अपराध जगत से राजनीति में इंट्री को बेताब सारण के मोस्टवांटेड

(प्रभात किरण हिमांशु)

अपराध जगत से राजनीतिक गलियारों में कदम रखना कुख्यातों का शौक बनता जा रहा है.सारण के अपराधी इन दिनों पंचायत चुनाव के माध्यम से अपना राजनीतिक भविष्य तलाशने में जुटे है.हाल ही के कुछ घटनाक्रम से अपराधियों के राजनीति में इंट्री के इरादे का जो सच सामने आया है उससे राजनीति में अपराधियों के बढ़ते दबदबे को नाकारा नहीं जा सकता.

बात अगर कुछ दिन पूर्व सारण पुलिस के हत्थे चढ़ चुके रसूलपुर थानाक्षेत्र के रीठ गाँव के कुख्यात ‘बुच्चन शर्मा’ की हो या हाल ही में गैंगवार में मारे गए सारण के मोस्टवांटेड राजन साह की ,दोनों ही किसी ना किसी माध्यम से राजनीति में अपनी पैठ ज़माने की प्लानिंग में जुटे हुए थे.

असहनी के सरपंच पति दिलीप यादव हत्याकांड का मुख्य आरोपी ‘बुच्चन शर्मा’का अपने इलाके में काफी दबदबा था.बुच्चन के आतंक से चैनपुर,ग्यासपुर,एकमा,परसागढ़,असहनी,रसूलपुर क्षेत्र के लोगों में काफी दहशत व्याप्त था.सुपारी किलर बुच्चन अपने इसी दहशत के दम पर अपनी पत्नी को पंचायत चुनाव लड़ाने की तैयारी में था.रसूलपुर थानाक्षेत्र के कई गाँव में लोगों ने उसकी गिरफ्तारी के बाद चैन की सांस ली ,पर दबी जबान से उसको मिल रहे राजनीतिक संरक्षण की बात भी कहते नजर आए. बुच्चन का सम्बन्ध सीवान के कुख्यात रईस खाँ से भी रहा है.रईस खाँ को भी पूर्व में राजनीतिक संरक्षण प्राप्त रहा है.अपने इन्ही ताल्लुकातो के दम पर बुच्चन शर्मा भी अपराध के साये में राजनीति के क्षेत्र में कदम रखने की योजना बना रहा था.

वहीं खैरा थानाक्षेत्र के पहाड़पुर का निवासी और सारण के टॉप टेन अपराधियों में शामिल कुख्यात राजन साह भी अपनी पत्नी बबीता देवी को अपने पंचायत से मुखिया का चुनाव लड़ाने के इरादे से ही आसाम से वापस छपरा आया था.हालांकि बीते दिनों राजन की हत्या आपसी रंजिस में कर दी गई,पर बबीता देवी ने राजन के इस इरादे का खुलासा करते हुए बताया कि 5 साल से अंडरग्राउंड राजन पंचायत चुनाव के मद्देनजर ही छपरा वापस आया था जहां गैंगवार में उसकी हत्या कर दी गई.

सारण जिले में ऐसे कई उद्धाहरण हैं जो पूर्व में भी अपराध जगत से राजनीति के क्षेत्र में इंट्री ले चुके है.देखने वाली बात होगी कि आगामी पंचायत चुनाव में अपराधियों का कितना दबदबा बरकरार रहता है.

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