Chhapra: गंगा सिंह महाविद्यालय परिसर में एनएसएस यूनिट की तरफ से “मिशन ड्रग फ्री कैंपस” जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आदित्य चंद्र झा और एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ कमाल अहमद के नेतृत्व में महाविद्यालय के छात्र एवं छात्राओं ने ड्रग्स को “ना”, जीवन को “हाँ” स्लोगन के साथ ड्रग फ्री कैंपस बनाने का संकल्प लिया।
ड्रग फ्री कैंपस जागरूकता अभियान के शुभारंभ के अवसर पर महाविद्यालय में “ड्रग्स के दुष्प्रभाव” विषयक संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया।
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता प्रो नलिन रंजन ने ड्रग्स के दुष्प्रभावों की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि युवाओं को इससे सचेत रहने और समाज को जागरूक करते रहने की जरूरत है। ड्रग्स की मांग और उसकी आपूर्ति इस व्यवसाय से जुड़े दो महत्वपूर्ण पहलू हैं। हमें इसके मांग पक्ष पर गहनता से विचार करते हुए इसके गंभीर दुष्प्रभावों को समझना होगा, तभी हम एक स्वस्थ और स्वच्छ राष्ट्र की परिकल्पना में सार्थक योगदान दे पाएंगे।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आदित्य चंद्र झा ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना युवाओं को सामाजिक जागरूकता और राष्ट्र निर्माण के क्षेत्र में निरंतर क्रियाशील रहने की सीख प्रदान करता है। युवाओं के बीच ड्रग्स के बढ़ते हुए प्रचलन पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सिर्फ सरकारी प्रयासों से ही इसे नियंत्रित नहीं किया जा सकता, बल्कि सामाजिक जागरूकता अभियान के माध्यम से इसके दुष्प्रभावों की विवेचना कर इसके प्रचलन पर अंकुश लगाया जा सकता है।
एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ कमाल अहमद ने अपने प्रारंभिक वक्तव्य में कहा कि देश की युवा पीढ़ी का यह प्राथमिक दायित्व है कि वह अपने समय और समाज की चुनौतियों को समझे तथा सामुदायिक सेवाभाव के साथ सामाजिक जागरूकता के कार्यों में हिस्सा ले। ड्रग फ्री कैंपस का संकल्प युवाओं के स्वर्णिम भविष्य की आधारशिला है।
इस जागरूकता अभियान सह संगोष्ठी में महाविद्यालय के 50 से अधिक छात्र/छात्राओं की उपस्थिति रही। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक श्री राजीव कुमार गिरी, श्रीमती कुमकुम रे, डॉ फ़िरोज़ आलम, डॉ धर्मेंद्र कुमार सिंह, डॉ मनोज कुमार पांडेय, डॉ हरिमोहन कुमार, डॉ विकास कुमार, डॉ अमित कुमार आदि उपस्थित थे।