हांगझू, 29 सितंबर (हि.स.)। एशियाई खेलों में शुक्रवार को 17 वर्षीय पलक ने 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को आठवां स्वर्ण पदक दिलाया, जबकि उनकी हमवतन ईशा ने रजत पदक जीता। इसी के साथ उन्होंने इन खेलों में अपना चौथा पदक जीता।

पलक, जिन्होंने जकार्ता एशियाड के बाद ही शूटिंग शुरू की थी, ने 242.1 के नए एशियाई खेलों के रिकॉर्ड स्कोर के साथ स्वर्ण पर निशाना साधा और अपने प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया।

वहीं, ईशा ने 239.7 के स्कोर के साथ रजत पदक जीता। यह एशियाई खेलों में उनका चौथा पदक था, इससे पहले उन्होंने दो टीम पदक (10 मीटर एयर पिस्टल में रजत, 25 मीटर पिस्टल में स्वर्ण) और 25 मीटर पिस्टल में व्यक्तिगत रजत पदक जीता था।

इससे पहले, स्वप्निल कुसल, ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर और अखिल श्योराण की पुरुष तिकड़ी ने शुक्रवार को 50 मीटर राइफल पुरुषों की 3पी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।

1769 अंकों के साथ टीम इंडिया ने गोल्ड पर कब्ज़ा जमाया, जबकि चीन (1763) और कोरिया गणराज्य (1748) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीते।

इससे पहले, ईशा सिंह, पलक और दिव्या सुब्बाराजू की निशानेबाजी तिकड़ी ने निशानेबाजी में देश का अजेय अभियान जारी रखा और शुक्रवार को चल रहे एशियाई खेलों में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल पिस्टल टीम फाइनल में रजत पदक हासिल किया।

कुल 1731 अंकों के साथ, भारत स्वर्ण पदक से केवल पांच अंक पीछे रहते हुए रजत पदक हासिल करने में सफल रहा, जिसे चीन ने 1736 अंकों के साथ जीता। चीनी ताइपे ने 1723 अंकों के साथ कांस्य पदक हासिल किया।

इससे पहले गुरुवार को सरबजोत सिंह, शिव नरवाल और अर्जुन सिंह चीमा ने यहां हांग्जो एशियाई खेलों में पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल टीम में भारत के लिए एक और स्वर्ण पदक जीता।

मैच-अप में सरबजोत सिंह ने वापसी करते हुए व्यक्तिगत स्पर्धा के फाइनल के लिए पांचवें स्थान पर क्वालीफाई किया। अर्जुन सिंह चीमा ने 8वें स्थान पर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। शिवा नरवाल 14वें स्थान पर रहकर व्यक्तिगत फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में असफल रहे, लेकिन भारतीय टीम का संयुक्त स्कोर स्वर्ण के लिए चीन को एक अंक से मात देने के लिए पर्याप्त था।

1734 अंकों के साथ भारतीय टीम ने स्वर्ण पदक जीता, चीन 1733 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहा और वियतनाम ने 1730 अंकों के साथ कांस्य पदक हासिल किया।

बता दें कि भारतीय निशानेबाज अब तक एशियाई खेलों में छह स्वर्ण सहित 17 पदक जीत चुके हैं। वहीं पदक तालिका में भारत 30 पदकों के साथ अब चौथे स्थान पर आ गया है, जिसमें 8 स्वर्ण, 11 रजत और 11 कांस्य पदक शामिल हैं।

दिल्ली, 28 सितंबर (हि.स.)। भारत में होने वाले एकदिवसीय क्रिकेट विश्वकप के लिए टीम इंडिया ने 15 सदस्यीय दल में बदलाव किया है। एकमात्र बदलाव के तौर पर चोटिल अक्षर पटेल के स्थान पर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को टीम में शामिल किया गया है।

दरअसल, हाल के भारत-ऑस्ट्रेलिया द्विपक्षीय एकदिवसीय श्रृंखला में अक्षर पटेल चोटिल हो गए थे। हालांकि उम्मीद जताई जा रही थी कि उनकी चोट मामूली है और विश्वकप की शुरुआत से पहले वो स्वस्थ हो जाएंगे लेकिन टीम इंडिया के मैनेजमेंट को तब झटका लगा जब आखिरी समय में अक्षर की रिकवरी में और समय लगने की बाद फीजियो टीम ने कही।

