छपरा: लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा नहाय-खाय के शुरू हो गया. जिसके लेकर लोग खरीददारी के लिए बाज़ारों में निकल रहे है और उन्हें सुबह से शाम तक जाम का सामना करना पड़ रहा है.

गुरुवार के दिन भी शहरवासियों को जाम से जूझना पड़ा. गांधी चौक से मौना चौक और सलेमपुर चौक से नगरपालिका चौक तक वाहनों की लम्बी कतार लगी रही. बाइक और साइकिल से चलना तो दूर पैदल चलना भी दुर्लभ रहा. शहर का मुख्य सड़क जाम रहने से बाईक सवार गली का सहारा लेते दिखे.

शहर में कई जगहों पर जाम का कारण सड़क किनारे खड़ी गाडियां थी. पार्किंग की व्यवस्था ना होने से लोग खरीददारी करने के लिए सड़क किनारे गाड़ी खड़ा कर मजबूर थे. जाम में फंसे लोगों का कहना था कि प्रशासन द्वारा कम-से-कम त्योहारों में यातायात को लेकर विशेष व्यवस्था करनी चाहिए. ताकि लोगों को परेशानी न हो. वही लोगों को भी अपने वाहन को यत्र तत्र पार्क करने से बचना चाहिए.

दाउदपुर: बिजली विभाग के लापरवाही एक बार फिर सामने आई है. जिस कारण दो यूवकों को अपनी जान गवानी पड़ी है. सड़क पर टूट कर गिरे धारा प्रवाहित हाइटेंसन तार के चपेट में आने से टरवां गांव के दो युवकों की झुलस कर मौत हो गई.

घटना कोपा थाना क्षेत्र के हसुलाही बगीचा के समीप नहर के किनारे की है. जलालपुर से छठ का बाजार कर मोटरसाईकिल से घर लौटने के क्रम में सड़क पर टूट कर गिरे धारा प्रवाहित हाइ टेंसन तार के चपेट में आने से टरवां पोझियार गांव के दो युवकों की झुलस कर मौत हो गई. वही छठ पूजा के लिए आम की लकड़ी लेकर जा रहा एक युवक झुलसकर बुरी तरह जख्मी हो गया.

जख्मी युवक का प्राथमिक उपचार के बाद छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार टारवां गांव निवासी शिवकुमार प्रसाद का 23 वर्षीय पुत्र मिथिलेश प्रसाद एवं उसी गांव के कोपा थाने के चौकीदार मुक्तिनाथ मांझी का पुत्र 21 वर्षीय विनोद पासवान छठ-व्रत के लिए सामान की खरीदारी कर जलालपुर से लौट रहे थे. इसी दौरान हाईटेंशन तार टूट कर गिर गया और चपेट में आने से दोनों की मौत हो गयी.

घटना की जानकारी मिलते ही परिवार सहित पूरे गांव में मातम छा गया. बड़ी संख्या ग्रामीणों ने पहुंचकर विद्युत् विभाग के प्रति आक्रोश व्यक्त किया. कोपा थानाध्यक्ष मनीष कुमार भी दलबल के साथ पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए छपरा भेजा दिया.

छपरा: महापर्व छठ को लेकर तैयारी अब अंतिम चरण में है. बाज़ारों में खरीदारी को लेकर रौनक है. वही घाटों पर साफ़ सफाई में पूजा समिति के लोग जुटे है. 

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पूजा समितियों के द्वारा घाटों पर लोगों को पहुँचने के लिए मार्ग को सुगम बनाया जा रहा है. शहर के धर्मनाथ मंदिर घाट, सत्यनारायण मंदिर घाट, नेवाजी टोला घाट, कटरा, दहियावां, रूपगंज, जयराम दास का मठिया घाट काफी जगहों पर समितियों के द्वारा तैयारियां की जा रही है. img_20161102_143752996_hdr_wm

धर्मनाथ मंदिर घाट पर चार पहिया वाहन जा सके इसके लिए सड़क का निर्माण आपसी सहयोग से लोगों के द्वारा किया जा रहा है. वही जय रामदास मठिया घाट पर चचड़ी पुल का निर्माण किया जा रहा है. ताकि नदी के दोनों और से घाट पर लोग पूजा कर सके. इसके आलावे घाटों पर रौशनी, पार्किंग और अन्य व्यवस्था किये जा रहे है. 

