Patna: बस में सवार यात्रियों की सुविधाओं में वृद्धि को लेकर बिहार राज्य परिवहन निगम अब हाईटेक होने जा रहा है. बिहार राज्य परिवहन निगम की बसों में अब न सिर्फ कैशलेस टिकट की सुविधा मिलेगी, बल्कि निगम की योजना अगर सफल रही तो इन बसों में वाई-फाई भी मिलेगा. इससे आप सफर के दौरान फ्री इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकेंगे. इसके लिए यात्रियों को एक मोबाइल एप डाउनलोड करना होगा. निगम ने इसके लिए एक निजी डिजिटल सेवा प्रदाता कंपनी ‘चलो‘ के साथ करार किया है.

बिहार में चलाई जा रही नगर बस सेवा में सफर करने वाले यात्रियों को एप्लीकेशन और कार्ड के माध्यम से कैशलेस टिकट की सुविधा मिलेगी. ‘चलो‘ एप डाउनलोड करने पर यात्री बस के लोकेशन को भी ट्रैक कर सकेंगे. इस एप को अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड से रिचार्ज कर बस का सफर कर सकेंगे.

ऐसे करें चलो एप्प डाउनलोड

चलो एप को डाउनलोड करने के लिए बस यात्रियों को स्मार्ट फोन के प्ले स्टोर में जाना होगा. यहां से BCLL का ‘चलो’ एप डाउनलोड करना होगा. इसमें दिए गए ऑप्शन पर जाकर अपना फोटो और आधार कॉर्ड की फोटो खींचकर डालेंगे. ऑनलाइन पेमेंट करने पर ‘चलो‘ एप की टीम डॉक्यूमेंट का ऑनलाइन वेरिफिकेशन कर पास जारी कर देगी. इस पूरी प्रक्रिया में महज 15 मिनट का समय लगेगा.

सफर में ऐसे करें चलो एप्प का इस्तेमाल

बस यात्री को अपने मोबाइल में ‘चलो‘ एप पर जाकर डिजिटल पास खोलना होगा. इसमें बस में सवार होने वाले स्टॉप और बस से उतरने वाले स्टॉप की जानकारी दर्ज करनी होगी. यह जानकारी BCLL के सर्वर पर दर्ज हो जाएगी. यात्री बस कंडक्टर को यही जानकारी अपनी स्क्रीन पर दिखाकर यात्रा कर सकेगा.

Chhapra: वाराणसी रेल मंडल के डीआरएम विजय कुमार पंजीयार के साथ ट्रेन द्वारा बाहर से आने वाले लोगों के व्यवस्था को लेकर परिसदन में उच्चस्तरीय पदाधिकारियों की बैठक हुई. बैठक में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि छपरा जंक्शन पर उतरने वाले सभी लोगों के लिए सरकार से प्राप्त दिशा निर्देश के अनुरूप समुचित व्यवस्था कराई जा रही है.

सिविल सर्जन, सारण को आने वाले सभी लोगों की स्क्रीनिंग करा लेने के लिए पर्याप्त संख्या में मेडिकल टीम गठित करने का निर्देश दिया गया है. लोगों को उनके गंतव्य तक भेजने के लिए वाहन कोषांग गठित कर दी गयी है और जरूरी संख्या में छोटे-बड़े सभी प्रकार के बसों एवं वाहनों को रखने का निर्देश दिया गया है. छपरा जंक्शन पर उतरने वाले सभी लोगों के सुविधा के लिए स्टेशन परिसर में पंडाल लगाया जायेगा और लोगों के बैठने के लिए कुर्सियां भी रखी जायेगी. स्टेशन पर उतरने से लेकर स्क्रीनिंग एवं बसों में बैठाने के समय तक सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराया जाएगा. जिला प्रशासन की तरफ से वरीय पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति भी की जा रही है.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि व्यवस्था फूलप्रुफ रहेगी, ताकि कोई स्टेशन परिसर से निकल नहीं सके. डीआरएम विजय कुमार पंजीयार ने कहा कि रेलवे एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों के बीच बेहतर समन्वय रहे इसके लिए अधिकारियों की एक व्हाट्सऐप ग्रुप बना ली जाय, ताकि सूचनाओं का भी शीध्र आदान-प्रदान किया जा सके.

डीआरएम ने कहा कि स्टेशन परिसर में पब्लिक ऐड्रेस की व्यवस्था रहेगी तथा सुरक्षा की भी व्यवस्था रहेगी, ताकि ट्रेन की दुसरी साईड से कोई व्यक्ति बाहर नहीं निकल सके. प्रत्येक बोगी से उतरने वाले गेट के पास भी सुरक्षा बल के जवान रहेंगे. यात्रियों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए ट्रेन से उतारा जाएगा और कतार बनाकर प्लेटफार्म से बाहर निकाला जाएगा. डीआरएम ने कहा कि किसी भी राजनेता को स्टेशन परिसर में नहीं जाने दिया जाय तथा मिडिया के लिए ब्रिफिंग की व्यवस्था बना ली जाए. जिलाधिकारी ने कहा कि स्टेशन परिसर में राजनितिक व्यक्ति को जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. मिडिया के संबंध में जिलाधिकारी के द्वारा डीपीआरओ को जरूरी निदेश दिया गया.

