छपरा: आईआईटी में नामांकन को लेकर आयोजित परीक्षा का परिणाम आने के साथ ही छपरा न्यायाधीश कालोनी में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी.

छपरा के एडीजे ओमप्रकाश कुमार के बेटे अश्विनी ने जेईई परीक्षा में पूरे बिहार में दूसरा स्थान हासिल कर अपना और अपने परिवार सहित पूरे जिले का नाम रौशन किया है. बेटे की इस कामयाबी पर पिता को बधाई देने वाले लोगो के फोन आने शुरू गये. पूरे कालोनी में इस कामयाबी पर जश्न का माहौल देखा गया. बता दें इस बार जेईई एडवांस 2016 परीक्षा आईआईटी गुवाहाटी द्वारा आयोजित की गई है.

जेईई मेन क्वालीफाई करने के बाद दो लाख परीक्षार्थियों ने 22 मई को एडवांस की परीक्षा दी थी. रविवार को रिजल्ट घोषित होने के बाद सफल उम्मीदवारों की ऑल इंडिया रैंक भी घोषित किया जाएगा.

सफल छात्र देश की तमाम आईआईटी और आईएसएम (इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स, धनबाद) के इंजीनियरिंग कोर्सेज में प्रवेश ले सकेंगे. इसके अलावा आईआईएसईआर, राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस में भी आईआईटी एडवांस्ड के स्कोर से ही दाखिला मिलता है.

पटना: बिहार में इस बार मानसून 18 जून तक पंहुचने की संभावना जताई जा रही है. मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में प्रवेश कर गया है. यह तमिलनाडु, कर्नाटक तथा दक्षिण बंगाल की खाड़ी के शेष हिस्सों में आगे बढ़ रहा है.

बिहार समेत पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में औसत से ज्यादा बारिश होने की संभावना है. उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश सामान्य के मुकाबले 108 प्रतिशत रहेगी जबकि पूर्वोत्तर में 94 प्रतिशत बारिश होने की संभावना व्यक्त की जा रही है.

नई दिल्ली: केन्द्रीय मंत्रिमंडल में जल्द ही बदलाव किये जायेंगे. सूत्रों के अनुसार उत्तरप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए वहां के सांसदों को मंत्री बनाया जा सकता है. शुक्रवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी इस बदलाव के संकेत दिए है. हालाकि उन्होंने इसकी तारीखों के बारे में कुछ नहीं कहा है.

सूत्रों के अनुसार केन्द्रीय कैबिनेट में वित्त, गृह, रेलवे, रक्षा, शहरी विकास, विदेश मंत्रालय, सूचना प्रसारण में कोई बदलाव नहीं किया जायेगा. फिलहाल केन्द्रीय कैबिनेट में 81 मंत्री बनाये जा सकते है. जबकि अभी केवल 65 मंत्री है. मंत्रिमंडल से बिना किसी मंत्री को हटाये 16 नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है.

सूत्रों के अनुसार केन्द्रीय कैबिनेट में बिहार के 7 मंत्रियों में से 2 को पार्टी के संगठन के कार्य के लिया वापस किया जा सकता है. मंत्रिमंडल का यह विस्तार जून में हो सकता है.

वही आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश से कुछ और चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने की सम्भावना है. फिलहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत उत्तरप्रदेश के 13 सांसद केंद्र सरकार में मंत्री है.

सरकारी विद्यालयों में इन दिनों पांचवी  और आठवीं उत्तीर्ण कर चुके छात्र छात्राओं को ट्रान्सफर सर्टिफिकेट के लिए बार बार चक्कर काटना पड़ रहा है.

शिक्षा विभाग द्वारा अबतक विद्यालयों में टीसी उपलब्ध नहीं कराये जाने से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है. स्थानांतरण प्रमाण पत्र नहीं मिलने से छात्रों के साथ साथ उनके अभिभावक भी भविष्य को लेकर चिंतित दिख रहे है.

शैक्षणिक सत्र 2016-17 में 9 दिन बीत चुके है. बीते नौ दिनों से छात्र प्रतिदिन विद्यालय के चक्कर काट रहे है लेकिन प्रतिदिन उन्हें निराश हाँथ लग रही है. छात्रों में प्रतिष्ठित उच्च विद्यालयों में नामांकन को लेकर चिंता बनी हुई है.

