नई दिल्ली: नए नौसेना प्रमुख के रूप में मंगलवार को एडमिरल सुनील लांबा ने कमान संभाली. उन्होंने कमान संभालने के बाद देश के समुद्री सीमा क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने का संकल्प लिया. नेविगेशन एवं डायरेक्शन के विशेषज्ञ 58 वर्षीय लांबा के पास नौसेना प्रमुख के रूप में तीन वर्ष का कार्यकाल होगा. उन्होंने एडमिरल आर के धवन के बाद नौसेना प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली है. धवन सेवानिवृत्त हो गए हैं.

सुनील लांबा नेविगेशन और डायरेक्शन के विशेषज्ञ माने जाते हैं. 30 साल से ज्यादा के सेवा काल में उनका अच्छा खासा परिचालन संबंधी अनुभव रहा है. उन्होंने डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज से अपनी पढ़ाई की थी. वह आईएनएस सिंधुदुर्ग (कवरत्ति), आईएनएस दौनागिरी, आईएनएस रणविजय, आईएनएस हिमगिरी, आईएनएस मुंबई के नेविगेशन ऑफिसर के तौर पर काम कर चुके हैं.

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छपरा: सदर अस्पताल में नवजात शिशुओं के लिए सीक न्यू बॉर्न केअर यूनिट आईसीयू का उद्घाटन क्षेत्रीय स्वास्थ्य अपर निदेशक डॉ बी.के. उपाध्याय द्वारा किया गया.

इस न्यू बॉर्न केअर यूनिट के माध्यम से नवजात शिशुओं के गहन उपचार के लिए सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. करीब 4 करोड़ की लागत से स्थापित यह आईसीयू 24 घंटे लगातार कार्य करेगा वहीं 16 चिकित्साकर्मियों की टीम को इसके क्रियान्वयन के लिए पदस्थापित किया गया है.

विदित हो कि जन्म के बाद नवजात शिशुओं के गहन उपचार के लिए सदर अस्पताल में समुचित सुविधा मौजूद नहीं रहने के कारण अभिभावक उन्हें पटना, मुजफ्फरपुर या बनारस ले जाते थे और कई बार तो समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण कुछ बच्चों की रास्ते में ही मृत्यु हो जाती है. छपरा में इस सुविधा के शुरू होने से नवजात शिशुओं के मृत्यु दर में कमी आएगी.

आईसीयू में मिलने वाली प्रमुख सुविधाएं:-

#वार्मर थेरोपी

#फ़ोटो थेरोपी

#सैक्शन मशीन

#ऑक्सीजन

#पैथोलॉजिकल जाँच

#वातानुकूलित भवन

#100 केवी का साउंडलेस जेनेरेटर

#चार वरीय चिकित्सक

#12 ए ग्रेड नर्स

इसके अतिरिक्त एक्स-रे, पैथोलॉजी एवं अतिरिक्त वार्ड की भी व्यवस्था इस आईसीयू में की गई है.

सीवान: महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने अपने संसदीय क्षेत्र के भगवानपुर हाट में 274 दिव्यांग बंधुओं के बीच ट्राईसाईकिल एवं अन्य सहायक उपकरणों का वितरण किया. bhagwanpur

सभी उपकरणों का वितरण भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ‘एडिप’ योजना के अंतर्गत किया गया. 

इस अवसर पर भगवानपुर के कई सामाजिक कार्यकर्त्ता, आम जनता एवं दिव्यांग भाई-बहनों के परिजन मौजूद रहे.

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रसूलपुर: चैनपुर-रसूलपुर मार्ग पर मोटरबाइक पर सवार अपराधियों ने दिन-दहाड़े हथियार के बल पर आलू व्यवसायी के कर्मचारी से 3 लाख 50 हजार रूपए लूट लिए हैं.

कर्मचारी ने घटना के सन्दर्भ में बताया कि रोजाना की तरह वो बैंक में रूपए जमा कराने के लिए जा रहा था तभी मोटरबाइक पर सवार बन्दुकधारी अपराधियों ने बैंक ऑफ़ इंडिया के समीप डरा-धमका कर उससे रूपए लूट कर फरार हो गए.

