• केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने जारी किया निर्देशिका
• सोशल मीडिया के माध्यम से करेंगे जागरूक
• सोशल मीडिया पर सही व सटीक जानकारी करें साझा

Chhapra: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण का प्रसार धीरे धीरे कम हो रहा है। इससे ठीक होने वाले व्यक्तियों की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है। इन सबके बीच कोरोना से ठीक हो चुके व्यक्तियों के साथ समाज में भेदभाव और तिरस्कार भी किया जा रहा है। कोविड-19 के दौर में लोगों में फैले तिरस्कार व भेदभाव के खिलाफ जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से युवाओं की मदद ली जाएगी। इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने एक निर्देशिका जारी किया है। जारी निर्देशिका के अनुसार युवाओं को सामाजिक भेदभाव तिरस्कार के खिलाफ खड़ा किया जाएगा। जारी निर्देशिका में बताया गया है कि स्वास्थ्य सेवाओं के संदर्भ में तिरस्कार का मतलब होता है आपकी बीमारी के चलते कोई व्यक्ति समुदाय आपको नकारात्मक तरीके से देखता है। महामारी के दौर में इसका मतलब यह होता है कि किसी एक बीमारी से जुड़े लोगों को चिन्हित कर उनके साथ भेदभाव या अलग व्यवहार किया जाए। उनकी सामाजिक स्थिति और छवि को नुकसान पहुंचाया जाए। इस तरह का व्यवहार उन लोगों को जो खुद बीमारी से जूझ रहे हो या उनकी देखभाल करने वाले परिवार सदस्य दोस्तों और समुदाय के लोगों को प्रभावित कर सकता है।

एडवोकेसी के माध्यम से सोच में आएगा बदलाव
एडवोकेसी का मतलब है किसी मुद्दे को पहचानना और बदलाव की ओर काम करना। जारी निर्देशिका में बताया गया है कि एडवोकेसी के जरिए हम समाज के कमजोर वर्ग की आवाज उठाने में मदद करते हैं। क्योंकि जिन विचारों और परंपराओं में हम बदलाव लाना चाहते हैं, उनका असर इन्हीं वर्गों पर सबसे ज्यादा होता है। एडवोकेसी इसी सामुहिक आवाज का प्रयोग अधिकारों के बचाव और सुरक्षा के लिए करती है, साथ ही अलग-अलग कार्यों और नई शुरुआत में समर्थन करती है।

बदलाव कई स्तर पर हो सकते हैं
• व्यक्तिगत स्तर पर
• स्थानीय स्तर पर (उदाहरण के लिए स्थानीय सरकार, पुलिस, धार्मिक नेताओं या योर स्कूल)
• राष्ट्रीय स्तर पर

भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाकर बने यूथ चैंपियन
कोविड-19 से संबंधित सही जानकारी के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, विश्व स्वास्थ संगठन, यूनिसेफ दस्त्रावेजों को ही फॉलो करें। जारी निर्देशिका में बताया गया है कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट या टि्वटर हैंडल से सोशल मीडिया संदेशों और ग्राफिक्स को अपने फेसबुक, व्हाट्सएप, स्नैपचैट इंस्टाग्राम या किसी दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर साझा करें। ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आप के सभी दोस्तों के पास सही व विश्वसनीय जानकारी है। उचित दूरी बनाकर रखते हुए कोरोना वारियर्स के साथ खींची गई अपनी सेल्फी को सोशल मीडिया पर साझा करें। अपने कोरोना योद्धा को वीडियो कॉल करें और स्क्रीनशॉट ले या उचित दूरी रखते हुए तस्वीर लें।

हमारा बिंगो गेम खेलें
कोविड-19 युवा चैंपियन बिंगो नाम का गेम खेल सकते हैं और अपने दोस्तों और साथियों को खेलने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर लाइव होकर, लोगों के साथ मिलकर तिरस्कार और भेदभाव का सामना करने से जुड़ी जानकारी को शेयर कर सकते हैं।

