Chhapra: वाराणसी रेल मंडल के डीआरएम विजय कुमार पंजीयार के साथ ट्रेन द्वारा बाहर से आने वाले लोगों के व्यवस्था को लेकर परिसदन में उच्चस्तरीय पदाधिकारियों की बैठक हुई. बैठक में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि छपरा जंक्शन पर उतरने वाले सभी लोगों के लिए सरकार से प्राप्त दिशा निर्देश के अनुरूप समुचित व्यवस्था कराई जा रही है.

सिविल सर्जन, सारण को आने वाले सभी लोगों की स्क्रीनिंग करा लेने के लिए पर्याप्त संख्या में मेडिकल टीम गठित करने का निर्देश दिया गया है. लोगों को उनके गंतव्य तक भेजने के लिए वाहन कोषांग गठित कर दी गयी है और जरूरी संख्या में छोटे-बड़े सभी प्रकार के बसों एवं वाहनों को रखने का निर्देश दिया गया है. छपरा जंक्शन पर उतरने वाले सभी लोगों के सुविधा के लिए स्टेशन परिसर में पंडाल लगाया जायेगा और लोगों के बैठने के लिए कुर्सियां भी रखी जायेगी. स्टेशन पर उतरने से लेकर स्क्रीनिंग एवं बसों में बैठाने के समय तक सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराया जाएगा. जिला प्रशासन की तरफ से वरीय पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति भी की जा रही है.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि व्यवस्था फूलप्रुफ रहेगी, ताकि कोई स्टेशन परिसर से निकल नहीं सके. डीआरएम विजय कुमार पंजीयार ने कहा कि रेलवे एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों के बीच बेहतर समन्वय रहे इसके लिए अधिकारियों की एक व्हाट्सऐप ग्रुप बना ली जाय, ताकि सूचनाओं का भी शीध्र आदान-प्रदान किया जा सके.

डीआरएम ने कहा कि स्टेशन परिसर में पब्लिक ऐड्रेस की व्यवस्था रहेगी तथा सुरक्षा की भी व्यवस्था रहेगी, ताकि ट्रेन की दुसरी साईड से कोई व्यक्ति बाहर नहीं निकल सके. प्रत्येक बोगी से उतरने वाले गेट के पास भी सुरक्षा बल के जवान रहेंगे. यात्रियों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए ट्रेन से उतारा जाएगा और कतार बनाकर प्लेटफार्म से बाहर निकाला जाएगा. डीआरएम ने कहा कि किसी भी राजनेता को स्टेशन परिसर में नहीं जाने दिया जाय तथा मिडिया के लिए ब्रिफिंग की व्यवस्था बना ली जाए. जिलाधिकारी ने कहा कि स्टेशन परिसर में राजनितिक व्यक्ति को जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. मिडिया के संबंध में जिलाधिकारी के द्वारा डीपीआरओ को जरूरी निदेश दिया गया.

बैठक में डीआरएम और जिलाधिकारी के साथ पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय, सीनियर कमांडेन्ट, आरपीएफ ऋषि पाण्डेय, सहायक सुरक्षा आयुक्त, सुरेन्द्र प्रताप मिश्र, अपर समाहर्त्ता, सारण, डॉ गगन, सिविल सर्जन माधवेश्वर झा, निदेशक, डीआरडीए सुनील कुमार पाण्डेय, डीसीएलआर, सदर संजय कुमार, स्टेशन डायरेक्टर, छपरा जंक्शन संजय शर्मा सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे.

Chhapra: लॉक डाउन के बीच छपरा में बन रहे भारत के सबसे लंबे डबल डेकर पुल का निर्माण करीब एक महीने बाद पुनः शुरू हो गया है. बता दें कि लॉक डाउन की घोषणा होने के बाद से डबल डेकर पुल का निर्माण कार्य पूरी तरह बंद हो गया था. सरकार के निर्देश के बाद अब पुल का निर्माण कार्य फिर से शुरू कर दिया गया है.

