Chhapra: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री बिहार विभूति बी.पी मण्डल की 102वीं जयंती रामजयपाल कॉलेज परिसर स्थित लक्ष्मीनारायण यादव अध्ययन केन्द्र में मनायी गयी.
जयंती समारोह का उद्घाटन करते हुए जे.पी. विश्वविद्यालय के कुलसचिव सेवानिवृत्त ग्रुप कैप्टन श्रीकृष्ण ने कहा कि बी पी मण्डल ने इस देश के करोड़ों-करोड़ शोषित, पीड़ित, अभिवंचित पिछड़ों को समाज में गरिमापूर्ण ढंग से जीवन यापन करने के लिए एक ऐसा विधि सम्मत अवसर प्रदान किया है, जिससे आप हम भारत सरकार की नौकरियों में इन वर्गों का प्रतिनिधित्व देख पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि ज्ञान का क्षेत्र निश्चित रूप से प्रतिस्पर्धा का क्षेत्र है, परन्तु विशेषाधिकार प्राप्त लोग उन्हें गरीबों-पिछड़ों से छीनते रहे हैं किंतु मण्डल की सिफारिशों के बाद अब सामाजिक, राजनैतिक और नौकरशाही में अमूल-चूल परिवर्तन देखने को मिल रहा है. उन्होंने जे पी विश्वविद्यालय की कई समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि उनके समाधान के प्रयास किए जा रहे हैं.
जयंती समारोह के आयोजक-संयोजक विधान पार्षद प्रो वीरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि आरक्षण एक ऐसा हथियार है जिसने विकास की धारा में पिछड़ गए लोगों के लिए मुक्ति का मार्ग खोल दिया है. डॉ लाल बाबू यादव ने कहा कि उत्तर भारत के हिन्दी भाषी क्षेत्र में राज्य के मुख्यमन्त्रियों एवं नौकरशाही के बड़े पदों पर अगर दलित-पिछड़े देखे जा रहे हैं तो यह बी पी मण्डल के मिशन का ही प्रभाव है.
इस अवसर पर एक प्रस्ताव पारित कर निजी क्षेत्रों के नौकरियों में भी आरक्षण का प्रावधान लागू करने के लिए संघर्ष करने का निर्णय लिया गया. एक अन्य प्रस्ताव के द्वारा उच्चतम न्यायालय के अवमानना का दंश झेल रहे देश के प्रख्यात विधिवेत्ता प्रशान्त भूषण के प्रति एकजुटता प्रकट की गई और उनके विचारों से पूर्ण रजामंदी जाहिर की गई. एक अन्य प्रस्ताव में सिवान जिला के चैनपुर में स्थापित बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने की तीव्र भर्त्सना की गई और प्रशासन से इस पर कानूनी कार्यवाई करने की मांग की गई.
समारोह को अन्य लोगों के अलावे प्राचार्य अरुण कुमार, ईश्वर राम, सत्य प्रकाश यादव, प्रो धनजंय कुमार आजाद, विद्या सागर विद्यार्थी, अरविंद कुमार यादव, बच्चा प्रसाद यादव, बृज बिहारी यादव, रमेश चन्द्र राय, जहांगीर आलम, अवधेश कुमार, अजय कुमार खरवार, प्रो राकेश कुमार, चन्द्रकान्त आदि ने अपना विचार प्रकट किया. समारोह का संचालन डॉ. दिनेश पाल ने किया.