इसके बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की चयन समिति, कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा के बीच चर्चा के बाद आर. अश्विन के नाम पर मुहर लगी। फिलहाल अश्विन भारतीय क्रिकेट टीम के साथ गुवाहाटी पहुंचे हैं। टीम इंडिया अपने दो अभ्यास मैचों में पहला मुकाबला 30 सितंबर को इंग्लैंड के खिलाफ गुवाहटी के मैदान पर खेलेगी। वैसे भारतीय टीम का वर्ल्ड कप 2023 में पहला मुकाबला 8 अक्टूबर को चेन्नई के मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होगा।

एकदिवसीय विश्वकप 2023 के लिए 15 सदस्यीय भारतीय टीम :

रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, ईशान किशन (विकेटकीपर), केएल राहुल (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या (उप-कप्तान), सूर्यकुमार यादव, रवींद्र जडेजा, आर अश्विन, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव।

हांगझू, 28 सितंबर (हि.स.)। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने एशियाई खेलों के पूल-ए के मैच में गत चैम्पियन जापान को 4-2 से हरा दिया है। इस जीत के साथ भारतीय टीम ने अब तक पूल-ए के अपने तीनों मैच जीत लिए हैं और सेमीफाइनल की ओर कदम बढ़ा दिया है।

जापान के खिलाफ इस मैच में भारत ने पहले क्वार्टर में ही गोल दाग कर अपना दबदबा बनाए रखा। पेनल्टी कॉर्नर पर युवा स्ट्राइकर अभिषेक ने रिवर्स स्टिक से गोल दागा। पहला क्वार्टर अपने नाम करने के बाद भारतीय टीम ने रफ्तार और बढ़ाई। हालांकि जापान ने भी तेजी दिखाते हुए कई स्ट्राइक किए लेकिन भारतीय गोलकीपर सारी कोशिशों को बेकार कर दिया। इस बीच 24वें मिनट में मनदीप सिंह ने एक और गोल दागकर भारत की बढ़त को 2-0 कर दिया। इस तरह दूसरे क्वार्टर में भी भारत का ही जलवा रहा।

तीसरे क्वार्टर में भी टीम इंडिया का हमला जारी रहा। इसी का नतीजा रहा कि 34वें मिनट में भारतीय टीम को मिले पेनल्टी कॉर्नर को अमित रोहिदास ने ड्रैग फ्लिक के जरिए शानदार गोल किया। तीसरे क्वार्टर में भी गत चैम्पियन जापान की टीम को गोल करने में कोई सफलता नहीं मिली।

खेल का अंतिम क्वार्टर भी भारतीय खिलाड़ियों ने नाम रहा। मैच के चौथे क्वार्टर में भारतीय खिलाड़ी अभिषेक ने अपना दूसरा और टीम का चौथा गोल किया। इस गोल ने भारत की जीत को सुनिश्चित कर दिया। हालांकि जापान की टीम को खेल के आखिरी क्षणों में दो सफलता जरूर मिली लेकिन वो मैच जीतने के लिए नाकाफी थी। 57वें मिनट में जेनकी मितानी और 60वें मिनट में रयोसी काटो ने गोल कर जापानी टीम के स्कोर में इजाफा किया।

बता दें कि भारतीय हॉकी टीम ने पूल-ए के पूर्व के दो मैचों में उज्बेकिस्तान को 16-0 से और सिंगापुर को 16-1 से शिकस्त दी थी। ऐसे में जापान को हराकर भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने सेमीफाइनल के लिए मजबूत दावेदारी पेश की है। भारतीय टीम का अब 30 सितंबर को पाकिस्तान से सामना होगा।

भारत में पिंडदान करने का कई धार्मिक स्थल है पिंडदान किसी भी पवित्र स्थान पर किया जा सकता है. लेकिन गया जी पिंडदान करने का विशेष महत्व है. गया जी में पिंडदान करने से सात पीढियों का मोक्ष की प्राप्ति होती है तथा परिवार में सुख शांति कायम रहता है। जिस व्यक्ति का पिंडदान गया में किया जाता है उसकी आत्मा का शांति मिलती है। सनातन धर्म में यह मान्यता है की गया में श्राद्ध करने से व्यक्ति को आत्मा का शांति मिलती है। 

(1) ब्रह्मा जी ने गयासुर को वरदान दिया था जो भी लोग गया में पितृपक्ष के अवधि में इस स्थान पर अपने पितरो को पिंडदान करेगा उनको मोक्ष मिलेगा.