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घाटों पर साफ़ सफाई और आवश्यक कार्य के लिए जिलाधिकारी दीपक आनंद ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है. उन्होंने पदाधिकारियों को सभी संवेदनशील छठ घाटों का निरीक्षण कर आवागमन, प्रकाश, पार्किंग आदि की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश दिया है.

फना होने की इजाज़त ली नहीं जाती,
ये वतन कि मोहब्बत है जनाब, पूछ के की नहीं जाती.

शहर में विभिन्न चौक चौराहों पर भव्य पंडाल का निर्माण किया गया है. शहर में बने पंडालों को खास थीम पर तैयार किया गया है. इसी एक बानगी छोटा तेलपा के एक पूजा पंडाल में दिखी है जहां भारत माता की प्रतिमा को स्थापित किया गया है और पूरे पंजाल को देशभक्ति की थीम पर तैयार किया गया है.

इस पंडाल में भारत माता के अलावा महात्मा गांधी, चंद्रशेखर आज़ाद, रानी लक्ष्मीबाई की मूर्ति भी स्थापित की गई है. इस पूजा पंडाल का निर्माण श्री श्री भारत माता पूजा समिति के तत्वाधान में किया गया है.

इस पूजा समिति से ज्यादातर युवा जुड़े हैं जो हर साल इसी थीम पर पंडाल को तैयार करते हैं. पूजा समिति से जुड़े राजन यादव ने बताया कि इस पूजा पंडाल का निर्माण साल 2001 से किया जा रहा है और तब से ही यहां भारत माता की स्थापना की जाती है, जबकि उससे पहले यहां मां दुर्गा की स्थापना की जाती थी.

छपरा: हिन्दी दिवस के अवसर पर छपरा टुडे के स्थानीय कार्यालय में ‘राष्ट्रभाषा हिन्दी, दशा और दिशा विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया.

कार्यक्रम को संबोधित करते वरिष्ठ पत्रकार डॉ एच के वर्मा
कार्यक्रम को संबोधित करते वरिष्ठ पत्रकार डॉ एच के वर्मा
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संगोष्ठी को संबोधित करते पश्चिमोत्तर बिहार व्यवसायी संघ के अध्यक्ष पवन कुमार अग्रवाल

संगोष्ठी में अतिथियों ने खुलकर वर्तमान समय में हिन्दी की दशा और दिशा पर अपने विचार व्यक्त किये. संगोष्ठी को संबोधित करते हुए वरीय पत्रकार डॉ. एच. के. वर्मा ने कहा कि वर्तमान समय में हिन्दी की दशा और दिशा दोनों में विकास हुआ है. कल की अपेक्षा वर्तमान समय में हमारा भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है. उन्होंने कहा कि हिन्दी को लेकर अशुद्धियों को हमे पूर्ण रूप से त्यागना होगा. अशुद्धियों का केन्द्रीयकरण हमें इससे दूर करता है जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है. उन्होंने शैक्षणिक संस्थान में हो रहे प्रयोग का स्मरण कराते हुए कहा कि कल तक हिन्दी विषय का शोध पत्र अंग्रेजी भाषा में लिखे जाते थे लेकिन अब हिन्दी में लिखे जा रहे है. यह इसके विकास को दर्शाता है. लेकिन इन सबके बावजूद हिन्दी के प्रति समाज को जाग्रत् होना होगा. हम अशुद्धियों को नकारात्मक रूप में ना लेकर भाषा के प्रति सकारात्मक भावनाओं को प्रबल बनावें.  

संगोष्ठी को संबोधित करते हुए जेपीयू के राजनीति शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो० लाल बाबू यादव ने कहा कि आज हिन्दी अपने चर्मोत्कर्स पर है और हमें अपनी मातृभाषा पर गर्व करने की जरूरत है. यह हिन्दी के प्रति हमारा आकर्षण ही है जिसके कारण अंग्रेजी को पढ़कर हम उसका त्वरित हिन्दी अनुवाद कर लेते हैं. भाषा जनमानस में पैदा होती है इसलिए इसकी व्यापकता को समझना होगा. भारत जैसे देश में भाषा के सवाल को हल नहीं किया जा सकता क्योंकि यहां 14 हजार भाषाएँ बोली जाती हैं. 

