Chhapra: सारण जिले के मढ़ौरा के डीजल इंजन कारखाना से बनने वाले इंजन पर यूपी के रोजा का नाम होने का विरोध कर रहे ग्रामीणों को बड़ी सफलता मिली है. ग्रामीणों और जीई कंपनी के अधिकारियों के बीच हुई वार्ता के बाद अब यहां निर्मित इंजन पर Made in Marhowrah लिखा हुआ होगा.
मढ़ौरा के एसडीओ विनोद कुमार तिवारी की पहल पर फैक्ट्री के गेट पर आंदोलनकारियों के साथ जीई प्रशासन की बुधवार को हुई वार्ता के बाद जीई लोकोमोटिव के अधिकारियों ने ग्रामीणों की मांग मान ली और यह तय हुआ कि फिलहाल निर्मित इंजन पर पेंट से मढ़ौरा का नाम लिखकर फैक्ट्री से निकाला जाएगा. बाद में डिजाइन और स्टैंसिल बनकर आने के बाद बड़े अक्षरों में इंजन के दोनों साइड में हिंदी और अंग्रेजी में मढ़ौरा का नाम लिखा जाएगा.
इस फैसले के बाद मढ़ौरावासियों में खुशी है साथ ही सारण के इस औद्योगिक नगरी के विकास और देशभर में उसके पुराने गौरव की वापसी की उम्मीद जगी है.
इस फैसले के बाद स्थानीय ग्रामीणों में खुशी की लहर है. लोगों का कहना है कि यह मढ़ौरा ही नहीं पूरे सारण जिले के अस्तित्व की लड़ाई थी. जिसमें मढ़ौरा के लोग सफल रहे. यहां के युवाओं को रोजगार देने पर भी सहमति बनी है.