Chhapra: लोकसभा चुनाव में छठे चरण में महाराजगंज संसदीय पर मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया. मतदान केन्द्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की लम्बी लाइन देखी जा रही थी.

इस प्रत्याशियों की किश्मत EVM में हुई बंद
बसपा के प्रत्याशी अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव, भाजपा के प्रत्याशी जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, राजद के रणधीर कुमार सिंह, भारतीय जन क्रांति दल (डेमोक्रेटिक) से अरविंद कुमार शर्मा, मानववादी जनता पार्टी से अली अजहर अंसारी, भारतीय न्यू संस्कार क्रांति पार्टी से गोपाल प्रसाद, जागो हिंदुस्तान पार्टी से सुभाष सिंह और निर्दलीय मेनका रमन, राजेंद्र कुमार, श्री भगवान सिंह और एमके सिंह राठौर की किस्मत मतदाताओं ने EVM में बंद कर दी है. नतीजे 23 मई को आएंगे.

LIVE UPDATE

महाराजगंज संसदीय सीट पर मतदान का समय हुआ समाप्त, 11 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में बंद

महाराजगंज संसदीय सीट पर शांतिपूर्ण मतदान जारी, 5 बजे तक 47 प्रतिशत हुआ मतदान

महाराजगंज संसदीय सीट: 4 बजे तक 43 प्रतिशत मतदान


जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन एवं उप विकास आयुक्त सुहार्ष भगत ने 19-महराजगंज संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अंतर्गत 114-मांझी के जलालपुर प्रखंड अवस्थित मतदान केंद्र संख्या 254, 255 तथा 256 एवं मांझी प्रखंड अवस्थित मतदान केंद्र संख्या 96 का किया निरीक्षण.
महाराजगंज संसदीय सीट पर शांतिपूर्ण मतदान जारी, 3 बजे तक 37 प्रतिशत हुआ मतदान

महाराजगंज संसदीय सीट पर शांतिपूर्ण मतदान जारी, 2 बजे तक 35 प्रतिशत हुआ मतदान

महाराजगंज संसदीय सीट पर शांतिपूर्ण मतदान जारी, 1 बजे तक 25.3 प्रतिशत हुआ मतदान

Breaking: बैरिया घाट पर मांझी थाना बाजार पर युवक डूबा, मौके पर पहुंची NDRF की टीम

महाराजगंज संसदीय सीट पर शांतिपूर्ण मतदान जारी, 12 बजे तक 21.1 प्रतिशत हुआ मतदान

महाराजगंज संसदीय सीट पर शांतिपूर्ण मतदान जारी, 11 बजे तक 18 प्रतिशत हुआ मतदान

उत्क्रमित मध्य विद्यालय गंजपर, एकमा में बूथ संख्या 148 पर मशीन खराब होने से एक घंटे तक बाधित रहा मतदान, बूथ पर मतदाताओं की लंबी कतार, मशीन बदल कर सुचारू हुआ मतदान


महाराजगंज संसदीय सीट पर शांतिपूर्ण मतदान जारी, 10 बजे तक 16.9 प्रतिशत हुआ मतदान

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महाराजगंज संसदीय सीट के एकमा में मतदान केंद्र 148 पर दिख रहा उत्साह, वोटरों की लंबी कतार

महाराजगंज संसदीय सीट के मांझी में मतदान केंद्र 84 और 85 पर दिख रहा उत्साह, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

महाराजगंज संसदीय सीट के मतदान केंद्र 118 और 119 पर वोटरों में दिख रहा उत्साह, महिला एवं पुरुष की लंबी कतार

महाराजगंज संसदीय सीट पर शांतिपूर्ण मतदान जारी, 9 बजे तक 5.6 प्रतिशत हुआ मतदान

महाराजगंज संसदीय सीट पर मतदान जारी, 8 बजे तक 2.7 प्रतिशत हुआ मतदान

मतदान केन्द्रों पर मतदान शुरू होने के पूर्व ही बड़ी संख्या में मतदाता कतारों में देखे जा रहे थे. सभी गर्मी से बचने के लिए जल्द मतदान करने के लिए घरों से निकले थे. महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र के मध्य विद्यालय इसुआपुर में वोटिंग के समय के पूर्व मतदाताओं की लगी बड़ी कतार


Chhapra: महराजगंज संसदीय सीट पर मतदान को लेकर मतदाताओं में उत्साह देखने को मिल रहा है. एक ओर जहां आम मतदाताओं ने मतदान किया. वही प्रत्याशियों ने भी अपने मत का प्रयोग किया.