(2 ) श्रीराम जी के वन जाने के बाद दशरथ जी का मृत्यु हुई और सीता जी ने यहाँ दशरथ जी की प्रेत आत्मा को को पिंड दिया था .उस समय से यह स्थान को पिंड दान करने तथा तर्पण करने से दशरथ जी ने माता सीता का दिया हुआ पिंडदान स्वीकार किया था.

(3 गया में पुत्र को जाने तथा फल्गु नदी में स्पर्श करने से पितरो का स्वर्गवास होता है .

(4 ) गया क्षेत्र में तिल के साथ समी पत्र के प्रमाण पिंड देने से पितरो का अक्षयलोक को प्राप्त होता है .
यहाँ पर पिंडदान करने से ब्रह्हत्या सुरापान इत्यादि घोर पाप से मुक्त होता है .

(5 ) गया में पिंडदान करने से कोटि तीर्थ तथा अश्वमेध यज्ञ का फल मिलता है। यहाँ पर श्राद्ध करने वाले को कोई काल में पिंड दान कर सकते है साथ ही यहाँ ब्राह्मणों को भोजन करने से पितरो की तृप्ति होती है.

(6 ) गया में पिंडदान करने के पहले मुंडन कराने से बैकुंठ को जाते है साथ ही काम, क्रोध, मोक्ष को प्राप्ति होती है.

(7) यहाँ पर उपस्थित फल्गू नदी, तुलसी, कौआ, गाय, वटवृक्ष और ब्राह्मण उनके द्वारा किए गए श्राद्धकर्म की गवाही देते है .

गया में तर्पण का का रहस्य
यहाँ माता सीता ने तर्पण किया था गया में पिंडदान करने से आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति होती है इसलिए इस स्थान को मोक्ष स्थली भी कहा जाता है। बताया जाता है कि गया में भगवान विष्णु स्वयं पितृदेव के रूप में निवास करते हैं। गया में श्राद्ध कर्म और तर्पण विधि करने से कुछ शेष नहीं रह जाता और व्यक्ति पितृऋण से मुक्त हो जाता है.

संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

आज का पंचांग
दिनांक 29/ 09 /2023 शुक्रवार
भाद्रपद शुक्लपक्ष पूर्णिमा
दोपहर 03:26 उपरांत प्रतिपदा
विक्रम सम्वत :2080
नक्षत्र :उतराभाद्रपद
रात्रि 11:18 उपरांत रेवती
चन्द्र राशि मीन
सूर्योदय 05:41 सुबह,
सूर्यास्त :05:39 संध्या
चंद्रोदय :05:44 संध्या
चंद्रास्त : आज नहीं है
लगन : कन्या 07:06 सुबह
उपरांत तुला लगन
ऋतू : वर्षा
चौघडिया,
दिन चौघड़िया:
चर 05:41सुबह 07:10 सुबह
लाभ 7:10 सुबह 08:40 सुबह
अमृत 08:40 सुबह 10:10 सुबह
काल 10:10 सुबह 11:40 सुबह,
शुभ 11:40 सुबह 01:09 दोपहर
रोग 1:09 दोपहर 02:39 दोपहर,
उद्देग 02:39 दोपहर 04:09 संध्या
चर 04:09 संध्या 05:39 संध्या
राहुकाल
सुबह 10 :10 से11:40 दोपहर
अभिजित मुहूर्त
सुबह 11:16 से 12:04 दोपहर
दिशाशूल :पच्छिम
यात्रा विचार : आज कही यात्रा पर जाने के पहले दही खाकर यात्रा करे यात्रा पूर्ण होगा.