हालाकि यह स्थिति पूरे जिले की है जिससे थोड़ी राहत है. इसके बावज़ूद जिन विद्यालयों के पास पूर्व के स्थानांतरण पत्र उपलब्ध वह अपने छात्रों को टीसी निर्गत कर रहे है. जिसके कारण उन्होंने नामांकन प्रपत्र भर दिया है जो अन्य छात्रों की चिंता बढ़ा रहा है.

उधर जिला कार्यालय में उपलब्ध टीसी प्रपत्र को भी येन केन प्रकारेण से प्राप्त कर शिक्षक अपने विद्यालय ले जा रहे है.

शिक्षा विभाग और जिला स्तरीय पदाधिकारी और कर्मियों की शिथिलता का खामियाज़ा छात्रों को अपने भविष्य को दांव पर लगाकर चुकाना पर रहा है.

बहरहाल अब देखना होगा कि आखिर कितने दिनों बाद पदाधिकारी और कर्मी सक्रीय होते है, आखिर कब छात्रों को विद्यालय से टीसी मिलेगा जिससे कि उनका नामांकन हो सके.

पटना: सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शनिवार को पेरियार इंटरनेशनल संस्था द्वारा के. वीरमणि सम्मान से सम्मानित किया गया. विधान परिषद की एनेक्सी में इस सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था. समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में द्रविड़ कषगम के अध्यक्ष और पेरियार आंदोलन के प्रसिद्ध नेता डॉ. के. वीरमणि ने मुख्यमंत्री को सम्मानित किया. समारोह की अध्यक्षता विधानसभा के स्पीकर विजय कुमार चौधरी ने की.

के. वीरामणि पुरस्कार 2015 स्वयं डॉ. वीरामणि से स्वीकार करते हुए.

Posted by Nitish Kumar on Saturday, April 9, 2016

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह सम्मान पेरियार इंटरनेशनल संस्था द्वारा सामाजिक न्याय के क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धि, सामाजिक न्याय के मुद्दों पर लंबे समय से संघर्षरत रहने और समाज के वंचित वर्गों का न्यायपूर्ण विकास सुनिश्चित करने के लिए दिया गया.

 

 

रिविलगंज: पंचायत चुनाव 2016 के लिए पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया गुरुवार से शुरू हो जाएगी.सारण जिला में 24 अप्रैल को होने वाले पहले चरण के मतदान हेतु रिविलगंज प्रखंड में नामांकन हेतु सभी आवश्यक प्रक्रियाएं शुरू कर दी गईँ हैं.

बुधवार को पत्रक के प्रकाशन के साथ ही गुरुवार से रिविलगंज प्रखंड में त्रिस्तरीय पंचायत आम चुनाव हेतु नामांकन प्रारंभ हो जाएगा.

रिविलगंज बीडीओ अंजू कुमारी ने पंचायत चुनाव के सम्बन्ध में बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशानिर्देश के अनुसार नामांकन हेतु सभी तैयारियां पूरी कर ली गईँ हैं.निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव हेतु प्रखंड में पांच सहायक निर्वाची पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है.

रिविलगंज प्रखंड में 9 पंचायत है जिसके अंतर्गत कुल 117 बूथ आते है.प्रखंड स्तरीय चुनाव में रिविलगंज में कुल 61243 मतदाता इस बार वोट करेंगे.

नामांकन प्रक्रिया 3 से 9 मार्च तक चलेगी,वहीं नामांकन जांच 12 मार्च को होगी जबकि नाम वापसी की अंतिम तिथि 14 मार्च को निर्धारित किया गया है.

बिहार में राजद-जदयू गठबंधन की सरकार है.कुल मिलाकर लालू राज बिहार में फिर से कायम है. लालू यादव ने बिहार विधान सभा चुनाव के पहले अपनी लडखड़ाती राजनीतिक पारी को अपने अनुभव और बुद्धिमता से जिस प्रकार संभाला है वो उनकी राजनीतिक परिपक्वता का परिचायक है.

लालू प्रसाद यादव ने पहले अपनी धर्मपत्नी राबड़ी देवी फिर अपनी बेटी मीसा भारती के जरिये बिहार की राजनीति में अपने और परिवार के लोगों की साख मजबूत करने का प्रयास किया पर कहीं ना कहीं सत्ता में फ्रंट से लीड करने की उनकी तमन्ना पूरी नहीं हो पा रही थी.

