पटना: हाईकोर्ट ने पूर्व सांसद राजेश रंजन की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को निर्देश दिया कि यादव के विरुद्ध दर्ज आपराधिक मामलों का पूरा आपराधिक रिकॉर्ड अगली सुनवाई में कोर्ट में प्रस्तुत करें।

चीफ जस्टिस संजय करोल की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने पूर्व सांसद पप्पू यादव द्वारा दर्ज प्राथमिकी को निरस्त करने के लिए दायर आपराधिक याचिका पर सुनवाई करते हुए यह निर्देश दिया।

राज्य सरकार के अपर लोक अभियोजक अधिवक्ता अजय मिश्रा ने कोर्ट को बताया कि पप्पू यादव द्वारा उक्त थाना कांड के संबंध में दर्ज प्राथमिकी को निरस्त करने के साथ ही जमानत याचिका भी दायर किया है।

पप्पू यादव का बेल बांड उक्त मामले में 16 दिसंबर, 1993 को ही रद्द हो गया था। इस मामले में पप्पू यादव फरार चल रहे थे।इसके बाद उन्होंने 8 जून, 2021 को जमानत के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। जमानत याचिका के लंबित रहने के दौरान ही उक्त थाना कांड संख्या मामले में मधेपुरा स्थित निचली अदालत द्वारा उन्हें बरी कर दिया गया। इस तरह इस जमानत याचिका का कोई महत्व नही रह गया है। कोर्ट को बताया गया कि इन्होंने जमानत याचिका के साथ ही इस मामले को निरस्त करने के लिए भी याचिका दायर की ह।निचली अदालत से बरी हो जाने के बाद अब इस दोनों याचिकाएं सुनवाई के योग्य नहीं रह गई है।

उल्लेखनीय है कि याचिकाकर्ता ने अपनी जमानत याचिका में कहा था कि याचिकाकर्ता निचली अदालत में नियमित तौर से उपस्थित हो रहे थे, किन्तु अधिवक्ता की चूक की वजह से उक्त कांड में पैरवी नहीं की जा रही थी जिसकी वजह से निचली अदालत द्वारा 16 दिसंबर, 1993 को बेल बांड रद्द कर दिया गया था।कोर्ट को बताया गया कि बेल बॉन्ड रद्द होने की सूचना याचिकाकर्ता पप्पू यादव को नहीं दी गई थी.

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पटना: विधानमंडल सत्र के चौथे दिन राज्य सरकार के श्रम संसाधन और आईटी मंत्री जीवेश मिश्र को रोककर एसपी-डीएम की गाड़ी को विधानमंडल परिसर में जाने देने के मामले को लेकर दिनभर राजनीतिक गलियारे में चर्चा चलती रही। मंत्री को रोके जाने और डीएम-एसपी की गाड़ी को पास कराने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने मामले का संज्ञान लिया है।

सदन में भारी हंगामे के बाद स्पीकर विजय सिन्हा ने सभी दल के नेताओं की बैठक बुलाई। बैठक में क्या निर्णय हुआ यह स्पष्ट नहीं हो पाया है लेकिन जो जानकारी है उसके अनुसार अध्यक्ष ने डीजीपी एस.के. सिंघल और गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद को शाम पांच बजे तलब किया है। दोनों अधिकारियों से इस संबंध में जानकारी ली जायेगी। उसके बाद अध्यक्ष आगे का निर्णय करेंगे।

इस प्रकरण को लेकर प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि पब्लिक सर्वेंट राजतंत्र की तरह व्यवहार करते हैं। बिहार भाजपा अध्यक्ष ने फेसबुक पेज पर लिखा है कि मंत्री जीवेश मिश्रा के साथ विधानसभा प्रांगण में जो भी घटना घटी है उस पर मुझे पूरा विश्वास है की विधानसभा अध्यक्ष अवश्य ही संज्ञान लेंगे।

मुख्य सचिव द्वारा यह कहा जाता है कि जनप्रतिनिधियों का सम्मान जिलाधिकारी और आरक्षी अधीक्षक को करना है लेकिन जो अफसर सामान्य शिष्टाचार का भी पालन नहीं करते हैं उन पर कोई कार्यवाही नहीं होती है। आईएएस और आईपीएस अधिकारी पूरे भारत में जनता एवं जनप्रतिनिधियों के साथ हर तरह के शिष्टाचार का पालन करते हैं। बिहार में कुछ अफसर पब्लिक सर्वेंट अर्थात जनता के सेवक के बदले राजतंत्र की तरह व्यवहार करते हैं। कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री ने भी आईपीएस प्रशिक्षुओं को यह बताया था कि उनका व्यवहार जनता एवं जनप्रतिनिधियों के प्रति कैसा होना चाहिए ।