आज का राशिफल

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
अपनों के साथ रिश्तों में मजबूती देखने को मिलेगी। घर में मन कम लगेगा तथा बाहर समय व्यतीत होगा। दोस्तों के साथ घूमने जाने का प्लान बन सकता है। सहकर्मियों को लेकर शंका रहेगी।
लकी नंबर 1 लकी कलर स्लेटी

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
परिवार को पर्याप्त समय दे पाने में अक्षम होंगे तथा इस कारण मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं। विवाहित लोगों का मन कही और लगेगा जिससे प्रेम संबंधों में नीरसता का भाव उत्पन्न हो सकता है।
लकी नंबर 6 लकी कलर केसरी

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन मेहनत का फल मिलेगा तथा आराम भी करने को मिलेगा। दिन का ज्यादातर समय घरवालों के साथ व्यतीत होगा तथा कोई बात होगी जो मन ही मन खुश करेगी।
लकी नंबर 4 लकी कलर नीला

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आर्थिक जीवन में वृद्धि के आसार है तथा मनचाहे परिणाम मिलेंगे। किसी अनजाने व्यक्ति से सहयोग प्राप्त होगा तथा जीवन को एक नयी दिशा मिलेगी। समाज में मान-सम्मान में वृद्धि देखने को मिलेगी।
लकी नंबर 8 लकी कलर पीला

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
मन रचनातमक कार्यों में लगेगा तथा कुछ ऐसा करेंगे जिससे सभी आपको लेकर प्रसन्न होंगे। किसी अपने से मिलना भी होगा तथा पुरानी बाते ताजा होंगी। घर में भी सबकुछ सुख-शांति से रहेगा।
लकी नंबर 1 लकी कलर गुलाबी

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
किसी कार्यक्रम में जाने का प्लान बन सकता हैं तथा ज्यादातर समय उसी की तैयारियों में रहेगा। घर पर सभी आपको लेकर सकारात्मक रवैया अपनाएंगे तथा आप भी पहले की अपेक्षा खुश नजर आएंगे।
लकी नंबर 4 लकी कलर भूरा

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
काम की अधिकता ज्यादा रहेगी तथा आराम करने का अवसर कम ही मिलेगा। एक साथ कई काम आ सकते हैं जिससे उलझन की स्थिति भी बन सकती हैं। ऐसे में कार्यकुशलता का परिचय देना होगा।
लकी नंबर 2 लकी कलर ग्रे

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
सरकारी नौकरी करते हैं तो कही से अच्छा समाचार सुनने को मिलेगा। कोई काम कुछ दिनों से अटका हुआ पड़ा था तो वह आज के दिन किसी के सहयोग से पूर्ण हो जाएगा।
लकी नंबर 5 लकी कलर महरून

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
जोखिम भरे किसी भी व्यवसाय या काम में निवेश करने से बचे अन्यथा बाद में जाकर यह नुकसानदायक सिद्ध होगा। मन में किसी बात को लेकर प्रसन्नता रहेगी लेकिन वह कुछ समय के लिए ही होगी।
लकी नंबर 3 लकी कलर आसमानी

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
खर्चों पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता हैं अन्यथा आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। घर के किसी काम से बाहर जाना हो सकता हैं तथा पूरा दिन उसी में व्यतीत होगा।
लकी नंबर 9 लकी कलर संतरी

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
महिला मित्र के साथ संबंधो में मजबूती आएगी। नौकरी से आराम मिलेगा तथा ज्यादा काम नही होगा। घर के कामों को लेकर व्यस्तता रहेगी। करीबी रिश्तेदारों का घर पर आना होगा।
लकी नंबर 7 लकी कलर हरा

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
प्रेमी के साथ कुछ अनकहे पल साँझा होंगे तथा रोमांस में वृद्धि होगी। उनके साथ भविष्य की रणनीति पर चर्चा होगी तथा एक-दूसरे को और अच्छे से जानने में मदद मिलेगी। घर का माहौल सकारात्मक रहेगा।
लकी नंबर 8 लकी कलर श्वेत

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष , वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847

Chhapra: बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा/ सेटिंग करने की योजना को पुलिस ने विफल किया है। उक्त परीक्षा का आयोजन आगामी 1 अक्टूबर को होना है। पुलिस ने एक फॉर्च्यूनर गाड़ी के साथ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण तथा अन्य सामान को जब्त किया है।

  

सारण पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि दिनांक 28.09.2023 को गुप्त सूचना मिली कि खैरा थानान्तर्गत ग्राम खुदाईबाग स्थित पानी टंकी के पास काला रंग के फॉर्च्यूनर गाड़ी से कुछ अज्ञात व्यक्ति आगामी बिहार पुलिस परीक्षा में छपरा के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर सेटिंग कराने, नौकरी दिलवाने का फर्जी एवं अवैध काम करने वाले इलेक्ट्रॉनिक डिवाईस एवं अन्य सामान के साथ इकट्ठा हुए हैं।

