Ranbir Kapoor का भयानक Action अवतार, Bobby Deol का पागलपन, Sandeep Reddy का Screenplay है फ़िल्म की जान: Animal Film Review

Ranbir Kapoor का भयानक Action अवतार, Bobby Deol का पागलपन, Sandeep Reddy का Screenplay है फ़िल्म की जान: Animal Film Review

Review by : Abhinandan Dwivedi (Former RJ)

One Word Review : Incredible

“बुरा जो वेखन मैं गया बुरा ना मिल्या कोए, जे मैं अपना वेख्या मुझसे बुरा ना कोए…”, “ज्योति, क्रिमिनल पैदा किया हमनें…”, “पापा ये तो शुरुआत है, बहुत काम बाकी है पापा, उसको मिलना है, मारना है, आप निराश मत होना पापा…” ऐसे ही कुछ आक्रोशित और पिता के प्यार को किसी मर्ज पर तोलता, एक बेटे की जुबान से निकलते Dialogue दर्शक की अंतरात्मा पर चोट करते हैं।

फिल्मी भाषा में बात करें तो कहानी, पटकथा और संवाद, तीनों की विधा में फ़िल्म ख़तरनाक साबित हुई है। कहानी में एक के बाद एक ट्विस्ट दर्शक को फ़िल्म से बांधे रखती है, तो वहीं फ़िल्म की पटकथा (Screenplay) बहुत ही शानदार लिखी गयी है। हर फ्रेम अपने आप में भव्य दिखाई पड़ता है। ये कहना गलत नहीं होगा की फ़िल्म का असली हीरो, फ़िल्म की पटकथा है। फ़िल्म का संवाद (Dialogue) हर वर्ग के दर्शक को सोचने पर मजबूर करता है। ख़ास कर बाप – बेटे पर फिल्माया गया हर एक फ्रेम दर्द, एहसास, जिम्मेदारी को बखूबी दर्शाता है। ख़तरनाक एक्शन, बवाल Background Score, रमणीक Music, धूम – धड़ाम के साथ गोलियों की आवाज़, रणबीर कपूर, राष्मीका मंदाना और बॉबी देओल की शानदार एक्टिंग और Harshvardhan Rameshwar के रोंगटे खड़े कर देने वाले BGM से सजी है फ़िल्म Animal.

Special Mention :

फ़िल्म इतिहास गढ़ने के लिए बनी है। दशकों में ऐसी फिल्में एक बार ही बनती है। फ़िल्म आपको पागल कर देगी, फ़िल्म आपको आक्रोशित करेगी, फ़िल्म आपको भावविभोर भी करेगी। इन सब का श्रेय जाता है फ़िल्म के Writer – Editor – Director ‘Sandeep Reddy Vanga’ को, जिन्होंने इससे पहले Arjun Reddy और Kabir Singh जैसी Blockbuster फ़िल्म Industry को दी है। फ़िल्म का BGM सुन आप पागल हो जाएंगे, आपके रोंगटे खड़े होंगे, ख़ास कर Action Scene में BGM के साथ गोलियों की आवाज़ आपको मदहोश कर देगी। Harshvardhan Rameshwar को इसके लिए 10 में 10 अंक देना कहीं से गलत नहीं होगा।

फ़िल्म में गोलियों की आवाज़ के साथ इस कदर का Experiment पहली बार आप सुन पाएंगे। जोरदार एक्शन और बवाल BGM आपको सिनेमा हॉल की कुर्सियों से उछलने पर मजबूर करता है। Cinematography का प्रभाव इस फ़िल्म पर काफी ज्यादा दिखता है। तेज – तर्रार एक्शन को फ़िल्माने में Cinematographer ‘Amit Roy’ ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। इसके लिए Amit Roy के काम को सलाम बनता है।

Story :

