छपरा: छपरा की कलाकार सुरंगमा ने कला के माध्यम से सारण को विदेशों में अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का कार्य किया है. शहर के श्यामचौक निवासी डॉ पन्ना लाल प्रसाद की पुत्री सुरंगमा ने सात समुन्दर पार कनाडा के मॉन्ट्रियल शहर में एक कला प्रदर्शनी का आयोजन किया है. इस प्रदर्शनी में उन्होंने विभिन्न भारतीय पेंटिंग्स के साथ विश्व प्रसिद्ध मधुबनी पेंटिंग को भी दर्शाया है. प्रदर्शनी में लगी सभी कलाकृतियों को उन्होंने खुद से बनाया है.
दशहरा पर लगाई गयी थी प्रदर्शनी:
कनाडा में यह प्रदर्शनी तीन दिनों के लिए आयोजित की गई है. इसकी शुरुआत 19 अक्टूबर को दशहरा के दिन हुआ. जो 21 अक्टूबर तक चला. यह प्रदर्शनी कनाडा में रहने वाले लोगों को काफी पसंद भी आयी. सुरंगमा ने बताया कि वो दशहरा के मौके पर पिछले दो सालों से इंडियन सोसाइटी के माध्यम से कनाडा में पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन करती हैं. जिसमें भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिलती है.
विदेशों में रहकर भी भारतीय संस्कृति के प्रति समर्पित:
एक तरफ जहां हम अपनी संस्कृति व परम्पराओ को भुलाकर वेस्टर्न संस्कृति तेज़ी से अपनाते जा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ विदेशों में रह रहे कुछ लोग आज भी भारतीय संस्कृति और परंपरा को लेकर काफी समर्पित हैं. कुछ ऐसा ही किया है छपरा की सुरंगमा ने. सुरंगमा कनाडा में पिछले छह साल से रह रही हैं. कनाडा जाने के बाद उन्होंने कला के माध्यम से भारतीय संस्कृति को एक अलग पहचान दिलाने का कार्य किया है.
उन्होंने छपरा शहर के राजेन्द्र कॉलेज से जूलॉजी में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. उनके पति कनाडा में ही टाटा स्टील में नौकरी करते हैं. इससे पहले भी सुरंगमा ने कनाडा में कला से सम्बंधित कई प्रदर्शन किए हैं. कला के क्षेत्र में सुरंगमा में छह साल पहले कदम रखा था. धीरे धीरे उन्होंने पेंटिंग सीखा . जिसके बाद वो कनाडा के मॉन्ट्रियल में मील आर्टिस्ट ग्रुप की सदस्य भी बनी. आज उनके द्वरा किया गया कार्य को काफी सराहना मिल रही है.