Chhapra: नेहरू युवा केन्द्र संगठन छपरा के द्वारा एम०के० कैम्पस में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की 102 वीं जयंती मनाई गई. इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वमसेवक रजनीश सुधाकर ने दीनदयाल जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पंडित जी का जीवन बालकल्या से ही समाज सुधारक का रहा है. उनके बचपन के जीवन मे मानो पहाड़ सा टूट पड़ा हो. जिनके सानिध्य में उनका जीवन बीता, उनका देहांत हो गया. पंडित जी एक अच्छे चिन्तक और संगठनकर्ता थे.
उन्होने कहा कि वे भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष भी रहे. उन्होंने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानववाद जैसी प्रगतिशील गुण इस समाज को दिए है. नेहरू युवा केन्द्र के लेखपाल अशोक सिंह ने कहा कि उपाध्यायजी नितान्त सरल और सौम्य स्वभाव के व्यक्ति थे. राजनीति के अतिरिक्त साहित्य में भी उनकी गहरी अभिरुचि थी. उनके हिंदी और अंग्रेजी के लेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते थे. केवल एक बैठक में ही उन्होंने चन्द्रगुप्त नाटक लिख डाला था.
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन संगठन ने स्वयंसेवक आकाश कुमार ने किया. इस अवसर पर एम० के० कैंपस के संचालक मन्नू सिंह, विक्की कुमार, अमन कुमार, अर्चना कुमारी, पूजा कुमारी, मोहनी कुमारी, सुशांत कुमार, प्रमोद कुमार एवं दर्जनों युवा मौजूद थे.