दिनदहाड़े हुई लूट की इस घटना से इलाके के लोगों में भय व्याप्त है वहीं एकमा और रसूलपुर क्षेत्र के व्यवसायियों में इस लूट-कांड से काफी रोष है.सम्बंधित थानाक्षेत्र की पुलिस मामले की जांच कर रही है.

छपरा: समाज के दलित और पिछड़े  वर्ग में शिक्षा के समुचित प्रचार-प्रसार से ही भारतीय समाज का सर्वांगीण विकास और उत्थान संभव है.  पूर्ण साक्षर भारत बनाने का संकल्प आज हर भारतीय को लेना चाहिए. अनपढ़ लोगों को साक्षर बनाने की दिशा में हम सब को मिलकर सार्थक प्रयास करना होगा.

उक्त बातें सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के प्राचार्य रामदयाल शर्मा ने विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा शहर के दलित बस्ती में आयोजित साक्षरता अभियान के समापन सत्र के दौरान कही.

पिछले एक सप्ताह से विद्या मंदिर के भैया-बहन विद्यालय के नेतृत्व में शहर के तमाम दलित बस्ती के लोगों के बीच साक्षरता अभियान चला रहे हैं. इस दौरान वैसे लोग जो गरीबी के कारण पढ़ना-लिखना नहीं सीख पाये उन्हें विद्यालय के बच्चों द्वारा अक्षर का बोध कराते हुए साक्षर बनाया गया.

इस साक्षरता अभियान में विद्यामंदिर के कई छात्र-छात्राओं ने काफी उत्साह के साथ भाग लिया. विद्यालय के छात्र सिद्धार्थ ने बताया कि समाज में सबको पढ़ने का हक़ है. स्वयं की शिक्षा के साथ गरीबों की बस्ती में आकर शिक्षा का प्रसार करने में आनंद की अनुभूति होती है.

समापन सत्र में विद्या मंदिर की टीम राजेन्द्र कॉलेज के पास बने दलित बस्ती पंहुची जहां कई निरक्षर पुरुष एवं महिलाओं को अक्षर बोध कराया गया. दलित बस्ती में रहने वाली 18 वर्षीया आरती जो अबतक अंगूठा लगाया करती थी उसने आज अपना नाम लिखना सीख लिया जिसके लिए उसने विद्यालय परिवार का ह्रदय से आभार व्यक्त किया.

इस साक्षरता अभियान में विद्यालय समिति के सुरेश सिंह, विद्यालय के छात्र-छात्राओं समेत कई आचार्यगण उपस्थित रहे.

विशेष संवाददाता 

समस्तीपुर: केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना मिड-डे-मिल के अंतर्गत सरकारी विद्यालयों के प्रत्येक बच्चे को भोजन करने की थाली उपलब्ध हो सके इसके लिए समस्तीपुर जिलाधिकारी ने अपने जिले में ‘समर्पण’ नामक एक अनोखी योजना का शुभारम्भ किया है.

बिहार राज्य मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत विद्यालयों के बच्चों को भोजन करने के लिए थाली उपलब्ध कराई जाती है, पर सीमित संसाधनों के बीच लाभुकों की संख्या के अनुरूप विद्यालयों में थाली उपलब्ध नहीं हो पा रही है.

इस परेशानी का हल ढूंढते हुए समस्तीपुर जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने जिला प्रशासन के साथ एक बैठक कर थाली दान योजना ‘समर्पण’ की नींव रखी. बैठक में सर्वसम्मति से जनसहयोग के माध्यम से घर-घर से थाली दान करने की योजना को मूर्त रूप दिया गया.

इस थाली दान योजना के शुभारम्भ के साथ ही तमाम प्रशासनिक अधिकारियों,जनप्रतिनिधियों, स्कूल के शिक्षक एवं आम नागरिकों ने पूरे मन से अपनी इच्छानुसार थाली का समर्पण किया. योजना के उद्घाटन के दिन ही लगभग 21 हजार थाली को एकत्र कर लिया गया.

जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने बताया कि जिले में कक्षा 1 से 8 तक मध्याह्न भोजन का नियमित लाभ उठाने वाले लगभग 5 लाख 60 हजार बच्चे है. ऐसे में सभी बच्चों को थाली उपलब्ध हो सके इसके लिए सरकार के साथ-साथ जनसहयोग की भूमिका भी अतिआवश्यक है. जिसे देखते हुए थाली दान महादान ‘समर्पण’ योजना की शुरुआत की गई है. विद्यालयों में पर्याप्त मात्रा में थाली उपलब्ध होने से बच्चों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा और जो समय बच्चे थाली के इन्तजार में लगा देते है वो समय अब पढ़ने में देंगे.

इस योजना के अंतर्गत समस्तीपुर के कुल 20 प्रखंडों से लगभग 1 लाख 50 हजार थाली एकत्रित कर लिया गया है. जिलाधिकारी ने इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए जिला के तमाम लोगों को आगे आकर इस योजना को और ज्यादा सफल बनाने की अपील की है. जिलाधिकारी का कहना है ‘ जन-जन का हो यह अभियान, थाली प्लेट में हो मध्याह्न.

छपरा/मढ़ौरा/इसुआपुर: पंचायत चुनाव के दसवें एवं अंतिम चरण में सोमवार को मढ़ौरा एवं इसुआपुर में वोटिंग हुई. अंतिम चरण में मढ़ौरा में 61, इसुआपुर में 64 प्रतिशत वोटिंग हुई.

डीएम दीपक आनंद एवं एसपी पंकज कुमार राज ने पूरे दिन मढ़ौरा एवं इसुआपुर के मतदान केन्द्रों का निरीक्षण किया. डीएम एवं एसपी की प्रशासनिक मुश्तैदी के कारण गड़बड़ी की मंशा रखने वालों की एक न चली और प्रशासन ने स्वच्छ, निष्पक्ष मतदान कराकर मतदाताओं का मनोबल बढ़ाया. मतदान को लेकर वोटरों में इस चरण में भी उत्साह दिखा.

सीवान: महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल अपने संसदीय क्षेत्र के भगवानपुर हाट प्रखंड में 274 दिव्यांग बंधुओं के बीच मंगलवार 31 मई को ट्राईसाईकिल एवं अन्य सहायक उपकरणों का वितरण करेंगे.

सभी उपकरणों का वितरण भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ‘एडिप’ योजना के अंतर्गत किया जाएगा.

विदित हो की दिव्यांगों के बीच ‘एडिप’ के तहत पहले 21 मई को ही इन सामग्रियों का वितरण होना था पर पंचायत चुनाव आचार संहिता का पालन करते हुए इसे चुनाव बाद कराने का निर्णय लिया गया है.

पानापुर: सोमवार को मृत गाय के मुआवजे के लिए दर्जनो लोग थाने पर डटे रहे. पुलिस ने स्थिति देख जेई विवेक कुमार को बुलाया. जेई ने मुआबजा दिलाने का आश्वाशन दिलाया तब ग्रामीणों ने तार को जोड़ने दिया. पीड़ित ललन राम ने जेई के अलावे सी ओ एवं बी डी ओ को भी मुआवजे के लिए आवेदन दिया. घटना के 24 घण्टे बाद पानापुर की विद्युत आपूर्ति बहाल हुई. मालूम हो की रविवार को हाईटेंशन तार गिरने से तुर्की निवासी ललन राम की गाय की मौत हो गई थी. तब से ही ग्रामीणों ने तार को नहीं जोड़ने दिया था और ग्रामीण मुआवजा की रविवार से ही मांग कर रहे थे. जेई के खिलाफ थाने में आवेदन भी दिया था.

छपरा: रेलवे जंक्शन स्थित डोरमेट्री सभागार में गार्ड विद्या प्रसाद के विदाई समारोह का आयोजन किया गया. रेलवे कर्मचारियों द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विद्या प्रसाद के अवकाश प्राप्त होने पर उन्हें सम्मानित भी किया गया.

