आधी आबादी सड़क पर, चारो तरफ पानी ही पानी

CT DESK: सारण जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रकृति का कहर बदस्तूर जारी है. प्रभावित इलाकों के ज्यादातर लोग आजकल सड़क पर जीवन-यापन करने को मजबूर हैं. छपरा-पटना मुख्य मार्ग पर स्थित डोरीगंज, मुस्सेपुर, बलुआ, सिंगही, शेखपुरा समेत कई पंचायत में रहने वाले लोग फोरलेन पर डेरा डाले हुए हैं. जिस प्रकार लोग सड़क पर शरण लिए हुए हैं उसे देख कर ऐसा लग रहा है कि मानो आधी आबादी सड़क पर आ गई है.

बाढ़ ने सदर प्रखंड के साथ-साथ सोनपुर, दिघवारा, रिविलगंज के कई पंचायतों में अपना प्रकोप जारी रखा है. सड़क मार्ग से लेकर रेल मार्ग भी इस भयावहता का दंश झेल रहे हैं. छपरा-बलिया रेलखंड शनिवार की रात से ही प्रभावित है वहीँ छपरा-पटना मुख्यमार्ग NH-19 पर भी आवागमन बाधित है. छपरा के अलावे सीमावर्ती शहरों में भी रहने वाले लोगों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है.

रिविलगंज प्रखंड के इनई, कौरुधौरु, जई छपरा, सेमरिया, मुकरेड़ा समेत कई पंचायत बाढ़ के चपेट में हैं वहीं सदर प्रखंड के अवली, ब्रह्मपुर, अजायबगंज, में भी बाढ़ ने सैकड़ों घरों को प्रभावित किया है.

बाढ़ की इस विभीषिका से निबटने के लिए जिला प्रशासन एड़ी चोटी एक कर रही है पर प्रकृति के इस विकराल रूप से लड़ने में प्रशासनिक तैयारियां कई मायनों में नाकाफी साबित हो रही है. प्रशासन ने दावा किया है कि सभी प्रभावित क्षेत्रों में लगातार नावों का परिचालन किया जा रहा है और पीड़ित लोगों के बीच हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है. हालाँकि बाढ़ की विकराल स्थिति का सामना करने वाले कई लोगों का कहना है कि प्रशासन से जिस प्रकार की सुविधा मिलनी चाहिए वो नहीं मिल पा रही है.

बहरहाल भीषण बाढ़ के बीच आम जनता लगातार संघर्ष कर रही है. हर कोई यही चाह रहा है कि नदी अपना रुख जल्द ही बदल दे ताकि तबाही के इस मंजर पर विराम लग सके.
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