Chhapra: पूर्व मध्य रेलवे ने वैशाली सुपर फ़ास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में एक रेक को LHB कोच में परिवर्तित किया है. 12553 वैशाली एक्सप्रेस अपनी पहली LHB रेक के साथ शनिवार को बरौनी से नई दिल्ली के लिए रवाना हुई. वैशाली एक्सप्रेस के LHB रेक में उसके शेष दो ICF रेक की अपेक्षा 3AC का एक अतिरिक्त कोच लगाया गया है. जानकारी पूर्व मध्य रेलवे ने ट्विटर के माध्यम से दी.
12553/12554 वैशाली एक्सप्रेस की एक रेक LHB रेक में परिवर्तित कर दी गई है। 12553 वैशाली एक्सप्रेस अपनी पहली LHB रेक के साथ आज बरौनी से नई दिल्ली के लिए रवाना हुई। वैशाली एक्सप्रेस के LHB रेक में उसके शेष दो ICF रेक की अपेक्षा 3AC का एक अतिरिक्त कोच लगाया गया है। pic.twitter.com/irdnBVMIhl
— East Central Railway (@ECRlyHJP) May 5, 2018
क्या है LHB कोच
भारत में चलने वाली कई ट्रेनों में पुरानी तकनीक वाले कन्वेशनल कोच लगे हैं. इन कोचों की वजह से दुर्घटना के दौरान ज्यादा मौतें होती हैं. भारतीय रेल ने इससे छुटकारा पाने के लिए लिंक हॉफमेन बुश कोच (LHB) का निर्माण किया है. इन कोचों में बेहतर एक्जावर का उपयोग किया गया है. जिससे आवाज कम होती है. कोच स्टेनलेस स्टील से बने होते हैं. कोच पहले की तुलना में थोड़े हल्के होते हैं. कोचों में डिस्क ब्रेक होते है जो कम समय व कम दूरी में अच्छे ढंग से ब्रेक लगा देते है.
सबसे ज्यादा फायदे वाली बात यह कि इन कोचों में सीबीसी कपलिंग लगाई जाती है. जिससे अगर ट्रेन डिरेल भी होती है तो कपलिंग के टूटने की आशंका नहीं होती है, जबकि स्क्रू कपलिंग वाले कोचों के डिरेल होने से उसके टूटने का डर बना रहता है. सीबीसी कपलिंग से डिब्बे एक-दूसरे पर नहीं चढ़ते.