इस कार्यक्रम में देश के लोकप्रिय कथावाचक आचार्य अनिरुद्धाचार्य महाराज भी पधारेंगे

Patna, 19 मई (हि.स.)। बाबा बागेश्वर धाम के महंत और प्रसिद्ध कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एक बार फिर बिहार आ रहे हैं। धीरेंद्र शास्त्री इस बार मुजफ्फरपुर जिले के मधुबनी पंचायत के गांव राधा नगर चौसीमा में आयोजित विष्णु यज्ञ में शामिल होंगे और 20 मई 2025 (मंगलवार) को हनुमान कथा का वाचन करेंगे। इस कार्यक्रम में देश के लोकप्रिय कथावाचक आचार्य अनिरुद्धाचार्य महाराज भी पधारेंगे और 23 से 27 मई तक कथा करेंगे। आयोजन को लेकर भारत सेवा संस्थान और जिला प्रशासन पूरी तैयारी में जुटे हैं। धीरेंद्र शास्त्री इससे पहले पटना में कथा कर चुके हैं।

700 फीट लंबा और 200 फीट चौड़ा बनाया गया है पंडाल

भारत सेवा संस्थान के अध्यक्ष ने बताया है कि कथा स्थल पर श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई हैं। 700 फीट लंबा और 200 फीट चौड़ा पंडाल बनाया गया है, जिसमें दो लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था है। भीड़ नियंत्रण, प्रवेश और निकास मार्ग, पीने का पानी, विश्राम गृह, शौचालय, और प्राथमिक उपचार केंद्र की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयोजन स्थल पर विशेष व्यवस्था रहेगी।

एसडीएम ने यज्ञ स्थल का निरीक्षण किया

जिला प्रशासन की ओर से सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) ने यज्ञ स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस बल की विशेष तैनाती की जा रही है। सादी वर्दी में पुलिसकर्मी, महिला पुलिस, और स्वयंसेवकों की टीम मैदान में मौजूद रहेगी। अग्निशमन विभाग, एम्बुलेंस सेवा और सीसीटीवी निगरानी की व्यवस्था की गई है। भीड़ प्रबंधन और कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन से निगरानी की भी योजना है।

मुख्यमंत्री ने 315 नवनियुक्त प्रखंड उद्यान पदाधिकारियों (ब्लॉक हॉर्टिकल्चरस ऑफिसर) को नियुक्ति पत्र प्रदान किया

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मीठापुर स्थित कृषि भवन में कृषि विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 315 नवनियुक्त प्रखंड उद्यान पदाधिकारियों (ब्लॉक हॉर्टिकल्चरस ऑफिसर) को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। साथ ही कृषि विभाग की कई योजनाओं का शिलान्यास, लोकार्पण और शुभारंभ किया।

कृषि को लाभकारी बनाने के लिए राज्य में बागवानी योजनाएं संचालित की जा रही हैं

दरअसल, चतुर्थ कृषि रोड मैप के तहत कृषि को लाभकारी बनाने के लिए राज्य में बागवानी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इन योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचाने के उद्देश्य से बिहार लोक सेवा आयोग से अनुशंसित 315 प्रखंड उद्यान पदाधिकारियों की नियुक्ति कृषि विभाग के द्वारा की गयी है।कृषि भवन परिसर से मुख्यमंत्री ने खरीफ महाभियान-2025 का शुभारंभ भी किया। इस दौरान उन्होंने खरीफ महाभियान-2025 से संबंधित 20 प्रचार वाहन तथा बीज वाहन को हरी झंडी दिखाकर राज्य के विभिन्न जिलों के लिए रवाना किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने 144.72 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय, आरा (भोजपुर) के निर्माण कार्य का रिमोट के माध्यम से शिलापट्ट का अनावरण कर शुभारंभ किया।

