खाद वितरण को लेकर इसुआपुर में किसानों ने मचाया बवाल, रोड जाम कर आवागमन किया ठप्प

इसुआपुर: सरकारी अनुदान से मिलने वाले उर्वरक यूरिया को लेकर इसुआपुर प्रखंड के किसानों ने भारी बवाल मचाया. खाद वितरक हिंदुस्तान बीज भंडार के सामने एसएच 90 को जाम कर आवागमन अवरुद्ध कर दिया.

लोगों का कहना था कि खाद्य होते हुए भी वितरक खाद का वितरण नहीं कर रहे हैं. वहीं खाद्य वितरण मेराज अहमद का कहना है की सर्वर डाउन होने की वजह से परेशानी हुई है. यह समस्या पूरे बिहार स्तर पर हुआ है.

उन्होंने कहा कि जैसे ही सर्वर ठीक हो जाएगा यूरिया का वितरण कर दिया जाएगा. इस बीच सड़क जाम करने वाले किसानों को इसुआपुर के अंचल अधिकारी पुष्कल कुमार, एमओ प्रभारी नीरज गुप्ता, थाना अध्यक्ष मिहिर कुमार ने समझा-बुझाकर शांत कराया तथा आवागमन बहाल हुआ.

हालांकि विभाग द्वारा दोपहर बाद सर्वर ठीक कर दिया गया है लेकिन स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा वितरण पर रोक लगाई गई है. खाद का वितरण बुधवार से किया जाएगा. जिसके लिए पहले ही लाभुको के 503 आधार कार्ड जमा कर लिया गया है.

वही दुकानदार का कहना है कि महज़ 450 खाद का आवंटन है, कम से कम लाभुक के अनुसार 5000 बोरी खाद की आवश्यकता जाहिर की. जिसपर अंचल पदाधिकारी ने खाद की आपूर्ति का आश्वासन दिया.

प्रदर्शन करने वालों में मुनीलाल राय, नवल किशोर कुमार, राम बहादुर राय, चंद्रमा राय, संजय राय, धनु लाल राय, अर्जुन कुमार, गुड्डू यादव, जावेद अख्तर, रविंद्र शर्मा, प्रमोद राय, रोहन राय सहित सैकड़ों किसान शामिल थे.

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Chhapra: सांढा ढाला के पास सेंट्रल बैंक के एटीएम में चोरों ने चोरी को नजायां दिया है. मिली जानकारी के अनुसार चोरों ने एटीएम से 8 लाख से अधिक की चोरी की है। इसके लिए एटीएम को तोड़ दिया गया है.  घटना की सूचना के बाद बैंक के अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंची और पड़ताल शुरू हुई.

सहायक ब्रांच मैनेजर विकास कुमार ने बताया कि चोर पैसे के साथ सीसीटीवी की डिवीआर भी ले गए हैं। पुलिस मौके पर पहुँच गई है और जांच कर रही है।   

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• 31 दिसंबर को कालाजार मुक्त घोषित होगा सारण जिला
• कालाजार के मरीजों को एचआईवी जांच कराना जरूरी
• डब्ल्यूएचओ के सहयोग से एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

Chhapra: कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम की सफलता में सामुदायिक स्तर पर कार्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों की भूमिका बहुत कारगर है। सामाजिक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाकर कालाजार सहित वेक्टर बॉर्न अन्य डिजीज के प्रति ग्रामीणों के बीच जागरूकता लाना जरूरी है। उक्त बातें सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने शहर के एक निजी होटल में आयोजित कार्यशाला के दौरान कही। सिविल सर्जन ने कहा कि हमने कालाजार बिमारी को शुरूआती दौर से देखा है। आज गौरव की बात है कि इसका उन्मूलन किया जा रहा है। उन्होने कहा कि कालाजार उन्मूलन को सफल बनाने के लिए के आशा के द्वारा जागरूक करते रहना चाहिए। सिविल सर्जन ने कहा कि 31 दिसंबर तक सारण जिले को कालाजार से मुक्त घोषित किया जायेगा। कालाजार उन्मूलन में सभी की सहभागिता महत्वपूर्ण रही है। कार्यशाला में जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों और मेडिकल ऑफिसर तथा एएनएम और जीएनएम को विश्व स्वास्थ्य संगठन के जोनल कोर्डिनेटर डॉ. माधुरी के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें कालाजार मरीजों की पहचान, उपचार तथा जांच के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा, एसीएमओ डॉ. एचसी प्रसाद, डीएस डॉ. एसडी सिंह, डीआईओ डॉ. चंदेश्वर सिंह, डीएमओ डॉ. दिलीप कुमार सिंह, डब्ल्यूएचओ के राज्य समन्वयक डॉ. राजेश पांडेय, क्षेत्रीय समन्वयक डॉ. माधुरी देवाराजू व केयर इंडिया, पीसीआई, सीफार के जिला प्रतिनिधि मौजूद थे।