निर्माण कार्य में जुटे इंजीनियर, तकनीक पदाधिकारियों व अन्य श्रमिको का स्वास्थ्य पर खासा ध्यान रखा जा रहा है. साइट पर काम करने आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को एक दिन दिन में तीन बार टेम्परेचर स्क्रीनिंग किया जा रहा है. पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार ने बताया कि निर्माण कार्य स्थल पर सैनिटाइजर, पानी मास्क आदि की भी व्यवस्था की गई है ताकि मजदूरों को किसी भी प्रकार से कोई परेशानी ना हो.

लॉक डाउन होने की वजह से आधा से अधिक श्रमिक काम पर नहीं लौटे हैं, जिसके कारण पुल का निर्माण कार्य अभी बेहद धीमी गति से हो रहा है. होली के बाद से ही कुछ दिनों बाद लॉक डाउन हो गया था, जिस वजह से मजदूर वापस काम पर नहीं लौट सके. वहीं कई श्रमिक कोरोनावायरस के संक्रमण के भय से काम पर नहीं आए हैं. इसी बीच आधे मजदूरों के साथ ही पुल का धीमी गति से निर्माण कार्य चालू है. पहले फेज में फाइलिंग का कार्य पूरा करके पिल्लर देने का कार्य किया जा रहा है. वहीं दूसरे फेज में अलियर स्टैंड पोखरा से नगरपालिका चौक तक पाइलिंग का कार्य संपन्न किया जा रहा है.

लगभग 370 करोड़ की लागत से बनने वाले डबल डेकर पुल का निर्माण कार्य 2022 तक पूरा करना है. पुल के निचले डेक की लंबाई 2500 मीटर है, वहीं ऊपरी डेक
की लंबाई 3520 मीटर है. यह डबल डेकर पुल भिखारी चौक, गांधी चौक, मौना चौक, नगरपालिका चौक होते हुए बस स्टैंड तक बन रहा है.

Patna: कोरोना वायरस एक ऐसा नाम जो पूरे विश्व मे सदियों तक याद रखा जाएगा. इस महामारी के वैश्विक संक्रमण से हर कोई त्रस्त है. यह कोविड- 19 (COVID-19) वायरस के नाम से भी जाना जा रहा है. एक तरफ दुनिया के वैज्ञानिक इस वायरस के संक्रमण को रोकने की कोशिश में जुटे हैं तो बिहार के गया के एक दंपती ने अपने पहले बच्चे का नाम ही कोविड (COVID) रखा है.

मिली जानकारी के अनुसार गया के कोच प्रखंड के बरगांव निवासी मनीष कुमार की पत्नी प्रियांजली ने गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में शुक्रवार को बेटे को जन्म दिया.

बच्चे के जन्म के दौरान घर से लेकर अस्पताल तक हर जगह कोरोना और कोविड-19 वायरस की ही चर्चा रही. इसकी याद हमेशा रहे, इसलिए दो दिनों तक काफी सोंच-समझकर मनीष व प्रियांजली ने अपने बेटे का नाम कोविड रख दिया है.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉक डाउन में खेतीबाड़ी करने वालो पर संकट गहराने लगा है. खेतों में काम करने वाले मजदूर नही मिल रहे है और फसल धीरे धीरे बर्बाद हो रही है.

