छपरा: इंटरमीडिएट परीक्षा में इन दिनों माहौल बदला नज़र आ रहा है. सरकार और प्रशासन की सख्ती का असर साफ देखा जा सकता है. परीक्षा केन्द्रों के बाहर लगने वाली अनावश्यक भीड़ फिलहाल देखने को नहीं मिल रही है. वही परीक्षार्थी भी परीक्षा केंद्र के अंदर चिट पुर्जा ले जाने से बच रहे है. नकल रोकने के इस अभियान से खौफ खाए नकलचियों की कलम नहीं चल रही है.
जिले के 57 परीक्षा केन्द्रों पर लगभग 65 हजार परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो रहे है. प्रशासनिक सख्ती से परीक्षा के पहले ही दिन 86, दूसरे दिन 47 परीक्षार्थियों के निष्काशन से नकलचियों में हडकंप मच गया और अब निष्कासित होने वालों की संख्या में गिरावट देखी गयी, जो सख्ती के असर को दर्शाती है. इंटरमीडिएट की परीक्षा में अबतक जिले के विभिन्न केन्दों से 210 परीक्षार्थी निष्कासित किये जा चुके है.
परीक्षा के छठे दिन मंगलवार को परीक्षार्थियों की संख्या कम थी क्योंकि प्रथम सत्र में संगीत और दूसरे सत्र में मनोविज्ञान की परीक्षा थी. डीपीआरओ वीरेंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि मंगलवार को छपरा सदर में 6 तथा सोनपुर में 3 परीक्षार्थियों को नकल के आरोप में परीक्षा से निष्कासित किया गया है.