उल्लेखनीय है कि विधानसभा में आज मंत्री जीवेश कुमार ने प्रश्नकाल के दौरान सदन में उठकर कहा कि आज यह स्पष्ट होना चाहिए कि एसपी-डीएम बड़ा या सरकार। डीएम-एसपी की वजह से हमारी गाड़ी को रोक दी गई। उन्होंने कहा कि आज जब हम सदन आ रहे थे। इसी दौरान उनकी गाड़ी को रोक दी गई। कहा गया कि एसपी-डीएम जा रहे हैं। इसलिए आप नहीं जा सकते। यह तो अजीब स्थिति है। वैसे डीएम-एसपी को तुरंत सस्पेंड किया जाना चाहिए।

मंत्री के इस बात पर सदन में भारी हंगामा हुआ। विपक्ष पूरी तरह से मंत्री जीवेश मिश्रा के साथ खड़ा हो गया। अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि विधायकों की प्रतिष्ठा सबसे बड़ी है। सरकार की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री सदन में जवाब देंगे। विपक्षी विधायक मंत्री के समर्थन में आ गये। राजद समेत सभी विपक्षी सदस्य वेल में पहुंचकर मंत्री जी न्याय दो का नारा बुलंद करने लगे। विपक्षी सदस्यों ने कहा कि मंत्री को हर हाल में न्याय मिलनी चाहिए। शोर-गुल कर रहे सदस्यों से अध्यक्ष ने कहा कि मंत्री को जरूर न्याय मिलेगा।

संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि मंत्री ने कहा कि विधानसभा परिसर में यह वाकया हुआ है। ऐसे में पूरा अधिकार विधानसभा अध्यक्ष का है। आसन जो निर्णय ले सरकार इस पर तैयार है। मंत्री को रोके जाने का मसले पर सभी दल के नेता सदन में बोल रहे थे। इस दौरान भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने मांग किया कि जिसने भी ऐसी हरकत की है उन पर सख्त कार्रवाई हो। इसी साल विधायकों की पिटाई तो हुई ही अब मंत्री को पिटाना बच गया है।

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पटना: चक्रवात “जवाद” के मद्देनजर भारतीय मौसम विभाग के अलर्ट पर पूर्व मध्य रेलवे ने भी एहतियात बरती है। इसके तहत पटना से खुलने वाली एर्णाकुलम एक्सप्रेस को शुक्रवार को निरस्त कर दिया गया है।

पूर्व मध्य रेलवे ने कहा है कि रेलवे ने यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हुआ है। इस समुद्री तूफान का असर ओड़िसा और आंध्र प्रदेश में काफी बड़े स्तर पर होगा। इस कारण रेलवे ने इन दो राज्यों को जानेवाली कुल सात ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इन सात ट्रेनों में पटना और धनबाद से चलने वाली ट्रेनें भी शामिल हैं। बाकी पांच ट्रेनें पूर्व मध्य रेलवे के स्टेशनों से होकर गुजरती हैं। इसमें भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस भी शामिल है।

रेलवे के मुताबिक दो दिसंबर को नई दिल्ली से खुलने वाली 12802 नई दिल्ली-पुरी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, तीन दिसंबर को पटना से खुलने वाली 22644 पटना-एर्णाकुलम एक्सप्रेस, तीन दिसंबर को धनबाद से खुलने वाली 13351 धनबाद-एल्लेपी एक्सप्रेस, तीन दिसंबर को आनंद विहार से खुलने वाली 12876 आनंद विहार-पुरी नीलांचल एक्सप्रेस, तीन दिसंबर को पुरी से खुलने वाली 12801 पुरी-नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस,चार दिसंबर को पुरी से खुलने वाली 12815 पुरी-आनंद विहार नंदनकानन एक्सप्रेस, चार दिसंबर को भुवनेश्वर से खुलने वाली 20817 भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि भारतीय मौसम विभाग ने चक्रवात “जवाद” को लेकर कहा है कि तूफान चार दिसंबर को ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटों से टकराएगा। ये चक्रवाती तूफान दक्षिण पश्चिम मानसून खत्म होने के बाद आया है। कयास ये लगाए जा रहे हैं कि “जवाद” चक्रवात जब सतह से टकराएगा उस दौरान 117 किलोमीटर घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। ऐसे में भारी बारिश होने की संभावना भी है।