वर्ष 2021-22 से इसका संचालन कृषि महाविद्यालय, बक्सर के परिसर में किया जा रहा है

तृतीय कृषि रोड मैप (2017-22) के तहत कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान को सुदृढ़ करने के लिए आरा (भोजपुर) में कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय की स्थापना की गयी है। वर्ष 2021-22 से इसका संचालन कृषि महाविद्यालय, बक्सर के परिसर में किया जा रहा है। इसके लिए भोजपुर जिला में 16 एकड़ जमीन चिन्हित कर भवन निर्माण विभाग द्वारा भवन का निर्माण किया जायेगा।इसमें प्रशासनिक भवन, क्लास रूम, पुस्तकालय, छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग छात्रावास, कृषि यंत्रों के लिए कार्यशाला और आवासीय परिसर का प्रावधान किया गया है। इस महाविद्यालय में बीटेक (एग्री इजीनियरिंग) में प्रत्येक वर्ष 60 छात्रों का नामांकन किया जायेगा। भोजपुर के हसनपुर में स्थापित हो रहे कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय का उद्देश्य युवाओं को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कृषि अभियंत्रण की उच्च शिक्षा प्रदान करना है।

यह भवन किसानों और सरकार के बीच बेहतर संवाद का माध्यम बनेगा

मुख्यमंत्री ने 55.26 करोड़ रुपये लागत की 62 अनुमंडल स्तरीय कृषि भवनों का शिलान्यास भी किया। इसके निर्माण से अनुमंडल स्तर पर कृषि से जुड़ी सभी सेवाएं उपलब्ध हो जाएगी। इस भवन में किसानों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से सभी कृषि संबंधी सेवाएं, योजनाएं, तकनीकी सलाह और सरकारी सहायता एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगी। साथ ही यह भवन किसानों और सरकार के बीच बेहतर संवाद का माध्यम बनेगा, जिससे निर्णय लेने की प्रक्रिया तेज और पारदर्शी होगी।

मौसम की जानकारी एवं विभाग से संबंधित नवीनतम जानकारी किसानों को उपलब्ध होगी।

मुख्यमंत्री ने राज्य के किसानों को कृषि विभाग की सभी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ‘बिहार कृषि’ मोबाइल ऐप का लोकार्पण किया। इसके माध्यम से कृषि संबंधी सभी जानकारी, जैसे – किसान पास बुक, पौधा संरक्षण, फसलों के बाजार मूल्य, मिट्टी की जांच, मौसम की जानकारी एवं विभाग से संबंधित नवीनतम जानकारी किसानों को उपलब्ध होगी।

ईडी ने यूको बैंक के पूर्व चेयरमैन एसके गोयल को किया गिरफ्तार

नई दिल्ली; प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यूको बैंक के पूर्व अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (एमडी) सुबोध कुमार गोयल को कोलकाता स्थित एक कंपनी से जुड़े 6,200 करोड़ रुपये से अधिक के कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) के आरोप में गिरफ्तार किया है। विशेष न्यायालय (पीएमएलए) ने गोयल को ईडी की हिरासत में भेज दिया है।

 

सुबोध कुमार गोयल को पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत 16 मई को नई दिल्ली स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया।

केंद्रीय जांच एजेंसी ने सोमवार को जारी एक बयान में बताया कि यूको बैंक के पूर्व अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुबोध कुमार गोयल को पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत 16 मई को नई दिल्ली स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया। गोयल को 17 मई को कोलकाता स्थि‍त विशेष धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत के समक्ष पेश किया गया, जहां से ईडी ने यूको बैंक के पूर्व चेयरमैन एसके गोयल को किया गिरफ्तार

ईडी का आरोप है कि गोयल को सीएसपीएल से ‘रिश्वत के रूप में बड़ी रकम’ मिली

केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने इस जांच के तहत अप्रैल में गोयल और कुछ अन्य लोगों के परिसरों पर छापेमारी की थी। एजेंसी ने दावा किया कि यूको बैंक के सीएमडी के रूप में सुबोध कुमार गोयल के कार्यकाल के दौरान सीएसपीएल के लिए बड़ी ऋण सुविधाएं ‘स्वीकृत’ की गईं, जिन्हें बाद में उधारकर्ता समूह ने किसी अन्य काम में लगाया और ‘हेरफेर’ किया। ईडी का आरोप है कि इसके बदले में गोयल को सीएसपीएल से ‘रिश्वत के रूप में बड़ी रकम’ मिली। उसने कहा कि रिश्वत की इस रकम को वैध बनाने के लिए विभिन्न तरीके इस्तेमाल किए गए।

SALMAN KHAN: सलमान खान अपनी आगामी फिल्म में महावीर चक्र से सम्मानित कर्नल बिकुमल्ला संतोष बाबू का किरदार निभाने जा रहे हैं।

