छपरा: रोट्रेक्ट सारण के तत्वावधान में रविवार को सेमीनार का आयोजन किया गया. ‘प्रदूषित गंगा के बचाव एवम् निवारण’ विषयक इस सेमीनार का स्थानीय गुरुकुल पब्लिक स्कूल में आयोजन किया गया. 20160221_131047

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि रोटरी सारण के संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल तथा रोटरी सारण के पूर्व अध्यक्ष पंकज कुमार ने दीप-प्रज्जवलित कर किया. 

 

रोट्रेक्ट सारण के तत्वावधान में आज स्थानीय गुरुकुल पब्लिक स्कूल में ‘प्रदूषित गंगा के बचाव एवम् निवारण’ विषय पर सेमीनार …

Posted by Chhapra Today on Sunday, February 21, 2016

इस अवसर पर वक्ताओं ने गंगा की सफाई को लेकर अपने विचार व्यक्त किये. इसके बाद सभी प्रतियोगियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. 

छपरा: जय प्रकाश विश्वविद्यालय के प्रीमियर कॉलेज में शुमार राजेन्द्र कॉलेज को NAAC के द्वारा B ग्रेड दिया गया है. नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडिएशन कांउसिल ने कॉलेज को B-grade (2.66 cgpa) दिया है. इसके साथ ही राजेन्द्र कॉलेज NAAC एक्रीडिएशन प्राप्त करने वाला जेपी विश्वविद्यालय का तीसरा कॉलेज बन गया है. इसके पहले जगदम कॉलेज को बी ग्रेड तथा नारायण कॉलेज गोरिया कोठी को नैक से सी ग्रेड मिल चूका है.

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कॉलेज के NAAC से B-Grade मिलने के बाद डा. रामश्रेष्ठ राय ने बताया कि कॉलेज को नैक से मान्यता के लिए प्रयास शुरू किये गए थे. जिसे लेकर कॉलेज में आधारभूत संरचना के साथ ही वाई फाई लैब, पुस्तकालय को आधुनिक व आन लाईन किया गया था. NAAC की टीम ने कॉलेज का मूल्यांकन कर B-Grade दिया गया है. जो कॉलेज के प्राध्यापकों, कर्मचारियों, छात्रों समेत सभी के लिए ख़ुशी की बात है. 

 

बताते चले कि 1938 में स्थापित राजेंद्र कॉलेज बिहार का पहला कॉलेज है जहां कामर्स की पढ़ाई शुरू हुयी थी.

 

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प्रभात किरण हिमांशु/कबीर अहमद ‘दुनिया में हम आएं हैं तो जीना ही पड़ेगा, जीवन है एक जहर तो पीना ही पड़ेगा’. मदर इंडिया फ़िल्म का यह गीत कई मायनों में जीवन के कठिन दौर को दर्शाता है. बढ़ते भारत के इस दौर में आज भी ऐसे कई उदहारण हैं जो अपने जीवन में संघर्ष करते हुए आगे बढ़ रहे हैं और समाज के लिए एक प्रेरणा बनते जा रहे हैं.

छपरा टुडे #SpecialStory संघर्ष के रास्ते सफलता के मुकाम को पाने की इच्छा रखने वाले युवक ‘भागीरथ’ को समर्पित है. जिसने छोटी उम्र में ही कठिनाइयों से लड़ना सीख लिया है. भागीरथ बी.ए. पार्ट वन का छात्र है जो छपरा के भागवत विद्या पीठ के पास ठेले पर चाय-नाश्ता बेचता है. उसके पिता मीना साह 68 साल के हो चुके हैं जो बुढ़ापे की थकान और कमजोरी के कारण ठेला दूकान चलाने में असमर्थ हैं. जिस कारण परिवार चलाने का एक मात्र जरिया ‘चाय दूकान’ को संभालने की पूरी जिम्मेदारी भागीरथ पर आ चुकी है. भागीरथ अपने छोटे भाई के साथ मिलकर रोज दुकान चलाता है और उसी से हुए कमाई से उसका परिवार चलता है.

