JPU में 42 हजार छात्र नामांकन से वंचित: ABVP

Chhapra: अखिल भारतीय विधार्थी परिषद् के विश्वविद्यालय संयोजक रितेश रंजन ने प्रेस वार्ता में कहा कि स्नातक प्रथम खंड सत्र- 2019-20 में नामांकन की प्रक्रिया विश्वविद्यालय द्वारा बंद कर दिया गया. लेकिन इस वर्ष इंटरमीडिएट में सारण प्रमंडल से लगभग एक लाख छात्र छात्राएं उर्त्तीण हुए हैं. लगभग 64 हजार विधार्थी स्नातक प्रथम खंड के लिए आवेदन दिए हैं. इस प्रक्रिया में मात्र 22 हजार विधार्थियों का नामांकन हुआ और 42 हजार विधार्थी नामांकन से वंचित रह गए हैं.

वहीं विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष रजनीकांत सिंह ने कहा कि पिछले वर्ष स्नातक के नामांकन में जो प्रक्रिया BSEB द्वारा अपनाई गई और स्पोर्ट प्रक्रिया के आधार पर नामांकन लिया गया ठीक उसी तर्ज पर आवेदन किए गए सभी विधार्थियों का नामांकन लिया जाए. राज्य सरकार द्वारा भी निर्देश है कि किसी भी छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा से वंचित नहीं रखा जाएगा. लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन विधार्थियों को रिक्त सिट रहने के उपरांत भी उच्च शिक्षा से वंचित रखा जा रहा है. जो विधार्थी परिषद इस मुद्दों पर कतई बर्दाश्त नहीं करेगी.

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उन्होंने कहा कि अभाविप द्वारा पूर्व से इस मुद्दों को विश्वविद्यालय प्रशासन के समक्ष उठा कर अवगत कराया गया. किन्तु इस संदर्भ में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कोई पहल नहीं करना उनकी दिवालिया मानसिकता को दर्शाती है. उन्हें छात्र-छात्राओं के भविष्य से कोई मतलब नहीं हैं.

जिला संयोजक बंशीधर कुमार ने कहा कि अभाविप इस पत्रकार वार्ता के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रशासन से यह मांग करती है कि रिक्त सिटों पर अतिशिघ्र छात्रहित में नामांकन ली जाए. अन्यथा अभाविप विश्वविद्यालय से जुड़े सभी मुद्दों को लेकर सड़क से सदन तक आंदोलन करने पर बाध्य होगी.

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