इसुआपुर: मुड़वा बजार पर बना 50 फीट का रावण, आज होगा पुतला दहन

छपरा : इसुआपुर के मुरवा बजार पर बुधवार को रावण वध समारोह का आयोजन किया जाएगा. कार्यक्रम शाम 5 बजे शुरू होगा. जिसमें प्रखंड के अलग-अलग गाँव के लोग शामिल होंगे. वही शाम 7 बजे रावण का पुतला दहन होगा.

कोरोना के कारण पिछले दो सालों से गांधी मैदान में रावणवध समारोह का आयोजन नहीं हो रहा था. कमेटी के अध्यक्ष संतोष यादव उर्फ भोला ने कहा कि इसुआपुर में इस साल रावण का पुतला 50 फीट का बना है. इस बार गया के कुशल कलाकारों ने पुतला का निर्माण किया है.

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Chhapra: दशहरा के उपलक्ष पर स्थानीय राजेंद्र स्टेडियम में विजयदशमी समारोह समिति द्वारा रावण वध का कार्यक्रम आयोजित किया गया है. जिसमें 50 फीट के रावण और मेघनाथ का पुतला दहन किया जाएगा.

रावण वध को लेकर श्रीराम शोभायात्रा साहेबगंज, कटहरी बाग, मोना चौक, नगरपालिका चौक, थाना चौक होते हुए राजेंद्र स्टेडियम पहुंचेगी.

गाजे बाजे के साथ निकली इस शोभायात्रा में सैकड़ों लोग शामिल होते है. शोभायात्रा में श्रीराम, लक्ष्मण और भक्त हनुमान शामिल होते है.

राजेंद्र स्टेडियम में संध्या 5:00 बजे रावण वध किया जाएगा. राजेंद्र स्टेडियम में हो रहे इस कार्यक्रम में लोगों को आकर्षक आतिशबाजी या देखने को मिलेंगी. रावण वध को लेकर चाक-चौबंद व्यवस्था है.

स्टेडियम से लेकर शोभा यात्रा प्रारंभ होने के स्थान तक पुलिस बलों की तैनाती के साथ साथ दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति भी की गई है.

राजेंद्र स्टेडियम में इस रावण वध को देखने के लिए हजारों लोग मौजूद होते हैं. 2 वर्ष बाद एक बार फिर पूरे जोश और उत्साह के साथ इस रावण वध का आयोजन किया जा रहा है.

आयोजकों के द्वारा अनुमान लगाया गया है कि इस बार भी पूर्व की तरह है लोगों की अत्यधिक भीड़ स्टेडियम में जुटने वाली है. जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था विधि व्यवस्था एवं यातायात को लेकर प्रशासन से आग्रह किया गया है.

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Chhapra:  सारण के बनियापुर स्तिथ ग्राम हरखपुरा में नेत्र शिविर का आयोजन किया गया है। ये निःशुल्क नेत्र शिविर डॉ सुमित कुमार, मृदुला आई क्लिनिक, छपरा द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें गाँव के लोगों का निशुल्क नेत्र परीक्षण कराया गया।

इस दौरान 200 लोगों से अधिक का परीक्षण किया गया और साथ ही निशुल्क लैंस प्रत्यारोपण आदि की सुविधा दी गई। वही, ऑपरेशन योग्य मरीजों को भी चिन्हित कर उन्हें ऑपरेशन के लिए बताया गया।

डॉ सुमित कुमार ने बताया कि, जरूरतमंद लोगों के लिए ये निशुल्क नेत्र शिविर आयोजित किया गया है और सारण के विभिन्न पंचायत में ये आगे भी करवाया जाएगा। उन्होंने ने बताया की आँखो को लोग हमेशा नज़र अन्दाज़ करते है जिसके कारण रोशनी कम हो जाती है और बढ़ते उम्र के साथ परेशानी बढ़ जाती है।

मुफ़्त शिविर आयोजन के निवेदक दिनेश कुमार सिंह और अधिवक्तारौशन के साथ रामसुरेश, गाजी और अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।

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Chhapra: जिलाधिकारी राजेश मीणा के द्वारा बताया गया कि इस वर्ष विजयादशमी का त्योहार दिनांक 05 अक्टूबर 2022 को मनाया जायेगा। कलश स्थापन के साथ ही दुर्गा पूजा प्रारंभ हो गया है। 4 अक्टूबर को नवमी के दिन हवन के उपरांत, स्थापित कलश, प्रतिमाओं का विसर्जन प्रारंभ हो जाता है। इस प्रकार लगभग नौ दिनों तक चलने वाले इस त्योहार में पूजा पाठ, मेला नौ दिनों तक चलता रहता है। इस जिले में दिघवारा थानाक्षेत्र में आमी और मढ़ौरा थानाक्षेत्र में शिल्हौड़ी मंदिर में विशेष पूजा अर्जना की जाती है। A valid URL was not provided.

जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया सभी पूजा समितियों को आदेशित किया गया है कि प्रतिमा स्थापना, प्रतिमा विसर्जन, प्रदूषण नियंत्रण, लाउडस्पीकर सहित विभिन्न वाद्य यंत्रों एवं पटाखों के उपयोग पर नियंत्रण संबंधी निदेशों का शत-प्रतिशत अनुपालन करेंगे ताकि जिला में कही भी विधि व्यवस्था संधारण की समस्या उत्पन्न न हो और त्योहार को शांतिपूर्ण और साम्प्रदायिक सद्भाव के वातावरण मे मनाया जा सके। कलश का विसर्जन 5 अक्टूबर 2022 को प्रारंभ होगा। 8 अक्टूबर 2022 को हजरत मोहम्मद साहब का जन्म दिन एवं अगले दिन 10 अक्टूबर 2022 को नगर निगम चुनाव के प्रथम चरण का मतदान का कार्यक्रम निर्धारित है। इसलिए दुर्गा पूजा के अवसर पर लगाए जाने वाले पंडालों, जुलूस, रावण वध, मेला, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि की स्वीकृति प्रदान करने के समय सभी पूजा समितियों को प्रतिमा विसर्जन 07 अक्टूबर 2022 तक संपन्न कराने का निदेश दिया गया है।

जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि विशेष शाखा से प्राप्त सूचना के अनुसार जिले में संवेदनशील स्थलों को चिन्हित कर लिया गया है। संवेदनशील स्थलों पर दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है। प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों को स्पष्ट निदेश दिया गया है कि वे अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर ससमय उपस्थित रहकर अपने कत्तब्यों को गंभीरता से अनुपालन करेंगे। संबंधित थाना को अपने स्तर चौकीदार, दफादार, सिपाही, हवलदार की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है ताकि विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न न हो सकें।

सभी अनुमंडल पदाधिकारी को सुरक्षित घाटों पर ही प्रतिमा विसर्जन कराने एवं नावों का परिचालन पूर्णतः बंद रखने का निर्देश दिया गया है। सभी थानाक्षेत्रों में नियमित रुप से गश्ती करने हेतु जिला स्तर पर वरीय पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है इसके अतिरिक्त सभी थानाध्यक्षों एवं अंचलाधिकारियों को भी गश्ती से संबंधित आवश्यक निदेश दिये गये है।

विधि व्यवस्था संधारण हेतु जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है जिसका दूरभाष संख्या-06152 242444 है जिसके वरीय प्रभार में अपर समाहर्त्ता डॉ गगन, मोबाईल नं0-9473191268 एवं सौरभ जायसवाल, पुलिस उपाधीक्षक, सारण मोबाईल नं0-8544428112 रहेंगे। जिला नियंत्रण कक्ष 24 घंटा सतत् कार्यरत रहेगा। अनुमंडल पदाधिकारी सोनपुर एवं मढ़ौरा को अपने-अपने अनुमंडल कार्यालय में भी नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का निदेश दिया गया है ताकि पूरे जिला में शांति व्यवस्था कायम रखा जा सके।

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Chhapra/Jalalpur: आरजेडी नेता लालू यादव द्वारा आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने लगाने की मांग पर बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि इन्हीं जयचंदो के कारण हमारा देश हजारों वर्षों तक गुलाम रहा है. आज पूरे राष्ट्र को सफलता और प्रबलता से प्रधानमंत्री आगे बढ़ा रहे हैं. इसमे आर एस एस का भी योगदान है. 

आर एस एस एक सामाजिक संगठन है, जिन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी जैसे देश की सेवा करने वाले नेता को दिया. वहीं जो खूद सजायाफ्ता है और बेल पर है और हजारों करोड़ों रुपए का गबन का उस पर आरोप है. वह राष्ट्रीय और सामाजिक संगठन पर प्रतिबंध लगाने की बात करता है.

यह पूछे जाने पर कि लालू यादव 12वीं बार आरजेडी के अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ रहे हैं पर उन्होंने कहा कि परिवारवाद और एक भ्रष्टाचारी समाज और देश का हितैषी नहीं हो सकता है. वह जयचंद की भूमिका में है. इसकी भी जांच होनी चाहिए.

हत्या के आरोपियों की सम्पति जब्त कर परिजनों को मुआवजा दे सरकार: नेता प्रतिपक्ष

 

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Jalalpur: जलालपुर हाई स्कूल के छात्र आदित्य हत्याकांड के हत्यारोपियों की सम्पत्ति जब्त करके परिजनों को बिहार सरकार मुआवजा दे. उक्त बातें बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भटकेसरी में कहीं .

जलालपुर हाई स्कूल गेट पर 21 सितम्बर को हुए आदित्य हत्याकांड के आठवें दिन परिजनों से मिलने और उन्हें ढाढस बंधाने मृतक के घर बुधवार की संध्या पहुंचे हुए थे.