‘बचपन से है पढ़ने का इरादा’

परिवार के तंग हालातों के बीच भागीरथ ने अपनी शिक्षा के साथ कभी समझौता नहीं किया. बचपन से ही दूकान चलाने के साथ-साथ उसका ध्यान पढाई में लगा रहा. दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई शहर के गांधी उच्च विद्यालय में करने के बाद 11वीं और 12वीं की पढाई राजेन्द्र कॉलेजिएट से की. फिलहाल भागीरथ भुवनेश्वर सिंह डिग्री कॉलेज में स्नातक प्रथम वर्ष का छात्र है. अपनी व्यस्त दिनचर्या से बामुश्किल समय निकाल कर भागीरथ दूकान पर ही पढाई कर लेता है. 

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काम के साथ साथ पढाई करता भागीरथ 

कंप्यूटर भी सीखता है भागीरथ

ख़राब आर्थिक हालात के बावजूद भागीरथ ने शिक्षा के स्तर को और उन्नत करने के उद्देश्य से कम्प्यूटर क्लास भी ज्वाइन किया है. हालांकि भागीरथ इतना नहीं कमाता की कंप्यूटर सीख सके. पर शिक्षा के प्रति उसका समर्पण और जीवन में कुछ अच्छा करने के इरादे ने उसके हर संघर्ष को राह दी है. भागीरथ कंप्यूटर में डिप्लोमा कर रहा है और टाइपिंग भी सीख रहा है.

सरकारी नौकरी पाने की है तमन्ना

एक आम आदमी की नजर जब एक चाय बेचने वाले पर पड़ती है तो उसे देखकर उसके अंदर के उद्देश्यों की परिकल्पना नहीं की जा सकती, पर भागीरथ आज हर चाय बेचने वालों के लिए एक उद्धाहरण प्रस्तुत कर रहा है. उसका उद्देश्य जीवन भर चाय बेचना नहीं बल्कि पढ़-लिख कर सरकारी नौकरी पाना है. भगीरथ SSC और लेखापाल की भी परीक्षा दे चूका है. एक परीक्षा का रिजल्ट अभी नहीं आया है और एक में उसने असफलता पाई है. पर असफलता शब्द भागीरथ को निराश नहीं करती बल्कि उससे प्रेरणा लेकर उसके उत्साह में और भी प्रबलता आ जाती है.

सबका चहेता है भागीरथ

चाय बेच कर पढ़ाई करना संभव तो है. पर आर्थिक तंगी और पारिवारिक बोझ के कारण कोई भी तनावग्रस्त हो सकता है. लेकिन भागीरथ में ऐसा कुछ भी नहीं है. वो हर काम मजे से करता है. हमेशा खुश रहता है. उसे जानने वाले और उसकी दूकान पर चाय पीने वाले लोग उसके व्यवहार से काफी प्रसन्न रहते हैं. उसका मुस्कुराता चेहरा हर दिल अजीज है.

अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ करना चाहता है भागीरथ

भागीरथ ने अबतक के अपने जीवन में काफी कष्ट झेलें हैं. शहर के मासूमगंज स्थित उसका मकान जर्जर है. उसके ऊपर चाय बेचने वाले के नाम की मुहर लग गई है. भागीरथ इन सब चीजों को बदलना चाहता है. सफलता की सीढ़ी चढ़कर वो अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ करना चाहता है. उसने प्रण लिया है कि उसकी आने वाली पीढ़ी का कोई भी सदस्य चाय नहीं बेचेगा. इतनी कम उम्र में ऐसी सोंच प्रशंसनीय है. भागीरथ चाय बेचकर प्रधानमंत्री तो नहीं बनना चाहता पर एक सफल व्यक्ति के रूप में समाज में अपनी पहचान स्थापित करना उसका मुख्य उद्देश्य है.

छपरा टुडे #SpecialStory के माध्यम से भागीरथ जैसे संघर्षशील युवक को हमने पहचान दिलाने का छोटा सा प्रयास किया है.
आज भागीरथ जैसे कई युवक पैसे के आभाव में उन्नत शिक्षा नहीं ले पा रहे हैं और उनके हौसले उड़ान भरने से पहले ही दम तोड़ देते हैं. सरकार और समाज को भागीरथ के इस प्रयास को प्रोत्साहन देना चाहिए. भागीरथ और उस जैसे कई होनहार सुविधाओं के आभाव में चाह कर भी गरीबी से मुक्त नहीं हो पाते.

आज हमारी सरकारी व्यवस्थाओं को और ज्यादा सुगम होने की आवश्यकता है. अगर भागीरथ को थोड़ी बहुत भी सरकारी मदद मिल जाए तो निश्चित तौर पर उसे अपने संघर्षमय जीवन को नई दिशा देने में काफी आसानी होगी.