कार्यक्रम के दौरान बनारस से स्थानांतरित होकर छपरा आये मिथलेश कुमार राय को भी रेलवे कर्मचारियों द्वारा सम्मानित किया गया.

कार्यक्रम में स्टेशन मास्टर, रेलवे इंस्पेक्टर, सीनियर डीएमओ समेत कई  गार्ड एवं रेल कर्मचारी मौजूद रहे.

पटना:
पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री और बिहार विधानपरिषद में नेता प्रतिपक्ष सुशील मोदी ने बिहार बोर्ड के रिजल्ट को लेकर राज्य सरकार पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री बताये कि मैट्रिक की परीक्षा में शामिल हुए कुल 15 लाख 47 हजार परीक्षार्थियों में आधे से ज्यादा (53.34 फीसद) फेल क्यों हो गए? पिछले साल 75 प्रतिशत छात्र पास हुए थे. दोनों परीक्षाएं नीतीश कुमार के शासनकाल में हुईं, इसलिए इसमें घटिया शिक्षा देने वाली उनकी सरकार फेल हुई है, विद्यार्थी नहीं. सबसे बड़ी मार तो सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब परिवारों के विद्यार्थियों पर पड़ेगी. आरक्षण पर भ्रम फैलाने वाले बतायें कि जो 8 लाख 21 हजार छात्र मैट्रिक में ही फेल कर गए, उन्हें आरक्षण का लाभ कैसे मिलेगा?  

इस निराशाजनक परीक्षा परिणाम के लिए शिक्षा मंत्री नकल पर नकेल कसने का तर्क दे कर खस्ताहाल षिक्षा व्यवस्था की जिम्मेवारी लेने से बच रहे हैं. क्या ऐसे में शिक्षा मंत्री मुख्यमंत्री पर यह आरोप नहीं लगा रहे हैं कि पिछले साल नकल की खुली छूट दी गई थी इसलिए 75 प्रतिशत छात्र सफल रहे थे? यानी सरकार चुनावी वर्ष में नकल की छूट दे कर वोट ले लें और बाद में कड़ाई कर 8 लाख छात्रों का एक साल बर्बाद कर दें.

शिक्षा मंत्री खराब रिजल्ट के लिए शिक्षकों को जिम्मेवार ठहरा कर अपना फेस सेंविंग कर रहे हैं. हकीकत है कि जहां एक लाख से ज्यादा शिक्षकों के पद रिक्त हैं वहीं प्लस टू स्कूलों में तो विज्ञान और अंग्रेजी के शिक्षक ही नहीं है. दूसरी ओर उपलब्ध शिक्षकों को भी सरकार शिक्षकेत्तर कार्यों में तैनात करने से परहेज नहीं करती है. शिक्षकों की कमी की वजह से सिलेबस पूरा नहीं हो पाता है और छात्रों को ट्यूशन या अपने से पढ़ाई पूरी करनी पड़ती है. इस बार तो अगर मॉडल क्वेश्चन  पेपर से अधिकांश सवाल नहीं पूछे जाते तो 25 फीसदी भी रिजल्ट नहीं आता.

सरकार की घोर उपेक्षा के बावजूद अगर सिमल्लतुला आवासीय विद्यालय के बच्चों ने बेहत्तर प्रदर्शन किया है तो इसके पीछे उनकी खुद की मेहनत है, जिसके लिए वे शाबाशी के पात्र हैं. सरकार की लापरवाही से 2013-14 में वहां जीरो सेशन रहा, 2014-15 में 8 महीने बाद नामांकन हो पाया. 2015-16 में भी नामांकन नहीं हो पाया है. दरअसल इस बार के परीक्षा परिणाम से सरकार की शिक्षा के प्रति उपेक्षा की पोल खुली है.
{साभार: DNMS, सीवान}   

 छपरा: रेलवे कॉलोनी में सोमवार की दोपहर शॉट सर्किट के कारण लगी आग लग गयी  मौके पर मौजूद लोगों ने दिखाई सूझ-बुझ से आग पर काबू पाया गया.