उन्होंने कहा कि आरोपी पहले वीडियो वायरल करते हैं कि खेल होगा, जेल होगा, बेल होगा. यह पूरा मामला भय पैदा करने का है. प्रशासन अब तक चुप क्यों बैठी थी. उन्होंने एसपी सारण से बात कर निर्देश देते हुए कहा कि आप इस मामले में अब तक क्या कार्रवाई किए हैं. पहले वीडियो वायरल हुआ था उस पर आपने क्या किया है. कार्रवाई बहुत जरूरी है. नए जेनरेशन के बीच गलत संदेश जाएगा. कौन-कौन उन अपराधियों का मनोबल बढ़ा रहे थे. उन पर भी कार्रवाई जरूरी है. अब तक हुई जांच कि एक प्रति आप मुझे भी दीजिए.

उन्होंने कहा कि अपराधी तलवार और पिस्टल से केक काट रहा है, वीडियो वायरल हुआ है, लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं की गई .पीड़ित के परिजनों ने कहा कि गलत तरीके से मस्जिद में आग लगाने के नाम पर उन लोगों का नाम FIR में दे दिया गया है. इस पर उन्होंने कहा देश की रक्षा करने वाले सैनिक के पूरे परिवार को परेशान किया जा रहा है.

पीड़ित के एक परिजन जो कि कैंसर पीड़ित को लेकर मुंबई गया हुआ है. उसका भी एफ आई आर में नाम दे दिया गया है. यह कैसा न्याय है. थाना प्रभारी को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि थाना प्रभारी मानसिक रूप से विकलांग है. उन्होंने कहा कि मस्जिद मे आगलगी की तथाकथित कांड में निर्दोषो पर एफ आई आर बना दबाव बनाने का काम किया गया है.

बाद मे सांसद सिग्रीवाल के जलालपुर आवास पर प्रेस वार्ता मे उन्होंने कहा कि अपराधियों ने जिस तरह उस छात्र पर हमला किया है, यह तालिबानी मानसिकता को दर्शाता है. इसकी गहन जांच जरूरी है. जिस तरह पूरे देश के अंदर भय और आतंक बनाने का खेल चल रहा है उसी का यह क्रम है. आरोपी तलवार और पिस्टल से केक काटता है उसके बाद चाकू से गोदकर हत्या किया जाता है. इसमें अपराधियों का दूर तक कनेक्शन है, इसकी पूरी जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार पर कौन विश्वास करें -जहां रिवाल्वर से केक काटने वाले को मुक्त कर दिया जाता है .

उन्होने विद्यालय प्रबंधन को भी कटघरे में खड़ा किया और विद्यालय की भूमिका की गहन जांच की मांग की.

आरजेडी नेता लालू यादव द्वारा आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने लगाने की मांग पर उन्होंने कहा इन्हीं जयचंदो के कारण हमारा देश हजारों वर्षों तक गुलाम रहा है. आज पूरे राष्ट्र को सफलता और प्रबलता से माननीय प्रधानमंत्री आगे बढ़ा रहे हैं. इसमे आर एस एस का भी योगदान है. आर एस एस एक सामाजिक संगठन है, जिन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी जैसे देश की सेवा करने वाले नेता को दिया. वहीं जो खूद सजायाफ्ता है और बेल पर है और हजारों करोड़ों रुपए का गबन का उस पर आरोप है. वह राष्ट्रीय और सामाजिक संगठन पर प्रतिबंध लगाने की बात करता है. यह पूछे जाने पर कि लालू यादव 12वीं बार आरजेडी के अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ रहे हैं पर उन्होंने कहा कि परिवारवाद और एक भ्रष्टाचारी समाज और देश का हितैषी नहीं हो सकता है. वह जयचंद की भूमिका में है. इसकी भी जांच होनी चाहिए.

वहीं सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने आदित्य हत्याकांड पर कहा प्रशासन की लापरवाही से एक होनहार बालक की हत्या कर दी ग ई. वही अब लोगो की आवाज को बंद करने के लिए प्रशासन झूठे एफ आई आर मे फंसा रही है. मस्जिद में आग की झूठी खबर लगाकर प्रशासन ने दबाव बनाने के लिए एक कुटिल चाल चला है. उन्होंने कहा कि मस्जिद में ताला लगा हुआ है जबकि चटाई में आधा कोना जलाकर उसमें फेंक दिया गया है और निर्दोष लोगों को इस में फंसाया गया है. प्रशासन का यह तरीका नहीं चलेगा. उन्होंने आदित्य हत्याकांड के षडयंत्रकारियो ं पर भी कार्रवाई की मांग की.

इसके पहले नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा व सांसद सिग्रीवाल ने महेन्द्र मिश्र की आदमकद प्रतिमा पर माला अर्पित कर उन्हे नमन करते हुए अपनी श्रद्धांजलि दी.

मौके पर छपरा विधायक सी एन गुप्ता, भाजपा जिला अध्यक्ष राम दयाल शर्मा, जनक सिंह, हेम नारायण सिंह, उमेश तिवारी, वंशीधर तिवारी, रामा शंकर मिश्र शांडिल्य, अमरजीत सिंह, गुड्डू चौधरी, उमाकांत पांडेय, मनोज पांडेय, मुकेश सिंह, नीलेश सिंह, विजय कुमार सिंह, प्रखंड मुखिया संघ के प्रतिनिधि तारकेश्वर सिंह, संत दामोदर दास, मृतक आदित्य के पिता टुनटुन तिवारी, बड़े भाई व सैनिक मुरारी कुमार तिवारी, सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे.