राजद के प्रत्याशी रणधीर सिंह ने मशरक में मतदान किया. वही भाजपा के प्रत्याशी जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने जलालपुर स्थित बूथ पर मतदान किया. वे अपनी पत्नी के साथ मतदान केंद्र पर पहुंचे और मतदान किया.

Chhapra: महाराजगंज संसदीय क्षेत्र में मतदान को लेकर मतदाताओं में उत्साह देखने को मिल रहा है. मतदान को लेकर मतदान केंद्रों पर सुबह से ही लोग पहुंचने लगे थे.

चुनाव में मतदान करने के लिए युवाओं के साथ साथ बुजुर्ग वोटरों में भी जोश दिखा. मांझी के आदर्श मतदान केंद्र 132 पर मतदान कर निकले 80 वर्षीय बुजुर्ग बलराम यादव ने बातचीत में बताया कि वोट मेरा अधिकार है जिसके लिए घर से बाहर निकले है. उन्होंने युवा वोटरों से भी मतदान करने की अपील की.


महाराजगंज लोकसभा चुनाव: ऐसे चला वोटिंग प्रतिशत का ग्राफ

दाउदपुर: बिजली विभाग के लापरवाही एक बार फिर सामने आई है. जिस कारण दो यूवकों को अपनी जान गवानी पड़ी है. सड़क पर टूट कर गिरे धारा प्रवाहित हाइटेंसन तार के चपेट में आने से टरवां गांव के दो युवकों की झुलस कर मौत हो गई.

घटना कोपा थाना क्षेत्र के हसुलाही बगीचा के समीप नहर के किनारे की है. जलालपुर से छठ का बाजार कर मोटरसाईकिल से घर लौटने के क्रम में सड़क पर टूट कर गिरे धारा प्रवाहित हाइ टेंसन तार के चपेट में आने से टरवां पोझियार गांव के दो युवकों की झुलस कर मौत हो गई. वही छठ पूजा के लिए आम की लकड़ी लेकर जा रहा एक युवक झुलसकर बुरी तरह जख्मी हो गया.

जख्मी युवक का प्राथमिक उपचार के बाद छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार टारवां गांव निवासी शिवकुमार प्रसाद का 23 वर्षीय पुत्र मिथिलेश प्रसाद एवं उसी गांव के कोपा थाने के चौकीदार मुक्तिनाथ मांझी का पुत्र 21 वर्षीय विनोद पासवान छठ-व्रत के लिए सामान की खरीदारी कर जलालपुर से लौट रहे थे. इसी दौरान हाईटेंशन तार टूट कर गिर गया और चपेट में आने से दोनों की मौत हो गयी.

घटना की जानकारी मिलते ही परिवार सहित पूरे गांव में मातम छा गया. बड़ी संख्या ग्रामीणों ने पहुंचकर विद्युत् विभाग के प्रति आक्रोश व्यक्त किया. कोपा थानाध्यक्ष मनीष कुमार भी दलबल के साथ पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए छपरा भेजा दिया.

सीवान: नाबार्ड व परफेक्ट विजन के संयुक्त तत्वावधान में मंडल कारा में रविवार को वितीय साक्षरता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन डीसीपीओ दिवेश कुमार शर्मा, प्रभारी पदाधिकारी मेधावी जी, काराधीक्षक विधु भारद्वाज एवं परफेक्ट विजन के सचिव मनोज मिश्र ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित करके किया.

बैंकिंग प्रभारी पदाधिकारी ने बैंकों व वितीय संस्थानो के महत्व, उनकी कार्यप्रणाली, बैंकों में बचत के लाभ सहित बैंकों द्वारा उपलब्ध करायी जा रही विभिन्न सेवाओं व बैंकिंग उत्पादों के बारे में विस्तार से बताया. परफेक्ट विजन के सचिव मनोज मिश्र ने पीएमजेडीवाई, पीएमएसबीवाई, पीएमजेजेवाई, सुकन्या समृद्धि योजना, पीएम फसल योजना व सुक्ष्म बीमा योजना आदि भारत सरकार द्वारा संचालित विभिन्न महत्वाकांक्षी योजनाओं से प्रतिभागियो को अवगत कराकर उनसे जुडने के लाभो के बार में बताया.