सब्जी की खेती करने वालो की स्थिति और भी खराब है. सब्जियों की खेती करने वालो का कहना है कि लॉक डाउन में सभी लोग अपने घरों में है. खेतों में सब्जियां लगी है. उपज भी हो रही है लेकिन उपज के अनुसार खपत नही हो रही है. उनका कहना है कि खेतों से सब्जियों को लेकर थोक बाजार में बेचा जा रहा है लेकिन जिस अनुपात में पूर्व में सब्जियों को बेची जाती थी उस अनुपात में बाजारों में खरीददार कम है. बाजार जाने में भाड़ा भी इन दिनों ज्यादा लग रहा है. सब्जियों का उत्पाद ज्यादा है और खपत कम जिसके कारण इसके भाव गिर गए है.उधर थोक विक्रेताओं का कहना है कि मुख्य बाजार मौना चौक पर फिलहाल बाजार लगाने की मनाही है, इस कारण सैकड़ो दुकानदार सब्जी नही बेच रहे है. प्रशासन ने ठेले पर सब्जी बेचने का निर्देश जारी किया है जिनके पास ठेला है वही सब्जियों की खरीददारी कर बेच रहे है. जितनी सब्जियों की जरूरत है उतना ही सब्जियों की खरीददारी किसानों से की जा रही है और बेची जा रही है. सब्जियों के भाव मे इन दिनों गिरावट आई है.खुदरा बाजार में भिंडी 30 रुपये किलो, करेला 30 रुपये किलो, परवल 40 से 50 रुपये किलो, टमाटर 15 से 20 रुपये किलो, हरी मिर्च 40 से 60 रुपये किलो, सेम 30 से 40 रुपये किलो, सहजन 40 से 60 रुपये किलो, आलू 20 से 25 रुपये किलो, प्याज 25 से 28 रुपये किलो गलियों में घूम घुमघुमकर बेचा जा रहा है.

हालांकि फलों के भाव मे उछाल है दुकानदारों का कहना है कि फल की गाड़ियां कम आ रही है. गाड़ियों का भाड़ा भी अधिक है. ऐसी स्थिति में उनके दामों में उछाल है. फलों की बिक्री भी कम हो गयी है.

Chhapra: सारण जिले के दिघवारा आमी स्थित अम्बिका भवानी मंदिर में चैत्र नवरात्र के अवसर पर महाष्टमी को विशेष पूजा का आयोजन किया गया.

कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए लॉक डाउन अवधि में मंदिर के पुजारी द्वारा ही इस वर्ष माता का पूजन, नवरात्र पाठ एवम आरती की जा रही है. विधिया विधान के साथ प्रतिदिन मंदिर के पुजारी द्वारा माता का श्रृंगार भी पूरे विधि विधान से किया जा रहा है.

बुधवार को माता के महाष्टमी की पूजा विशेष रूप से की गई. सिद्धि पीठ आमी मे विश्व के आपदा निवारण व जन कल्याणार्थ अलग – अलग मंत्रों से आठवें दिन संपुट पाठ किया गया.

इसके पूर्व पुजारियों ने मां अम्बिका भवानी के प्रातः कालीन पूजन, आरती तथा विश्व मे उत्पन्न कोरोना आपदा निवारण हेतु प्रार्थना करते हुए और सभीं भक्तों को मनवांछित फल प्राप्ति हेतु कामना की गयी.

विदित हो की लॉक डाउन अवधि में अंबिका भवानी मंदिर न्यास समिति की तरफ से मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार बंद कर दिया गया है. प्रतिदिन मंदिर के पुजारी द्वारा ही माता की आराधना, प्रातः कालीन, संध्याकालीन पूजा व संपुट पाठ किया जा रहा है.

इसके अलावें नवरात्रि भर चलने वाले संध्या कालीन माता के अलग-अलग स्वरूपो यथा शैलपुत्री, ब्रह्मचारी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा आदि स्वरूपो का विशेष श्रृंगार कर पूजा की जा रही है.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉक डाउन के घरों में समय व्यतीत करने के लिए कार्यो में मशगूल है. इन दिनों सबसे ज्यादा समय लोग सोशल मीडिया पर बिता रहे है. सोशल मीडिया पर एक वर्ग पूरा सक्रिय है. आधुनिकता के इस दौर में लोग वीडियो कॉलिंग के जरिये भी एक दूसरे से हाल चाल ले रहे है.

सोशल मीडिया में रहकर सोशल डिस्टेंसिंग का हो रहा पालन

सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन कर रहे लोगो का एक ऐसा भी तबका है, जो पुरी तरह से फेसबुक और व्हाट्सएप पर सक्रिय है. जिनके द्वारा लगातार देश, विदेश से आ रही जानकारियों के शेयर करते हुए लोगों को घरों में रहने की अपील की जा रही है. हालांकि इस दौरान कुछ वैसे भी वीडियो सामने आ रहे है जो लोगो के बीच गलतफहमी पैदा कर दे रहे है.