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Chhapra: जिलाधिकारी राजेश मीणा एवं पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार के द्वारा शारदीय नवरात्र के आगमन के साथ दुर्गा पूजा एवं विजयादशमी/दशहरा त्यौहार के शांतिपूर्ण एवं सौहार्द्र के साथ मनाए जाने के संबंध में जिलास्तरीय शांति समिति की बैठक समाहरणालय सभागार में आयोजित की गई।

जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित शांति समिति के सदस्यों को बताया गया कि 26 सितंबर से कलश स्थापना के साथ नवरात्रि का प्रारंभ हो गया है, जिसका समापन 5 अक्टूबर को होना है। 2 अक्टूबर को सप्तमी, 3 अक्टूबर को महाष्टमी, 4 अक्टूबर को महानवमी एवं 5 अक्टूबर को विजयादशमी मनाया जाएगा। कई स्थानों पर दुर्गा पूजा के अवसर पर स्थाई पूजा स्थलों या अस्थाई पंडालों में माता की प्रतिमा भी बैठाई जाती है और मेले भी आयोजित किए जाते हैं। कहीं-कहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। ऐसी स्थिति में पूरे सतर्कता एवं सजगता के साथ आपसी भाईचारे एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में त्यौहार को मनाने के लिए शांति समिति की बैठक रखी गई है।ताकि किसी भी प्रकार के लापरवाही से विधि व्यवस्था की समस्या या तनाव की स्थिति न उत्पन्न हो जाए।

इस अवसर पर जिलास्तरीय शांति समिति के गणमान्य सदस्यों ने अपनी बात रखते हुए अनुरोध किया कि दुर्गा पूजा एवं दशहरा के अवसर पर विभिन्न स्थलों पर मेले का आयोजन किया जाता है। विभिन्न थानों से आए हुए गणमान्य व्यक्तियों ने प्रशासन को आश्वस्त किया कि इस त्योहार को हर्षोल्लास के साथ गंगा जमुनी तहजीब को ध्यान में रखते हुए मनाया जाएगा।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड प्रतिबंधों के शिथिल होने के बाद व्यापक पैमाने पर त्यौहार मनाया जा रहा है। त्यौहार को देखते हुए विशेष रूप से अलर्ट रहने का निर्देश सभी प्रतिनियुक्त किए गए दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को दिया गया है। सभी संवेदनशील स्थलों पर संयुक्त आदेश द्वारा दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दिए जाने की जानकारी दी गई।

जिलाधिकारी ने डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध होने की जानकारी देते हुए कहा कि लाउडस्पीकर का प्रयोग अनुमति के साथ किया जा सकता है। पूजा के दौरान अश्लील गाने बजाने की अनुमति नहीं है। अश्लील एवं भद्दे सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित न किया जाएं। अगर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करना है, तो इसके लिए संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी से अनुमति लिया जाए।

जिलाधिकारी ने शांति समिति के सदस्यों को जानकारी दी कि पूजा पंडाल के आयोजन पर रोक नहीं है, लेकिन इसके लिए थाना स्तर से अनुमति लेना अनिवार्य है। जुलूस भी निकालने के लिए थाना से अनुज्ञप्ति लेनी होगी और इसके रूट का सत्यापन थानेदार द्वारा स्वयं करने के उपरांत अपनी अनुशंसा के साथ अनुमंडल पदाधिकारी को अनुमोदन हेतु भेजेंगे।

पुलिस अधीक्षक ने निर्देश दिया कि कोई भी पूजा समिति हथियार के साथ जुलूस नहीं निकालेंगे। इसकी अनुमति कदापि नहीं दी जाएगी। जुलूस निर्धारित मार्ग पर ही चले और इसके साथ दंडाधिकारी और पुलिस बल अनिवार्य रूप से लगाया जाए। सांप्रदायिक सौहार्द्र को भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में मेले और पूजा के आयोजन में सावधानी और सतर्कता बरतनी आवश्यक है। सभी पूजा पंडालों में अग्निशमन यंत्रों एवं सीसीटीवी की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाए। अस्थाई विद्युत संयोजन भी विद्युत आपूर्ति विभाग से प्राप्त किया जाए, चोरी छुपे बिजली का प्रयोग पूजा में कदापि ना किया जाए। पूजा के आयोजन में स्वयंसेवकों की संख्या अच्छी होनी चाहिए। सभी स्वयंसेवक पहचान पत्र लगाकर उपस्थित रहें। पंडालों में प्रवेश एवं निकासी का मार्ग अलग-अलग रहे।

पूजा में लाउडस्पीकर का प्रयोग किया जा सकता है, किन्तु डीजे के प्रयोग की मनाही है। अश्लील गाने कदापि ना बजाएं। प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस बल भी लोगों को आवश्यकता पड़ने पर मार्गदर्शन देंगे एवं भीड़ को नियंत्रित करते रहेंगे।

पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट रूप से बतलाया कि डीजे प्रतिबंधित है, आपत्तिजनक गाने भी नहीं बजने चाहिए। शांति समिति के सदस्य हमारे ही अंग हैं, अतः प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन कराना उनका भी दायित्व है। इस समय नगर पालिका निर्वाचन भी संपन्न हो रहा है। ‌ अतः इसको देखते हुए विशेष रुप से सतर्क रहने की आवश्यकता है, ताकि सामाजिक एवं सांप्रदायिक तनाव की स्थिति नहीं उत्पन्न हो।

जिलाधिकारी ने शांति समिति के सदस्यों को जानकारी दी कि महत्वपूर्ण स्थलों पर रैपिड एक्शन टीम तैनात रहेगी। सभी डॉक्टर एवं हॉस्पिटल के स्टाफ भी तैयारी मोड में रहेंगे। अग्निकांड को रोकने के लिए फायर बिग्रेड भी तैयार रहेगी।
प्रतिमाओं के विसर्जन स्थल के संबंध मे जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशानुसार बहते हुए जल में प्रतिमा का विसर्जन ना कर अस्थाई तालाब में प्रतिमा का विसर्जन किया जाए। संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी विसर्जन हेतु अस्थाई तालाब का निर्माण कर उसमें पर्याप्त जल की उपलब्धता सुनिश्चित कराएंगे। सभी पूजा समितियों को प्रशासन द्वारा निर्मित अस्थाई तालाबों में प्रतिमा का विसर्जन करना होगा।

बिना वीडियोग्राफी और दंडाधिकारी के साथ कोई विसर्जन जुलूस ना निकले यह सुनिश्चित कराया जाएगा। निर्धारित समय तक सभी पूजा समिति प्रतिमा का विसर्जन कार्य संपन्न कर लेंगे।

उक्त बैठक में उप विकास आयुक्त अमित कुमार, अपर समाहर्ता डॉक्टर गगन, जिला स्तरीय पदाधिकारीगण, थाना प्रभारीगण, एवं जिला शांति समिति के सदस्य व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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शारदीय नवरात्रि धर्म की अधर्म पर और सत्य की असत्य पर जीत का प्रतीक हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इन्हीं नौ दिनों में मां दुर्गा धरती पर आती है। उनके आने की खुशी में इन दिनों को दुर्गा उत्सव के तौर पर देशभर में धूमधाम से मनाया जाता हैं। नवरात्रि पर्व के नौ दिनों के दौरान आदिशक्ति जगदम्बा के नौ विभिन्न रूपों की आराधना की जाती है। ये नौ दिन वर्ष के सर्वाधिक पवित्र दिवस माने गए हैं। इन नौ दिनों का भारतीय धर्म एवं दर्शन में ऐतिहासिक महत्व है और इन्हीं दिनों में बहुत सी दिव्य घटनाओं के घटने की जानकारी हिन्दू पौराणिक ग्रन्थों में मिलती है। माता के इन नौ रूपों को नवदुर्गा के नाम से भी जाना जाता है-शैलपुत्री, ब्रह्माचारिणी, चन्द्रघन्टा, कुष्माण्डा, स्कन्द माता, कात्यायिनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री।

नवरात्रि से हमें अधर्म पर धर्म और बुराई पर अच्छाई के जीत की सीख मिलती हैं। यह हमें बताती है की इंसान अपने अंदर की मूलभूत अच्छाइयों से नकारात्मकता पर विजयी प्राप्ती और स्वयं के अलौकिक स्वरूप से साक्षात्कार कैसे कर सकता है भारतीय जन-जीवन में धर्म की महत्ता अपरम्पार है। यह भारत की गंगा-जमुना तहजीब का ही नतीजा है कि सब धर्मों को मानने वाले लोग अपने-अपने धर्म को मानते हुए इस देश में भाईचारे की भावना के साथ सदियों से एक साथ रहते चले आ रहे हैं। यही कारण है कि पूरे विश्व में भारत की धर्म व संस्कृति सर्वोतम मानी गयी है। विभिन्न धर्मों के साथ जुड़े कई पर्व भी है जिसे भारत के कोने कोने में श्रध्दा भक्ति और धूमधाम से मनाया जाता है। उन्ही में से एक है नवरात्रि।

वसन्त की शुरूआत और शरद ऋतु की शुरूआत, जलवायु और सूरज के प्रभावों का महत्वपूर्ण संगम माना जाता है। इन दो समय मां दुर्गा की पूजा के लिए पवित्र अवसर माने जाते है। त्योहार की तिथियां चन्द्र कैलेंडर के अनुसार निर्धारित होती है। यह पूजा वैदिक युग से पहले प्रागैतिहासिक काल से है। नवरात्रि के पहले तीन दिन देवी दुर्गा की पूजा करने के लिए समर्पित किये गए है। यह पूजा उनकी ऊर्जा और शक्ति की की जाती है। नवरात्रि एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ होता है नौ रातें। इन नौ रातों और दस दिनों के दौरान शक्ति देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है। दसवाँ दिन दशहरा के नाम से प्रसिद्ध है। नवरात्रि वर्ष में चार बार आता है। चैत्र, आषाढ़, अश्विन, पौष प्रतिपदा से नवमी तक मनाया जाता है। नवरात्रि के नौ रातों में तीन देवियों महालक्ष्मी, सरस्वती और दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा होती है जिन्हें नवदुर्गा कहते हैं। दुर्गा का मतलब जीवन के दुख को हटानेवाली होता है।त्यौहार के पहले दिन बालिकाओं की पूजा की जाती है। दूसरे दिन युवती की पूजा की जाती है। तीसरे दिन महिला परिपक्वता के चरण में पहुच गयी है उसकी पूजा की जाती है।