कार्यक्रम को काराधीक्षक विधु भारद्वाज, डीसीपीओ दिबेश कुमार शर्मा व स्थानिय बैंक प्रतिनिधियो ने भी संबोधित किया.
मौके पर एसबीआई व इलाहाबाद बैंक द्वारा काउन्टर लगाकर सतहतर बंदियो का पीएमजेडीवाई के तहत् बचत खाता खोला गया. सभी खाताधारको का पीएमजेसीवाई के तहत् दो-दो लाख का और पीएमजेडीवाई के तहत् एक-एक लाख का निशुल्क बीमा किया गया एवं उनके बीच पासबुक का भी वितरण किया गया.

कार्यक्रम में बंदियो के बीच पर्यावरण व जल संरक्षण के महत्व को बताया गया व उनसे यादगार स्वरूप फलदार पौधे लगवाये गये. इस अवसर पर नेता सिह, मनिष कुमार, अमरजीत सिह, भरत महतो, गुप्तेश्वर भारती व नागमणी कुमार सहित लगभग डेढ सौ बंदी उपस्थित हुये.

नवीन सिंह परमार की रिपोर्ट

सीवान (नवीन सिंह परमार): गया में सोमवार को नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ में शहीद हुए सीवान के दरौली प्रखंड के खरदरा गांव के रवि कुमार सिंह का पार्थिव शरीर मंगलवार की रात्रि खरदरा गांव पहुंचा. बुधवार को सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में तिरंगे में लिपटा शहीद की अंतिम यात्रा खरदरा से चल कर सरयू नदी के तट दरौली पहुंचा.CRP

शहीद के अंतिम यात्रा में जहाँ प्रशासनिक अधिकारियों की काफिला चल रहा था. वही स्थानीय लोग विशेष कर के युवाओं का जन-सैलाब उमड़ पड़ा था. शहीद रवि सिंह का सीवान के दरौली घाट पर पुरे राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि कर दिया गया. सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में शहीद के पिता मिथलेश सिंह ने जब अपने कलेजे के टूकङे को मुखाग्नि दिया तो पुरा वातावरण भारत माता की जय व शहीद रवि सिंह अमर रहे नारों गुंज ऊठा.

CRPF के जवानों ने दिया अपने दिवंगत साथी को दिया गॉड-ऑफ़-ऑनर

शहीद रवि के अंतिम संस्कार के पहले CRPF के द्वारा अपने शहीद साथी को अंतिम विदाई के रूप में गॉड-ऑफ़-ऑनर दिया गया. इस मौके पर ग्रुप कमांडेंट विनय राय, सहाय कमांडेंट मुरली झा, डिप्टी कमांडेंट सरवर खान अपने जवानों के साथ उपस्थित थे.

सीवान जिलाधिकारी ने दी सरकार की ओर से श्रद्धांजलि CRPF SIWAN 1

दरौली घाट पर ही सरकार की ओर से शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र समर्पित कर के सीवान जिलाधिकारी महेन्द्र कुमार ने अंतिम विदाई दी. इस मौके पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार साह, अपर पुलिस अधीक्षक अरविन्द कुमार, प्रशासन के अधिकारियों में BDO चंदन कुमार, CO संजीव कुमार सिन्हा, CO कमलेश कुमार, दरौली थानाध्यक्ष अशोक कुमार, आंदर थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुशवाहा सहित दर्जनों की संख्या में स्थानीय नागरिक व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे.

 

साभार: श्रीनारद मीडिया सर्विसेज, सीवान

सीवान: रमजान के पाक माह के अवसर पर बुधवार को सीवान शहर के श्रीनगर स्थित सहारा इंडिया के क्षेत्रीय कार्यालय में एक इफ्तार पार्टी का आयोजन रीजनल मैनेजर अवधेश महतो के नेतृत्व में आयोजित किया गया.

इस मौके पर सहारा इंडिया परिवार के सेक्टर मैनेजर ए. के. श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, अरूण कुमार सिन्हा, महबूब आलम, मोहम्मद आसिफ, रवि कुमार वर्मा, सतीश श्रीवास्तव, अधिवक्ता राजीव रंजन राजू, NUJI के अध्यक्ष पत्रकार डाक्टर विजय पाण्डेय, धनंजय मिश्र सहित सैकड़ों की संख्या में रोजेदार व शहर के प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित थे.

सीवान: पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकाण्ड में गिरफ्तार मुख्य आरोपी लड्डन मियां की शुक्रवार को सीवान सीजेएम कोर्ट में पेशी हुई. कोर्ट ने पेशी के दौरान लड्डन से उसके नार्को टेस्ट के बारे में उसकी राय को जाना, जिस पर लड्डन ने अपना नार्को टेस्ट कराने से साफ़ इनकार कर दिया.