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Patna : आय से अधिक संपत्ति के मामले में बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मृत्युंजय कुमार को सस्पेंड कर दिया गया. मृत्युंजय कुमार खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम के सरकारी आप्त सचिव के पद पर तैनात थे. आय से अधिक मामले में हुई छापेमारी में करोड़ों रुपये के चल और अचल संपत्ति का पता चला था. 25 नवम्बर को विशेष निगरानी इकाई ने उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया था. निगरानी की विशेष इकाई की कार्रवाई के बाद खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम ने आप्त सचिव के पद से हटाने का अनुरोध किया था.

इसके बाद मृत्युंजय कुमार को इस पद से हटाया गया और पदस्थापना की प्रतीक्षा में रखा गया था. मृत्युंजय कुमार पर दर्ज की गई प्राथमिकी और इससे जुड़ी कार्रवाई की जानकारी दिए जाने के बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने बुधवार को उन्हें निलंबित कर दिया.

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पटना: 2007 बैच के आईपीएस अधिकारी और मुंगेर रेंज के डीआईजी रहे शफीउल हक को भ्रष्टाचार के मामले में गृह विभाग ने निलंबित कर दिया है। विभाग ने इससे संबंधित आदेश भी जारी कर दिया है। वह पदस्थापना की प्रतीक्षा में थे।

विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार जांच में यह प्रमाणित हुआ कि वसूली करने वाले मो. उमरान के गलत कार्यों की जानकारी होने के बावजूद डीआईजी ने कोई कार्रवाई नहीं की। इससे साफ है कि पूरे घटनाक्रम में उनकी सहभागिता है। साथ ही उन्हें भ्रष्टाचार के पोषक के रूप में स्थापित करता है।

उल्लेखनीय है कि मुंगेर के डीआईजी तैनाती के दौरान उनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। इसकी जांच ईओयू ने की। ईओयू की रिपोर्ट के मुताबिक शफीउल हक ने सहायक अवर पुलिस निरीक्षक मो. उमरान और एक निजी व्यक्ति के माध्यम से मुंगेर रेंज के अधीन बड़ी संख्या में कनीय पुलिस अधिकारियों एवं कर्मियों से अवैध राशि की उगाही करायी थी।

इन आरोपों को देखते हुए राज्य सरकार ने शफीउल हक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया है। निलंबन अवधि का उनका मुख्यालय आईजी पटना के कार्यालय में होगा।

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पटना: शाहाबाद महोत्सव आयोजन समिति के तत्वावधान में पर्यटन को बढावा देने के लिए आगामी तीन, चार और पांच दिसंबर को रोहतासगढ़ किला परिसर में शाहाबाद महोत्सव का आयोजन किया जायेगा। जिसमें शाहाबाद के बुद्धिजीवी, राजनेता, नौकरशाह, साहित्यकार एवं कला संस्कृति से जुड़े नामचीन लोगों की उपस्थिति रहेगी और सभी अपने धरोहर को संजोकर रखने तथा इसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पटल पर लाने के लिए रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए संकल्प लेंगे।

शाहाबाद महोत्सव आयोजन समिति के संयोजक अखिलेश कुमार ने बताया कि समिति के बैनर तले पिछले दो वर्षों से अपने गौरवशाली इतिहास को याद करते हुए यहां के परंपरागत नृत्य-संगीत को बढ़ावा देने तथा टूरिज्म सर्किट बनाने के लिए शाहाबाद महोत्सव के माध्यम से प्रयास किया जा रहा है। इसी को लेकर आगामी 3, 4 और 5 दिसंबर को आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि 5 दिसंबर को रोहतासगढ़ किला परिसर में आयोजित होने वाले शाहाबाद महोत्सव में केन्द्रीय मंत्री और आरा से सांसद आरके सिंह, बिहार विधान परिषद् के सभापति अवधेश नारायण सिंह, उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, मंत्री जमा खान, पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा, डॉ. कांति सिंह, सांसद गोपाल नारायण सिंह, छेदी पासवान, महाबली सिंह, सुशील कुमार सिंह, झारखंड के सांसद सुनील कुमार सिंह, समीर उरावं, झारखंड के पूर्व डीजीपी कमल नयन चौबे सहित शाहाबाद के वर्तमान विधायक, विधान परिषद् सदस्य आदि को आमंत्रित किया गया है।