मिथकों को उजागर करने वाली पोस्ट शेयर करें
जारी निर्देशिका में बताया गया है कि कोविड-19 से संबंधित सही जानकारी देने वाली और मिथकों को उजागर करने वाली पोस्ट साझा करें। भ्रामक जानकारी न फैलाएं। इससे समाज में तिरस्कार और भेदभाव को रोकने में सहायता होगी। इस तरह के पोस्ट का प्रिंट लेकर आप उन्हें अपने आसपास चिपका सकते हैं। इसकी तस्वीरें हमारे साथ सोशल मीडिया पर शेयर करें। तिरस्कार का क्या मतलब है, और यह समाज और लोगों के लिए कितना हानिकारक है । इससे जुड़ी जानकारी सोशल मीडिया पर साझा करें। लोगों को भेदभाव के खिलाफ खड़े होने के लिए प्रेरित करें।

अपने कौशल को साथियों के साथ बांटे
अपनी बात कहने के लिए कोई लेख लिखे या चित्रकाला या कविताओं के माध्यम से खुद को व्यक्त करें। इनके जरिए दूसरों तक यह बात पहुंचाय कि कोविड-19 से जुड़े भेदभाव का मुकाबला करना हमारे लिए क्यों जरूरी है और इस महामारी के दौर में हमें भेदभाव को रोकना चाहिए। सोशल मीडिया पर लाइव जुलकर लोगों को बताएं कि वे अपने समुदाय में कोविड-19 से जुड़े भेदभाव का सामना कर कैसे युवा चैंपियन बन सकते हैं। इससे पहले कि आप दूसरों के साथ जानकारी साझा करें, इस बात को सुनिश्चित करें कि आपके पास सही और सटीक जानकारी हो।

कोरोना योद्धाओं का इंटरव्यू करें
समय निकालकर अपने आसपास में मौजूद कोरोना योद्धाओं और आवश्यक कर्मचारियों जैसे- नर्स, डॉक्टर, आशा दीदी, सब्जी व दूध बेचने वाले और कचरा उठाने वाले सफाई कर्मी हो, बस चालको, समान की डिलीवरी करने वालों से बात करें उनका साक्षात्कार करें और उनसे जाने की कौन सी बात उन्हें प्रेरित करती है और समाज से उन्हें किस तरह का सहयोग चाहिए। सोशल मीडिया पर इस एक वीडियो या लेख के रूप में शेयर करें और सकारात्मकता फैलाएं।

अपने समुदाय की जरूरतों को पूरा करने की दिशा में करें काम
जारी निर्देशिका में यह बताया गया है कि आप पहले से ही एक समुदाय का हिस्सा हो सकते हैं यदि हां तो आप यह समझने की दिशा में काम कर सकते हैं कि इस समय समुदाय के लोग कैसा महसूस कर रहे हैं उन की क्या जरूरत है और अपेक्षाएं हैं आप समुदाय के व्हाट्सएप ग्रुप फेसबुक पेज संदेश वोडाफोन कॉल के जरिए लोगों से परामर्श कर उनकी चिंताओं और जरूरतों की सूची तैयार कर सकते हैं आप अपने सारे कार्यों का विवरण इन समुदायिक ग्रुप पर शेयर कर सकते हैं और अपने समाज को #TogetherAgainstCovid19 का सामना करने के लिए तैयार कर सकते हैं।


गलत जानकारी फैलाने वालों को रोके
महामारी के दौर में ज्यादातर लोग परेशान और बड़े हुए हैं और इस मुश्किल समय में लोग कई बार गलत और गैर-तथ्यात्मक जानकारी साझा कर जाते हैं। अक्सर लोगों को यह पता ही नहीं होता है कि सही जानकारी कहां से मिल सकती है। जारी निर्देशिका में यह बताया गया है कि यदि कोई व्यक्ति या आपका दोस्त गलत जानकारी फैला रहा है तो उनसे मिलकर या फिर इनबॉक्स में मैसेज कर उनसे संपर्क कर सही तथ्यों को बताएं। याद रखें आपका उद्देश्य उन्हें नीचा दिखाना नहीं बल्कि उनकी सोच बदलना है। उन्हें बताएं कि जो बातें या सुझाव उन्होंने शेयर किया है उसका स्रोत विश्वसनीय नहीं है। उन्हें किसी विश्वसनीय स्रोत के बारे में जानकारी दें। जहां से वह सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