फिल्म की कहानी शुरू होती है रणबीर के बचपन से, जहां उसे पापा (अनिल कपूर) का प्यार मिल नहीं पाता और ये इक्षा उसकी महज एक सपना बन कर रह जाती है। इन सब के बावजूद वो अपने ‘पापा के लिए प्यार’ को एक ऐसे ऊँचाई पर ले जाने की सोचता है, जो किसी ने सोचा नहीं होगा। कहानी आगे बढ़ती है, स्कूल में पढ़ाई करने के दौरान, अपनी बहन को कॉलेज के लड़कों से बचाने के लिए लड़का ऐसा कुछ करता है, जिसके बाद पिता (अनिल कपूर) “ज्योति, क्रिमिनल पैदा किया हमनें…” कहने लगते हैं। दूसरी तरफ फ़िल्म में प्यार का चैप्टर खुलता है। अपने घर में क्रिमिनल हरकत से पहचाने जाने वाला लड़का प्यार में भी अनोखा करने निकल पड़ता है और एक लड़की, जिसकी सगाई हो चुकी रहती है, उससे शादी की बात कर डलाता है।

थोड़े देर के लिए अगर आप सोचे कि इस लड़के का नाम Review लिखते हुए हमने क्यों नहीं लिया ? इस सवाल का जवाब बड़े ही रोचक तरीके से फ़िल्म में इंटरवल के बाद निर्देशक संदीप रेड्डी ने फिल्माया है।

पिता के नफ़रत की छाव में पला – बढ़ा लड़का अचानक अमेरिका क्यों जाता है ? ये आपको फ़िल्म देखने पर पता चलेगा। साल बीतता हैं और ‘स्वास्तिक स्टील’ के कर्ताधर्ता, पिता बलबीर सिंह पर हमले की ख़बर सुन वो बौखला जाता है। जिसके बाद वो संकल्प लेता है कि जिसने भी पिता जी पर हमला किया है उसका ‘गला अपने हाथ से काटेगा’। कुल मिला कर ये कहानी का मुख्य प्लॉट है। जिसके आस – पास पूरी फिल्म घूमती है। क्रिमिनल, प्यार, शादी, सेक्स, गोलियों की बरसात, गाड़ियों की धूम जैसे कई सीने मज़ेदार लगते हैं। आप कहानी के साथ कई मोड़ पर हँसेंगे, और ज़ोरदार एक्शन पर सिट्टी और ताली बजाने पर आपका अंतर्मन मजबूर भी होगा।

फ़िल्म 3 घण्टे 21 मिनट लम्बी है। अबरार के किरदार में बॉबी देओल की एंट्री इंटरवल के बाद होती है। पारिवारिक मतभेद इस कदर हावी है कि अबरार (बॉबी देओल) बलबीर सिंह (अनिल कपूर) को खत्म कर देना चाहता है।हीरो (Ranbir Kapoor) के किरदार को कहानी के अनुरूप जितना ख़तरनाक लिखा गया है, उतनी ही भव्यता विलेन (बॉबी देओल) के किरदार से झलकती है। हालांकि पूरी फिल्म में बॉबी देओल दो बार ही दिखते हैं। पहली जब तीसरी शादी करते है और दूसरी फ़िल्म के क्लीमक्स सीन में रणबीर कपूर के साथ फाइनल फाइट के समय। क्या रिश्ता है रणबीर कपूर और अबरार (बॉबी देओल) के बीच में ? आखिर क्यों अबरार (बॉबी देओल) बलबीर सिंह को मारना चाहता है ? एक पिता (बलबीर सिंह) जो अपने बेटा से हमेशा नफ़रत ही करते रहें, क्या कभी बेटे को प्यार दे पाते हैं ? ऐसे कई सवालों के जवाब आपको सिनेमा हॉल की चौखट पर जाने से मिलता है।

Actors Performance :