उन्होंने कहा कि भाषा के सवाल पर हमें गंभीरता से बात करनी होगी ना कि उसकी अशुद्धियों और शुद्धिकरण पर. कोई व्यक्ति अपनी बात को दूसरे तक पहुंचा देता है यही शुद्ध भाषा है. उन्होंने भाषा के प्रबलता से उसके आधार पर बने बांग्लादेश की चर्चा की. उन्होंने हिन्दी भाषा को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हम जो बोलते हैं वह सही है. यह बहता हुआ झरझर पानी है. भाषा बहती रहती है लेकिन जैसे ही उसमें व्याकरण का अंकुश लगता है तो यह खतरनाक बन जाता है. वर्तमान समय में हिन्दी अच्छी जगह पर हैं जिसकी दशा और दिशा दोनों ही ठीक है.

गोष्ठी के दौरान अन्य वक्ता के रूप में सारण जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह, पश्चिमोत्तर बिहार व्यवसायी संघ के अध्यक्ष पवन कुमार अग्रवाल, रोटरी सारण के संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल, छात्र नेता विश्वजीत सिंह चंदेल, NUJI सारण के महासचिव धर्मेन्द्र रस्तोगी, पत्रकार मनोरंजन पाठक, दैनिक भास्कर समाचार पत्र के स्थानीय प्रभारी अमन कुमार, सामाजिक कार्यकर्त्ता भंवर किशोर, तरुण प्रकाश जैसे कई गणमान्य लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किये.

कार्यक्रम का संचालन छपरा टुडे डॉट कॉम के प्रबंध संपादक सुरभित दत्त ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन स्थानीय संपादक संतोष कुमार बंटी ने किया. छपरा टुडे टीम के सदस्य प्रभात किरण हिमांशु, कबीर अहमद और अमन कुमार ने भी इस कार्यक्रम में अपने विचार रखे और संगोष्ठी को सफल बनाने में अहम् भूमिका निभाई.

बिहार में शराबबंदी का नया कानून लागू कर दिया है जिसके बाद इसके तहत बीते दिनों 11 थानेदारों को निलंबित भी किया गया था. लेकिन, इन 11 थानेदारों के निलंबन का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. बिहार पुलिस एसोसिएशन इस निलंबन से नाराज़ है और एसोसिएशन ने इस बाबत पुलिस महानिदेशक को एक पत्र भी लिखा है.

इस स्मार पत्र में पुलिस महानिदेशक से ये मांग की गई है कि जल्द से जल्द उन 11 थानेदारों के निलंबन को वापस लिया जाए और अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वो आंदोलन करेंगे और हड़ताल पर चले जाएंगे. दूसरी तरफ इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है.

इस पत्र में कहा गया है कि अगर 28 अगस्त तक 11 थानेदारों के निलंबन वापस नहीं लिए गए तो बिहार के करीब 8 हज़ार पुलिस निरिक्षक और पुलिस अवर निरिक्षक अपने आपको थानाध्यक्ष की जिम्मेदारी से अलग कर लेंगे. वो लोग ड्यूटी करेंगे लेकिन थानेदारी नहीं करेंगे.

वहीं, एडीजी सुनील कुमार ने कहा है कि जिस थानेदार को किसी तरह की कोई दिक्कत है तो वो अपने क्षेत्र के पुलिस कप्तान से इसकी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

छपरा: जिले में विधि व्यवस्था को कायम रखने के लिये शांति व्यवस्था बहाल होने के बाद भी धारा 144 को अगले आदेश तक बढ़ा दिया गया है.

जिलाधिकारी दीपक आनंद ने बताया कि जिले में विधि व्यवस्था की समस्या को देखते हुए दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के अंतर्गत 5 अगस्त की संध्या 4 बजे से 8 अगस्त की संध्या 76 बजे तक लागू निषेधाज्ञा को सावन मास में हिन्दू श्रद्धालुओं द्वारा मंदिरों में पूजा अर्चना में व्याप्त तनाव की स्थिति के मद्देनजर असमाजिक तत्वों द्वारा विधि व्यवस्था में उत्पन्न किये जा रहे व्यवधान को देखते हुए धारा 144 की अवधि को 8 अगस्त की संध्या से अगले आदेश तक प्रभावी किया गया है. इस दौरान इन्टरनेट सुविधाओं पर भी पाबंदी लगाई गई है.