आइए हम सब मिलकर एक सार्थक पहल करें और भागीरथ को आगे बढ़ाने में उसका साथ दें.

चाय बेचने वाला जब हमारे देश का प्रधानमंत्री बन सकता तो भागीरथ के सपने क्यों नहीं पुरे हो सकते. सारण के इस संघर्षशील युवक के जज्बे को हमारा सलाम.

(प्रभात किरण हिमांशु)

जीवन के हर मोड़ पर संघर्ष है. पर संघर्ष जब अपनी पराकाष्ठा पर हो तो वेदना का रूप ले लेता है. संघर्ष कभी सफल होने के लिए होता है तो कभी जीवन यापन के लिए. हर संघर्ष की अपनी ही एक कहानी है.

छपरा के कटहरीबाग की 14 वर्षीया ‘लक्ष्मी’ भी जीवन में कठिन संघर्ष के दौर से गुजर रही है. लक्ष्मी के संघर्ष की कहानी छपरा टुडे की सिर्फ एक रिपोर्ट ही नहीं बल्कि हर व्यक्ति के लिए एक प्रेरणा है.

छपरा टुडे #SpecialStory  में हम लक्ष्मी के संघर्ष को आपतक पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं.

लक्ष्मी 14 वर्ष की एक छोटी बच्ची है. इस उम्र में जहां लक्ष्मी जैसी बच्चियां पारिवारिक जिम्मेवारियों से मुक्त बचपन का भरपूर आनंद उठती हैं. वहीं लक्ष्मी अपने परिवार की जिम्मेदारियों का वहन करने के लिए छपरा के नगरपालिका चौक पर ठेले पर पकौड़े बेचती है.

लक्ष्मी के पिता श्यामबाबू गुप्ता को माउथ कैंसर है और उनका इलाज चल रहा है. लक्ष्मी की माँ पति की देख-रेख में लगी रहती है. घर की आर्थिक स्थिति बद्तर है. लक्ष्मी अपने छोटे भाई बहन और पिता के इलाज के लिए रोजाना नगरपालिका चौक पर लोगों को गरमागरम पकौड़े बनाकर खिलाती है. जो आमदनी होती है उसी से किसी तरह घर का गुजारा चलता है. लक्ष्मी की छोटी बहन 10 साल की शिवानी भी काम में उसकी मदद करती है.

कई लोग वहां पकौड़े खाने आते हैं. कुछ लोग लक्ष्मी के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हैं तो कुछ पकौड़े का स्वाद लेकर पैसे देकर चले जाते हैं और लक्ष्मी अपने हाल पर खड़ी अपना दूकान चलाती रहती है. रात को घर जाकर लक्ष्मी पढाई भी करती है और अपने भाई बहनों का ख्याल  भी रखती है. ज्यादा से ज्यादा लोग उसकी दूकान पर आएं उसके लिए लक्ष्मी ने ठेल पर मदद के गुहार की पोस्टर भी लगा रखी है.

नगरपालिका चौक से प्रतिदिन बड़े-बड़े नेता और आलाधिकारी गुजरते हैं. कमोबेस सबकी नजर ठेले पर जाती है पर विकास के दावों का बड़ा-बड़ा भाषण देने वाले नेता लक्ष्मी की इस विवशता पर मौन है.

लक्ष्मी के संकल्प के आगे सभी सरकारी वादे बौने साबित हो रहे हैं. रोजगार के लिए पकौड़े बेचना गुनाह नहीं है. पर लक्ष्मी जैसी बच्ची जिसे इस उम्र में उन्मुक्त गगन के छांव में मासूम बचपन का पूरा आनंद लेना था वो आज दो वक्त के रोटी की जुगाड़ और पिता के इलाज के लिए पकौड़े बेच रही है.

छपरा टुडे #SpecialStory के माध्यम से आपसे आग्रह करना चाहता है कि आप इस छोटी बच्ची की मदद में आगे आएं. लक्ष्मी को जरूरत है समाज के उन रक्षकों की जो बचपन की मासूमियत और भावनाओं को समझते हैं. वैसे लोग जिन्हें ख्याल है देश के बच्चों का. इतनी छोटी उम्र में लक्ष्मी के इस मजबूत हौसले को हमारा पूरा सपोर्ट है.