भ्रामक जानकारी बनेगी घातक

लॉक डाउन के बाद से जिस तरह यूजर सोशल साइट्स पर एक्टिव है, उस तरह से लोगो की जागरूकता का पता तो चलता है लेकिन बिना जांचे परखें वीडियो और विभिन्न भ्रामक मैसेज को शेयर करना घातक दिख रहा है.

गलत जानकारी देने वालो पर होगी कार्रवाई

विगत दिनों इन संदेशों पर लगाम लगाने की कवायद सरकार ने शुरू कर दी है. सरकार के द्वारा यह निर्देश दिया गया है कि कोविड-19 को लेकर अफ़वाह फैलाने वाले, उससे जुड़ी गलत जानकारी देने वालो के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा. इसको लेकर कार्रवाई भी शुरू हो गयी है.

लॉक डाउन में सोशल साइट्स पर एक्टिव पर्सन बिना पुष्ट जानकारी के कोरोना वायरस से सम्बंधित जानकारियों को फॉरवर्ड न करे जिससे कि उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ें.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर सरकार द्वारा 21 दिन के लॉक डाउन की घोषणा की गई है. एक एक दिन करके इस लॉक डाउन अवधि के 6 दिन पूरे भी हो गए. लेकिन यह लॉक डाउन उनके लिए एक गंभीर समस्या है जो रोज कमाकर अपने और परिवार का भरण पोषण करते है. आय के सभी श्रोत बंद है और सरकारी योजनाओं से भी उन्हें लाभ नही मिल रहा है.

शनिवार को ऐसे ही परिवारों के बीच खाद्यान्न सामग्री का वितरण किया गया. नगर निगम के वार्ड संख्या 33 के वार्ड पार्षद कृष्णा शर्मा के नेतृत्व में करीब 400 से अधिक परिवारों के बीच खाद्य सामग्री, बिस्किट, आलू के पैकेट का वितरण किया गया.

वार्ड पार्षद ने बताया कि वार्ड के वैसे घरों को चिन्हित किया गया जो बेहद गरीब है. प्रतिदिन काम करके अपने परिवार के सदस्यों का भरण पोषण करते है, जिनके पास राशन कार्ड नही है. इनको चिन्हित कर उनके बीच खाद्य सामग्री वितरण की योजना बनी. कुछ दोस्त ने मिलकर आर्थिक मदद की, कुछ दोस्तों ने समान का सहयोग किया. सभी के सहयोग से वार्ड के करीब 400 से अधिक परिवार के लिए आलू, बिस्किट, आटा, चावल का पैकेट बनाकर वितरण किया गया.

वार्ड पार्षद ने इस नेक कार्य मे सहयोग करने वाले शैलेन्द्र सेंगर, रितेश गुप्ता, मनोज कुमार, तरण जीत सिंह चावला, राजेश्वर प्रसाद, बंटी कुमार, हरि प्रसाद, संतोष कुमार, विकास कुमार का आभार व्यक्त किया है जिन्होंने इस आपदा की घड़ी में साथ देकर उन परिवारों किस सहायता की है.

Chhapra: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इण्डिया फाईट्स कोरोना अभियान को गति प्रदान करते हुए स्थानीय सांसद सह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रुडी ने सांसद निधि से एक करोड़ की राशि अपने संसदीय क्षेत्र सारण में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने, वेंटिलेटर आदि की व्यवस्था के लिए दी है.

उन्होंने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर और राशि उपलब्ध कराई जा सकती है. कोविड-19 की महामारी और उसके प्रति बढ़ती चिंताओं के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री रुडी की इस पहल से सारण में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाया जा सकता है. इस राशि से सारण के सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ-साथ अनुमंडल स्तरीय अस्पतालों को लगभग 15 लाख मूल्य के वेंटिलेटर उपलब्ध कराये जायेंगे. इसके लिए सांसद ने छपरा के सिविल सर्जन और जिलाधिकारी से बात की है.कोरोना की महामारी को रोकने के लिए केंद्र और राज्य दोनों सरकारों ने रोकथाम के प्रयासों को आगे बढ़ाने का काम किया है. इसके लिए पूरे देश में 21 दिनों का लॉक डाउन भी किया गया है. बीमार संदिग्धों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में हो रहा है पर इस बीमारी से गंभीर मरीज जिन्हें सांस लेने में परेशानी होती है उनके लिए पीएचसी मे वेंटिलेटर की व्यवस्था नहीं है. इसी को देखते हुए सांसद श्री रुडी ने अपने सांसद निधि से सारण लोकसभा संसदीय क्षेत्र के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो को वेंटिलेटर देने की पहल की है. इसके लिए सांसद ने जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन को पत्र भी लिखा है.