समिति के संयोजक अखिलेश कुमार ने बताया पुराने शाहाबाद जिला यानि वर्तमान भोजपुर, रोहतास, कैमूर तथा बक्सर जिले का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है। यह पूरा इलाका खुबसूरत प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है और पवित्र गंगा तथा सोन नदी पश्चिम, उत्तर तथा दक्षिण दिशाओं से जीवनदायी के रूप में विराजमान है। इसके बावजूद यहां का विकास नहीं हो पाया।

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मोतिहारी: संस्कार भारती उत्तर बिहार प्रान्त के भोजपुरी कला‌ समूह की बैठक पंडित छोटेलाल मिश्र संगीत महाविद्यालय, मोतिहारी में संपन्न हुई. बैठक में आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत अप्रैल महीने में भोजपुरी कला उत्सव का आयोजन कराने को लेकर रुपरेखा पर मंथन हुआ.

बैठक में बिहार प्रदेश संगठन मंत्री वेदप्रकाश ने कहा कि यह आयोजन भोजपुरी गौरव बोध का परिचायक होगा. इस आयोजन में कला और साहित्य के हर पक्ष को शामिल करने की कोशिश होगी. साथ ही लोक कलाकारों, साहित्यकारों को प्रस्तुति के लिए एक बड़ा मंच मिलेगा जिसके माध्यम से वे अपनी कला को जन-जन तक पहुंचा सकेंगे.

वही उतर बिहार प्रान्त के उपाध्यक्ष डॉ जयकांत सिंह जय ने कहा कि स्थानीयता के गौरव बोध बढ़ाना हमारा लक्ष्य है. भोजपुरी भाषा का विकास हो और इसे संविधान की आंठवी अनुसूची में शामिल किया जाए इसके लिए समेकित प्रयास पर बल देने की जरुरत है.

भोजपुरी कला उत्सव के संयोजक और उत्तर बिहार प्रान्त के मंत्री जलज कुमार अनुपम ने कहा कि अब यह वक्त दुनिया‌‌ को बताने का है कि भोजपुरी के पास विरासत के तौर पर क्या है. ऐसा प्रयास करना है कि इस कार्यक्रम का प्रसार देश के महानगरीय संस्कृति तक हो.

भोजपुरी कला उत्सव के संयोजक डॉ ब्रजभूषण मिश्र ने कहा कि कला और साहित्य के नाम पर हर वामपंथी षड़यंत्र को उजागर करना होगा. उत्तर बिहार प्रान्त के महामंत्री सुरभित दत्त ने कहा कि कार्यक्रम का एक उदेश्य कला साधकों को नया मंच देने के साथ साथ युवाओं को जोड़ना और उन्हें अपनी संस्कृति से परिचित करना भी होगा. उतर बिहार के मंत्री दिवाकर राय ने कहा कि भोजपुरी का यह आयोजन समाज को नयी दिशा देगा.

बैठक में महात्मा गाँधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी के प्राध्यापक डॉ अंजनी श्रीवास्तव, डॉ प्रमात्मा मिश्र, डॉ सुनील घोड़के, लोकगायिका आशा, प्रशान्त सौरभ, चंदन कुमार, धर्मेन्द्र कुमार उपस्थित थे. संयोजन मोतिहारी संस्कार भारती के महामंत्री आलोक चंद्रा और धन्यवाद ज्ञापन अध्यक्ष शैलेन्द्र सिन्हा ने किया.

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Chhapra: वैशाली जिला के लालगंज थाना में थानेदार के घर आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा छापेमारी की गई. थानेदार के सरकारी आवास घर समेत तीन ठिकानों पर छापेमारी हुई. बताया जाता है कि अवैध शराब के कारोबार में इनकी संलिप्तता है और शराब कारोबार से काफी कमाई की है. इनके ऊपर आय से अधिक संपत्ति का मामला चल रहा था.

लालगंज थानेदार के खिलाफ 30 नवंबर को भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया. इसके बाद कोर्ट से सर्च वारंट लेने के बाद तीन ठिकानों पर बुधवार से छापेमारी चल रही है. लालगंज थाना परिसर स्थित आवास और कार्यालय छपरा शहर में स्थित आवास व सोनपुर के रघुनाथपुर स्थित पैतृक मकान पर छापेमारी की गई है.