ऐसे में गहन चिंतन के बाद जिस प्रकार लालू यादव ने पूरे आत्मविश्वास से अपने पुत्र तेजप्रताप और तेजस्वी यादव को बिहार की राजनीति में सक्रिय किया है और दोनों को एक मुकाम पर ला खड़ा किया है वो लालू यादव के ‘किंग मेकर’ वाली छवि को सार्थक करता है.

तेजस्वी इस समय बिहार के उप-मुख्यमंत्री है. जबकि तेजप्रताप बिहार के स्वास्थ्य मंत्री. दोनों ही नीतीश सरकार के खासमखास हैं. तेजस्वी ने जिस प्रकार हाल ही में अपने युवा जोश के साथ नीतीश कुमार के साथ कदम से कदम मिलाकर सरकार चलाने में जो महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है वो उनके राजनीतिक कुशलता को दर्शाता है. पिता से मिली सीख और वंशानुगत प्रभाव बिहार की राजनीति में स्पष्ट रूप से देखने को मिल रहा है.

इस बात से बिहार की जनता भलीभांति अवगत है कि लालू प्रसाद यादव ने समय रहते अपनी राजनीतिक विरासत को जिम्मेदार हाथो में सौंप दिया है. आने वाले समय में दोनों पुत्र बिहार समेत देश की राजनीति में अपनी साख मजबूत करने में सक्षम होंगे. लालू प्रसाद यादव ने अपने डगमगाते राजनीतिक भविष्य को जिस प्रकार आधार दिया है वो उनके विरोधियों के लिए बहुत बड़ी सबक है.

पटना: सूबे में पंचायत चुनाव का बिगुल बाज़ गया है. मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में पंचायत चुनाव की तारीखों पर सरकार ने मुहर लगा दी.
पहले चरण का मतदान 24 अप्रैल को अंतिम चरण का मतदान 30 मई को होगा. हर चौथे दिन मतदान होगा. जिला परिषद सदस्य, मुखिया, ग्राम कचहरी सरपंच, पंचायत समिति के सदस्य, ग्राम पंचायत के सदस्य और ग्राम कचहरी पंच के करीब ढाई लाख पदों के लिए मतदान होना है.

चुनाव की अधिसूचना 28 फरवरी को जारी होगी. जिसके साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी.
मतदान 24 अप्रैल, 28 अप्रैल, 2 मई, 6 मई, 10 मई, 14 मई, 18 मई, 22 मई, 26 मई और 30 मई को होगा.

पहले चरण की अधिसूचना 2 मार्च को जारी होगी. दूसरे चरण की 4 मार्च, तीसरा चरण 8 मार्च, चौथा चरण 10 मार्च, पांचवा चरण 11 मार्च, छठा चरण 26 मार्च, सातवां चरण 28 मार्च, आठवां चरण 30 मार्च, नौंवा चरण 4 अप्रैल और दसवें चरण की अधिसूचना 7 अप्रैल को जारी होगी.

पंचायत चुनाव में मुखिया के 8397, सरपंच के 8397, ग्राम पंचायत सदस्य के 114650, ग्राम कचहरी पंच के 114650, पंचायत समिति सदस्य के 11516 और जिला परिषद सदस्य के 1162 पदों के लिए चुनाव होंगे. राज्य में कुल पद 258772 है.

पटना: राजधानी समेत उत्तर बिहार के कई जिलों में रविवार देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए. रात करीब 11:55 में भूकंप के झटके महसूस किये गए. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5 थी. भूकंप का केंद्र नेपाल में लमजंग में जमीन से 19 किलोमीटर निचे था. उत्तर बिहार के सिवान, गोपालगंज, सारण, पटना, सीतामढ़ी, शिवहर, रक्सौल और मुजफ्फरपुर में झटके महसूस किये गए.  

हालांकि इस दौरान किसी प्रकार की जान-माल के नुकसान होने की कोई सूचना नहीं है. इसके अलावा रविवार दोपहर 2 बजकर 42 मिनट पर अफगानिस्तान के हिंदुकुश क्षेत्र में भी 5.7 तीव्रता का भूकंप आया. इसके साथ उत्तराखंड के उत्तरकाशी क्षेत्र में दोपहर 1 बज कर 21 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 दर्ज की गई. एहतियात के तौर पर लोग अपने घरों से बाहर निकल गए.

