियोजित शिक्षकों का बस एक ही मांग वेतनमान है, जो मुख्यमंत्री जी को देना होगा.

सरकार के इशारे पर ही शिक्षको पर बरसाई गयी लाठियां

श्री सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने हमेशा से ही शिक्षको को ठगने का काम किया है, जिसका परिणाम है कि आज शिक्षक अपने हक के लिए सड़क पर है. यह इस राज्य का दुर्भाग्य है कि राष्ट्र निर्माता कहा जाने वाली शिक्षक पुलिस की लाठियां खा रहा है और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है. शिक्षक इस बात को समझ चुके है कि यह लाठी सरकार के इशारे पर ही शिक्षको पर बरसाई गयी. सरकार ने एक सोची समझी राजनीति के तहत शिक्षको को गिरफ्तार किया, उनके ऊपर जबरन मुकदमा दायर किया गया, जेल भेजा गया और वह सभी प्रयास किये गए जिससे कि शिक्षको को बेल ना मिले. लेकिन न्यायालय में सच सच होता है झूठ झूठ होता है.

शिक्षको के सम्मान और वेतनमान के लिए हजार बार जेल जाने को तैयार

श्री सिंह ने कहा कि सरकार चाहें मुझे बेउर जेल में डाले चाहे तिहार जेल में शिक्षको के मान सम्मान और हक के लिए वह हजारों बार जेल जाने को तैयार है.सरकार को शिक्षको के प्रति दमनकारी नीति के खिलाफ उनका आंदोलन चलता रहेगा. उन्होंने कहा कि सरकार के पास समय है समय रहते वह शिक्षको को वेतनमान दे और सरकारी कर्मचारी का दर्जा देकर उन्हें सभी सुविधाएं देने को घोषणा करें. अन्यथा 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर गांधी मैदान को भीड़ को देखकर अपना भविष्य देख लेंगे.

झूठे मुकदमे को वापस ले सरकार

वही धरने को संबोधित करते हुए विनोद राय ने कहा कि जिस सरकार में शिक्षको को अपना हक मांगने के लिये सड़क पर प्रदर्शन करना पड़े, लाठियां खानी पड़ी, घायल होना पड़े उस राज्य का शैक्षणिक उत्थान भगवान के भरोसे ही है. महिला शिक्षको पर जिस प्रकार लाठियां बरसाई गयी वह सिर्फ महिला शिक्षिकाओं का अपमान नही बल्कि सरकार की महिलाओं पर किये जा रहे अत्याचार को दिखाता है.सरकार अपनी दमनकारी नीति समाप्त करे. निर्दोष शिक्षको पर लगाये गए झूठे मुकदमे को वापस ले.

विधानसभा चुनाव में भुगतना होगा हर्जाना

वही सचिव संजय राय ने कहा कि शिक्षक को गुरु का दर्जा दिया गया है लेकिन वह गुरु सड़क पर उतरकर धरना प्रदर्शन करने को मजबूर है और यह सरकार की बनाई नीति के कारण हो रहा है. सुप्रीम कोर्ट में शिक्षको को सरकार द्वारा खड़ा करना इनकी सोच को प्रदर्शित करता है. उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नही जब जनता अपने कटघरे में सरकार को खड़ा कर पूछेगी. शिक्षको पर किये गए अत्याचार का बदला सरकार को हर हाल में चुकाना होगा.बिहार के साढ़े चार लाख नियोजित शिक्षक आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी एकजुटता दिखाएंगे.

राज्य में हर स्तर पर नियोजित शिक्षकों का होता है शोषण

महासचिव अभय सिंह ने कहा कि पूरे देश मे बिहार एक ऐसा राज्य है जहाँ के शिक्षको का हर स्तर पर शोषण किया जाता है. राज्य के किसी भी आम जनता की दुर्घटनाओं में मृत्युपरांत सरकार 4 लाख की सहायता राशि देती है. राज्य के नियोजित शिक्षक भी उस आम जनता की तरह है जिन्हें सरकार 4 लाख रुपये देती है. पूरे देश और राज्य के अन्य महिला कर्मियों को 180 दिन का मातृत्व अवकाश देय है लेकिन राज्य के नियोजित महिला शिक्षिकाओं को 135 दिन का अवकाश लाभ दिया जाता है.

उन्होंने कहा कि राज्य के अनुबंध एवं सरकारी कर्मियों को ईपीएफ का लाभ दिया जाता है, ईएल की सुविधा दी जाती है लेकिन नियोजित शिक्षक की नीति इन सब अधिकरो से वंचित हैं. सरकार द्वारा सभी विभागों में कार्यरत नियमित और अनुबंध कर्मियों का नीति निर्धारण युद्ब स्तर पर किया जाता है लेकिन 3 साल पहले बनी कमिटी ने नियोजित शिक्षक नियमावली का प्रारूप भी तैयार नही किया.

श्री सिंह ने कहा कि सरकार की नियोजित शिक्षकों के प्रति यह विसंगतियां ने नाम सिर्फ राज्य में शिक्षक के पद बल्कि उसकी गरिमा को भी गिराने का कार्य किया है. सरकार जल्द से जल्द नियमावली का प्रकाशन करें. जिनमे सरकारी शिक्षको की भांति नियोजित शिक्षकों को सभी सुविधाएं और लाभ दे.