सलमान खान अपनी आगामी फिल्म में महावीर चक्र से सम्मानित कर्नल बिकुमल्ला संतोष बाबू का किरदार निभाने जा रहे हैं। यह फिल्म 2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प पर आधारित है, जिसमें कर्नल बाबू को वीरगति प्राप्त हुई थी।

फिल्म की कहानी और प्रेरणा

यह फिल्म शिव अरोर और राहुल सिंह द्वारा लिखित पुस्तक India’s Most Fearless 3 के पहले अध्याय “I Had Never Seen Such Fierce Fighting – The Galwan Clash of June 2020” पर आधारित है। इस अध्याय में गलवान संघर्ष की प्रत्यक्ष घटनाओं का वर्णन किया गया है।

फिल्म के निर्देशन और निर्माण

फिल्म का निर्देशन अपूर्वा लाखिया कर रहे हैं, जो Shootout at Lokhandwala और Mission Istaanbul जैसी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। स्क्रिप्ट सुरेश नायर, चिंतन गांधी और चिंतन शाह ने मिलकर लिखी है, जिसमें चिंतन शाह ने संवाद भी लिखे हैं।

फिल्म की शूटिंग और तैयारी

फिल्म की शूटिंग जुलाई 2025 में शुरू होगी, जिसमें लद्दाख और मुंबई के विभिन्न स्थानों पर 70 दिनों का शेड्यूल तय किया गया है।

कर्नल बिकुमल्ला संतोष बाबू का परिचय :

कर्नल बिकुमल्ला संतोष बाबू भारतीय सेना के एक साहसी और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी थे, जिन्होंने 2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में भारत की संप्रभुता की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। वे 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर के रूप में तैनात थे और उनका बलिदान देश के सैन्य इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज है।

प्रारंभिक जीवन और सैन्य पृष्ठभूमि:

कर्नल संतोष बाबू का जन्म तेलंगाना राज्य के सूर्यापेट ज़िले में हुआ था। वे एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते थे और बचपन से ही अनुशासन, परिश्रम और देशभक्ति की भावना उनमें गहराई से रची-बसी थी। उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से सैन्य शिक्षा प्राप्त की और तत्पश्चात भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) से स्नातक होकर सेना में शामिल हुए।उनकी नेतृत्व क्षमता, रणनीतिक सोच और साहस के कारण उन्हें जल्दी ही उच्च पदों की जिम्मेदारियां सौंपी गईं। वे विभिन्न सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात रहे और हर बार उन्होंने अद्भुत साहस और निष्ठा का परिचय दिया।


गलवान घाटी संघर्ष (2020):

15 जून 2020 की रात को लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ एक हिंसक संघर्ष हुआ। यह संघर्ष उस समय हुआ जब भारतीय सेना द्वारा सीमा पर स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखने की कोशिश की जा रही थी। उस टकराव में कर्नल संतोष बाबू ने अग्रिम पंक्ति में रहकर न केवल अपनी टुकड़ी का नेतृत्व किया, बल्कि दुश्मन के खिलाफ वीरता से लड़ते हुए शहीद हो गए। उनकी बहादुरी ने न केवल उनके साथी सैनिकों को प्रेरित किया, बल्कि पूरे देश को गर्व से भर दिया।

सम्मान और विरासत:

भारत सरकार ने कर्नल बिकुमल्ला संतोष बाबू को उनकी असाधारण वीरता और बलिदान के लिए मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया. यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा युद्धकालीन वीरता पुरस्कार है।उनकी शहादत ने देश में एक नई देशभक्ति की भावना को जन्म दिया। आज भी वे युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं और उनकी कहानी आने वाली पीढ़ियों को साहस और कर्तव्यपरायणता की शिक्षा देती है।

पटना: केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की

केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। यह भेंट ऐसे समय हुई है जब दोनों नेताओं के संबंधों को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं।इस मुलाकात ने साफ कर दिया कि नीतीश कुमार और चिराग पासवान के बीच किसी तरह का तनाव नहीं है।बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं ने गठबंधन की मजबूती पर चर्चा की।

