छपरा: शहर से सटे निचले इलाकों में नदी के पानी का स्तर बढ़ने लगा है जिससे इन इलाकों में रहने वाले लोगों में बाढ़ की विभीषिका को ले कर खतरा अभी से ही मंडराने लगा है. छपरा के निचले क्षेत्र के सीढ़ी घाट, नेवाजी टोला घाट, रूपगंज, सोनारपट्टी, दहियांवा डीह जैसे इलाकों में रहने वाले लोग अभी से ही आशंकित है. निचले क्षेत्र में रहने वाले लोगों का कहना है कि इन दिनों जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है जिससे इस इलाके में कभी भी बाढ़ का पानी समा सकता है.
हालांकि जिला प्रशासन ने बाढ़ को लेकर पहले से ही अलर्ट जारी किया है और निचले क्षेत्र के लोगों को बाढ़ के प्रभाव से बचाने की पूरी तैयारी कर ली गई है, इस बाबत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी सारण के जिलाधिकारी दीपक आनंद को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उचित दिशानिर्देश जारी किया है.
विदित हो की छपरा शहरी क्षेत्र से जुड़े इन इलाकों में 150 से भी ज्यादा परिवार अस्थायी घरों में निवास करते है और हर वर्ष बाढ़ के आने से इनके घर टूट जाते हैं और इन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
निचले इलाके में रहने वाले रंजीत भगत, अशोक कुमार, मिथिलेश कुमार, कन्हैया कुमार, इंदु देवी ने बताया कि बाढ़ के आने से हमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. बाढ़ के पानी के साथ-साथ जंगली जानवर, सांप, जहरीले कीड़े, नील गाय भी इस क्षेत्र में बह कर आ जाते हैं, जिससे जानमाल का खतरा हमेशा बना रहता है.खुजली एवं अन्य संक्रमित रोग होने की भी आशंका बनी रहती है.