कलाकारों की लिस्ट काफी लंबी है लेकिन Camera पर जब प्रभाव की बात होगी तो इस फ़िल्म के साथ बॉबी देओल के नाम की चर्चा हमेशा तेज़ होगी। अबरार के किरदार में बॉबी देओल की एक्टिंग ने सबका ध्यान अपने तरफ आकर्षित किया है। Bobby Deol का Body Language दर्शकों के बीच खलबली पैदा करता है। विजय सिंह बलबीर के किरदार में Ranbir Kapoor का Look और भयानक एक्शन अवतार देख दर्शक मदहोश हो उठते हैं। एक्शन अवतार में रणबीर कपूर का अब तक बेहतरीन प्रदर्शन रहा है। बलबीर सिंह के किरदार में अनिल कपूर ने अपनी एक्टिंग से सबको चौकाया है। एक पिता के किरदार में बखूबी ढलते नज़र आते हैं। Rashmika Mandanna रमणीक दिखती हैं, साथ ही Interval के बाद उनका किरदार देख आप भाउक हो पड़ेंगे। दूसरे हाफ में ज़ोया के किरदार में तृप्ति डिमरी ने अपनी ज़बरदस्त एक्टिंग से दर्शकों को भौचक्का करती हैं। Shakti Kapoor, Prem Chopra साथ ही Suresh Oberoi जैसे कई और बड़े कलाकार हैं जिन्होंने अपना काम बेहतरीन किया है।

Direction & Technical Aspects :

फ़िल्म की तीन सबसे मजबूत विधा Writing Editing & Direction का जिम्मा संदीप रेड्डी ने ख़ुद सम्भाल है और ये कहना होगा कि ऐसा निर्देशन बिरले ही कभी किसी फिल्म में देखने को मिलता है। फ़िल्म का Screenplay लिखने का ज़िम्मा भी खुद Sandeep Reddy ने अपने सर लिया साथ ही उनके साथ Pramay Reddy Ganga और Suresh Banbaru भी Screenplay Team का हिस्सा रहें। Screenplay देख ऐसा लगता है कि फ़िल्म के हर एक फ्रेम को बहुत ही बारीकी से डिज़ाइन किया गया है।

फ़िल्म का एक और मजबूत हिस्सा उसका BGM है, जिसका सारा श्रेय Harshvardhan Rameshwar को जाता है, जिन्होंने इससे पहले Arjun Reddy में भी BGM दिया था। फ़िल्म का BGM दर्शकों को चौकाता है, पागल बनाता है, खलबली पैदा करता है, कुर्सियों से उछलने को बेचैन करता है। BGM के साथ फ़िल्म में Sound Design का हिस्सा Sync Cinema ने संभाला है। Raja Krishnan MR ने फ़िल्म में Sound Mixing में अपना कमाल दिखाया है।

फ़िल्म का एक और मजबूत पक्ष उसका Visual Effects है। Do it Creative, Ny VFXwaala, Visual Birds Studio, Famous Studios, Red Chillies VFX ने फ़िल्म के VFX पर काम किया है। VFX में कमी निकालना कहीं से भी सही नहीं होगा, कारण है फ़िल्म का Mood और Texture जो आपको शुरू से बांधे रखता है।

फ़िल्म में Music एक नहीं कुल 8 लोगों ने दिया है। Pritam, Vishal Mishra, Manan Bhardwaj, Shreya Puranik, Jaani, Ashim Kemsan, Harshvardhan Rameshwar और Gurinder Seagal. फ़िल्म का हर एक गाना आपके दिल तक पहुँचता है। ख़ास कर Arijit Singh की आवाज़ में Satranga Song आपको मोहब्बत की दरिया में डुबोने का काम करता है। B Praak की आवाज़ में Sari Duniya Jala Denge गाना फ़िल्म के अंदर की मर्म को परिभाषित करता है।

क्यों देखें ये फ़िल्म ?

Action फ़िल्म देखने के लिए बेचैन है, Bobby Deol का पागलपन, Ranbir Kapoor का भयानक एक्शन अवतार देखना चाहते हैं, तो ये फ़िल्म आपके लिए है।

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