आरोपी लड्डन ने अपने नार्को टेस्ट करने से इनकार सम्बन्धी एक लिखित आवेदन भी कोर्ट को समर्पित किया है.

गौरतलब है कि लड्डन मियां को पुलिस ने तीन दिनों की रिमांड पर लिया था. बावजूद इसके उसने हत्या के संबंध में पुलिस को कुछ भी नहीं बताया था. जिसके बाद पुलिस के द्वारा उसके नार्को टेस्ट कराने के लिए कोर्ट से अनुमति हेतु आवेदन दिया है.

सीवान: विगत कई वर्षों से अपनी आपराधिक गतिविधियों के कारण चर्चित सीवान का कुख्यात अपराधी रईस खान और उसके साथी कुख्यात आफ़ताब मियां को सीवान पुलिस एवं एसटीएफ की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गुप्त सूचना के आधार पर सिसवन थानाक्षेत्र के ग्यासपुर से गिरफ्तार कर लिया है.गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को बड़ी मात्र में हथियार और रूपए बरामद हुए हैं.

सीवान पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार साह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस को रईस खान की तालाश काफी दिनों से थी.उन्होंने बताया कि रईस की गिरफ्तारी एक बड़ी कामयाबी है.

बरामद हथियारों की सूची:
रेगुलर कारबाइन-1
कारबाइन का मैगजीन-2
पिस्टल-1
पिस्टल का मैगजीन-3
हैण्ड ग्रेनेड-2
गोली-51

इसके साथ पुलिस ने 1 लाख 12 हजार रूपए नगद, 4 मोटरसाइकल एवं मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है.

विदित हो कि रईस खान सीवान के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन का करीबी माना जाता है, जिसपर पूर्व से भी आर्म्स एक्ट की कई धाराएं लगी थीं. सीवान पुलिस को रईस खान की काफी दिनों से तालाश थी. पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड का मास्टर माइंड लड्डन मियां भी रईस खान का शागिर्द बताया जा रहा है. रईस का बड़ा भाई कुख्यात अयूब खान पूर्व में ही सीवान जेल में कैद है.

प्रभात किरण हिमांशु की रिपोर्ट

आपराधिक गतिविधियों के लिए देश भर में चर्चित बिहार का जिला सीवान एक बार फिर सुर्ख़ियों में है. इस बार चर्चा का केंद्र बना है पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड. सीवान के हिन्दुस्तान अखबार के प्रभारी की बीच बाजार गोली मार कर हत्या कर दी जाती है. हालांकि सीवान के लिए ऐसी घटनाएं कोई नई बात नहीं रही है पर अपनी कलम को ताकत बनाकर मुद्दों को उजागर करने वाले एक साहसिक पत्रकार को जिस प्रकार गोली मारी जाती है वो विरोध के निम्न स्तर का परिचायक है.

पत्रकार जब अपनी लेखनी से सच को उजागर करने का प्रयास करता है तो कई बार उससे प्रभावित लोगों में विरोधाभास झलकता है पर विरोध के रूप में किसी की हत्या कर देना सर्वथा अनुचित है.

13 मई की शाम सीवान में जो हुआ उससेआज पूरा देश सोंचने पर मजबूर है. अपराधियों के लिए भले ही ये हत्याकांड एक पेशेवर अपराध रहा हो पर उस अपराध से पत्रकारिता जगत एवं आम समाज में जो खौफ़नाक दर्द उठा है उसकी कराह सालों तक बरक़रार रहेगी.

दरअसल ये हुआ क्यों! पुलिस बता रही है कि हत्या में पेशेवर अपराधी संलिप्त हो सकते है. राजदेव रंजन मुख्यधारा के पत्रकार थे. 25 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय थे. ऐसे में अपनी बेबाक लेखनी से कई लोगों की नजर की किरकिरी बनना स्वाभाविक है. पूर्व में भी उनपर हमले हुए और कई बार धमकियां मिली पर हत्या करने का दुस्साहस अपराधी कभी जुटा नहीं सके. 13 मई को अपराधियों का दृष्टिकोण एकदम से बदल जाना और राजदेव रंजन की नृशंस हत्या कर देना विरोधाभास का परिणाम है या सोंची समझी साजिश का नतीजा पुलिस इसकी जाँच कर रही है.

