पटना: जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद ललन सिंह पूरे लय में नजर आ रहे हैं। ललन सिंह लगातार पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में जोश भर रहे हैं। पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान ललन सिंह ने दावा किया है कि अगर कार्यकर्ता इसी तरह उत्साहित रहें तो वे हिमालय पर्वत भी गिरा देंगे। खून पसीना से जदयू को को एक बार फिर से नंबर वन पार्टी बनाउंगा।
बिहार के पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा की घर वापसी को लेकर आयोजित मिलन समारोह कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि वह राजग में हैं लेकिन उप्र. चुनाव में भाजपा उनके साथ नहीं रही। अगर जदयू को भाजपा ने भागीदार नहीं बनाया तो पार्टी उप्र. समेत अन्य राज्यों में अकेले चुनावी मैदान में उतरेगी। ललन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास कार्यों का बुकलेट छपवाया जायेगा। कार्यकर्ताओं को बांटा जायेगा ताकि नीतीश के कार्य को घर घर तक पहुंचाया जा सके।
ललन सिंह ने कहा कि “भगवान सिंह कुशवाहा एक बार फिर जदयू परिवार के सदस्य में शामिल हुए हैं। भगवान सिंह लंबे समय तक हम लोगो के साथी रहे हैं। घर में कभी-कभी नाराज हो कर चले जाते हैं।” ललन सिंह ने भगवान सिंह कुशवाहा से अपील करते हुए कहा कि “अब रूसकर कहीं मत जाइएगा। अब यहीं जदयू में रहिएगा। नाराज नहीं होइएगा।”
बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के ठीक बाद जिस तरीके से भाजपा ने जदयू के छह विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल करा लिया। भाजपा द्वारा जदयू को दिए गए उस जख्म को भी ललन सिंह ने याद किया और कहा कि अरुणाचल प्रदेश में जदयू ने चौंकाने वाला प्रदर्शन किया था। जदयू 14 सीट पर चुनाव लड़ी थी और 14 में से 7 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी।
ललन सिंह ने कहा कि जब तक 2010 के चुनाव परिणाम के रिकार्ड को नहीं तोड़ेंगे तब तक चैन से नहीं बैठूगा। सीएम नीतीश को 2025 में मुकाम तक पहुंचाना है। पार्टी के कार्यकर्ता 2024-25 तक अपनी ऊर्जा इसी तहर बनाये रखें। कार्यकर्ताओं को उनके मान सम्मान और उचित हिस्सेदारी मिलेगी। नीतीश कुमार का नारा है कि समाज के हर तबके को साथ जोड़ना है। हम सभी जिलों के एक-एक साथियों को चिन्हित करेंगे और सभी को पटना बुलाकर विमर्श करेंगे। सभी पुराने साथियों की सलाह ली जाएगी।
ललन सिंह ने कहा कि “किसी की पसंद ना पसंद के कारण किसी को दरकिनार नहीं किया जाएगा। मैं अपने सारे अधिकारों को विकेन्द्रित करूंगा। पार्टी के नेतों को काम की पूरी आजादी होगी और उनके काम का विश्लेषण किया जाएगा। मैं और उपेंद्र कुशवाहा मिल कर वर्षो तक काम कर चुके हैं। कार्यकर्ता उत्साहित होंगे तो हिमालय पर्वत भी गिरा देंगे।
पार्टी में शामिल होने के बाद भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा कि वे वैचारिक मतभेद के कारण विधानसभा चुनाव में अलग हो गए थे। लेकिन उनका दिल सीएम नीतीश कुमार के पास था। उन्होंने कहा कि वे हमेशा से सीएम नीतीश और ललन सिंह के साथ रहे हैं। भगवान सिंह कुशवाहा ने ये भी कहा कि “अगर मैंने कोई गलत बात कही हो तो उसके लिए माफ़ी चाहता हूं।”
इस कार्यक्रम में संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि “जदयू को नंबर-1 पार्टी बनाना है। इस संकल्प के साथ मैं बिहार में घूम रहा हूं। पार्टी में जो कमी थी, उसे बारी बारी में पूरा किया जा रहा है। इसी कड़ी में भगवान सिंह कुशवाहा आज जदयू में शामिल हो रहे हैं।