अगर कोई भेदभाव को बढ़ावा दे रहा है तो क्या करें
जारी निर्देशिका में यह बताया गया है कि अगर कोई भेदभाव को बढ़ावा दे रहा है तो उन्हें यह बताएं कि वायरस किसी को भी प्रभावित कर सकता है और इसका किसी खास समूह के लोगों से कोई लेना देना नहीं है। उन्हें तथ्य उपलब्ध कराएं और शांत तरीके से बताया कि अलग-अलग लोग किस तरह प्रभावित है। उन्हें बताएं कि किसी एक समूह या वर्ग को अलग कर या उन्हें वायरस के लिए जिम्मेदार ठहराने के गंभीर नतीजे हो सकते हैं। इससे हिंसा बढ़ सकती है और इससे लोग जरूरत होने पर भी इलाज के लिए सामने नहीं आएंगे। जिससे बीमारी और बढ़ सकती है। इस समय एक दूसरे का साथ देना और सभी का सहयोग करना एक दूसरे के प्रति दया और करुणा का भाव जरूरी है। भले ही हम डरे हुए हो। खुद को संयमित रखें भले ही आप निराश हो या गुस्से में हो।

Patna: कोरोना संक्रमण के मद्देनजर राज्य में lockdown को 6 सितंबर तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. सोमवार को इस पर सहमति बनी. बैठक में पहले की तरह ही 6 सितंबर तक प्रतिबंध रखने का निर्णय लिया गया है.

राज्य में लॉकडाउन के दौरान बफर जोन और कंटेनमेंट जोन में सख्ती जारी रहेगी. सुबह 6 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक मार्केट खुला रहेगा.

इसे भी पढ़ें: बिहार चुनाव से पहले IG से लेकर कई जिलों के SP समेत 17 IPS अधिकारियों के ट्रांसफर

बिहार चुनाव से पहले IG से लेकर कई जिलों के SP समेत 17 IPS अधिकारियों के ट्रांसफर

 

Chhapra: कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते प्रभाव और अस्पतालो में सीमित जगह होने के कारण बहुत से लोग होम-क्वारन्टीन में रहते हुए कोरोना बिमारी से लड़ रहे है.

ऐसे में होम-क्वारन्टीन में रहने वाले वैसे लोग जिन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता हो उन्हें लायंस क्लब छपरा सारण ने लायंस ऑक्सीजन सिलेंडर बैक सेवा की शुरूआत की है. लायंस क्लब के जनसमपर्क पदाधिकारी, लायन बासुदेव गुप्ता  ने बताया कि लायंस क्लब छपरा सारण द्वारा ‘स्व. लायन रूपेश चाॅदगोठिया मेमोरियल आक्सीजन सिलेंडर बैंक’ की विधिवत् शुरुआत की गयी है. यह सेवा पूर्णतया निःशुल्क सेवा है. सभी छपरावासी 24×7 इस सेवा का लाभ ले सकते है.

उन्होंने बताया कि इसे प्राप्त करने के लिए कुछ शर्तें भी रखी गयी है.  इससे संबंधित निम्नलिखित सेवा शर्ते बनाई गयी है.

