Chhapra: रामजयपाल महाविद्यालय के प्राचार्य के संरक्षण में अवैध वसूली का धंधा फल-फूल रहा है। इस कारण आसपास के कई असामाजिक तत्वों का जमावड़ा हमेशा महाविद्यालय परिसर में लगा रहता है। जो आए दिन महाविद्यालय परिसर में पढ़ने-लिखने वाले छात्र- छात्राओं के साथ मारपीट तथा छीनतेई की घटना को अंजाम देते रहते हैं। छात्र-छात्राओं के द्वारा महाविद्यालय प्रशासन को शिकायत करने पर उनका नामांकन रद्द करने तथा उन्हें परीक्षा में फेल करने की धमकी विगत समय से दी जाती रही है। इस कारण छात्र-छात्राएं इस संबंध में कोई शिकायत नहीं करते हैं।
छात्र- छात्राओं का स्नातक प्रथम खंड में नामांकन की प्रक्रिया चल रही थी तो प्राचार्य के इशारे पर कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा नीरज यादव एवं शुभम यादव छात्र की पिटाई करवा दी गई तथा देसीकट्टा से वार कर जानलेवा हमला किया गया जिसके वजह से माथा फट गया ओर लहू गिरने लगा ओर वहीं गिरकर अचेत हो गया। यह दोनों छात्र महाविद्यालय में अवैध उगाही के खिलाफ छात्र-छात्राओं के साथ महाविद्यालय प्रशासन पर बार-बार दबाव डाल रहे थे तथा आंदोलन की चेतावनी दे रहे थे। जिस कारण प्राचार्य के द्वारा इन दोनों छात्र- छात्राओं के ऊपर जानलेवा हमला जानबूझकर प्रायोजित तरीके से करवाया गया। आए दिन जब भी नामांकन संबंधी कोई अधिसूचना विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा जारी होती है अथवा किसी भी परीक्षा का प्रपत्र भरने हेतु महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं की भीड़ लगती है तो इस तरह के असामाजिक तत्व सक्रिय होकर छात्र-छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार एवं मारपीट कर उनका रुपया पैसा छीन लेते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, छपरा के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि अविलंब इस महाविद्यालय प्राचार्य के ऊपर कार्रवाई करते हुए इन्हें तत्काल पद से हटाया जाए अन्यथा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को छात्र- छात्राओं की सुरक्षा एवं उनके हितों की रक्षा के लिए आंदोलन के रास्ते पर चलने को बाध्य होना पड़ेगा जिसके लिए सारी जवाबदेही विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी। अगर इस आंदोलन में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना या कोई क्षति पहुंचती है तो यह सभी के लिए सिर्फ और सिर्फ विश्वविद्यालय प्रशासन जिम्मेदार होगा।