पटना(DNMS): सूबे में उत्पन्न बालू संकट के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से जिम्मेवार है. सरकार ने 2014 के बनाए अपने ही नियमों का उल्लंघन कर बालू उत्खनन का आदेश दिया और जब नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने उक्त नियमों का हवाला देकर बालू खनन पर रोक लगाया तो अब राज्य सरकार ट्रिब्यूनल के खिलाफ ही बयानबाजी कर जहां कोर्ट की अवमानना कर रही है. वहीं केन्द्र सरकार पर झूठा आरोप भी लगा रही है. बालू संकट के मद्देनजर राज्य सरकार की स्थिति ‘नाचे न जाने, आंगन टेढ़ा’ वाली है. उक्त बातें बिहार भाजपा विधान मंडल दल के नेता सुशील कुमार ने रविवार को पटना में एक प्रेस बयान जारी कर के कहीं.
उन्होंने कहा कि बिहार माइनर मिनरल कंसेशन (एमेंडमेंट) रूल्स, 2014 (Bihar Minor Minerel (Amendment)Rules-2014) के सेक्शन 21 ‘ए’ में राज्य सरकार ने खुद ही प्रावधान किया है कि बिना स्वच्छता प्रमाणपत्र प्राप्त किए कोई भी उत्खनन कार्य नहीं कर सकता है. बिहार सरकार को बताना चाहिए कि उसने अपने ही बनाये नियमों का उल्लंघन कर बालू खनन की बंदोवस्ती कैसे कर दी? इतने दिनों तक बालू का खनन जारी कैसे रहा? 19 जनवरी को ही जब बालू खनन पर ट्रिब्यूनल ने रोक लगा दी तो राज्य सरकार ने अब तक कौन सी कार्रवाई की है? ऐसे में अभी जो बालू संकट उत्पन्न हुआ है, उसके लिए क्या राज्य सरकार पूरी तरह से जिम्मेवार नहीं है?

भाजपा नेता ने कहां कि बिहार के 24 जिलों में 20 लोगों को बालू खनन की बंदोवस्ती की गई जिनमें से मात्र 10 लोगों ने केन्द्र सरकार को स्वच्छता व पर्यावरण क्लियरेंस प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिया. केन्द्र ने प्रक्रियाओं को पूरा करने की पृच्छा के साथ सभी आवेदन बिहार को भेजा मगर सरकार ने आज तक केन्द्र के पृच्छा का जवाब तक नहीं दिया है. दूसरी ओर 12 प्रस्ताव एक साल बाद इसी माह राज्यस्तरीय इन्वायरमेंटल क्लियरेंस प्राधिकार के पास भेजा गया है, जहां वह लम्बित है. दरअसल राज्य सरकार अपनी नाकामियों के लिए नाहक में केन्द्र सरकार को कोस रही है. 

नवीन सिंह परमार की रिपोर्ट

पटना: माध्यमिक, उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) इस साल अप्रैल-मई में आयोजित की जायेगी. शिक्षा विभाग द्वारा इसके प्रस्ताव को तैयार कर लिया गया है.

सूबे में माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों में क्रमशः 11000 और 7000 शिक्षकों के पदों पर नियुक्ति होनी है. जिसके लिए इस बार केवल बीएड डिग्रीधारियों को ही पात्रता परीक्षा (STET) में सम्मिलित होने का मौका मिलेगा.

नई दिल्ली: सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बुधवार को एक युवक ने जूता फेंक दिया. युवक ने मुख्यमंत्री पर पटना के बख्तियारपुर में एक कार्यक्रम के दौरान जूता फेंका. जूता फेकने वाले आरोपी युवक प्रवेश कुमार राय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार युवक समस्तीपुर जिले का निवासी है. वह अपनी पूर्व की एक शिकायत का निष्पादन नहीं हो पाने से नाराज था. 

घटना तब हुए जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बख्तियारपुर में पंडित शीलभद्र याजी की पूण्यतिथि पर आयोजित एक समारोह में भाग ले रहे थे. तभी उक्त युवक ने जूता फेंका जो कि मंच के नजदीक जमीन पर जा गिरा. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री का पैतृक गांव कल्याण बिगहा बख्तियारपुर थाना क्षेत्र में ही पड़ता है.