(1) सिलेंडर लेने वाले व्यक्ति को अपने आधार कार्ड की हस्ताक्षर की हुई कॉपी हमारे पास जमा करानी होगी, साथ ही उन्हें अपना मोबाइल नंबर भी देना होगा।

(2) चिकित्सक का पर्चा होना आवश्यक है , जिसमें ऑक्सीजन चढ़ाए जाने का जिक्र होना चाहिए।

(3) सिलेंडर देते समय ₹7500 जमानत राशि के रूप में जमा ली जाएगी , यह राशि सिलेंडर वापस करते समय लौटा दी जाएगी।

(4) सात दिनों में सिलेंडर वापस नहीं करने की स्थिति में उसके बाद प्रतिदिन ₹100 चार्ज किया जाएगा

(5)सिलेंडर वापस करते समय यदि मीटर या अन्य कोई सामान टूटे हुए प्राप्त होंगे तो उसकी राशि जमानत की राशि में से काट ली जाएगी।

इन नंबरों पर कॉल कर प्राप्त कर सकते है लायंस ऑक्सीजन सिलेंडर

1.लायन राजीव दास-मो• 9470849955

2 लायन प्रहलाद कु सोनी – 9431272876

3 लायन पी के सिंह – 9431279646

4 लायन शैलेंद्र कुमार- 9835286688

5 लायन डा•अनिल कुमार- 9431080167

6 लायन एस जेड ए रिजवी-9431216575

7 लायन मणिशंकर मिश्रा-9708566277

8 लायन नागेंद्र कुमार-9835260170

9 लायन नविन कुमार-9430944663

New Delhi: देश में कोरोना वायरस संक्रमण का कहर लगातार बढता ही जा रहा है. भारत में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 20 लाख को पार कर गई है. हालांकि अच्छी बात ये है कि अब तक 13.70 लाख लोग ठीक हो चुके हैं और मृत्यु दर भी कम हो रही है. संक्रमण के लिहाज से भारत दुनिया का तीसरा सबसे अधिक प्रभावित देश है.बीते 20 दिनों में संक्रमण दोगुना हुआ है. यह दर अमेरिका और ब्राजील की तुलना में भी अधिक है. संक्रमण के लिहाज से यही दो देश भारत से आगे हैं. भारत में अब तक कोरोना संक्रमण के कारण 41 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. मरने वालों के आंकड़ों के आधार पर भारत दुनिया का पांचवा सबसे अधिक प्रभावित देश है.

Chhapra: सारण में कोविड-19 मरीजों का आंकड़ा हज़ार के पार चला गया है. शुक्रवार को सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार जिले में 120 नए करोना मरीज मिले हैं. इसमें छपरा शहर के सबसे ज्यादा मरीज हैं. वही जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 402 हो गई है. ठीक हुए मरीज की संख्या 597 है. सारण में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 14 से अधिक हो गई है. लेकिन आधिकारिक रूप से अभी 10 लोगों के मरने की पुष्टि की गई है.

छपरा शहर में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं हर रोज शहर के अलग अलग इलाकों से कई दर्जन मामले सामने आ रहे हैं. जिसके बाद प्रशासन भी पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. ज्यादातर कोरोना मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है. वैसे लोग जिनकी तबीयत स्थिर है, जिनमें कोई सेंटर नहीं है उन्हें ही घर पर रहने को कहा जा रहा है. वहीं लक्षण वाले मरीजों को सदर अस्पताल के आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया जा रहा है.

शुक्रवार को शहर के कई इलाके कंटेनमेंट जोन घोषित करके सील कर दिया गया. इसमें मुख्य रूप से सलेमपुर दहियावां आदि मोहल्लों को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए सील कर दिया गया. कोविड-19 के बढ़ते मामलों ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. इससे पहले गुरुवार को जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने अपना सदर अस्पताल का निरीक्षण किया और 7 सुविधाओं का जायजा लिया.

