वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया के रूप में मनाया जाता है. अक्षय तृतीया का मतलब ऐसी तिथि है, जिसका कभी भी क्षय ना हो. हिंदू मान्यता के अनुसार हर शुभ काम के लिए इस तिथि को बेहद शुभ माना जाता है.
इस साल अक्षय तृतीया 7 मई को मनाई जा रही है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन शुभारंभ करनेवाले हर कार्य में सफलता मिलनी तय है.
पौराणिक मान्यताओं में श्रीविष्णु का नर-नारायण, हयग्रीव और परशुरामजी के रूप में अवतरण और महाभारत युद्ध का अंत इसी तिथि को हुआ था. इसी वजह से अक्षय तृतीया को परशुराम के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है. मान्यताओं के मुताबिक इस दिन गंगा नदी स्वर्ग से धरती पर आईं थीं. अक्षय तृतीया के दिन ही भोजन की देवी अन्नपूर्णा का जन्मदिन भी माना जाता है.
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