कालाजार बीमारी के उपचार में व्यक्तिगत एवं सामुदायिक भागीदारी महत्वपूर्ण

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि कालाजार (काला-अजार) एक प्रकार से सामुदायिक स्तर की समस्या है और इसके उपचार में व्यक्तिगत और सामुदायिक भागीदारी की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यही है कि समुदाय के बीच कार्य करने वाले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं स्वास्थ्य कर्मी सामुदायिक स्तर पर ग्रामीणों को कालाजार बीमारी के लक्षण, उससे बचने के उपाय के साथ ही सावधानी बरतने के लिए जागरूकता अभियान चलाएंगे। बरसात के दिनों में कुछ सावधानी बरतकर कालाजार जैसी बीमारी से बचाव किया जा सकता है। क्षेत्र में छिड़काव के लिए जाने वाली टीम का सहयोग कर प्रत्येक घर में छिड़काव कराने के लिए प्रेरित करें। उन्होने बताया कि कालाजार वीएल के मरीजों को एचआईवी की जांच कराना आवश्यक है। जिले में फिलहाल चार ऐसे मरीज है जो एचआईवी से पीड़ित है। उनका उपचार चल रहा है।

कालाजार को जड़ से मिटाने के लिए हम सभी को निष्ठावान बनकर कार्य करने की आवश्यकता

डब्ल्यूएचओ के मुजफ्फरपुर के क्षेत्रीय समन्वयक डॉ माधुरी देवाराजू ने कहा कि कालाजार रोग की जांच एवं उपचार को लेकर जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कालाजार उन्मूलन के तहत शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य स्तर पर विशेष रूप से सघन कार्य योजना- 2022 बनाया गया है। इसके तहत स्थानीय ज़िले के चिकित्सा पदाधिकारियों, जीएनएम एवं एएनएम को प्रशिक्षित किया जा रहा है। कालाजार को जड़ से मिटाने के लिए हम सभी को निष्ठावान बनकर कार्य करने के आवश्यकता है। जिले के सभी प्रखंडो में उन्मूलन का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। एक मात्र प्रखंड इसुआपुर शेष था वहाँ भी उन्मूलन का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि स्वास्थय कर्मियों द्वारा लोगों को मच्छरदानी का नियमित उपयोग करने एवं अपने घर के आसपास गड्ढों या नालों में बरसात या चापाकल के पानी को निकासी करने के लिए जागरूक करें ताकि बालू मक्खी की संख्या नहीं बढ़े।

मरीजों की सर्विलांस जरूरी:
डब्ल्यूएचओ के राज्य प्रतिनिधि डॉ. राजेश पांडेय ने कहा कि कालाजार के मरीजों की सर्विलांस जरूरी है। कालाजार के मरीज है और ठीक होने के छह माह बाद भी उसकी मौत होती है तो इसकी जांच करना आवश्यक है कि आखिर किस कारण से उसकी मृत्यु हुई है।