छपरा: शहर के सोनारपट्टी के नाका नंबर 2 के पास स्थित रामजानकी मठिया से सैकड़ों साल पुरानी बहुमूल्य अष्टधातु की मूर्तियां चोरी कर ली गई हैं. घटना शुक्रवार अहले सुबह की है.

मठिया के महंत त्रिवेणी राज उर्फ़ शकल बाबा ने बताया कि शुक्रवार की सुबह 4 बजे उठने के बाद वो जैसे ही मठिया प्रांगण में बने मंदिर में गए तो वहां उन्होंने देखा कि मंदिर के गेट का ताला टुटा हुआ है और भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता की अष्टधातु की बहुमूल्य मूर्तियां गायब हैं.

मूर्ति चोरी की खबर मिलते ही आस-पास के लोग मठिया में इकठ्ठा हुए और नगर थाने में चोरी के घटना की सूचना दी गई.

नगर थानाध्यक्ष मामले की जांच में जुटे

चोरी की सूचना मिलते ही नगरथाना अध्यक्ष रवि कुमार मठिया पंहुचे और पूरी जानकारी लेने के बाद मामले की जांच में जुट गए. उन्होंने कहा कि मूर्ति चोरो को जल्द से जल्द पकड़ कर मूर्ति बरामद करने की पूरी कोशिश की जाएगी.

 

Breaking News: छपरा के सोनारपट्टी में स्थित राम जानकी मठिया से लगभग 200 वर्ष पुरानी राम, जानकी और लक्ष्मण की अष्टधातु से निर्मित मूर्ति अज्ञात चोरों ने चुराई. यहाँ पढ़े पूरी खबर http://bit.ly/1K2ej1j

Posted by Chhapra Today on Thursday, February 4, 2016

 

 

विदित हो कि इस इलाके में पूर्व में भी कई मठों एवम् मंदिरों मूर्तियों की चोरी का मामला सामने आया है.

स्थानीय लोगों तथा विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द मूर्ति चोरों को पकड़ कर मूर्ति को बरामद करने की मांग की है.

छपरा: सारण के नए उप विकास आयुक्त के रूप में सुनील कुमार ने बुधवार को पदभार ग्रहण किया. नए DDC ने छपरा टुडे से बातचीत में बताया कि आगामी पंचायत चुनाव निष्पक्ष और सही तरीके से करना और विकास की योजनाओं को शत प्रतिशत पूरा करना पहली प्राथमिकता होगी.

बताते चले कि सुनील कुमार पहले भी छपरा में पदस्थापित रहे है वह वर्ष 1998 से 2001 तक छपरा में पदस्थापित थे.

छपरा: सारण के जिलाधिकारी दीपक आनंद ने बुधवार को समाहरणालय सभागार में संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से विगत एक साल की सभी विभागों की उपलब्धियों की जानकारी दी.

जिलाधिकारी ने कहा कि छपरा में कार्यभार सँभालते ही समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकारी सुविधाओं का लाभ पहुंचाने के प्रयास शुरू कर दिए थे. उन्होंने कहा कि जनता दरबार में स्वयं ही सभी मामलों की सुनवाई करते हुए लोगों में सरकार के कार्यों के प्रति भरोसा दिलाने की कोशिश की गयी

उन्होंने विभागवार उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया कि इंदिरा आवास योजना में एक लाख 17 हज़ार पांच सौ लाभुको का डाटा वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है. जिसे कोई भी देख सकता है और Duplication को रोका जा सकता है. इससे सरकार के कार्यों में पारदर्शिता आएगी और लोगों का विश्वास बढेगा. जिलाधिकारी दीपक आनंद ने कहा कि जिले में परवरिश योजना हेतु बाल विकास परियोजना में 838 लाभुकों की पहचान की जा चुकी है. 623 लाभुकों को स्वीकृति आदेश प्रदान कर लाभुकों के खाते में राशि DBT तकनीक से अंतरित किया जा रहा है. राज्य में सारण जिला प्रथम स्थान पर है.

उन्होंने कहा कि सारण जिला को डिजिटल इंडिया 2015 में बिहार का प्रथम पुरस्कार केन्द्रीय सूचना एवं प्रौधोगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रदान की थी.

प्रेस वार्ता में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी बी के शुक्ला उपस्थित थे.    