उक्त सूचना पर आवश्यक कार्रवाई करते हुए पुलिस जब खुदाईबाग स्थित पानी टंकी के पास पहुंची तो कुछ व्यक्ति पुलिस दल को देखकर भाग गये। भागे स्थान पर से एक फॉर्च्यूनर गाड़ी एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरण तथा अन्य सामान को जब्त किया गया।

इस संबंध में खैरा थाना काण्ड संख्या-359/23, दिनांक-28.09:23 धारा 419/ 420/467/468/120 (बी) / 414 भा0द0वि0 एवं 66 (डी) आई.टी. एक्ट तथा 3 बिहार एक्जामिनेशन कंडक्ट एक्ट दर्ज कर इस गिरोह में संलिप्त सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु  पुलिस छापेमारी कर रही है।

पुलिस ने  फॉर्च्यूनर वाहन से 10 वॉकी टॉकी, 20 वॉकी टॉकी स्टैण्ड, 4 हॉकी स्टिक, विभिन्न स्कूलों का नाम लिख हुआ पेपर, 19 रेडियो वॉकी टॉकी बैट्री, 30 ब्लूटूथ,  30 केबल सहित चार्जर, 28 पीस असेम्बल किया हुआ डिवाईस (एंटी जैमर) , 55 पीस वॉच बैट्री, दो मोबाईल बरामद कर जब्त किया है।  

इसे बरामद करने वाली  पुलिस की टीम में पु०अ०नि० स्वर्ण सुप्रिया, पु0अ0नि0 राजकुमार झा, दोनों खैरा थाना एवं पुलिस कर्मी थें।  

सारण में युवक युवती ने थाने में लिए सात फेरे, 3 वर्षों से चल रहा था प्रेम प्रसंग

Manjhi: तीन साल से चल रहे प्रेम- प्रसंग जब परवान चढ़ा तो गुरुवार को सामाजिक पहल पर दोनों पक्षो की रजामंदी से दाउदपुर थाना परिसर में स्थित शिव-पार्वती स्थान पर प्रेमी व प्रेमिका की शादी करा दी गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार दाउदपुर थाना क्षेत्र के जगतिया गांव निवासी रामनरेश शर्मा के पोता विकाश कुमार शर्मा की जलालपुर थाना क्षेत्र के सुकसेना गांव निवासी उपेंद्र शर्मा की पुत्री के साथ पिछले तीन साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जिसको लेकर लड़की की माँ ने पुलिस से भी शिकायत की थी।

इस बीच कुछ लोगों की पहल पर प्रेमी युवक व प्रेमिका के साथ दोनों पक्ष के लोग दाउदपुर थाना पहुंचे।

जहां समाजिक प्रयास के बाद दोनों पक्ष के लोग लड़का व लड़की की शादी करा देने को तैयार हो गए। जिसके बाद दोनों पक्ष की आपसी राजी-खुशी से लड़का व लड़की ने एक-दूसरे के गले में माला डाला। उसके बाद शिव व पार्वती को साक्षी मानकर शादी के वचन को निभाने के लिए सात फेरे लिए। लड़का ने लड़की की मांग में सिंदूर डाला और दोनों ने जीवन भर साथ निभाने का संकल्प लिया। जहां लोगों ने वर व वधु को आशीर्वाद दिए।

मौके पर पुलिसकर्मी समेत नरेश शर्मा, पप्पू शर्मा, बड़े सिंह, असलम अंसारी, दिनेश शर्मा, रेखा देवी समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

कोपा मे भारत शिक्षा यात्रा के काफिला का हुआ भव्य स्वागत

जलालपुर: अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के तत्वावधान मे आयोजित भारत शिक्षा यात्रा का काफिला गुरूवार की देर संध्या कोपा पहुंचा. जहां शिक्षकों द्वारा रथ यात्रियों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया.

मौके पर अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष रामवतार पांडेय ने शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जबतक भारत सरकार पुरानी पेंशन योजना एव सामान्य शिक्षाणीत तथा एक समान वेतनमान लागू नहीं करती है तबतक हमारा आंदोलन चलता रहेगा.

रथ पर सवार शिक्षक नेताओं को माला एव अंगवस्त्र देकर जलालपुर प्रखंड के शिक्षकों द्वारा सम्मानित किया गया. बाद मे काफिला छपरा की ओर प्रस्थान कर गया जहां जिले भर के सैकड़ो शिक्षकों ने स्वागत कार्यक्रम मे भाग लिया.