सांसद ने कहा कि कोरोना से बचाव के उपायों के लिए उनकी सांसद निधि से आवश्यकतानुसार धनराशि अवमुक्त की जा सकती हैं. उन्होंने कहा कि यदि लगता है कि इसके लिए और राशि की आवश्यकता है तो वे पूरी धनराशि भी खर्च कर सकते हैं.

इस संदर्भ में सांसद श्री रुडी ने कहा कि क्षेत्र में गंभीर बीमारी से पीड़ित और सांस लेने में जिनको ज्यादा तकलीफ होगी उनको वेंटिलेटर पर रखना अनिवार्य है.

Chhapra: मढ़ौरा के राजद विधायक जितेंद्र कुमार राय ने आपदा की इस घड़ी में सभी से सहयोग की अपेक्षा की है. श्री राय ने जनता के साथ साथ जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक पदाधिकारियों से समन्वय बनाने का आह्वान किया है.

श्री राय ने COVID-19 वैश्विक महामारी से निपटने हेतु जिला प्रशासन, मढौरा प्रशासन तथा नगरा एवं नगर पंचायत मढौरा को जरूरी सुझाव देते हुए कहा कि विधानसभा क्षेत्र के सभी मुखिया, सरपंच, वार्ड सदस्य एवं पंच सदस्य, समिति सदस्य, प्रमुख, मढौरा नगर के मुख्य पार्षद एवं सभी वार्ड पार्षद अपने इलाके में मुस्तैदी से बचाव हेतु कार्य में लगे हैं.

सभी के द्वारा प्रचार प्रसार भी शुरू कर दिया गया है. जिला प्रशासन इस महामारी से निपटने हेतू सभी प्रतिनिधियों से लगातार संपर्क स्थापित करने हेतु एक नोडल पदाधिकारी नियुक्त करें, ताकि वह उनसे बात कर प्रतिनिधियों को अपेक्षित सहयोग प्रदान करावे.

विधायक श्री राय ने जिला पदाधिकारी एवं आरक्षी अधीक्षक सारण से मांग किया कि नगरा एवं मढौरा रेफरल अस्पताल के सभी कर्मियों को यथाशीघ्र मेडिकल किट एवं उसके बचाव हेतु सैनिटाइजर, मास्क एवं बॉडी कवर कपड़ा एवं पुलिस कर्मियों के लिए जरूरी सामान उपलब्ध करावे.

विधायक श्री राय ने जिला प्रशासन को आश्वासन दिया कि जरूरत पड़ी तो और भी जगह मरीजों के आइसोलेशन वार्ड के लिए उपलब्ध करा सकते हैं. श्री राय ने इस विपदा की घड़ी में सभी आम नागरिकों से अपील किया कि वह प्रशासन का सहयोग करें तथा जरूरी निर्देशों का पालन करें.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर जिले को लॉक डाउन किया गया है. आवाजाही के सभी साधन बंद है. सड़को पर कुछेक लोग ही दिख रहे है. आलम यह है कि हर तरफ अब सन्नाटा ही सन्नाटा है.

राज्य सरकार ने प्रदेश वासियों की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाये गए है जिनपर कार्य प्रारंभ भी हो चुका है. जिले में दूरदराज से आने वाले लोगों को एकांत में रहने के निर्देश दिया गया है. इसके लिए प्रशासन ने निर्देश जारी किया है. जिसके अनुसार दूसरे प्रदेशों से आने वालों को अस्थायी आवासन की व्यवस्था की गई है.

