Sonpur: सोनपुर क्षेत्र के कई पंचायतों को बाढ़ से राहत दिलाने के लिए विभिन्न स्थानों पर जलबन्द द्वार को खुलवाए गए. सोनपुर के डूंगरी बुजुर्ग, नयागांव, रसूलपुर, गोपालपुर चतुरपुर, परमानंदपुर, गोविंद चौक, दुधाला, भरपुरा चित्रषेनपुर, कल्याणपुर, शिकारपुर इत्यादि यानी सभी पंचायतों में आयी बाढ़ से आमजन परेशान हैं. गुरुवार को सोनपुर विधानसभा के भावी प्रत्याशी डॉ चन्दनलाल मेहता ने पहल करते हुए फाटकों को खुलवाने का काम किया. सबसे पहले डॉ मेहता ने विभिन्न पंचायतों में भ्रमण कर आम लोगों से मिले, फिर लोगों ने उन्हें जानकारी दी कि विभिन्न इलाकों में बाढ़ का पानी जमा हो गया है जिससे आम जन परेशान है.

इसके बाद डॉ मेहता ने संबंधित विभाग के अभियंता से बात कर उनसे जानकारी ली एवं बाढ़ से प्रभावित लोगों के स्थिति से अवगत कराया. गंगा नदी के जल स्तर को घटते हुए देखकर उन्होंने कार्यपालक अभियंता से आग्रह किया कि गोपालपुर जल बंद द्वार कैनाल को पूर्ण खोल दिया जाए. जिस पर अपने कनिया अभियंता को भेजकर तत्काल गोपालपुर जल बंद द्वार खुलवाए. इसके बाद लोगों को जलजमाव की समस्या से राहत मिलेगी. डॉ चंदन लाल मेहता ने बताया कि क्षेत्र के लोगों की जो भी समस्या है वह उनके साथ साझा कर सकते हैं, ताकि किसी प्रकार की समस्या से निपटने के लिए तुरंत कार्रवाई की जा सके. फाटक खुल जाने के बाद आम लोगों ने जदयू नेता डॉ चंदन लाल नेता को धन्यवाद दिया. इस मौके पर आनंद किशोर सिंह व जदयू मीडिया प्रभारी शंकर मालाकर मौजूद रहे.

Chhapra: विश्व प्रसिद्ध सोनपुर के हरिहरक्षेत्र मेला के उद्घाटन को एक सप्ताह होने को है पर आज तक यहां के थियेटरों को लाईसेंस नही मिल सका है. जिस कारण सभी थियेटर संचालको और कलाकारो में हताशा के साथ निराशा देखी जा रही है.

लाइसेंस न मिलने पर संचालको का कहना है कि थियेटर में पैसो का निवेश करने के बाद लाईसेंस का नहीं मिलना हमारे लिए एक बहुत बड़ी क्षति है.

उनका कहना है कि अगर प्रशासन पहले ही मना कर देती तो हमारे द्वारा थियेटर लगाया ही नही जाता.

थियेटर में बाहर से आए कलाकारो का कहना है कि थियेटर नहीं चलने से उनकी आजीविका बिल्कुल ठप सी हो गई है वो आए तो है यहां कमाने पर थियेटर न चलने से उनका जेब खाली होता जा रहा है.

बताते चले कि इस बार विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेले में तलवार और अन्य अस्त्रो की बिक्री पर भी पुरी तरह से रोक लगा दी गई है. जिससे दुकानदार भी चिंतित है.

विगत वर्ष भी थियेटर को लेकर नर्तकियों द्वारा छपरा के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के आवास का घेराव किया गया था. जिसके बाद प्रक्रिया आगे बढ़ी थी.