कालाजार के मुख्य लक्षण:
• दो या दो सप्ताह से अधिक दिनों तक बुख़ार लगना।
• वजन कम होना।
• पैर, पेट, चेहरे और हाथ की त्वचा का रंग हल्का हो जाना।
• इस बीमारी में भूख न लगना, पीलापन और वजन घटने के कारण कमज़ोरी आती हैं।
• खून की कमी।
• अक्सर तिल्ली और क़भी-क़भी लीवर बढ़ जाने के कारण पेट फूल जाता हैं।
• अगर समय रहते इसका इलाज़ नहीं किया गया तो मरीज की जान जा सकती है। कालाजार को अक्सर लोग मलेरिया, टायफाइड या तपेदिक समझने की भूल कर बैठते हैं।

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22 वर्षों बाद छपरा में हो रहा आयोजित
राज्य भर से 2000 से अधिक छात्र-छात्रा होंगे शामिल।

Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बिहार के 64 वाँ प्रांतीय अधिवेशन की तैयारी जोरो पर है। परिषद के कार्यकर्ता अधिवेशन को भव्य रूप देने में जुटे हैं। इसी को लेकर अभाविप बिहार के प्रांतीय अधिवेशन की तैयारी को लेकर रविवार को हुई बैठक। 5 जनवरी से प्रस्तावित यह तीन दिवसीय अधिवेशन शहर स्थित रामजयपाल महाविद्यालय में होगा। इसके निमित्त कार्यकर्ताओं को सम्भाग सह जिम्मेदारी दी गई है। पूरी व्यवस्था को 16 प्रकार से विभाजित किया गया। (1)- स्वागत संभाग प्रमुख -अंकित सिंह संयोजक-अवधेश कुमार स्वागत विभाग प्रमुख- सचिन चौरसिया,सुरक्षा विभाग प्रमुख- नीरज यादव,वाहन विभाग प्रमुख-अमर पाण्डेय (2) आवास संभाग प्रमुख-प्रशांत सिंह,संयोजक-चरण दास,आवास-1 संभाग प्रमुख-: प्रकाश बादल, आवास-2-रोहित कुमार आवास-3-अनुकृति,मनीषा,श्रेया, खुशी,सुमन आवास-4-गोविंद कुमार (3) भोजन संभाग- प्रमुख-अभिषेक शर्मा, संभाग सहसंयोजक-धर्मेंद्र सिंह,

भोजन निर्माण विभाग-युवराज सिंह,आपूर्ति विभाग-अनमोल पाण्डेय, परिवेषण विभाग-मनीष कुमार,राकेश कुमार, स्वच्छता विभाग-सुबोध शर्मा,पेयजल विभाग-कुलदीप कुमार,अतिथि विभाग राहुल राय, (4) निर्माण संभाग प्रमुख-राजन कुमार संभाग संयोजक-सन्तोष श्रीवास्तव, (5) कार्यालय1 संभाग प्रमुख-गुलशन कुमार,कार्यालय संभाग सह संयोजक-राजीव तिवारी, कार्यालय-2 संभाग प्रमुख-प्रतीक कुमार सह संयोजक-गोलू कुमार (6) प्रेस मीडिया- संभाग प्रमुख सुरभित दत्त (7)- अतिथि संभाग प्रमुख-रजनीकांत सिंह,संभाग सह संयोजक-रंजन यादव (8) -प्रचार-प्रसार संभाग प्रमुख-रोहित गिरी, संभाग सहसंयोजक-राहुल मेहता, (8)कार्यक्रम-संभाग प्रमुख-रोहित पाण्डेय, अम्बिका सिंह,संभाग सहसंयोजक-नवलेश सिंह, (9)-छात्रा व्यवस्था- संभाग प्रमुख-अपराजिता सिंह,स्वेता रानी, (10)-प्रबंधक-संभाग प्रमुख-रविशंकर चौबे सह संयोजक-आकाश कुमार (11) संशाधन संग्रह- संभाग प्रमुख-प्रो.कुमार मोती सहसंयोजक-शांतुन कुमार आदि की जिम्मेदारी को सुव्यवस्थित तरीके से पूरी करने के विषय पर चर्चा की गई।

बैठक के मुख्य अतिथि बिहार प्रांत के प्रांत संगठन मंत्री डॉ. सुग्रीव कुमार ने कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता इस अधिवेशन को सफल बनाने के लिए जिले के प्रत्येक इकाई और कॉलेज में जाकर प्रवास करेंगे तथा छात्र-छात्राओं से इस अधिवेशन में शामिल होने के लिए आग्रह करेंगे। ज्ञात हो कि इस अधिवेशन में पूरे प्रदेश के लगभग 2000 से अधिक कार्यकर्ता शामिल होंगे ।