शहर से लेकर गांव तक कुल 329 विद्यालयों को चिन्हित कर उन विद्यालयों में दूसरे प्रदेशों से आने वाले लोगो को रखने का निर्देश दिया गया है.

सोमवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने इसकी सूची जारी कर दी. डीईओ द्वारा जिले के 20 प्रखंड शहर एवं ग्रामीण इलाकों के 329 विद्यालयों में अस्थायी आवासन की व्यवस्था को लेकर सभी चिन्हित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को आवासन की व्यवस्था करने का निर्देश जारी किया गया है. जिसमे मूलभूत सुविधा बिजली, पानी, शौचालय का विशेष ध्यान रखने को कहा गया है. साथ ही साथ बीइओ, बीडीओ को भी यह सूचना दी गयी है कि वह अपने क्षेत्रों के विद्यालयों में अस्थायी आवासन को लेकर मुकम्मल तैयारी करें और दूसरे प्रदेशों से आने वालों को वहां रखें.

डीईओ ने स्पष्ट किया है कि विद्यालयों में किये जाने वाले खर्च की राशि विद्यालय के खाते से ली जाएगी.

जिले के इन 329 विद्यालयों को बनाया गया अस्थायी आवासन स्थल 

 

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री की अपील का असर जनता पर सीधे दिख रहा है. शनिवार को संध्या समय से ही सड़को पर चहल पहल कम दिख रही है. आम दिनों की तरह लोगो के साथ साथ सड़को पर वाहनों का परिचालन भी कम था. आलम यह था कि लोग जरूरत के अनुसार ही सड़क पर थे, कुछेक को छोड़ दे तो लगभग सभी कोरोना वायरस को लेकर चर्चा में मशगूल थे. हर तरफ सिर्फ 22 मार्च और जनता कर्फ्यू की बात चल रही थी.

शहर के मुख्य चौराहे पर 21 मार्च को रात 8:30 बजे की यह तस्वीर जनता के समर्थन को बता रही है. अमूमन इस चौराहे पर प्रायः 11 बजे से ऐसी स्थिति उत्पन्न होती थी जो 8: 30 बजे दिख रही है. शहर के अन्य सड़को का भी यही हाल है. शहर का अतिव्यस्त हथुआ मार्केट पूरी तरह बंद है, साहेबगंज में कुछेक दुकानों को छोड़ सभी बन्द है, मौना चौक पर कुछेक दुकानों को छोड़ सभी दुकानें पूरी तरह बंद है. इसी तरह से शहर के अन्य स्थानों का भी यही हाल है. भगवान बाजार में मुख्य चौराहा छपरा जंक्शन के कारण थोड़ी बहुत चहल पहल में है. लेकिन यहां भी अन्य दिनों की तरह रौनक नही है.कुल मिलाकर छपरा शहरवासी कोरोना वायरस को लेकर जनता कर्फ्यू की अपील में अपनी शत प्रतिशत भागीदारी दे रहे है.

Chhapra: सोशल मीडिया में कोरोना वायरस को लेकर तरह तरह के फैलाये जा रहे अफ़वाहों पर जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाई है.

शुक्रवार को जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने इस बाबत सुसंगत धाराओं के तहत अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.

डीएम श्री सेन ने कहा है कि कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर तरह तरह की अफवाह फैलाई जा रही है. ऐसी खबरें मिल रही है कि सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस से संदिग्घ मरीज मिलने की बात कही जा रही है. जो भ्रामक है. लोग इससे डर जा रहे है.श्री सेन ने कहा कि जिले में अबतक कोरोना वायरस को कोई पोसेटिव मरीज नही मिला है. जिला प्रशासन इसको लेकर सतर्क है. बिना जिलाधिकारी, सिविल सर्जन एवं अनुमंडल पदाधिकारी की पुष्टि के किसी के भी इस वायरस से ग्रसित होने की सूचना प्रसारित नही की जाए.

अगर किसी के द्वारा ऐसा किया जाता है तो उसके ख़िलाफ़ सुसंगत धाराओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.