Chhapra: सूर्य उपासना के तीसरे दिन व्रतियों ने नदी घाट, तालाब एवं सरोवरों में खड़ा होकर अस्ताचलगामी भगवान को अर्घ्य दिया. व्रतियों ने पानी मे खड़ा होकर हाथ मे कलसुप और उसमे ईख, नारियल, नीबू, फल, फूल और ठेकुआ का भगवान का अर्घ्य दिया और परिवार को शुभ शांति एवं समृद्धि की कामना की.
अस्तचलगामी भगवान को अर्घ्य देने के लिए व्रतियों द्वारा सुबह में पकवान बनाया गया. दोपहर बाद व्रती परिवार के सदस्यों के साथ माथे पर दउरा लिए नदी घाट, सरोवर, तालाब पहुंचे. कइयों ने अपनी मन्नत के अनुसार लेट कर तथा गाजे बाजे के साथ नदी घाट पहुंचे और सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया.
महापर्व छठ को लेकर शहर से सटे सीढ़ी घाट, नेवाजी टोला, धर्मनाथ मंदिर, इनई, रिविलगंज, डोरीगंज और मांझी के दर्जनों घाट पर साफ सफाई और लाइटिंग की व्यवस्था आयोजकों द्वारा की गई थी.
महापर्व छठ में कोठयाँ के सूर्य नारांव मंदिर में हजारों व्रती भगवान को अर्घ्य देने पहुंचे.
व्रती चौथे दिन की उपासना में रविवार को भगवान भाष्कर को अर्घ्य देगी.