नवरात्रि के चौथे, पांचवें और छठे दिन लक्ष्मी-समृद्धि और शांति की देवी की पूजा करने के लिए समर्पित है। आठवे दिन पर एक यज्ञ किया जाता है। नौवा दिन नवरात्रि समारोह का अंतिम दिन है। यह महानवमी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन उन नौ जवान लड़कियों की पूजा होती है जो अभी तक यौवन की अवस्था तक नहीं पहुंची है। इन नौ लड़कियों को देवी दुर्गा के नौ रूपों का प्रतीक माना जाता है। लड़कियों का सम्मान तथा स्वागत करने के लिए उनके पैर धोए जाते हैं। पूजा के अंत में लड़कियों को उपहार के रूप में नए कपड़े, वस्तुयें, फल प्रदान किये जाते है। शक्ति की उपासना का पर्व शारदीय नवरात्र प्रतिपदा से नवमी तक निश्चित नौ तिथि, नौ नक्षत्र, नौ शक्तियों की नवधा भक्ति के साथ सनातन काल से मनाया जा रहा है। मां दुर्गा की नौवीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री है। ये सभी प्रकार की सिद्धियां देने वाली हैं। इनका वाहन सिंह है और कमल पुष्प पर ही आसीन होती हैं। नवरात्रि के नौवें दिन इनकी उपासना की जाती है। इस पर्व से जुड़ी एक कथा के अनुसार देवी दुर्गा ने एक भैंस रूपी असुर अर्थात महिषासुर का वध किया था।

पौराणिक कथाओं के अनुसार महिषासुर के एकाग्र ध्यान से बाध्य होकर देवताओं ने उसे अजय होने का वरदान दे दिया। उसको वरदान देने के बाद देवताओं को चिंता हुई कि वह अब अपनी शक्ति का गलत प्रयोग करेगा। महिषासुर ने अपने साम्राज्य का विस्तार स्वर्ग के द्वार तक कर दिया और उसके इस कृत्य को देख देवता विस्मय की स्थिति में आ गए। महिषासुर ने सूर्य, इन्द्र, अग्नि, वायु, चन्द्रमा, यम, वरुण और अन्य देवताओं के सभी अधिकार छीन लिए और स्वयं स्वर्गलोक का मालिक बन बैठा। देवताओं की महिषासुर के प्रकोप से पृथ्वी पर विचरण करना पड़ रहा था तब महिषासुर के इस दुस्साहस से क्रोधित होकर देवताओं ने देवी दुर्गा की रचना की। ऐसा माना जाता है कि देवी दुर्गा के निर्माण में सारे देवताओं का एक समान बल लगाया गया था। महिषासुर का नाश करने के लिए सभी देवताओं ने अपने अपने अस्त्र देवी दुर्गा को दिए थे और कहा जाता है कि इन देवताओं के सम्मिलित प्रयास से देवी दुर्गा और बलवान हो गई थी। इन नौ दिन देवी महिषासुर संग्राम हुआ और अन्त में महिषासुर का वध कर महिषासुर मर्दिनी कहलायीं।

नवदुर्गा और दस महाविद्याओं में काली ही प्रथम प्रमुख हैं। भगवान शिव की शक्तियों में उग्र और सौम्य, दो रूपों में अनेक रूप धारण करने वाली दशमहाविद्या अनंत सिद्धियां प्रदान करने में समर्थ है। दसवें स्थान पर कमला वैष्णवी शक्ति हैं, जो प्राकृतिक संपत्तियों की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी हैं। देवता, मानव, दानव सभी इनकी कृपा के बिना पंगु हैं, इसलिए आगम निगम दोनों में इनकी उपासना समान रूप से वर्णित है। सभी देवता, राक्षस, मनुष्य, गंधर्व इनकी कृपा प्रसाद के लिए लालायित रहते हैं।

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जलालपुर: प्रखंड के उच्चतर माध्यमिक जलालपुर में 21सितंबर को चाकू बाजी के दौरान सहपाठी छात्रों द्वारा एक छात्र आदित्य तिवारी की हत्या किए जाने के बाद से बंद चल रहे विद्यालय को पुन:पटरी पर लाने के लिए विद्यालय परिसर मे प्रबुद्ध जनों के साथ शिक्षकों की बैठक आयोजित की गई.

जिसमे हाई स्कूल में पठन-पाठन शुरू करने के लिए शांति सह निगरानी समिति का गठन किया गया. जिसकी देखरेख में बुधवार से विद्यालय मे विधिवत पठन-पाठन व परीक्षा फॉर्म भरने का काम शुरू किया जाएगा.

