New Delhi: चंद्रयान 2 का विक्रम लैंडर का चंद्रमा के 2.1 किलोमीटर पास पहुंचने के बाद मिशन सेंटर से संपर्क टूट गया. दूसरे शब्दों में कहे तो लैंडर चांद पर तो जरूर ही पहुंच गया होगा, बस उसकी जानकारी नही मिल पाई है.
#Chandrayaan2 mission was a highly complex mission, which represented a significant technological leap compared to the previous missions of #ISRO to explore the unexplored south pole of the Moon.
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— ISRO (@isro) September 7, 2019
वैज्ञानिक डेटा का अध्ययन कर सही जानकारी देंगे. इसमे कुछ समय लगेगा. परंतु ऑर्बिटर अब भी चंद्रमा के चक्कर लगा रहा है. यह अगले एक साल तक मिशन सेंटर को जानकारियां भेजता रहेगा. ऑर्बिटर विक्रम रोवर की तस्वीर भी भेज सकता है. जिससे उसके हाल का पता चल सकेगा. चंद्रयान 2 मिशन 95 प्रतिशत सफल रहा है. वैज्ञानिक लैंडर विक्रम से दुबारा संपर्क बनाने की कोशिश कर रहे है. चंद्रयान का ऑर्बिटर में 7.5 साल तक काम कर सकता है.