•स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने सभी सिविल सर्जन को जारी किया निर्देश

•साफ-सफाई के लिए सफाई कर्मी व मजदूर की व्यवस्था करने का निर्देश

Chhapra: अब आइसोलेशन सेंटर की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएगा तथा आइसोलेशन सेंटर की नियमित साफ-सफाई की जाएगी। इसको लेकर स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत ने सभी जिला अधिकारी व सिविल सर्जन को पत्र लिखकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया है। जारी पत्र में आइसोलेशन सेंटर की साफ-सफाई एवं हाउसकीपिंग के संबंध में समुचित निर्देश दिए गए हैं। पत्र में आइसोलेशन सेंटर की साफ सफाई का कार्य जिला स्तर पर पूर्व से निर्धारित आउट सोर्स एजेंसी के माध्यम से कराये जाने की बात कही गयी है. साथ ही किसी कारण आउटसोर्स एजेंसी द्वारा आइसोलेशन सेंटर की समुचित साफ-सफाई नहीं होने की स्थिति में सफाई कर्मी की व्यवस्था बिहार श्रम संसाधन विभाग द्वारा निर्धारित मानदंड एवं दैनिक पारिश्रमिक के आधार पर करने के निर्देश दिए गए हैं.

नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश

जारी पत्र में निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक आइसोलेशन सेंटर की नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके लिए दैनिक मजदूर के रुप में रखे गए सफाई कर्मी को झाड़ू ,पोछा, वाइपर और बाल्टी , डस्टर, 1% सोडियम हाइपोक्लोराइट, ब्लीचिंग पाउडर, फिनायल लिक्विड, फिनायल गोली, हरपिक आदि समुचित मात्रा में उपलब्ध कराया जाएगा. पत्र में यह बताया गया है कि साफ-सफाई व सेनिटाईजेशन कार्य का पर्यवेक्षण सेंटर के प्रभारी पदाधिकारी करेंगे तथा इनके द्वारा किए गए सत्यापन के आधार पर ही आउटसोर्स एजेंसी या सफाई कर्मी को भुगतान किया जाएगा।

कोविड-19 से बचाव के लिए साफ-सफाई जरूरी

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए साफ सफाई का विशेष महत्व है। इसलिए अपने आसपास तथा कार्यस्थल का नियमित रूप से सफाई करें ताकि कोरोना के संक्रमण के साथ-साथ अन्य संक्रामक बीमारियों से बचाव किया जा सके।

नियमित रूप से किया जाएगा सैनिटाइजेशन

अब आइसोलेशन सेंटर को नियमित रूप से सैनिटाइजेशन किया जाएगा। इसको लेकर भी आवश्यक दिशा- निर्देश जारी किया गया है। आइसोलेशन सेंटर के नोडल पदाधिकारी को नियमित साफ-सफाई तथा सैनिटाइजेशन का कार्य सुनिश्चित कराने के लिए निर्देश दिया गया है।

थूकने की आदत में हो रहा सुधार

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जिस तरह पोस्टर, बैनर के माध्यम से स्वच्छता के प्रति जागरुकता लाई गई है, उससे स्वच्छता अभियान को भी गति मिल रही है। राह चलते, ऑफिस व सार्वजनिक जगहों में इधर-उधर थूकने की आदत में सुधार हो रहा है। क्योंकि जो लोग पहले देखकर भी इग्नोर कर देते थे अब वहीं टोकने से भी नहीं चूक रहे है। कोरोना से बचाव को लेकर इधर उधर थूकने पर जुर्माना का प्रावधान किया गया है।

Chhapra: छपरा नगर निगम क्षेत्र के कई मुहल्लों को कंटेंमेंट जोन में बनाया गया है. इसके बाद इन इलाकों को सील करने के आदेश जिलाधिकारी ने दिए है.

 

शहर के दालदली बाजार में एक व्यक्ति के कोरोना वाइरस से संक्रमित होने की संक्रमित स्थल के उत्तर में शारदा भवन (रामचन्द्र प्रसाद के घर के पास), दक्षिण में मौला मस्जिद के पास पूरब और पश्चिम में राजा पैलेस कटहरी बाग से मुख्य सड़क खनुआ नाला की ओर तक के क्षेत्र को कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है.

वहीं छोटा तेलपा में एक व्यक्ति के संक्रमित होने पर संक्रमित स्थल के उत्तर में भोला मिस्त्री के घर के पास, पूरब में नासिर अली का घर तथा दक्षिण और पश्चिम में परती जमीन तक के क्षेत्र को कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है.