5 माह में होंगे विधानसभा चुनाव

बिहार में विधानसभा चुनाव में अब 5 माह का समय शेष है। ऐसे में सभी पार्टियां अपने को मजबूत करने में जुटी हैं। चिराग पासवान और नीतीश कुमार की पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा है। आज की तस्वीर से आने वाले चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और मजबूत होगी। नीतीश कुमार और चिराग पासवान के बीच रिश्ते सामान्य होने से आगामी चुनाव में इसका लाभ मिल सकेगा।

दक्षिण कोरियाई नागरिक को रक्सौल के माई स्थान मौजे स्थित होटल धर्ममुक्ति से गिरफ्तार किया है।

पूर्वी चंपारण। बिहार में पूर्वी चंपारण जिले के भारत-नेपाल सीमा की रक्सौल पुलिस और इमिग्रेशन विभाग ने गुप्त सूचना के आधार पर संयुक्त कार्रवाई करते हुए रविवार की देर रात एक दक्षिण कोरियाई नागरिक को रक्सौल के माई स्थान मौजे स्थित होटल धर्ममुक्ति से गिरफ्तार किया है।

दक्षिण कोरिआई नागरिक को पुलिस और इमिग्रेशन अधिकारियों की टीम ने छापेमारी कर उसे हिरासत में ले लिया 

गिरफ्तार कोरियाई नागरिक की पहचान किम यंग डे के रूप में हुई है। इसकी जानकारी देते रक्सौल एसडीपीओ धीरेंद्र कुमार ने बताया कि सूचना मिली थी कि होटल धर्ममुक्ति में एक विदेशी नागरिक ठहरा है, जो अवैध रूप से भारत से नेपाल जाने की कोशिश कर रहा है। तत्पश्चात् पुलिस और इमिग्रेशन अधिकारियों की टीम ने छापेमारी कर उसे हिरासत में ले लिया। पूछताछ में पता चला कि किम यंग डे भारत में एम्प्लॉयमेंट वीजा पर आया था, जिसकी वैधता 19 जनवरी 2018 तक थी। इसे बढ़ाकर 19 जनवरी 2019 और फिर जनवरी 2021 तक किया गया था, परंतु इसके बाद वह बिना वैध दस्तावेज के भारत में रह रहा था। उसने वीजा विस्तार से संबंधित दस्तावेज भी उपलब्ध नहीं कराया।

कोरियाई नागरिक ने बताया कि वह पहले तमिलनाडु के मंचीपुरम स्थित के एंड के कॉनटेक्ट इंजीनियरिंग कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर के तौर पर कार्यरत था

किम ने बताया कि वह पहले तमिलनाडु के मंचीपुरम स्थित के एंड के कॉनटेक्ट इंजीनियरिंग कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर के तौर पर कार्यरत था। वहीं उसकी मुलाकात फेसबुक पर मणिपुर निवासी जेरोशा नामक युवती से हुई। दोनों 2019 से लिव-इन रिलेशन में हैं और 27 फरवरी 2023 को उनकी एक बेटी किम सारंग सेविभिषा का जन्म हुआ। हालांकि दोनों ने अबतक कानूनी रूप से विवाह नहीं किया है।

 कोरियाई नागरिक रक्सौल पहुंचकर नेपाल में प्रवेश करने की योजना में होटल में ठहरा था 

भारतीय वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद वह भारत छोड़ना नहीं चाहता था। जब उसने वीजा विस्तार के लिए एक दलाल से संपर्क किया, तो वह भारी रकम की मांग की। नतीजतन उसने एक कोरियाई मित्र से जानकारी लेकर रक्सौल के रास्ते नेपाल में अवैध प्रवेश की योजना बनाई। वह 17 मई को लमडींग से बरौनी जंक्शन पहुंचा और फिर टैक्सी से रक्सौल पहुंचकर नेपाल में प्रवेश करने की योजना में होटल में ठहरा था।

18 मई: इतिहास के पन्नों में दर्ज एक गौरवशाली दिन

आज का दिन भारतीय इतिहास में विज्ञान, राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक चेतना के लिए एक मील का पत्थर है। 18 मई को भारत ने 1974 में राजस्थान के पोखरण में पहला परमाणु परीक्षण कर दुनिया को चौंका दिया था। इस परीक्षण का कोडनेम “स्माइलिंग बुद्धा” रखा गया था और यह शांतिपूर्ण उद्देश्य से किया गया भूमिगत परीक्षण था। इस ऐतिहासिक घटना ने भारत को विश्व के परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्रों की सूची में शामिल कर दिया। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में यह सफलता भारत की वैज्ञानिक आत्मनिर्भरता और सामरिक क्षमता का प्रतीक बन गई