सीवान में अपराध की घटना हो और बाहुबली पूर्व सांसद मो.शहाबुद्दीन की चर्चा ना हो ऐसा हो नहीं सकता. राजदेव रंजन हत्याकांड के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है. शक की सुई मो.शहाबुद्दीन की ओर भी इशारा कर रही है. पर ऐसा क्यों है! हत्याकांड के बाद पुलिस शक के आधार पर पूर्व सांसद के करीबी शार्प शूटर मुंशी मियां को शहाबुद्दीन के पैतृक गांव प्रतापपुर से गिरफ्तार करती है. ये वही मुंशी मियां है जिसपर शहाबुद्दीन के इशारों पर कई हत्याओं में संलिप्त रहने का आरोप लग चूका है. पुलिस का ये मानना है कि हत्या के सूत्र सीवान जेल से जुड़े हो सकते हैं ऐसे में मो. शहाबुद्दीन को एहतियात के तौर पर सीवान जेल से भागलपुर जेल शिफ्ट कर दिया गया है. हालांकि प्रशासनिक कारणों का हवाला देकर सात अन्य कुख्यातों को भी बक्सर एवं मोतिहारी जेल शिफ्ट किया गया है पर अबतक हत्याकांड में संलिप्त लोगों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी ऐसे में कैदियों का जेल ट्रान्सफर पुलिस की दोहरी मानसिकता को दर्शाता है. अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अब भी मशक्कत कर रही है.

पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड का अपना एक राजनैतिक नजरिया भी है. विपक्ष इसे सरकार की नाकामी बताने में जुटा है. सरकार को कठघड़े में खड़ा करने की हर मुमकिन कोशिश की जा रही है. ऐसा होना स्वाभाविक भी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकार के परिवार के लिए ना तो कोई खास मुआवजे का ऐलान किया है ना ही उनके परिवार से मिलने तक की जहमत उठाई है. साथ ही छोटे बड़े किसी भी मुद्दे पर अपनी बेबाक राय रखने वाले लालू प्रसाद यादव भी इस घटना क्रम से अबतक अपनी दूरी बनाये हुए हैं.

चुकि मो.शहाबुद्दीन राजद के नेता हैं और लालू यादव के खासमखास भी ऐसे में अगर शाहबुद्दीन जांच के घेरे में आते हैं तो नीतीश कुमार को इस मामले में डिफेंड करना मुश्किल हो सकता है. शायद यही कारण है कि सुशासन बाबू अब तक चुप्पी साधे हुए हैं. बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी इस मुद्दे का जिक्र कर चुके हैं.

इन सब के बीच दिवंगत राजदेव रंजन का परिवार न्याय के लिए इन्तजार में है. राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन की आँखे रो-रो कर सूख चुकी हैं. उनके बेटे और बेटियों को हौसले की जरूरत है. तमाम पत्रकार संगठन एवं उससे जुड़े लोग अपनी तरफ से पूरी कोशिश में जुटे है कि स्व.राजदेव के परिवार को आर्थिक सहायता और इन्साफ मिल सके. आज पूरे देश में चर्चा का केंद्र बना राजदेव हत्याकांड वक्त के साथ कई सवाल खड़े कर चूका है. देखने वाली बात होगी कि जीत कलम की होती है या हमेशा की तरह गोलियों की आवाज से सच को दबाने का इरादा कामयाब होगा.

सीवान (नवीन सिंह परमार, DNMS): केंद्र सरकार से लेकर स्थानीय ग्राम पंचायत तक आजकल एक चर्चा बहुत ही जोड़ो है ‘बेटी बचाओ बेटी बढाओं’. इस अभियान का असर भी दिखाई देने लगा है.

लेकिन सीवान जिले के रघुनाथपुर प्रखंड में एक गांव ऐसा भी है जो सरकार के द्वारा इस बेटी बचाओ-बेटी पढाओं अभियान के शुरू करने के पहले से ही इस अभियान को केवल अपने यहां शुरू ही नहीं किया बल्कि इस अभियान का असर भी अब साफ दिखाई देने लगा है.

हम चर्चा कर रहे है सीवान जिले के पंजवार गांव की जहां आज कदम-कदम पर महिला सशक्तीकरण का असर झलक ही नहीं रहा है बल्कि पंजवार गांव आज पुरे क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण अभियान का नेतृत्व कर रहा है.
पंजवार गांव की बेटियां आज जहां पुरूष समाज के साथ कन्धें से कन्धा मिलकर चल रही है वहीं विभिन्न उच्च सरकारी पदों पर चयनित होकर महिला सशक्तीकरण का एक अच्छा उदाहरण भी प्रस्तुत कर रही है.