नई बाजार वार्ड नं0 17 में एक व्यक्ति के कोरोना वाइरस से संक्रमित होने पर संक्रमित स्थल के उत्तर में राजेन्द्र चौधरी के घर के पास, पश्चिम से पूरब ब्रम्हपुर जाने वाला मुख्य पथ तक के क्षेत्र को कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है.

कृष्णापुरी में एक व्यक्ति के कोरोना वाइरस से संक्रमित होने पर संक्रमित स्थल के उत्तर में राकेश राय के घर के पास, दक्षिण में हवाई अड्डा के पास, पूरब में अजय सिंह के घर के पास तक के क्षेत्र को कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है.

अस्पताल चौक में एक व्यक्ति के कोरोना वाइरस से संक्रमित होने पर संक्रमित स्थल के उत्तर में फतेह बहादुर सिंह के घर के पास, दक्षिण में मिनर्वा कोचिंग सेंटर के पास, पूरब में सरोज डेयरी के पास तक के क्षेत्र को कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है.

नारायण नगर में एक व्यक्ति के कोरोना वाइरस से संक्रमित होने पर संक्रमित स्थल के पूरब में के0 डी0 सिंह के मकान के पास, उत्तर में नेवाजी टोला चौक से नेहरू चौक जाने वाला मुख्य पथ तक के क्षेत्र को कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है.

कंटेन्मेंट जोन में किसी भी व्यक्ति को इस क्षेत्र से न तो बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी और न ही किसी व्यक्ति को बाहर से अंदर आने की इजाजत दी जाएगी.

जिलाधिकारी के द्वारा अंचलाधिकारी, छपरा सदर को समस्त आवागमन मार्गां को वार्ड पार्षद के सहयोग से पूर्णतः लॉक करते हुए आवागमन अवरुद्ध करने के निर्देश दिए गए है. यदि किसी व्यक्ति द्वारा कंटेन्मेंट जोन से बाहर पलायन किया जाता है अथवा बाहर से अंदर प्रवेश किया जाता है तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाय.

जिलाधिकारी के द्वारा इस पूरे क्षेत्र को सेनेटाइज करने का दायित्व संजय कुमार उपाध्याय, नगर आयुक्त, छपरा नगर निगम को दिया है. जबकी सेनेटाइज गतिविधियों का अनुश्रवण डॉ0 दिलीप कुमार सिंह, जिला वैक्टर बॉर्न रोग नियंत्रण पदाधिकारी मो0 7717781085 को दिया गया है.

सारण जिले में फिलहाल 82 कंटेंमेंट ज़ोन एक्टिव है.

Chhapra: सावन में कोरोनावायरस पर लोगों की आस्था भारी पड़ती नजर आ रही है. 6 जुलाई को सावन की पहली सोमवारी के दिन छपरा के सभी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद रहे. इस दौरान छपरा के धर्मनाथ मंदिर परिसर में अलग ही नजारा को देखने को मिला. जिला प्रशासन के निर्देश पर मंदिर का मुख्य द्वार बंद कर दिया गया था . इस दौरान जब श्रद्धालु मंदिर के गेट पर पहुंचे तो गेट बंद पाया फिर श्रद्धालुओं ने मंदिर के गेट पर ही पूजा-पाठ की और फूल माला चढ़ाकर शिव की आराधना की.

Sha

इस दौरान काफी लोगों ने मंदिर के गेट पर ही जल चढ़ा दिया और फूल माला चढ़ाकर शिवलिंग का दूर से ही दर्शन किया. लोगों को गेट पर पूजा अर्चना करते देख मंदिर प्रशासन की ओर से उन्हें वापस जाने का निर्देश दिया गया. हालांकि इसके बावजूद कई श्रद्धालुओं ने गेट पर पूजा-पाठ करके वापस चले गए.