ऐसे हुई पोखरण परमाणु परीक्षण की शुरुआत

1974 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में भारत ने यह परीक्षण किया था। इसका उद्देश्य था भारत की वैज्ञानिक क्षमता को प्रदर्शित करना और एक आत्मनिर्भर परमाणु नीति की ओर कदम बढ़ाना। परीक्षण को पूरी तरह गोपनीय रखा गया और इसे शांतिपूर्ण परमाणु विस्फोट के रूप में प्रस्तुत किया गया।

भारतीय वैज्ञानिकों की टीम:
इस परीक्षण के पीछे भारत के प्रमुख वैज्ञानिकों का एक दल था, जिसमें डॉ. राजा रामन्ना, डॉ. होमी सेठना, और पी.के. अय्यंगार जैसे नाम शामिल थे। इस परीक्षण का सफल निष्पादन भारत की तकनीकी क्षमता और अनुसंधान की उत्कृष्टता का बेहतर परिचायक बना।

भारत के प्रति वैश्विक प्रतिक्रिया क्या रही ?

इस परीक्षण के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिलीं। कुछ देशों ने इसका विरोध किया, जबकि कई ने भारत की वैज्ञानिक उपलब्धि को सराहा। इसके बाद भारत ने ‘नो फर्स्ट यूज़’ (पहले उपयोग न करने) की नीति अपनाई।

1998 में पोखरण का महत्व फिर से बढ़ा

24 साल बाद, 11 और 13 मई 1998 को पोखरण में ही भारत ने पुनः परमाणु परीक्षण किए, जिन्हें पोखरण-II के नाम से जाना जाता है। इसके बाद भारत ने खुद को एक “परमाणु शक्ति सम्पन्न राष्ट्र” घोषित किया।

नई दिल्ली:हॉकी इंडिया ने शनिवार को अर्जेंटीना के रोसारियो में 25 मई से 2 जून तक आयोजित होने वाले चार देशों के टूर्नामेंट के लिए 24 सदस्यीय भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम की घोषणा कर दी।

गोलकीपर निधि बनीं कप्तान

इस टीम की कप्तानी गोलकीपर निधि को सौंपी गई है, जबकि हिना बानो उपकप्तान की भूमिका निभाएंगी।

टूर्नामेंट में भारत, अर्जेंटीना, उरुग्वे और चिली की टीमें भाग लेंगी

यह टूर्नामेंट भारत के लिए आगामी जूनियर वर्ल्ड कप (दिसंबर 2025) की तैयारियों का महत्वपूर्ण हिस्सा है। टूर्नामेंट में भारत, अर्जेंटीना, उरुग्वे और चिली की टीमें भाग लेंगी, जहां हर टीम एक-दूसरे के खिलाफ दो-दो मुकाबले खेलेगी। इससे भारतीय टीम को अपनी रणनीतियों को परखने और टीम संयोजन को मजबूत करने का मौका मिलेगा।

इस टूर्नामेंट से खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय अनुभव मिलेगा

भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम के कोच तुषार खांडकर ने कहा कि हम इस दौरे के जरिए अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की पहचान करना चाहते हैं, खासकर जब जूनियर वर्ल्ड कप सिर्फ छह महीने दूर है। इस टूर्नामेंट से खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय अनुभव मिलेगा, जो उनके विकास में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि हम इन खिलाड़ियों को भविष्य में सीनियर टीम में शामिल करने की दिशा में भी काम कर रहे हैं। इसके लिए वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में प्रदर्शन करना बेहद जरूरी है।

भारत का पहला मुकाबला 25 मई को चिली के खिलाफ खेला जाएगा

भारत का पहला मुकाबला 25 मई को चिली के खिलाफ खेला जाएगा। इसके बाद भारतीय टीम 26 मई को उरुग्वे, 28 मई को अर्जेंटीना, फिर 30 मई को चिली, 01 जून को उरुग्वे और 02 जून को अर्जेंटीना से भिड़ेगी। टीम अन्य दोनों देशों से भी दो-दो मैच खेलेगी।