मौके पर प्रधान सचिव दिनेश सिंह, जिला सचिव उमेश यादव, पप्पू सिंह, राजेश तिवारी, दिलीप कुमार सिंह,सुरेन्द्र राम, कन्हैया महतो, प्रसिद्ध सिंह, अखिलेश्वर शर्मा, गोपेश पांडेय, डा राजेश यादव, जयबाबू साह, परशुराम यादव, कृष्णा यादव सहितअन्य दर्जनो शिक्षक भी थे.

इसुआपुर में शास्त्र मर्मज्ञ विद्वान पंडितों की हुई बैठक, 7 अक्टूबर को मनाए जीवत्पुत्रिका व्रत

Isuapur: इसुआपुर बाजार स्थित बिशुनपुरा धर्मशाला परिसर में जिले के शास्त्र मर्मज्ञ विद्वान पंडितो, मनीषियों, आचार्यों की बैठक पूर्व प्राचार्य आचार्य सुधाकर दत्त उपाध्याय की अध्यक्षता में हुई। जिसमें व्रत त्योहारों की तिथि में अलग-अलग तर्क व मतभेदों पर विस्तार से मंथन व चर्चा की गई।

जीवत्पुत्रिका व्रत के बारे में बताया गया कि 7 अक्टूबर को अष्टमी तिथि में सूर्योदय हो रहा है। जीवत्पुत्रिका का व्रत उदय कालीन अष्टमी तिथि को ही किया जाना चाहिए। सप्तमी अष्टमी यानी जीवात्पुत्रिका व्रत कदापि करने योग्य नहीं है।

” यात्रोदयं वै कुरुते दिनेश: तथा भवएज्जईवइत पत्रिका सा ”

साथ ही कहा गया कि ज्योतिषशास्त्र षट्शास्त्रों का नेत्र है। इस शास्त्र में मानव जीवन के कल्याणार्थ मांगलिक मुहूर्त निर्धारित किए गए हैं।

” देवता मंत्राधीना ते मंत्रा: ब्रह्मणाधीना ” अर्थात् चतुर्वर्गाश्रम व्यवस्था महाराज मनु के द्वारा रचित ग्रंथ में इसकी विशद व्याख्या की गई है। सभी वर्णों में ब्राह्मणों को श्रेष्ठ माना गया है। क्योंकि ब्राह्मण ही समाज का सम्यक दशा और दिशा के ज्ञान और भान कराने वाले होते हैं। जीवत्पुत्रिका व्रत की तिथि के बारे में वैसे तो ” नैकोमतिर्यस्य मतं विभिन्ने ” इस सिद्धांत के द्वारा महाजनों येन गत: स पश्चात ” इस निर्णय से मनीषियों के द्वारा प्रत्येक व्रत त्योहारों के संबंध में अपना सटिक, उचित एवं व्यवहारयुक्त निर्णय दिया गया है। प्रत्येक व्यावहारिक पंचांगों में किसी भी व्रत त्यौहार के संबंध में ठोस प्रमाणों के द्वारा सही निर्णय दिया जाता रहा है।

वहीं निर्णय सर्वजन हृदयग्राही माना जाता रहा है। किंतु इस वर्ष जीवत्पुत्रिका व्रत के संबंध में विगत निर्णयों को दरकिनार करते हुए कुछ भ्रामक, तथ्यहीन एवं परंपरा से हटकर पंचांगकारों ने ब्राह्मण समाज को आपस में वाद विवाद कराने का कार्य किया है।

पूर्व प्राचार्य आचार्य रामेश्वर दुबे ने कहा कि आज भी इस समाज में शास्त्रों के मर्मज्ञ मनीषी विद्वान विद्यमान हैं। विद्वानों, ब्राह्मणों को समाज में जो इज्जत, प्रतिष्ठा मिल रही है, हमें उसे बरकरार रखना होगा। खासकर हमारी अगली पीढ़ी को अपने शिक्षा, संस्कार, चरित्र व कर्तव्यों से हमारी संस्कृति को संजोए रखना होगा।