  

पटना: उत्तर बिहार से ट्रेन से सूबे की राजधानी तक का सफर करने का सपना आज साकार होने जा रहा है. दीघा-सोनपुर रेल पुल पर आज से परिचालन शुरू हो जायेगा. इसके साथ ही उत्तर बिहार से दक्षिण बिहार ट्रेन के माध्यम से जुड़ जायेगा. मंगलवार शाम रेलवे ने इसके नोटिफिकेशन को जारी कर शुरू होने की घोषणा कर दी.

इस पुल से फिलहाल छह जोड़ी ट्रेनें चलाई जाएंगी. पाटलिपुत्र जंक्शन से दीघा पुल होते हुए पहली ट्रेन 75216 पाटलिपुत्र-बरौनी सवारी गाड़ी होगी जो पाटलिपुत्र जंक्शन से सुबह 8.55 बजे खुलकर शाहपुर पटोरी के रास्ते 12.10 बजे बरौनी पहुंचेगी.

छपरा के लिए पटना से सीधी ट्रेन
आज से गाड़ी संख्या 55007/55008 गोरखपुर-सोनपुर सवारी गाड़ी को पाटलिपुत्र तक चलाया जाएगा. परमानंदपुर-पहलेजाघाट स्टेशनों पर रुकते हुए पाटलिपुत्र पहुंचेगी. अब गाड़ी संख्या 55008 गोरखपुर-पाटलिपुत्र पैसेंजर गोरखपुर से रात 01.20 बजे खुलकर सुबह 08.40 बजे छपरा पहुंचेगी. छपरा से सुबह 08.50 बजे खुलकर 10.13 बजे परमानंदपुर, 10.30 बजे पहलेजाघाट स्टेशन होते हुए 10.45 बजे पाटलिपुत्र पहुंचेगी. वही वापसी में यह गाड़ी संख्या 55007 पाटलिपुत्र-गोरखपुर पैसेंजर पाटलिपुत्र से शाम छह बजे खुलकर 6.18 बजे पहलेजाघाट एवं 6.27 बजे परमानंदपुर स्टेशनों होते हुए रात 8.05 बजे छपरा पहुंचेगी. यहां से 8.15 बजे खुलकर अगले दिन सुबह 04.30 बजे गोरखपुर पहुंचेगी.

पाटलिपुत्र से गोरखपुर वाया सोनपुर के लिए ट्रेन 
सोनपुर-गोरखपुर पैसेंजर गाड़ी (संख्या 55209) का विस्तार भी पाटलिपुत्र तक किया गया है. यह गाड़ी पाटलिपुत्र से 11.25 बजे खुलकर 11.50 बजे सोनपुर पहुंचेगी एवं 11.55 बजे सोनपुर से गोरखपुर के लिए खुलेगी.
गोरखपुर-सोनपुर पैसेंजर (गाड़ी सं. 55042) गोरखपुर से रात के 02.40 बजे खुलकर अपने पुराने समय एवं ठहराव के अनुसार शाम 4.45 बजे सोनपुर पहुंचेगी. यहां से शाम 4.50 बजे खुलकर 5.10 बजे पाटलिपुत्र पहुंचेगी.
नरकटियागंज-सोनपुर पैसेंजर (गाड़ी संख्या 55210) नरकटियागंज से सुबह 03.00 बजे खुलकर 09.30 बजे सोनपुर पहुंचेगी. यहां से 09.35 बजे खुलकर 10.05 बजे पाटलिपुत्र पहुंचेगी. 

किराया एक नजर में (रुपए में)
स्टेशन——– दूरी————- पैसेंजर ट्रेन——- मेल/एक्सप्रेस

सोनपुर——(16 किमी)————-10——————30 

हाजीपुर——-(21 किमी)————10——————30

परमानन्दपुर-(17 किमी)————-10——————30
शीतलपुर—–(29 किमी)————10——————30
छपरा कचहरी-(62 किमी)————15——————40

छपरा———(64 किमी)————15——————40

मुजफ्फरपुर—(75 किमी)————20——————45
सीवान——-(125 किमी)————30——————55 

सीतामढ़ी—–(140 किमी)———–30——————60

बरौनी——–(130 किमी)———–30——————55 

नोट : किराए में सरचार्ज अलग से लगेगा

छपरा: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना एवं राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सद्भाव प्रतिष्ठान के संयुक्त तत्वाधान में आगामी 19-20 मार्च को दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन जेपी विश्वविद्यालय में होगा.