हाल ही में पंजवार पुखरी मुहल्ला निवासी व पेशा से राजमिस्त्री रहें स्वर्गीय ताज मोहम्मद की बेटी अफसाना खानम ने झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) की परीक्षा को पास कर के पंजवार के इस महिला सशक्तीकरण अभियान को एक नई ऊंचाइयों तक पहुँचाने का कार्य किया है.
अफसाना बचपन से ही पढनें में मेधावी छात्रा रही है और पिता की गरीबी कभी उसके पढाई में बाधक नहीं बनीं. यही नहीं पिछले दिनों जब उसकी शादी वैशाली जिले में हुई तो ससुराल पक्ष विशेषकर उसके पति जो पेशे चिकित्सक है. डॉ. सरवर इकबाल ने भी अफसाना की लगन को देख कर उसके मनोबल को बढाने का कार्य किया जिसका परिणाम है कि आज सुदूर गांव की बेटी झारखंड सरकार के वित्त विभाग में एक प्रथम श्रेणी की अधिकारी के रूप में योगदान देने जा रही है.

झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) की परीक्षा पास करने के बाद संवाददाता से बात करते हुए अफसाना ने बताया की बचपन में आर्थिक अभाव व सामाजिक परिवेश के कारण जब मन पढाई से विमुख हो रहा था तो गांव के समाज सेवी घनश्याम शुक्ल व संजय सिंह ने हौसला बढाया और मुझे आगे पढने के लिए प्रेरित किया अगर शुरुआती दौर में इन लौगो का सहयोग व मार्गदर्शन नहीं मिला होता तो शायद मै आज इस मुकाम पर नहीं पहुंच पाती. अफसाना ने बताया की शादी के बाद जब ससुराल पक्ष को पता लगा कि मै आगे पढना चाहती हूँ साथ ही PSC की तैयारी भी करना चाहती हूं तो ससुराल पक्ष विशेषकर मेरे पति ने मेरे मनोबल को ही नहीं बढाया बल्कि कदम-कदम पर मेरा साथ भी दिया. आज मुझे खुशी हैं कि मैं JPSC की परीक्षा पास कर के शुक्ल सर, संजय जी व अपने पति डॉ. सरवर इकबाल के विश्वास पर खङा उतरी हूँ.

एक प्रश्न के जबाब में अफसाना कहां कि आज महौल अनुकुल है और सभी लड़कियों को केवल उच्च शिक्षा ही नहीं बल्कि समाज जीवन के हर क्षेत्रों में आगे बढ कर आना होगा और इसके लिए बचपन में ही अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित कर के तैयारी करनी होगी.
अफसाना का मानना है कि जब हम लक्ष्य तय कर के आगे बढेगे तभी कोई घनश्याम शुक्ल, संजय सिंह व डॉ. इकबाल जैसे लोग हमारी सहयोग करने के लिए आगे आएगे.

अफसाना खानम की शैक्षणिक सफर—एक नजर

# 1994 में कस्तूरबा गांधी प्रोजेक्ट विद्यालय पंजवार से दशवी उत्तीर्ण

# 1996 में सीवान से 10+2 उतिर्ण

# 2001 में जयप्रकाश विश्वविद्दालय से स्नातक

# 2006 में नेट की परीक्षा उतिर्ण
2014 में PHD

# 2016 में झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) की पांचवी बैच में राज्य वित्तीय सेवा के लिए चयनित.

पटना: राजधानी समेत उत्तर बिहार के कई जिलों में रविवार देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए. रात करीब 11:55 में भूकंप के झटके महसूस किये गए. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5 थी. भूकंप का केंद्र नेपाल में लमजंग में जमीन से 19 किलोमीटर निचे था. उत्तर बिहार के सिवान, गोपालगंज, सारण, पटना, सीतामढ़ी, शिवहर, रक्सौल और मुजफ्फरपुर में झटके महसूस किये गए.  

हालांकि इस दौरान किसी प्रकार की जान-माल के नुकसान होने की कोई सूचना नहीं है. इसके अलावा रविवार दोपहर 2 बजकर 42 मिनट पर अफगानिस्तान के हिंदुकुश क्षेत्र में भी 5.7 तीव्रता का भूकंप आया. इसके साथ उत्तराखंड के उत्तरकाशी क्षेत्र में दोपहर 1 बज कर 21 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 दर्ज की गई. एहतियात के तौर पर लोग अपने घरों से बाहर निकल गए.