Chhapra: मकर संक्रांति पर पतंगबाजी की परंपरा वर्षो से चली आ रही है. बच्चे बूढ़े जवान हर वर्ग के लोग इस खास दिन पतंगबाजी में अपने अनुभवों को साझा करने के साथ साथ जमकर इसका आनंद लेते है. विगत वर्षों की तरह इस वर्ष भी बाजारों में माझा और पतंगोंREAD MORE CLICK HERE

Chhapra(Kabir): इन दिनों कड़ाके की ठंड में भी बच्चे व युवा पतंगबाजी का खुमार सर चढ़ कर बोल रहा है. कोई अखबार को काटकर पतंग में साटने के लिए पूंछ बनता है तो कोई लई से फटी पतंग को चिपकाता दिखता है. हाथों में लटाई और पतंग इसके बाद शुरूREAD MORE CLICK HERE

(सुरभित दत्त) छपरा: पतंगबाज़ी का क्रेज इन दिनों युवाओं और बच्चों में देखा जा रहा है. हर साल सर्दियों के शुरुआत से ही बच्चों में पतंबाज़ी का खुमार चढ़ जाता है. शहर के लगभग हर घर के छतों पर युवा पतंगबाज़ी करते दिखते हैं. वाह क्या काटा है!, जैसे बोलREAD MORE CLICK HERE