भारतीय टीम इस प्रकार है:

गोलकीपर : निधि (कप्तान), एंगल हर्षा रानी मिंज।

डिफेंडर : ममिता ओराम, लालथनत्लुआंगी, मनीषा, पूजा साहू, पार्वती टोपनो, नंदिनी, साक्षी शुक्ला।

मिडफील्डर : प्रियंका यादव, अनीशा साहू, रजनी केरकेट्टा, बिनिमा धन, खाइदम शिलैमा चानू, संजना होरो, सुप्रिया कुजुर, प्रियांका डोगरा।

फॉरवर्ड : हिना बानो (उपकप्तान),सोनम, सुखवीर कौर, गीता यादव, लालरिनपुई, कनिका सिवाच, कर्मनप्रीत कौर।

स्टैंडबाय खिलाड़ी : विद्याश्री वी, हुडा खान, मुनमुनी दास, सेलस्टिना होरो

पीएम मोदी आगामी 29 मई को ही पहुचेंगे पटना

Patna: प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी के बिहार दाैरे के कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। बदले हुए कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री अब दो दिवसीय बिहार दौरे पर आएंगे। पीएम मोदी आगामी 29 मई को ही पटना पहुंच जाएंगे। 29 को वो पटना में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे, जबकि 30 मई को विक्रमगंज में जनसभा को संबोधित करेंगे। पहले उनका कार्यक्रम एक दिन का तय था, लेकिन अब इसे विस्तारित कर दो दिन का कर दिया गया है

 

पीएम मोदी इस बार  दो दिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे हैं

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने शनिवार को बताया कि पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक दिवसीय दौरे पर बिहार आने वाले थे, लेकिन अब उनके कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। पीएम मोदी अब दो दिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे हैं। पहले केवल बिक्रमगंज में एकदिवसीय कार्यक्रम तय था, लेकिन अब पीएम दो दिन के प्रवास पर बिहार आ रहे हैं।

 

प्रधानमंत्री 29 मई की शाम पटना एयरपोर्ट टर्मिनल का करेंगे उद्घाटन

प्रधानमंत्री 29 मई की शाम पटना पहुंचेंगे। यहां वे जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे। यह भवन लगभग 1,216 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है और राज्य के हवाई यातायात को नई गति देगा। उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री रात में पटना में ही विश्राम करेंगे। 30 मई को प्रधानमंत्री रोहतास के बिक्रमगंज में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। यह रैली चुनावी दृष्टिकोण से बेहद अहम मानी जा रही है। प्रधानमंत्री का यह दौरा खास तौर पर आगामी विधानसभा चुनाव और हालिया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के संदर्भ महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

 

Chhapra: छपरा में 19.72 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक सुविधायुक्त बस स्टैंड का निर्माण होगा।  जिला परिषद द्वारा इसका निर्माण कराया जाएगा। बस स्टैन्ड का निर्माण करिंगा पंचायत के रतनपुरा मौजा में 5 एकड़ जमीन पर होगा।

जिलाधिकारी अमन समीर ने इसके लिए प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है। यह बस स्टैन्ड विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त होगा। अन्तर्राज्यीय एवं अंतरजिला बसों का परिचालन यहाँ से होगा।  

छपरा शहर में लंबे समय से बस स्टैन्ड की मांग थी। बसों को सड़कों के किनारे पार्क करना पड़ता था। अब जब प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है तो लोगों में ऐसी आस जागी है कि जल्द ही नया बस स्टैन्ड बनकर तैयार हो जाएगा। हालाकी यह देखने वाली बात होगी कि इसका निर्माण कार्य कब से शुरू हो रहा है।

हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी शिक्षकों को नहीं मिला वेतन और पेंशन

नालंदा, बिहारशरीफ :  बिहार राज्य संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ (फैक्टनेब) ने पटना उच्च न्यायालय के न्याय निर्णय के आलोक में संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों के शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को वेतन और पेंशन शीघ्र भुगतान करने की मांग बिहार सरकार से की है।