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सुपौल : जिले में बिना आदेश के पुनर्नियोजन कर वेतन देने के एक मामले में शिक्षक और विभाग के पदाधिकारी पर धोखाधड़ी और सरकारी राशि के दुरुपयोग मामले में सदर थाना में केस दर्ज किया गया है.

बताते चले कि इस मामले में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना राहुल चंद चौधरी द्वारा थाना को आवेदन दिया गया था. जिसमे मामला जिला संवर्ग के 72 सेवानिवृत्त शिक्षकों को बिना जांच पड़ताल किए वेतन भुगतान किए जाने का है. जिसमें तत्कालीन डीपीओ अमर भूषण ने बिना किसी विभागीय आदेश के 72 सेवानिवृत्त शिक्षकों को न सिर्फ पुनर्नियोजन कर दिया गया बल्कि इन शिक्षकों के बीच कार्यरत समय का वेतन भुगतान करने तक का आदेश दे दिया. जिसके कारण ये शिक्षक अकार्यरत रहने के बाद भी इस दौरान का वेतन पाने में सफल रहे.

पत्र में कहा गया है कि डीपीओ द्वारा सेवानिवृत्त शिक्षकों को बिना उसके मामले की अलग अलग जांच किए हुए और बिना यह देखे हुए कि इस मामले में न्यायालय द्वारा कोई आदेश पारित है या नहीं इन सभी शिक्षकों को उनके द्वारा एक समान मानते हुए गलत तरीके से पुनर्नियोजन का आदेश पारित कर वर्ष 2016-17 तथा 2017-2018 में उनके वेतनादि का भुगतान करने का आदेश दे दिया गया. इस कारण 3,55,96,817 रुपए की क्षति हुई है.

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पटना: पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि भ्रष्टाचार के आरोपित कुलपति को तुरंत राजभवन बर्खास्त करे। मोदी ने गुरुवार को ट्वीट में लिखा है कि मगध विश्वविद्यालय के कुलपति पर निगरानी विभाग के छापे में उनके परिसरों से 95 लाख रुपये नकद और एक करोड़ की सम्पत्ति के कागजात बरामद होने के बाद उन्हें अविलम्ब बर्खास्त किया जाना चाहिए।

मजहरुल हक विश्वविद्यालय के पूर्व प्रभारी कुलपति के खिलाफ वर्तमान कुलपति ने कॉपी खरीद घोटाले के जो आरोप लगाये हैं, उनकी त्वरित और निष्पक्ष जांच करायी जानी चाहिए। एनडीए सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की नीति पर ही चलेगी।

मोदी ने आगे लिखा कि बिहार के कुछ कुलपतियों पर भ्रष्टाचार के जो आरोप लगे हैं, उससे राज्य की छवि और उच्च शिक्षा की गुणवत्ता पर कोई आंच न आए, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए। स्पीडी ट्रायल के जरिये दोषी को तुरंत सजा दिलायी जानी चाहिए। इस दिशा में राज्य सरकार और राजभवन को मिलकर कदम उठने की जरूरत है।

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पटना: नेशनल ई-विधान एप्लिकेशन (नेवा) का उद्घाटन करते हुए बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि सदन के सदस्यों को संसदीय दायित्वों के निर्वहन के लिए अत्याधुनिक सुविधा दी जा रही है।

अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में नेवा परियोजना के कार्यान्वनयन में बिहार विधान परिषद देश का पहला सदन है। बिहार की संसदीय व्यवस्था को प्रगाढ़ एवं सशक्त बनाने की दिशा में हमलोग आगे की ओर कदम बढ़ाते रहेंगे।

विधान परिषद में आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि बिहार ही नहीं देश के लिए यह गौरव की बात है कि जनतांत्रिक व्यवस्था में कम्प्यूटर के अनुप्रयोग की शुरूआत हो गई है। अब बिहार विधान परिषद का अनुकरण देश के दूसरे सदन में भी होगा, प्रश्नों के उत्तर नेवा के माध्यम से मिलने से जनता की समस्याओं के समाधान में आसानी होगी।

जल संसाधन विभाग के मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि सदन में कम्प्यूटर-टैब की काफी उपयोगिता है और इसके उपयोग की असीम संभावनाएं हैं। उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने बधाई देते हुए कहा कि तकनीकी रूप से सदन को सशक्त बनाए जाने के बाद सदस्यों को अपने कार्य में बहुत सुविधा हो गई है।