बैठक में डीआरएम और जिलाधिकारी के साथ पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय, सीनियर कमांडेन्ट, आरपीएफ ऋषि पाण्डेय, सहायक सुरक्षा आयुक्त, सुरेन्द्र प्रताप मिश्र, अपर समाहर्त्ता, सारण, डॉ गगन, सिविल सर्जन माधवेश्वर झा, निदेशक, डीआरडीए सुनील कुमार पाण्डेय, डीसीएलआर, सदर संजय कुमार, स्टेशन डायरेक्टर, छपरा जंक्शन संजय शर्मा सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे.

Chhapra: डाउन लिछवी एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे एक यात्री को नशाखुरानी गिरोह ने अपना शिकार बनाकर लूटपाट की. जिस्मानी यात्री के कपड़े और 10 हज़ार रुपए लूट लिए गए.

प्राप्त जानकारी के अनुसार आनंद विहार से सीतामढ़ी जा रही डाउन 14006 लिच्छवी एक्सप्रेस में बलिया आ रहे यात्री को नशाखुरानी गिरोह ने अपना शिकार बना लिया. यात्री को छपरा में होश आने के बाद जीआरपी में शिकायत की. जिसके बाद जीआरपी ने उसे छपरा सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया.

यात्री अशोक शुक्ला बलिया के हजिया रामपुर का रहने वाला है. वह दिल्ली से बलिया S8 डब्बे में यात्रा कर रहा था. उसने बताया की टूंडला में उसके साथी यात्रियों ने उसे चाय पिलाई. जिसके बाद उसे कुछ याद नहीं. उसने बताया कि उसका सारा सामान गायब है. साथ ही ₹10000 नगद दिए नहीं है. उपचार के बाद छपरा सदर अस्पताल से उसे छुट्टी दे दी गयी.

मधुबनी: मधुबनी से सीतामढ़ी जा रही यात्री बस मधुबनी के बेनीपट्टी में तालाब में गिर गयी. इस हादसे में 50 से अधिक लोगों के मरने की बात कही जा रही है. हालांकि इसकी प्रशासनिक पुष्टि नहीं की गयी है, लेकिन बस में 50 यात्रियों के सवार होने की बात बतायी जा रही है, जिनमें से कुछ ही यात्रियों के बचने की बात कही जा रही है. हादसा दिन में 11.45 बजे के आसपास हुआ. पप्राप्त जानकारी के अनुसार बस एक साइकिल सवार के बचाने के चक्कर में चालक बस से नियंत्रण खो बैठा और बस सड़क से लगभग तीस फुट नीचे तालाब में चली गयी.

घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गयी. बस में सवार यात्री तो चीख भी नहीं सके, क्योंकि पूरी बस पानी में डूब गयी थी. स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी, लेकिन लगभग एक घंटे के बाद बेनीपट्टी डीएसपी निर्मला कुमारी मौके पर पहुंची, तब तक लोगों का गुस्सा बढ़ चुका था. लोगों ने डीएसपी को मौके से जाने को कह दिया. इस समय तक हजारों की संख्या में लोग मौके पर जुट गये थे और स्थानीय लोग तालाब से बस निकालने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उसमें सफल नहीं हो पा रहे थे. दिन में लगभग तीन बजे मधुबनी में डीडीसी हाकिम प्रसाद व सदर एसडीओ शाहिद परवेज मौके पर पहुंचे, लेकिन गुस्साये लोगों ने पथराव करके उन्हें मौके से वापस जाने को मजबूर कर दिया. इसके लगभग आधे घंटे के बाद मौके पर डीएम व एसपी  भी पहुंचे. उन्हें भी लोगों ने भागने पर मजबूर कर दिया. इस बीच मौके पर पहुंची एनडीआरएफ की टीम को भी लोगों ने भगा दिया था. उस गाड़ी में तोड़फोड़ की गयी, जिससे टीम आयी थी.

छपरा: पूर्वोत्तर रेलवे व पूर्व मध्य रेलवे के दो महत्वपूर्ण स्टेशनों के बीच रविवार को आक्रोशित लोगों ने रेल सेवा को 7 घंटे तक बाधित रखा. कड़ी मशक्कत के सात घंटे बाद छपरा-सोनपूर रेलखंड पर  यातायात बहाल हुई . पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन व पूर्व मध्य रेलवे के सोनपुर स्टेशनों के बीच ट्रेनों का परिचालन अवरूद्ध होने से डाउन बलिया सियालदह एक्सप्रेस, मौर्या एक्सप्रेस, आम्रपाली एक्सप्रेस, वैशाली एक्सप्रेस, छपरा टाटा एक्सप्रेस, पूर्वांचल एक्सप्रेस वहीं अप साइड की बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस, बाघ एक्सप्रेस, वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस, बरौनी गोंदिया एक्सप्रेस, गरीब नवाज एक्सप्रेस, पुरबिया एक्सप्रेस, टाटा छपरा एक्सप्रेस, अवध आसाम एक्सप्रेस, लिच्छवी एक्सप्रेस प्रभावित  रही. जिसके कारण ट्रेनों में बैठे यात्री हलकान रहे. विभिन्न स्टेशनों पर इन ट्रेनों की प्रतीक्षा कर रहे यात्रियों को भी  परेशानियों का सामना करना पड़ा.

मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि सोनपुर व परमानंदपुर स्टेशनों के बीच गोविंदचक रेलवे गुमटी के निकट आक्रोशित लोगों ने पहले छपरा पटना मुख्य मार्ग को जाम किया फिर रेलवे ट्रैक से ट्रेनों को गुजरता देख रेल परिचालन को भी बाधित कर दिया. आक्रोशित लोगों ने छपरा-सोनपुर रेलखंड को 7 घण्टे तक बाधित रखा.  इस दौरान रेल प्रशासन ने अप बाघ एक्सप्रेस, बिहार संपर्क क्रांति   व वैशाली ट्रेन को जैसे ही सोनपुर से रवाना किया उसे देख जाम कर रहे लोग  और आक्रोशित हो गए और उन्होंने वैशाली एक्सप्रेस पर पथराव करना शुरूकर दिया. संध्या में परमानंदपुर से रवाना हुई पाटलिपुत्रा पैसेंजर पर भी लोगों ने पथराव किया जिससे ट्रेन का इंजन क्षतिग्रस्त हो गया और ड्राईवर घायल हो गया. हालांकि रेल प्रशासन ने वैशाली एक्सप्रेस पर पथराव की घटना से इंकार किया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बाढ पीड़ितों के बीच प्रशासन द्वारा राहत शिविर में राहत वितरण सही तरीके से नही किया जा रहा है. वही अधिकांश लोग बिजली की मांग को लेकर जाम करने पहुंचे थे. परमानंदपुर व आसपास के लोग प्रशासन की उपेक्षा के कारण आक्रोशित थे. काफी मशक्कत के बाद संध्या करीब 7:50 बजे ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ. अप से पहली ट्रेन बरौनी गोंदिया एक्सप्रेस जबकि डाउन से पहली ट्रेन बलिया सियालदह रवाना हुई .

छपरा: जिले में रेलवे के माध्यम से विकास की नई परिभाषा लिखी जाएगी. ऐसी ही कुछ बात बीते सप्ताह केंद्रीय मंत्री एवं छपरा के सांसद राजीव प्रताप रूडी ने छपरा कचहरी रेलवे स्टेशन पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही थी. हालांकि विकास के तमाम वादे काफी दिनों से किये जा रहे हैं पर नेताओं के भाषणों और रेलवे बोर्ड के द्वारा किये जा रहे लोक-लुभावन वादों और उसके क्रियान्वयन में हो रही देरी का खामियाजा यात्री अपनी जान जोखिम में डाल कर चूका रहे है. 

छपरा कचहरी स्टेशन पर प्लेटफॉर्म के आभाव में यात्री आये दिन रेलवे ट्रैक से ही ट्रेन पकड़ने को विवश नजर आते हैं. छपरा जंक्शन से छपरा कचहरी होते हुए हाजीपुर की तरफ जाने वाली सभी ट्रेनों को बिना प्लेटफॉर्म वाली ट्रैक पर ही लाया जाता है. जिससे यात्री ट्रेन के आने से पूर्व ट्रैक के अगल-बगल खड़े हो जाते है. इस दौरान अगर प्लेटफॉर्म संख्या-1 पर भी यदि कोई ट्रेन आ रही होती है तो ऐसी स्थिति में यात्रियों में असमंजस की स्थिति हो जाती है और अफरातफरी भी मच जाती है.

रेलवे प्रशासन की नाकामी और स्थानीय व्यवस्था का परिणाम ही है कि ट्रेन किस प्लेटफॉर्म पर आ रही है इसकी सूचना भी यदा-कदा ही दी जाती है. पूर्वोत्तर रेलवे महाप्रबंधक राजीव मिश्रा ने भी छपरा में रेलवे के विकास से सम्बंधित तमाम योजनाओं की एक लंबी फेहरिस्त जारी की है, पर प्रतिदिन जान जोखिम में डाल कर यात्रा कर रहे लोगों की सुरक्षा को लेकर रेलवे बोर्ड चुप्पी साधे हुए है.

स्थानीय सांसद और रेल बोर्ड ने विकास के तमाम वादे तो स्थानीय जनता से किये है पर देखने वाली बात होगी कि उम्मीदों के इस दौर में आम यात्री कबतक जान हथेली पर रख यात्रा करते है.