बैठक में पूर्व प्राचार्य आचार्य यदुनंदन पाठक, पूर्व प्राचार्य आचार्य भागवत पाठक, पूर्व प्राचार्य आचार्य सुरेन्द्र उपाध्याय, पूर्व प्राचार्य आचार्य विश्वनाथ तिवारी, पूर्व प्राचार्य आचार्य रामेश्वर दुबे, आचार्य अशोक तिवारी, शिक्षक आचार्य बबन तिवारी, आचार्य अनंत उपाध्याय, पंडित नंदकिशोर चतुर्वेदी, हरिवंश दुबे, दीपक शांडिल्य, सुजीत चौबे, कमलाकांत तिवारी, वशिष्ठ नारायण पांडेय व अन्य थे।

अनंत चतुर्दशी पर गुरुवार को सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से ही रही। लोगों ने भगवान को जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की। बड़ी संख्या में महिलाओं ने पूजा-अर्चना कर कथा श्रवण किया।  सुबह ही श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर जलार्पण करके मंगलकामना किया। जलार्पण के बाद श्रद्धालु मंदिर परिसर में विभिन्न अनुष्ठान संपन्न कराए।

शास्त्रों के अनुसार महाभारत में युधिष्ठिर ने श्रीकृष्ण से कष्टों के निवारण के संबंध में पूछा था। इसके जवाब में भगवान ने अनंत चतुर्दशी पर व्रत, पूजा और कथा सुनने को कहा। उसी समय से यह परंपरा चली आ रही है। इस दिन महिला और पुरुष व्रत रखकर कथा सुनते हैं। साथ ही हाथ पर अनंत डोरा बांधा जाता है। कहते हैं कि दस दिनों तक डोरा बांधने सभी तरह के कष्टों का निवारण हो जाता है और इच्छा पूरी होती है।

अनंत चतुर्दशी के दिन पूजा के बाद बाजू में बांधे जाने वाले अनंत सूत्र में 14 गांठें होती हैं। पुराणों के अनुसार ये चौदह गांठों वाला अनंत सूत्र 14 लोकों भू, भुव, स्व, मह, जन, तपो, ब्रह्म, अतल, वितल, सतल, रसातल, तलातल, महातल और पाताल लोक के प्रतीक हैं। अनंत सूत्र की हर गांठ हर लोक का प्रतिनिधित्व करता है।इसके अलावा अनंत चतुर्दशी के दिन बांधें जाने वाले रक्षासूत्र की 14 गांठें भगवान विष्णु के 14 रूपों अनंत, ऋषिकेश, पद्मनाभ, माधव, वैकुण्ठ, श्रीधर, त्रिविक्रम, मधुसूदन, वामन, केशव, नारायण, दामोदर और गोविन्द का प्रतीक भी मानी जाती है।

Chhapra: छपरा में 44वीं जिला स्तरीय भारोत्तोलन प्रतियोगिता का आयोजन 1 अक्टूबर को खेल भवन में किया जाएगा। प्रतियोगिता का उद्घाटन एमएलसी सच्चिदानंद राय करेंगे। इस प्रतियोगिता में जिले के चुनिंदा डेढ़ सौ खिलाड़ी शामिल होंगे। पहली बार जिला स्तर की प्रतियोगिता बृहद स्तर पर किया जा रहा है जिसमें सारण जिले के पुरूष और महिला प्रतिभागी शामिल होंगे।

आयोजन समिति के अध्यक्ष CA अमित कुमार ने सम्बोधित किया और कहा कि छपरा के खेल भवन में एक दिवसीय भारोत्तोलन प्रतियोगिता का आयोजन 1 अक्टूबर को किया जाएगा। जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस प्रतियोगिता में 5 श्रेणी (उम्र 9 से 20+ ) के प्रतिभागी शामिल होंगे। आयोजन समिति खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा देगी और इस प्रतियोगिता को ऐतिहासिक बनाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन से खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ता है । उन्होंने कहा कि बच्चे सिर्फ नौकरी के लिए ही खेल में आते हैं लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए बल्कि बच्चों को खेल -खेल भावना से खेलना चाहिए । ऐसा करके वह अपने राज्य और राष्ट्र का नाम रोशन कर सकते हैं 44वी सारण जिला भारोत्तोलन प्रतियोगिता 1 अक्टूबर को, एमएलसी सच्चिदानंद राय करेंगे उद्घाटन।