इससे पहले रविवार को जिले के कई प्रसिद्ध मंदिरों को जिला प्रशासन की ओर से सील कर दिया गया था. ताकि कोई भी श्रद्धालु अंदर ना जाने पाए. धर्मनाथ मंदिर में भी एहतियातन सभी प्रवेश द्वारों को बंद कर दिया गया था. उसके बाद श्रद्धालु गेट पर ही पूजा करके वापस चले गए.

आपको बता दें कि सावन में सभी मंदिरों को श्रद्धालुओं के लिए बंद रखने का निर्देश दिया गया है. जिला प्रशासन ने अगस्त के पहले हफ्ते तक सभी शिव मंदिरों को बंद रखने का निर्देश दिया है.

Chhapra: छपरा शहर में कोरोनावायरस के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं. गुरुवार को आई रिपोर्ट में छपरा टाउन के तीन लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. जिसमें एक महिला भी शामिल है. छपरा के सिविल सर्जन ने बताया कि रूपगंज में 60 साल की महिला, उमा नगर में 25 साल का युवक और बड़ा तेलपा में 22 साल का युवक कोरोनावायरस से संक्रमित पाया गया है. यह सभी किसी ना किसी संक्रमित के संपर्क में आए थे.

सारण में मिले 7 नये मरीज 

इसी तरह सारण में गुरुवार को कुल 7 कोरोनावायरस संक्रमित मरीज मिले. जिसमें छपरा शहर में तीन और विभिन्न प्रखंडों में 4 मरीज मिले. इसमें दरियापुर में दो, गरखा में एक और सोनपुर के राहर दियारा में 9 साल की बच्ची में कोरोनावायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है.

हालांकि सारण में रिकवरी रेट भी काफी बेहतर है. सारण में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. हर रोज नए केस मिलते जा रहे हैं. सीएस ने बताया कि आईजीआईएमएस से तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आया है. वही छपरा में हो रही जांच से चार रिपोर्ट पॉजिटिव आया है.

New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कोरोनावायरस की दवा अभी सिर्फ 2 गज की दूरी और मास्क है. PM ने कहा कि कोरोना वायरस कब खत्म होगा, यह अब अंदाजा लगाना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि फिलहाल कोरोनावायरस की एक ही दवाई है. यह कि 2 गज की दूरी और मास्क लगाकर रखना. उन्होंने आम लोगों से मास्क लगाकर काम पर निकलने की अपील की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार का शुभारंभ किया. अपने सम्बोधन में उन्होंने यूपी सरकार की खूब तारीफ की. कोरोनावायरस की लड़ाई में उन्होंने यूपी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों और सरकारी कर्मियों की बखूबी तारीफ की.
PM ने कहा कि यहां जिस तरह से योगी सरकार ने कोरोनावायरस संक्रमण रोकथाम में कार्य किया है. वह काबिले तारीफ है उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ की इस पर जमकर तारीफ की और अन्य राज्यों को इससे प्रेरणा लेने की बात कही.
प्रधानमंत्री ने यूपी में आत्मनिर्भर अभियान लॉन्च किया उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के वजह से करोड़ों मजदूर वापस घर लौट आए हैं उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा यहां अब सूबे में लौटे बुजुर्गों को काम दिया जा रहा है. हालांकि प्रदेश सरकार का दावा है कि इस योजना के तहत करीब सवा करोड़ मजदूरों को रोजगार दिया जा रहा है.
पीएम ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान गरीबों को भोजन दिक्कत हो, इसके लिए जिस तरह के जोगी सरकार से काम किया वह अभूतपूर्व है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत यूपी ने बहुत तेजी से गरीबों और गांव लौटे श्रमिकों साथियों को मुफ्त राशन पहुंचाया है.
पीएम ने कहा कि संकट के वक्त जो साहस दिखाता है, उसे सफलता मिलती है. आज दुनिया में कोरोना वायरस संकट है. उसमें यूपी ने साहस दिखाया है उसकी तारीफ हो रही है. योगी सरकार का काम आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि यूरोप 4 देशों की जनसंख्या यूपी की जनसंख्या के बराबर है. इस हिसाब से इन 4 देशों में 1.30 लाख मौत हुई है. लेकिन यूपी में अभी तक सिर्फ 600 लोगों की जान गई है. प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी मद 80 हजार लोगों की जान बचाई है. उन्होंने बड़े-बड़े देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि जब बड़े देश कोरोनावायरस से संभाल नहीं पा रहे हैं, दूसरी तरफ यूपी की योगी सरकार ने इस वायरस से लड़ने में साहस दिखाया है और अपने लोगों की जान बचाई है.

