नगरा (अयूब रजा): बिहार सरकार द्वारा सिंचाई के लिए लगाये गए नलकूप 20 सालों से बंद पड़े है. नलकूप के बंद होने के कारण सिंचाई कार्य पूरी तरह बाधित हो चूका है. जिससे किसान काफी परेशान है.
ग्रामीणों के अनुसार प्रशासन की उपेक्षापूर्ण नीति की वजह से अफौर, डुमरी, खोदाईबाग, पटेढ़ा, तुजारपुर, खैरा आदि आसपास के क्षेत्रों में 20 वर्षो से सिंचाई की बदतर व्यवस्था होने से कृषि कार्य पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है.
क्षेत्र निवासी रमेश कुमार, पंकज सिंह, अजय महतो, महन्त सिंह, आजाद अली, असरफ अली, आरती कुँवर, देवरती कुमारी, शम्भू राय, सोनू कुमार आदि दर्जनों किसानों ने कहा कि नगरा प्रखंड में कई नलकूप है जो समुचित देख-भाल अधिकारीयों एवम् कर्मियों को इन नलकूपों से कोई मतलब नही रहता है. जबकि मौजूदा हालत यह है कि कई नलकूप बिजली ट्रांसफार्मर जले होने के कारण कई वर्षो से जंगल-झार में ध्वस्त हो चुके है. यह हाल तब है जब नलकूपों को चलाने के लिए सरकार द्वारा ऑपरेटर भी बहाल किया है. फिर भी स्थिति जस की तस बनी हुई है. किसानों ने कहा कि अगर विभाग ने इस ओर ध्यान न दिया तो चरणबध्द आंदोलन चलाया जायेगा.