अधिकारियों और कर्मियों के अवकाश रद्द

जिलाधिकारी दीपक आनंद ने विधि व्यवस्था के मद्देनजर सभी कर्मियों के अवकाश को रद्द कर दिया है. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि जो भी अधिकारी एवं कर्मचारी अवकाश में है तो वे अविलम्ब अपने मुख्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित करें. सभी कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन करें.

जिलाधिकारी ने की अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील

जिलाधिकारी दीपक आनंद ने एक बार पुनः जिले के नागरिकों से शांति व्यवस्था कायम रखने की अपील करते हुए सभी से सहयोग की अपील की है.

सावन की तीसरी सोमवारी को शहर के अलग अलग शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. सुबह से ही शिवालयों में भक्तों की जबरदस्त भीड़ देखी गई.

शहर के मशहूर धर्मनाथ मंदिर में भी अहले सुबह से भक्तों की लाइन लग गई और महादेव शंकर की पूजा-अर्चना के लिए लोग लालायित दिखे.

भक्तों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद दिखी और जगह जगह सैन्यबलों को गश्ती करते देखा गया.

दलित उत्पीड़न और फर्जी गौरक्षकों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी काफी गुस्से में हैं. रविवार को हैदराबाद में पीएम मोदी ने फर्जी गौरक्षकों और दलित उत्पीड़न की घटनाओं के खिलाफ अपना गुस्सा ज़ाहिर किया और बेहद कड़े बयान दिए.

नरेंद्र मोदी ने कड़े शब्दों में कहा, ‘दलितों के उत्पीड़न किए जाने का हक किसी को नहीं है, अगर वार करना है तो मुझ पर करें, अगर गोली चलानी है तो मुझ पर चलाएं, मेरे दलित भाइयों पर नहीं.’

पीएम ने कहा कि दलितों के मुद्दे को समझने की ज़रूरत है और इसका राजनीतिकरण करना बंद होना चाहिए. दूसरी तरफ गौरक्षकों पर प्रधानमंत्री आज भी बरसे और कहा कि कुछ लोग गौरक्षा के नाम पर समाज में तनाव फैलाने का प्रयास कर रहे हैं.

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री ने ये बयान ऐसे वक्त में दिया है जब उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में दलितों के खिलाफ हिंसा की कई खबरें सामने आई हैं. इससे पहले दिल्ली में आयोजित टॉउनहॉन में भी मोदी ने फर्जी गौरक्षकों को असमाजिक तत्व करार दिया था.

फाइल फोटो

मकेर की घटना के बाद आहूत सारण बंद के दौरान शहर में कई जगह छिटपुट हिंसा और जगह जगह आगज़नी की गई और सड़क पर आवागमन पूरी तरह बाधित कर दिया गया. लेकिन, पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी की वजह से शहर और ज़िले में स्थिती को पूरी तरह से नियंत्रित कर लिया गया है. प्रशासन की ओर से पूरे शहर में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है और अब स्थिति पूरी तरह से सामान्य हो गई है.

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बंद के दौरान उपद्रवियों ने कई दुकानें लूट लीं और आगज़नी भी की. शहर के खनुआ नाले इलाके में दो गुटों के बीच पथराव हुआ. सूचना पाते ही जिलाधिकारी दीपक आनंद और एसपी पंकज कुमार राज घटनास्थल पर पहुंचे और उपद्रवियों को खदेड़ा. इस दौरान हुए पथराव में जिलाधिकारी के पैर में चोट भी लग गई. इसके बावजूद जिलाधिकारी मौके पर डटे रहे और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पूरी ताकत लगा दी.

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शहर में स्थिति धीरे धीरे सामान्य हो रही है लेकिन, किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सभी चौक चौराहों पर दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों समेत भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है. आयुक्त नर्मदेश्वर लाल, पुलिस महानिरीक्षक सुनील कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक अलोक राज, डीआईजी अजित कुमार राय ने पूरे शहर का मुआयना किया.

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एसपी पंकज कुमार राज ने बताया कि वायरल वीडियो मामले में शुक्रवार को दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है. उन्होंने कहा कि दोषियों को चिन्हित कर गिरफ्तार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिले में शांति व्यवस्था कायम करने के लिये अबतक बीएमपी के 300, ट्रेनिंग रिजर्व के 150 जवान, SSB, ITBP, RAF, STRF की एक एक कंपनी तैनात की गयी है.

