कठपुतली नाटक के मंचन से लोगों ने गांधी के जीवन चरित्र को जाना

छपरा: चम्पारण सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में राज्य सरकार द्वारा महात्मा गांधी के जीवन से आएम जान मानस को रूबरू कराया जा रहा है. जिससे कि वह उनके जीवन शैली कार्यो को आत्मसात कर सकें.
सोनपुर स्थित गंगाजल विद्यालयमे गाँधी जी के जीवंत पर आधारित कठपुतली नाट्क का प्रस्तुतिकरण किया गया.

हाई स्कूल गंगाजल के प्रांगण में महात्मा गाँधी के जीवन के कार्यशैली को उजागर करने के लिए कठपुतली नृत्य और नाटक के द्वारा बच्चे के साथ अभिवावक को भी गाँधी के सत्य अहिंसा पर चलने के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया गया. जिसे समाज में हो रहे बुराइयों को दूर किया जा सके, साथ ही असत्य को छोड़ कर सत्य की ओर मार्ग अपनाते हुए देश के विकसित करने में सभी लोगो का योगदान हो सकें.

पपेट शो में गाँधी जी ने सामान्य बालक की तरह पढ़ाई कर कैसे देश के महानायक बन गए और देश के आजादी करने में अपनी भूमिका अदा की, गाँधी जी ने सत्य के मार्ग पर चलते हुए दुसरो को भी सत्य के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते थे, कैसे गाँधी जी मोहन से महात्मा के साथ बापू की उपाधि प्राप्त की, इस कठपुतली नाट्कय का उद्देश्य बापू के जीवन चरित्र एवं संघर्ष के अनुछुये पहलुओं को जन जन तक पहुँचाया गया.

इस कठपुतली मंचन के द्वारा बच्चे को प्रेरित किया जा रहा है कि बच्चे सही मार्ग पर चले क्यों कि बच्चे देश के भविष्य होते हैं.

इस कार्यक्रम में सैकड़ो बच्चे के साथ अभिवावक गण मौजूद थे.

सारण के एसआरजी यसवंत कुमार सिंह ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम होने से बच्चों के साथ अभिवावक को भी सत्य मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया जा सकता है, साथ ही बच्चे भी गलत मार्ग से दूर रहने की कोशिश करेंगे.

इस कठपुतली नाट्कय के प्रस्तुती मिथलेश दूबे की टीम ने बड़ी ही रोमांटिक ढंग से गाँधी जी के जीवंत पर आधारित कठपुतली नाटक प्रस्तुति किया.बच्चों के साथ ही अभिवावक भी तालियां बजाकर कला जत्था को हौसला बढ़ाया.

इस कार्यक्रम में उपस्थित स्कूल के शिक्षकगण में हीरालाल राम, अशोक कुमार, डॉ जयकिशोर जी, हिमांशु शेखर जी, संतोष कुमार जी, रामदेव मंडल जी, सुबोध नरायण सिंह जी , प्रभात कुमार, सुधीर कुमार, विनय कुमार सिंह, नासिर अहमद, नवल किशोर ठाकुर, जयराम प्रसाद, सिम्मी कुमारी उपस्थित थी.

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