अधिवेशन को लेकर चल रही तैयारी की समीक्ष हुई। इस संबंध में अभाविप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य डॉ. पूनम सिंह ने बताया कि कार्यकर्ता इस अधिवेशन को सफल बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्यरत हैं।
बैठक में प्रमुख रूप से-: पुरुषोत्तम कुमार (विभाग संगठन मंत्री सारण),अभिमन्यु कुमार(मोतिहारी विभाग संगठन मंत्री)रवि पाण्डेय राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य,विष्णु शरण तिवारी SFS आयाम विश्विद्यालय संयोजक आदि उपस्थित थे।

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Chhapra: जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी के निदेश पर समाहरणालय सभागार में नगर निकाय चुनाव के दूसरे चरण के सेक्टर दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों के मिलान सह ब्रीफिंग का आयोजन किया गया।

सेक्टर पदाधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल ने कहा कि चुनाव के दौरान विधि व्यवस्था संधारण में सेक्टर दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारियों की भूमिका सबसे अहम है।

उनकी भूमिका सबसे पहले शुरू होती है और मतदान के दिन वे ही बूथ स्तर पर प्रशासन के आंख, कान और हैंड्स होते हैं। उनकी सजगता से ही भयमुक्त, निष्पक्ष और त्रुटि रहित मतदान सम्भव है। डीएसपी सदर सौरभ जायसवाल ने अपने संबोधन में कहा कि चुनाव लोकतन्त्र का महापर्व है। इसमें कोताही कतई क्षम्य नहीं होती।

आयोग के स्तर पर कार्रवाई निश्चित होती है। इसलिए सभी लोग अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहेंगे। इवीएम की सुरक्षा और एसओपी के पालन में जीरो टॉलरेंस का पालन करें। सभी दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी चुनाव के दिन आवश्यक रूप अपना मोबाईल खुला रखेंगे और प्रत्येक कॉल को रिसीव व रिस्पॉन्स करेंगे। जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी तारणी कुमार ने पीपीटी के माध्यम से सेक्टर पदाधिकारी के निगरानी सह रिपोर्टिंग ऐप के संचालन के संबंध में जानकारी दी।

जिला पंचायत राज पदाधिकारी राजू कुमार ने बरती जाने वाली सावधानियों पर प्रकाश डाला। मास्टर ट्रेनर नदीम अहमद एवं सुनील कुमार ने रिज़र्व मशीन प्राप्त करने से लेकर बूथ पर त्रुटि निराकरण, मशीन बदलने और उन्हें जिला स्कूल में निर्मित रिजर्व स्ट्रॉन्ग रूम में वापस जमा करने और विभिन्न प्रकार के फॉर्मेट भरने के संबंध में बिन्दुवार चर्चा की।

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Chhapra: सारण के मशरक और इसुआपुर थाना क्षेत्र में विगत दिनों हुई जहरीली शराब से मौत कांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में मास्टरमाइंड राजेश कुमार सिंह उर्फ डाक्टर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि मिलावटी शराब के मुख्य आपूर्तिकर्ता व निर्माणकर्ता राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर (मास्टरमाईड) एवं उनके अन्य सहयोगी सोनू गिरी, शैलेन्द्र राय, संजय महतो एवं अर्जुन महतो को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया की निर्माणकर्ता राजेश सिंह द्वारा विभिन्न होम्योपैथिक दवा और रसायन को उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से सारण जिला में ट्रांसपोर्ट एवं अन्य माध्यमो से फर्जी नाम पता पर मंगाया जाता था तथा इससे शराब निर्माण कर मशरक, इसुआपुर सहित अन्य थाना क्षेत्रों में आपूर्ति की जाती थी.