फैक्टनेब ने स्पष्ट किया है कि एल.पी.ए. संख्या 683/2023 एवं सी.डब्ल्यू.जे.सी. संख्या 808/2019 में पटना हाईकोर्ट ने जो आदेश दिया है वह संबद्ध महाविद्यालयों में वर्षों से सेवा दे रहे शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मियों के हक में एक ऐतिहासिक और समाजोपयोगी निर्णय है। इसके अनुसार सरकार को उनके वेतन और पेंशन की व्यवस्था अविलंब करनी चाहिए।

फैक्टनेब के अध्यक्ष डॉ. शंभुनाथ प्रसाद सिन्हा, महासचिव प्रो. राजीव रंजन और मीडिया प्रभारी प्रो. अरुण गौतम ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा में संबद्ध महाविद्यालयों की भूमिका और वहां कार्यरत कर्मियों की दशकों की सेवाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। न्यायालय ने उनकी दयनीय आर्थिक स्थिति को देखते हुए यह निर्णय सुनाया है जिसे निर्धारित समय सीमा के भीतर लागू किया जाना अनिवार्य है।

प्रो. अरुण गौतम ने बताया कि 30 अप्रैल से राज्यव्यापी “वेतन-पेंशन भुगतान जागरूकता सभा” की शुरुआत की गई है ताकि सरकार पर न्यायालय के निर्णय को लागू करने का दबाव बनाया जा सके।इस कड़ी में अगली संयुक्त सभा 20 मई को अल समस डिग्री कॉलेज अररिया में आयोजित की जाएगी। यह सभा पूर्णिया विश्वविद्यालय, बी.एन. मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा एवं तिलकामांझी विश्वविद्यालय भागलपुर के शिक्षकों की संयुक्त भागीदारी में होगी। इसमें भागलपुर शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विधान पार्षद डॉ. संजीव कुमार सिंह फैक्टनेब के अध्यक्ष डॉ. सिन्हा, सचिव डॉ. रविन्द्र कुमार सहित कई शिक्षाविद और प्रतिनिधि शामिल होंगे।

बोधगया में बौद्ध भिक्षु बनकर रह रहा बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

पटना। बिहार के बोधगया में एक बांग्लादेशी नागरिक को पकड़ा गया है। वह अपनी असली पहचान छुपा कर चोरी छुपे बोधगया के स्लीपिंग बुद्धा मॉनेस्ट्री में बौद्ध भिक्षु बनकर रह रहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

जानकारी के अनुसार बोधगया थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह अपने दल-बल के साथ गश्ती कर रहे थे। यहां स्लीपिंग बुद्धा मॉनेस्ट्री में सुरक्षा के दृष्टिकोण से जांच की गई। बुद्धा इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन में रहने वाले लोगों का सत्यापन किया गया। इस दौरान एक बौद्ध भिक्षु छुपने लगा। पुलिस ने शक के आधार पर उसे पकड़ा और पूछताछ की। पूछताछ में उसने अपनी पहचान 62 वर्षीय प्रापूल चकमा पिता गानेश्वर चकमा घर अरुणाचल प्रदेश का बताया, लेकिन पुलिस काे शक हुआ कि वह अपनी असली पहचान छुपा रहा है। पुलिस उसे बोधगया थाना लेकर आयी और फिर पूछताछ की। इसके बाद उसने अपनी असली पहचान पवन कांति बरुआ पिता सुकेंदु विकास बरुआ निवासी थाना काठ खाली, बांग्लादेश बताई। पुलिस ने असली पहचान छुपाकर रहने के जुर्म में उसे गिरफ्तार कर लिया।

बनवाया था फर्जी आधार कार्ड

बांग्लादेशी नागरिक ने कुछ दिन पूर्व बंग्लादेश से बिना वीजा पासपोर्ट के भारत में प्रवेश किया था और अरुणाचल प्रदेश में जाकर अपना एक फर्जी आधार कार्ड बनवा लिया। इसके बाद बोधगया के बुद्धा इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन (स्लीपिंग बुद्धा) में रहने लगा।

बोधगया थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि बांग्लादेशी नागरिक पिछले 15 दिनों से अपनी असली पहचान छुपा कर यहां रह रहा था। पुलिस ने शक के आधार पर जब पूछताछ की तो उसकी असली पहचान सामने आ गई। अग्रतर करवाई करते हुए उसे जेल भेज दिया गया है।