इस आशय की जानकारी देते हुए विद्यालय के वरीय शिक्षक प्रभातेश पांडेय ने बताया कि मंगलवार को विद्यालय परिसर में प्रखंड क्षेत्र के प्रबुद्ध जनों की बैठक आयोजित की गई. जिसमें 12 सदस्य निगरानी समिति का गठन किया गया. जिसकी देखरेख में बुधवार से पठन-पाठन व फार्म भरने का काम शुरू किया जाएगा. निगरानी समिति के सदस्य विद्यालय के शिक्षक व छात्रों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर पठन-पाठन विधिवत शुरू कराएंगे.

निगरानी समिति ने यह तय किया है कि सभी शिक्षक समय से उपस्थित रहेंगे. कोई भी कोचिंग विद्यालय अवधि में नहीं चलेगा. विद्यालय के कोई भी शिक्षक कोचिंग नहीं चलाएंगे. बैठक में घटना के दिन की बात सभी शिक्षकों ने बताई. शिक्षकों ने कहा कि घटना के समय विद्यालय मे दसवी की सावधिक परीक्षा चल रही थी.जैसे ही इस सम्बन्ध मे सूचना मिली. पीड़ित को शिक्षकों ने अस्पताल पहुंचाया. जिसका फोटो और सीसीटीवी फुटेज में तस्वीरें दर्ज हैं.

निगरानी समिति के सदस्यों ने जब यह पूछा कि मृतक छात्र व उसके साथियों ने 3 दिन पहले खतरे होने की अंदेशा जताते हुए विद्यालय प्रशासन को सूचना दी थी. पर शिक्षकों ने एक स्वर में कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. शिक्षकों ने कहा कि हमारे यहां महज 6 घंटे के लिए विद्यार्थी आते हैं. जबकि 18 घंटे विद्यार्थी अपने घर पर रहते हैं, उन्हे अपने माता पिता को सूचना देना चाहिए.

बहरहाल शांति सह निगरानी समिति की पहल पर विद्यालय एक बार फिर बुधवार से गुलजार होगा. गठित निगरानी समिति में रजनी कांत दुबे, विवेकानंद तिवारी, जोहुर मियां, उमेश तिवारी, ललन देव तिवारी, नागेंद्र राय, वंशीधर तिवारी, भटकेसरी मुखिया प्रतिनिधि प्रभात पांडेय सहित 12 व्यक्ति शामिल हैं.

वही बैठक मे बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ सारण छपरा के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव, सचिव विद्यासागर विद्यार्थी, संयुक्त सचिव डॉ० दीनबंधु मांझी, कोषाध्यक्ष डा० रज़नीश कुमार, परीक्षा अध्यक्ष मनोज कुमार द्विवेदी, जिला कार्यसमिति सदस्य मिथलेश कुमार भी उपस्थित रहे.

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Chhapra/Jalalpur: आदित्य तिवारी हत्याकांड के सिलसिले में अपने सैकड़ों जनसेवको के साथ भटकेसरी पहुंचे राष्ट्रीय जन जन पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने मृतक के परिजनों से मिलकर सांत्वना देते हुए उनका ढाढस बंधाया.

उन्होंने आदित्य के पिता टुनटुन तिवारी से हत्याकांड की विस्तृत जानकारी ली और कहा कि अफसोस कि बात है कि आदित्य की हत्या प्री प्लान के तहत की गई है और 100 गज की दूरी पर प्रशासन नींद में सोई हुई थी. उन्होंने जांच में सक्रियता लाने के लिए सारण एसपी से भी मिलने की बात कही. उन्होंने कहा कि प्रशासन आखिर किसके इशारे पर काम कर रहा है कि अभी तक मुख्य आरोपी पकड़ा नही जा सका.

आशुतोष कुमार ने पुलिस की कार्य क्षमता पर संदेह जताया और कहा की आदित्य के परिवार के साथ खड़े रहने वाले शुभचिंतकों को पुलिस का परेशान करना संदेहास्पद लग रहा है. यही नहीं स्कूल कैंपस में आदित्य की हत्या हो गई और स्कूल प्रशासन इस हत्याकांड से पल्ला झाड़ रहा है जो दुर्भाग्यपूर्ण है .

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दुनिया में सबकुछ संभव है, उसके लिए संभावनाएं खोजनी पड़ती है: सांसद सिग्रीवाल

जलालपुर: इंपोसिबल शब्द मूर्खो के शब्द कोष मे होता है, वही असफल होता है, जो प्रयास छोड़ देता है उक्त बातें महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कही.

वे जलालपुर बाजार स्थित शंकर दयाल सिंह बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में योगी बाबा क्विज क्लब देवरिया द्वारा आयोजित प्रतिभा सम्मान सह शिक्षक सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि विजयी प्रतिभागी युवाओं को सम्मानित कर बोल रहे थे.

