– लक्ष्मण उद्यान में दीपावली की पूर्व संध्या पर आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम में यह मांग उठाई गई
लखनऊ; लखनऊ का नाम बदलकर लक्ष्मणपुर या लखनपुर करने की मांग अब तेज होने लगी है। इसी के तहत शहर की लोक साहित्यकार डॉ विद्याविन्दु सिंह ने छोटी दीपावली की पूर्व संध्या पर परिवर्तन चौक के पास स्थित लक्ष्मण उद्यान में आयोजित दीपोत्सव में यह मांग उठाई। इस अवसर पर उद्यान दीपों से जगमगा उठा। यहां स्थापित वीरवर लक्ष्मण की प्रतिमा पर दीपदान हुआ।
शिव सिंह सरोज स्मारक समिति के तत्वावधान में बुधवार को लखनऊ स्थित लक्ष्मण उद्यान में आयोजित 57वें दीपोत्सव एवं काव्य संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कवि सम्मेलन में कवियों ने राष्ट्रभाव से ओत-प्रोत रचनाएं भी सुनायीं
कार्यक्रम का शुभारम्भ वीरवर लक्ष्मण की प्रतिमा पूजन से हुआ। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दीये जलाये गये। वरिष्ठ साहित्यकार एवं शिव सिंह सरोज स्मारक समिति की अध्यक्ष डॉ विद्याविन्दु सिंह ने सरकार से लखनऊ का नाम प्रयागराज और अयोध्या की भांति लखनपुर अथवा लक्ष्मणपुर करने की मांग उठाई। इसके अलावा लक्ष्मण पार्क का नाम उर्मिला-लक्ष्मण उद्यान किये जाने तथा उद्यान में वीरवर लक्ष्मण की शौर्य गाथा के शिलापट्ट लगाने की भी मांग की।
संगीत विदुषी प्रो. कमला श्रीवास्तव ने वाणी वन्दना की तथा स्वरचित लक्ष्मण चौती सुनाई। दीपोत्सव समारोह में वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. सूर्य प्रसाद दीक्षित, लविवि हिन्दी विभाग के अध्यक्ष प्रो. योगेन्द्र प्रताप सिंह, अपर कृषि निदेशक डॉ. सत्येंद्र कुमार सिंह, शिव सिंह सरोज स्मारक समिति की महामंत्री रमा सिंह सहित अन्य प्रबुद्धजन शामिल हुए। युवराज सिंह ने शंखध्वनि की। सुहानी और स्वस्ति ने कवि शिव सिंह सरोज की रचनाओं का पाठ किया। कार्यक्रम में समाजसेवी विश्वास सिंह को पर्यावरण सेवा, रंगमंचीय योगदान एवं कोरोना काल में की गई सेवाओं के लिए सारस्वत सम्मान प्रदान किया गया। संचालन वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. करुणा पांडे ने किया।
इस अवसर पर हुई काव्य संगोष्ठी में विजय त्रिपाठी, शिवमंगल सिंह ‘मंगल’, अभियंता सुनील बाजपेयी, शायर एल.पी.गुर्जर, आदि ने राष्ट्रभाव से प्रेरित रचनायें सुनायीं। अधिवक्ता शरद मिश्र ‘सिन्धु’ ने काव्य संगोष्ठी का संचालन किया। आयोजन में लोकहित न्यास, साहित्यिकी, लोक संस्कृति शोध संस्थान, अखिल भारतीय साहित्य परिषद व लखनऊ विकास प्राधिकरण के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।