सारण जिला भारोत्तोलन संघ के उपाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार सिंह ने भी सम्बोधित किया और कहा कि विधान पार्षद सच्चिदानंद राय ने समिति के आग्रह पर प्रतियोगिता के उद्घाटन की स्वीकृति दे दी है। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय भारतोलन प्रतियोगिता इस बार भव्य तरीके से आयोजित किया जाएगा और खिलाड़ियों को आकर्षक पुरस्कार भी दिया जाएगा।

बैठक को प्रदेश सचिव सुरेश प्रसाद सिंह ने सम्बोधित किया और संगठन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान अभय प्रकाश ,सौरभ कुमार ट्विंकल, चन्द्रप्रकाश राज, प्रो.देवेश चन्द्र राय मौजूद रहे।

Chhapra: पैगम्बरे इस्लाम हजरत मुहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम के यौम-ए-पैदाइश के मौके पर रविवार को जिला भर में धूमधाम से जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया. इस दौरान मुस्लिम समुदाय में एक अलग ही रौनक दिखाई दे रही थी. मानो जुलूस में शामिल होने के लिए पूरा जनसैलाब उमड़ पड़ा हो. सिर पर हरा, गुलाबी साफा बांध रंग बिरंगे साफ-शफाफ कपड़ों में सजे लोग एक हाथ में मजहबी परचम तो दूसरे हाथ में तिरंगा थाम इसे लहराते हुए माहौल को नूरानी बना रहे थे.

जुलूस में शामिल ऊंट, घोड़े और तरह-तरह की झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं तो हर तरफ नबी की आमद मरहबा, सरकार की आमद मरहबा, हुजूर की आमद मरहबा, आका की आमद मरहबा की सदाएं बुलंद होती रहीं. ओलेमा जहां दरूद-व-सलाम पेश कर रहे थे वहीं शायर व नातख्वां तरन्नुम में मनकबत, हम्द और नात पेश कर माहौल को सरशार कर रहे थे. जुलूस में युवा और बुजुर्गों के अलावा बच्चों का उत्साह भी देखते ही बन रहा था. बग्घी, दुपहिया और चार पहिया वाहनों पर सवार होकर लोग जुलूस में शामिल हुए.

रास्ते भर जुलूस में शामिल लोगों के लिए मुस्लिम व हिन्दू भाइयों की ओर से चाय व खाने पीने की चीजों का वितरण भी होता रहा. नबी के दिवानों पर कई जगह लोगों ने फूल भी बरसाए. वहीं शहर के मध्य में अवस्थित दारूल उलूम नईमिया, जामा मस्जिद में रात भर जलसा चला. जिसमें देश भर के मशहूर ओलेमा ने नबी के सीरत और तालीम पर रोशनी डाली. शायरों ने भी समां बांधा.

सुबह की नमाज के बाद जुलूस निकला जो साहेबगंज, हथुआ मार्केट, थाना चौक, मजहरुल हक पथ, डाकबंगला रोड, मालखाना चौक, सदर अस्पताल, दरोगा राय चौक होते हुए जुमनी मस्जिद तक गया जहां नबी की सीरत को ब्यान किया गया और सलात-ओ-सलाम पर जलूस समाप्त हुआ.

दारूल उलूम रजविया के तत्वावधान में मौलाना रज्जबुल कादरी की कयादत में निकला जुलूस बड़ा तेलपा, चांदनी चौक, बिचला तेलपा, कोरार, न्यू कालोनी, छोटा तेलपा, कटहरी बाग, करीमचक, सरकारी बाजार, खनुआ होते हुए कुंवारे पीर बाबा के मजारपर पहुंचा. जहां सलात-ओ-सलाम पर जुलुस मुकम्मल हुआ.

इस के साथ ही ब्रह्मपुर से हाजी आफताब आलम की कयादत में जुलूस ने पूर्वी छोर से पश्चिम तक पूरे शहर का दौरा किया. इसके अलावा मिर्चईया टोला, गडही तीर, दहियावां आदि शहरी इलाकों समेत ग्रामीण क्षेत्र के बनियापुर, कोपा, मशरक, मानपुर, खैरा, दिघवारा, एकमा, दाऊदपुर, लहलादपुर, तरैया, नगरा, मकेर, अमनौर, सोनपुर, दरियापुर, मिर्जापुर, तुजारपुर आदि जगहों पर भी मजहबी जोश, आपसी सद्भाव व देश प्रेम के अद्भुत जज्बा के साथ जुलूस-ए-मुहम्मदी का आयोजन किया गया.