खनुआ नाले पर बनी दुकानें टूटेंगी! NGT ने सुनाया फैसला

छपरा: छपरा शहर की जल निकासी के एकमात्र स्रोत खनुआ नालें पर बनी दुकानें टूटेगी. राष्ट्रीय ग्रीन टयूब्नल (NGT) दिल्ली ने 27 अक्टूबर को बड़ा फैसला लेते हुए छपरावासियों को बड़ा तोहफा दिया है.

जिसमे भूतपूर्व सैनिक कल्याण संस्थान छपरा और भेट्रन फोरम ट्रांसपरेंसी इन पब्लिक लाइफ के महासचिव डॉ वी एन पी सिंह द्वारा 2015 में दायर याचिका पर फैसला सुनते हुए NGT ने खनुआ नाले को पुराने स्वरूप में वापस लाने और जल प्रवाह को सुचारू रूप से निकासी का आदेश बिहार सरकार को दिया हैं.

भूतपूर्व सैनिक कल्याण संस्थान के सचिव रमेश प्रसाद ने बताया है कि विगत 27 अक्टूबर को NGT की मुख्य पीठ के यहाँ याचिका संख्या 234/2015 पर बिहार सरकार के अधिवक्ता ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि खनुआ नाला पर कचड़ा, मल संसोधन का प्लांट लगाने की योजना प्रस्तावित है इसके साथ साथ विकास अथॉरिटी का कोई भी कार्य खनुआ नाला पर विकास के लिए प्रस्तावित नही है. साथ ही सरकार ने सभी सम्बंधित अधिकारी खनुआ नाला की सफाई और पुनरुद्धार के लिए और उसपर के अतिक्रमण हटाने के लिए उचित कदम उठाएगी.

भविष्य में साफ़ सफाई की व्यवस्था बनी रहे यह सुनिश्चित किया जायेगा.इसके आलावे वर्तमान के विकासात्मक कार्य जो प्रगति पर है जारी रहेगे और सभी अनधिकृत निर्माण और ढांचा को खनुआ नाला पर से हटा दिया जायेगा. इस फैसले के आते ही संस्थान के सभी सदस्यों ने जनहित के इस फैसले पर डॉ वी एन पी सिंह, मो सुलतान इद्रीशी और प्रोफ़ेसर पृथ्वी राज सिंह को बधाई दी हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि इस पर भी अगर बिहार सरकार नहीं कदम उठती है तो पुनः एक बार फिर सभी NGT का रुख करेंगे.

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