उन्होंने कहा कि दुनिया में सब संभव है, लेकिन संभव के लिए संभावनाएं खोजनी पड़ती है. संभावनाओं के लिए कदम आगे बढ़ाना पड़ता है और इसके लिए प्रयास करना पड़ता है. प्रयास सबसे बड़ा धरोहर है. योगी बाबा क्विज क्लब की सराहना करते हुए कहा कि पिछले 22 वर्षों मे इसकी सहायता से सैकड़ों युवक सफलता की ओर कदम बढा नौकरी प्राप्त किए हैं.

यहां से मौका मिला, स्टेप बाई स्टेप आगे बढ़ते गए. क्विज प्रतियोगिता से जुड़कर आगे बढ़ने का काम युवाओं ने किया है यह क्विज प्रतियोगिता अब अनुकरणीय है. सन 2000 में जहां पांच दस से यह क्विज प्रतियोगिता शुरू हुई थी. आज दस हजार बच्चों तक पहुंच गई है.

इस क्लब के सभी सदस्यों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में यह प्रदेश स्तर पर आयोजित हो और यहां से सीख कर के युवा अपना अंधकार दूर कर सफलता का परचम लहराएं.

उन्होने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयन्ती पर उन्हे श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आज उन्ही के सोंच के अनुसार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आगे की ओर अग्रसर है.

उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा युवाओं के लिए किए जा रहे कार्यों की भी चर्चा की. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने योगी बाबा क्विज क्लब के पैनल टीम द्वारा चयनित पांच बेस्ट टीचरों मध्य विद्यालय नैनी के सहायक शिक्षक अजीत कुमार सिंह, बीबी राम उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय के सहायक शिक्षक धर्मेंद्र कुमार पांडेय, उत्क्रमित मध्य विद्यालय मझौली बनियापुर के प्रधानाध्यापक राजेश्वर साह, गांधी स्मारक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक बीरेंद्र कुमार महतो तथा प्राथमिक विद्यालय बलडीहा की कुमारी अंजू को अंग वस्त्र, डायरी पेन तथा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया.

उन्होंने सातवीं आठवीं कक्षा वर्ग के प्रिंस कुमार तिवारी को प्रथम पुरस्कार सहित 100 से अधिक बच्चों को मेडल प्रतियोगी पुस्तकें और पेन देकर सम्मानित किया.

इसके पहले कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन सांसद सिग्रीवाल, अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज कुमार सिंह, वरिष्ठ समाजसेवी हेम नारायण सिंह, शिक्षक नेता राजेश तिवारी, उमेश तिवारी रामाशंकर मिश्र शांडिल्य, अखिलेश्वर पांडेय ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया.

म वि मंगोलापुर मठिया की माही कुमारी के नेतृत्व में छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत प्रस्तुत किया.

कार्यक्रम का संचालन पवन तिवारी तथा धन्यवाद ज्ञापन क्विज क्लब के संचालक अखिलेश्वर पांडेय ने किया. मौके पर अमरजीत सिंह, गुड्डू चौधरी, प्रअ जय लाल राय, वरुण कुमार सिंह आनंद कुमार आफताब आलम, धीरज तिवारी, दिलीप कुमार सिंह, राजेश कुमार सिंह ,अविनाश तिवारी, विजय कुमार साह, राकेश कुमार, बंटी कुमार, प्रिंस यादव सहित सैकड़ों उपस्थित थे.

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Chhapra/Patna: छपरा शहर के भगवान बाजार थाना इलाके में विगत 5 सितंबर 2022 को बरेली के स्वर्ण से जेल गेट से महज 500 गज की दूरी पर हुए 60 लाख के आभूषण और पांच लाख नगद रुपये लूट मामले में पुलिस टीम ने बीएसएपी (बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस) के दो जवानों को गिरफ्तार किया है।

मिली जानकारी के अनुसार छपरा पुलिस की स्पेशल टीम ने पटना पुलिस की मदद से रुपसपुर थानांतर्गत महुआबाग से सिपाही शशि भूषण सिंह को पकड़ा है, उसकी निशानदेही पर एक और सिपाही पंकज को पकड़ा गया है.

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पुलिस ने सोना भी बरामद किया है. पुलिस ने 179.87 ग्राम आभूषण, 101.22 ग्राम सोने का गुल्ली बरामद किया है, जिसका बाजार मूल्य 14 लाख रुपए है.

सादे लिबास में आयी छपरा पुलिस की टीम ने जब सिपाही शशिभूषण को उठाया तो उसके अपहरण की अफवाह उड़ गई थी. सिपाही की पत्नी ने अपहरण का केस दर्ज करवाने रुपसपुर थाने तक पहुंच गई. लेकिन देर रात मामला कुछ और ही निकला. आरोपित शशिभूषण बीएसएपी-5 में तैनात है.

इस गिरफ्तारी की पुष्टि न तो पटना और न ही सारण पुलिस ने की है. हालाकि बताया जा रहा है कि सारण एसपी प्रेस वार्ता करेंगे.

क्या था मामला

इस लूटकांड में पुलिस की वर्दी में लूट की गई थी. पीड़ित स्वर्ण व्यवसायी ने बताया था कि बोलेरो सवार अपराधियों ने उससे लूटपाट की थी. बाद में व्यापारी को छपरा आरा पुल के पास छोड़ कर फरार हो गए थे.

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