वहीं दूसरी ओर जिलाधिकारी दीपक आनंद ने जिलेवासियों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर आप न देने की अपील की. उन्होंने कहा कि उपद्रवियों और शरारती तत्वों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा और उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.

नई दिल्ली: देश की दूसरी बुलेट ट्रेन नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चलाई जाएगी.

यह ट्रेन महज दो घंटे 40 मिनट में 782 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. आम ट्रेनें इस रूट पर सामान्य तौर पर 10 से 12 घंटे का समय लेती हैं. खबरों के मुताबिक इस ट्रैक पर तेजी से काम किया जा रहा है. इस कॉरिडोर के लिए स्पेनिश फर्म से बातचीत चल रही है जो नवंबर तक अपनी अंतिम रिपोर्ट सौंपेगी.

छपरा: सूबे में पूर्णशराबबंदी कानून के लागू होने के बाद सारण पुलिस ने युद्धस्तर पर छापेमारी अभियान चलाकर अवैध शराब का धंधा चला रहे कारोबारियों पर नकेल कसने की भरपूर कोशिश की है, बावजूद इसके अवैध धंधेबाजों के हौसले इन दिनों सातवें आसमान पर हैं.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस प्रशासन को बिहार में शराब पीने और किसी भी रूप में इसका कारोबार करने वाले लोगों को सख्त सजा देने का निर्देश दिया है, इस बाबत कड़े कानून का भी प्रावधान किया गया है. इसके बाद भी जिले में ऐसे कई धंधेबाज हैं जो गुप्त रूप से अवैध शराब निर्माण की भट्ठियां चला रहे हैं.

बीते दिनों पुलिस कप्तान पंकज कुमार राज के निर्देश पर एएसपी मनीष कुमार के नेतृत्व में जिले के दियारा क्षेत्रों में ताबड़तोड़ छापेमारी अभियान चलाकर सैकड़ों लीटर अवैध शराब के साथ कई धंधेबाजों को गिरफ्तार किया गया था, इस दौरान पुलिस ने शहर के सोनारपट्टी स्थित निचले दियारा क्षेत्र, मुफस्सिल थानाक्षेत्र के बिनटोलिया तथा रिविलगंज थानाक्षेत्र के दिलीया रहीमपुर इलाकों में एक के बाद एक छापेमारी कर अवैध धंधेबाजों के बीच हड़कंप मचा दिया था.

पुलिस के द्वारा की गई इस सघन छापेमारी के बाद ऐसा लगा कि इन धंधेबाजों में इस करवाई का असर देखने को मिलेगा और अवैध शराब निर्माण पर काबू पाया जा सकेगा, किन्तु इस घटना के बाद भी कारोबारियों के हौसले बुलंद दिखे और इनके द्वारा फिर से गुप्त रूप से शराब निर्माण का धंधा चलाने की बात उजागर हुई.जानकारी मिलते ही पुलिस ने पुनः इन इलाकों में छापा मारकर भट्ठियों को ध्वस्त किया और शराब भी जब्त कर लिया.

पुलिस के कारवाई के बाद भी अवैध कारोबारियों के इस दुस्साहस को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि इनके अंदर से पुलिस का खौफ समाप्त हो चुका है. पुलिस अवैध भट्ठियां तोड़ती है, धंधेबाजों को गिरफ्तार भी करती है,पर पुलिस के जाते ही फिर से अवैध निर्माण शुरू हो जाता है. पुलिस की करवाई और कड़े सजा के प्रावधान के बावजूद इन कारोबारियों में दहशत का ना दिखना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है.

ये पुलिस की असफलता है या अवैध कारोबारियों का बेख़ौफ़ होना इस बात पर एक गंभीर विचार की आवश्यकता है, किन्तु ये बात भी तय है कि अगर पुलिस पूरी तन्मयता से निर्णय कर ले तो शराब के कारोबार पर 24 घंटों के अंदर लगाम लगाया जा सकता है. पुलिस सक्रीय है पर असली सफलता तभी मिलेगी जब ऐसे कारोबारियों को जड़ से ख़त्म किया जा सकेगा और शराब और उससे जुड़े धंधेबाजों में पुलिस का खौफ पैदा होगा.