Chhapra: सारण में कोरोनावायरस के संक्रमण का देखते हुए अब सभी कंटेनमेंट जोन के प्रत्येक परिवारों का सैंपल जांच के लिए लिया जा रहा है. मिली जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य घनी आबादी वाले मुहल्लों पर है जहां संक्रमण की संभावना ज्यादा है. छपरा में बाजार समिति परिसर, उमा नगर, आर्य नगर , गुदरी बाजार आदि मोहल्लों से 600 से अधिक सैंपल दो दिनों में ले लिया गया है.

जिला स्वास्थ समिति द्वारा संचालित जिला नियंत्रण कक्ष के नोडल पदाधिकारी जिला भू अर्जन पदाधिकारी रजनीश कुमार ने बताया कि सारण जिले में जितने भी मुहल्लों में कंटेनमेंट जोन बनाया गया है सभी परिवार से कम से कम 2 सैंपल लिया जाएगा. ताकि संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की जा सके और वायरस का पता लगाया जा सके.

जानकारी के अनुसार बाजार समिति, उमा नगर, साढ़ा आर्य नगर, कटहरी बाग, तेलपा, हॉस्पिटल चौक, दहियावां टोला, सोनपुर के रहीमपुर समेत दर्जनों कंटेमेंट जोन से सैम्पल इकट्ठे किये जा रहे हैं.

Chhapra: सारण में Covid19 से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या एक सौ के पार चली गई है. अब तक जिले में 108 मरीज ठीक हो चुके हैं. जो अपने आप में अच्छी खबर है. ज़िले में कोरोना के अब 53 एक्टिव केस हैं.

बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार सारण में 164 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित थे. जिसमें अब 53 एक्टिव केस बचे हैं. वहीं 108 लोग संक्रमण के बाद पूरी तरह ठीक हो चुके हैं. 3 लोगों की मौत हुई है. 

सारण के सिविल सर्जन माधेश्वर झा ने जानकारी दी कि सारण के लोगों का रिकवरी रेट बढ़ रहा है. लोग वायरस से जल्दी ठीक हो रहे हैं. अब तक जितने भी लोग संक्रमित पाए गए थे 80 फीसदी से अधिक लोगों में कोई लक्षण नहीं था. उन्होंने बताया कि अभी भी 53 एक्टिव केसेस जिले में है. ऐसे में सावधानी बरती जा रही है. ताकि संक्रमण चेन को तोड़कर जिला को कोरोना से मुक्त किया जा सके.

आपको बता दें कि सारण में कोरोना वायरस से अब तक 3 लोगों की मौत हुई है. वहीं जिले में कई क्षेत्र कंटेनमेंट जोन से मुक्त भी हुए हैं. कोरोना का असर कब तक रहेगा यह देखने वाली बात होगी. लेकिन 108 मरीजों के ठीक होने के बाद सारण के लोगों ने राहत की सांस ली है.

वहीं बिहार में कोरोना वायरस से ठीक होने वाले मरीजों का आंकड़ा 4961 को पहुंच चुका है. जबकि बिहार में अब 1987 एक्टिव केस हैं. बिहार में कोरोना वायरस के कुल संख्या की बात करें तो अब तक 6993 लोग इससे संक्रमित हैं. जिसमे 44 लोगों की मौत हुई है.