जेपी विश्वविद्यालय के NSS  (राष्ट्रीय सेवा योजना) के समन्वयक डा. विद्या वाचस्पति त्रिपाठी ने बताया कि साम्प्रदायिक सद्भाव एवं राष्ट्रीय एकता में सशक्तिकरण में युवाओं की भूमिका विषय पर सेमिनार होगा. जिसमें देशभर से करीब एक सौ एनएसएस कैडेट भाग लेंगे. जिसमें एक दिन राष्ट्रीय एकता और साम्प्रदायिक सद्भाव पर झांकी एवं रैली का भी आयोजन किया जाएगा. जिसकी तैयारी शुरू कर दी गयी है.

छपरा: 14वीं सारण जिला कबड्डी प्रतियोगिता के बालिका वर्ग के फाइनल मुकाबले में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर की टीम ने जीत दर्ज की है.

विद्यालय के प्राचार्य रामदयाल शर्मा ने बताया कि नारांव में आयोजित इस कबड्डी प्रतियोगिता में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर,छपरा की टीम ने मदनपुर की टीम को हराकर विजेता ट्राफी पर कब्जा किया.प्रतियोगिता में कुल चार टीमों के बीच मुकाबला हुआ.

विजेता टीम के बेस्ट रेडर को शिल्ड देकर और बेस्ट खिलाड़ी को मोबाइल देकर सम्मानित किया गया.

सरस्वती शिशु विद्या मंदिर की विजेता टीम- मंदिरा मुस्कान,प्राची कुमारी,दीक्षा कुमारी,वनशिखा जयसवाल,अंजली कुमारी,समीक्षा भारती,पल्लवी कुमारी,अंजली कुमारी,ओजस्विनि कुमारी

छपरा: मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के विष्णुपुरा बाजार के समीप रविवार को एक ट्रक से साईकिल सवार को चोट लगने के बाद ग्रामीणों ने ट्रक ड्राईवर की पीट-पीट कर हत्या कर दी. ग्रामीणों ने ट्रक के ड्राईवर और खलासी को इतना मारा की ड्राईवर की मौत हो गयी. वही खलासी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया.

घटना के सम्बन्ध में बताया जाता है कि डोरीगंज की तरफ से छपरा आ रही एक ट्रक से साईकिल सवार को हल्की चोट लग गयी. फिर क्या था ग्रामीणों ने कानून अपने हाथ में लेते हुए ट्रक को घेर लिया और उसके ड्राइवर और खलासी को उतार जमकर धुनाई शुरू कर दी. जिससे की ड्राइवर की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी जबकि खलासी की स्थिति नाजूक देख किसी ने पुलिस को सूचना दी.

सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को अस्पताल पहुँचाया. जहाँ ड्राइवर मृत्युंजय पांडेय को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. जबकि खलासी का इलाज अस्पताल में चल रहा है जिसकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है.

छपरा: सारण जिला फूटबाल संघ के तत्वावधान में स्थानीय राजेंद्र स्टेडियम में एक दिवसीय अर्जुन राय मेमोरियल फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन आगामी 6 फ़रवरी को किया जाएगा. प्रतियोगिता में न्यू स्टार क्लब, मुजफ्फरपुर और डी एफ ए, पूर्णिया की टीम हिस्सा लेंगी.

प्रतियोगिता की जानकारी देते हुए सारण जिला फुटबॉल संघ के महासचिव सह पूर्व मंत्री उदित राय ने कहा कि स्थानीय स्तर पर फुटबॉल प्रतियोगिता से खिलाड़ियों को काफी प्रोत्साहन मिलेगा. फुटबॉल प्रेमी मैच का आनंद ले सकेंगे. इस अवसर पर सारण जिला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष व वरीय अधिवक्ता अवधेश्वर सहाय, संतोष महतो, सुनील सिंह, विभूति नारायण शर्मा और सत्यप्रकाश यादव समेत खेल प्रेमी उपस्थित थे.

बेहतरीन खिलाड़ी थे अर्जुन राय
अर्जुन राय दहियावां फुटबॉल क्लब के बेहतरीन खिलाड़ी थे. उनकी खेल प्रतिभा को देख कर तत्कालीन डीएम बी एन बसु के अनुशंसा से उन्हें सरकारी नौकरी भी मिली थी.