मुख्यमंत्री को जिलाधिकारी के द्वारा सौपा गया सात सूत्री मांगों का ज्ञापन

धरने के उपरांत जिलाध्यक्ष समरेंद्र बहादुर सिंह के नेतृत्व में शिक्षको के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन से मिलकर अपनी सात सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिलाधिकारी के द्वारा नियोजित शिक्षकों के सात सूत्री मांगों का ज्ञापन भेजा गया.

शिक्षको की सात सूत्री मांग

1) नियोजित शिक्षकों को समान काम के बदले समान वेतन दी जाय

2) नियोजित शिक्षकों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, साथ ही सरकारी कर्मचारी की भांति नियोजित शिक्षकों का सेवा शर्त निर्धारण कर सभी सुविधाओं का लाभ दिया जाए

3) नियोजित शिक्षकों को पुरानी पेंशन योजना से लाभान्वित किया जाए

4) 18 जुलाई को धरने के दौरान गिरफ्तार शिक्षको पर दर्ज मुकदमा समाप्त किया जाए

5) नियोजित शिक्षकों के मरणोपरांत सरकारी कर्मियों की भांति पूर्ण सेवा लाभ तथा अप्रशिक्षित आश्रित को अनुकंपा के आधार पर नौकरी प्रदान की जाए

6) नियोजित शिक्षकों को EPF/ EL/ ऐच्छिक स्थानांतरण सहित महिला शिक्षिकाओं को 180 दिन मातृत्व अवकाश का लाभ दिया जाए

7) शिक्षको को गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्त किया जाए

इसके अलावे धरने को हवलदार मांझी, संतोष कुमार, सुमन प्रसाद कुशवाहा, सूर्यकांत सिंह, अशोक यादव, गिरधारी रस्तोगी, संजय राय, राजू सिंह, सुनील सिंह, निजाम अहमद, रमेश सिंह, राहुल सिंह ने संबोधित किया.

धरना में मुख्य रूप से स्वामीनाथ राय, अनिल दास, संजय राय, बबलू सिंह, लडण खान, ललन राय, अशोक यादव,उपेंद्र साह, कवीश्वर राम, श्रीकांत,अजय राम, जितेंद्र राम, अहसान अंसारी, शोभा देवी, सुलेखा कुमारी, रंजू कुमारी, अफसाना प्रवीण, रेहाना खातून, नीलम देवी सहित हजारों शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद थी.

 

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Chhapra: नगर थाना क्षेत्र के सरकारी बाजार में स्थित किराने की दुकान में चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया. मिली जानकारी के अनुसार सरकारी बाजार स्थित योगेंद्र चौधरी के किराना दुकान में एक हफ्ते के अंदर दूसरी बार चोरी हुई है.
दुकानदार योगेंद्र चौधरी ने बताया कि बीते 13 अगस्त को भी उनके दुकान में चोरी हुई थी. चार दिन भी नहीं बीते कि आज दूसरी बार चोरी हो गयी.
आपको बता दें कि रात में चोर योगेंद्र चौधरी के दुकान के ऊपर लगा एस्बेस्टस तोड़ दुकान में प्रवेश किये. जिसके बाद दुकान में रखे किराने के जरूरी सामान तेल का टीना, क्रीम, रिफाइन जो उनके हाथ लगा सब कुछ लेकर भाग गए. सुबह जब उन्होंने अपनी दुकान खोली तो सारा सामान इधर उधर बिखरा पड़ा हुआ था. दुकान के भीतर का सामान तहस नहस हो गया था.

इस बार 60 हज़ार तो पिछली बार 30 हज़ार का सामान चुरायाइस चोरी की घटना में चोरों ने योगेंद्र के दुकान से लगभग 60 हज़ार का सामान चुरा लिया. इससे पहले 13 अगस्त को हुई चोरी में 25 से 30 हज़ार के सामानों की चोरी हुई थी. उस वक्त भी चोरों ने दुकान की छत से एस्बेस्ट्स तोड़ के दुकान में दाखिल हुए थे. घटना के बाद सरकारी बाजार के दुकानदारों ने प्रशासन से उनके दुकानों की सुरक्षा की मांग की है. वहीं उन्हें भी चोरी का डर सताने लगा है.

पुलिस नहीं कर रही मदद

एक हफ्ते में दूसरी बार चोरी की वारदात होने के बाद आसपास के दुकानदार भी काफी नाराज हैं. दुकानदारो ने कहा कि प्रशासन कोई मदद नहीं कर रहा है. पिछली बार जब चोरी हुई थी तो एफआईआर कर थाने से कार्यवाई की मांग की गई थी. जिसपर पुलिस ने मदद के बजाय गार्ड रखने को सलाह दी थी. दुकानदारो ने कहा कि पुलिस चोरों पर कारवाई करे. गस्ती करना पुलिस का काम है लेकिन हम अगर गार्ड रखेंगे तो उसके लिए पैसा कहा से आएगा.

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