उप नेता नवल किशोर यादव ने बधाई देते हुए सदन में सदस्यों के बैठने की नई व्यवस्था के लिए सभापति से आग्रह किया। पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान ने कहा कि नेशनल ई-विधान एप्लिकेशन का सदन में बहुत उपयोग होगा क्योंकि, दस्तावेजों को सदन पटल पर रखने की सुविधा भी इसमें उपलब्ध है।

सदस्य रामवचन राय ने कहा कि कम्प्यूटर की उपयोगिता सभी क्षेत्रों में बढ़ रही है और राजनीतिक क्रिया-कलापों में इसकी महत्ता और बढ़ेगी। सदस्य प्रो. रामबली सिंह ने कहा कि सदन को डिजिटल हाऊस बनाए जाने के बाद बिहार और बिहारियों का गौरव बढ़ा है। सदस्य प्रेमचन्द्र मिश्रा ने कहा कि सदन में प्रकट किए गए विचारों को अब सामान्य जनता भी आसानी से देख सकती है। उन्होंने आज की तिथि को ऐतिहासिक बताते हुए कार्यकारी सभापति को इसके लिए बधाई दी। सदस्य केदार नाथ पांडेय ने नई व्यवस्था का स्वागत करते हुए कहा कि इसके लिए सदस्यों के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था करनी होगी।

धन्यवाद ज्ञापन करते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि आज बिहार की 14 करोड़ जनता का गौरव बढ़ गया है और पूरी दुनिया में बिहार की सुंदर छवि में इजाफा हुआ है।

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-डेपुटेशन अवधि पूरी होने के बाद आ रहे हैं बिहार
-राज्य सरकार दे सकती है अहम जिम्मेदारी
-अभी मुंबई क्राइम ब्रांच के डीआईजी हैं शिवदीप

पटना: भारतीय पुलिस सेवा (भापुसे) के तेज तर्रार अधिकारी शिवदीप लांडे दिसंबर के पहले सप्ताह में फिर बिहार आ रहे हैं। उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। फिलहाल वे अपने गृह राज्य महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में क्राइम ब्रांच के डीआईजी हैं।

सुपरकॉप के नाम से मशहूर शिवदीप लांडे उन आईपीएस अफसरों में शामिल हैं जिनके नाम से अपराधी थर-थर कांपते हैं। अब पांच साल की डेपुटेशन अवधि के बाद वापस बिहार आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार दिसंबर के पहले सप्ताह से वे बिहार में अपनी सेवा देंगे।वे पटना में सिटी एसपी रह चुके हैं। इसके अलावा शिवदीप लांडे अररिया और रोहतास में भी एसपी रहे हैं। वे बिहार के राज्यपाल के एडीसी भी रहे थे।

बिहार कैडर के आईपीएस शिवदीप वामनराव लांडे 2006 बैच के आईपीएस अफसर हैं। शिवदीप लांडे की पहली पोस्टिंग मुंगेर जिले के नक्सल प्रभावित इलाके जमालपुर में हुई थी। राजधानी पटना के सिटी एसपी के तौर पर अपनी अनोखी कार्यशैली की वजह से शिवदीप पूरे देश में मशहूर हो गए थे। अपराधियों की शामत लाने वाले इस आईपीएस अधिकारी के नाम से लगभग हर कोई परिचित है।

बिहार की राजधानी पटना में जब शिवदीप लांडे की पोस्टिंग हुई तो वो अपराधियों और गैरकानूनी काम करने वालों पर कहर बनकर टूटे। विशेषकर सड़क छाप लफंगों पर इनकी सख्ती ने कॉलेज और स्कूल की लड़कियों के बीच इनकी छवि हीरो की बन गई थी। पटना में सिटी एसपी रहने के दौरान शिवदीप लांडे ने ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर नकली सामान बनाने वालों के खिलाफ, जाली नोट छापने वालों के खिलाफ, नकली दवा बेचने वालों के खिलाफ मुहिम चलाकर हड़कंप मचा दिया था।

पीएमसीएच के पास अशोक राजपथ पर एक कपड़ा शोरूम के मालिक की हत्या के बाद जब अपराधियों के भय से दुकानें बंद थी तब लांडे ने उसे दबोच कर पीएमसीएच गेट पर जमकर पिटाई की थी। इसके बाद इलाके की सारी दुकानें खुल गई थी। वहीं, मुंबई में क्राइम ब्रांच में डीआईजी के पद पर काम करते हुए भी शिवदीप लांडे ने कई उपलब्धियां हासिल की है।

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