उन्होंने बताया कि राजेश सिंह के सहयोगी मिलावटी शराब के सेवन से बीमार हुए वितरणकर्ता संजय महतो की निशानदेही पर इसुआपुर थाना के डोईला गांव से विभिन्न प्रकार के होम्योपैथिक दवा एवम रसायन का सैकड़ो खाली एवं बचे हुए दवा एवम रसायन सहित बोतल संजय महतो के निशानदेही पर बरामद किया गया है. जिसे विधि विज्ञान प्रयोगशाला से जाँच कराने के लिए भेजा जा रहा है.

एसपी ने बताया कि अवैध स्प्रीट सप्लाई एवं अन्य मामलों में राजेश सिंह एवं शैलेन्द्र राय कई बार जेल जा चुके हैं.

एसपी ने बताया कि मानवीय एवं तकनीकि के बेहतर उपयोग से प्रोफेशनल तरीके से अनुसंधान कर इस घटना से सम्बंधित कांडो का गठित एस०आई०टी० द्वारा उद्भेदन किया गया है.

आपको बता दें कि सारण में दिनांक -13/14 दिसंबर 2022 तथा बाद के कुछ दिनों तक इसुआपुर, मशरख एवं अमनौर तथा अन्य थानों में मिलावटी शराब पीने से संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु एवं बीमार होने की खबरों ने राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खिया बटोरी थीं.

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Chhapra: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम के सारण दौरे पर पूर्व विधायक रणधीर सिंह ने सवाल उठाए हैं  उन्होंने टीम की जांच को असंवैधानिक करार दिया है.  

छपर में अपने आवास पर बातचीत में उन्होंने कहा कि शराबकांड की देश में चर्चा है.  यहाँ मानवधिकार आयोग की टीम आई है, जिबकी यहाँ मानवाधिकार का कोई हनन नहीं हुआ है, बल्कि शराब पीने से लोगों की मौत हुई है.  उन्होंने कहा कि जहां केंद्र में सत्तारुतद्ध पार्टी का राज नहीं हैं वहाँ की सरकार को परेशान किया जा रहा है. जो बर्दास्त नहीं किया जा सकता. इसका विरोध किया जाएगा.  

आपको बात दें कि जहरीली शराब से सारण के मशरक और इसुआपूर में हुई मौत के बाद मानवाधिकार आयोग की टीम पहुंची है। जो विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है।       

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Chhapra: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम मंगलवार को छपर पहुंची। टीम ने विगत दिनों मशरक-इसुआपूर प्रखण्ड में हुए शराब कांड की जांच की।

टीम ने छपर सदर अस्पताल पहुँच सिविल सर्जन सागर दुलाल सिन्हा से जानकारी हासिल की। हालकी इस दौरान टीम ने मीडिया से दूरी बनाई रही और कुछ भी जानकारी साझा करने से साफ इनकार कर दिया। सदर अस्पताल में लगभग डेढ़ घंटे जांच करने के बाद टीम रवाना हुई। इस दौरान क्या बातचीत हुई इसको लेकर सिविल सर्जन ने बताया कि संदिग्ध मौतों की संख्या की जानकारी ली गई।

मानवाधिकार आयोग की टीम के आने को लेकर जिले में दिनभर गहमा गहमी रही। टीम कहाँ है और कब पहुंचेगी इस बात को लेकर लोगों में खूब चर्चाएं हुई.

उल्लेखनीय है कि बिहार में शराबबंदी को लगभग सात साल पूरे हो गये है लेकिन जहां तहां शराब मिलने का सिलसिला लगातार जारी रहता है। पिछले सात साल में कई लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से भी हो गयी है लेकिन खास बात यह है कि पिछले दिनों छपरा के सारण में हुई जहरीली शराबकांड में मरने वालों की संख्या अब तक की सर्वाधिक संख्या है।

मानवाधिकार आयोग की टीम के आने के बाद नीतीश सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। क्योंकि, इस शराबकांड को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर रहा है और इसमें दी जाने वाली मुआवजे को सीएम की ओर से दिये जाने से इंकार करने के बाद बिहार की राजनीति गर्म रही है। सरकार पर इस कांड में हुई मौत के सही आकड़ों को छुपाने का आरोप विपक्ष ने लगाया है।

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जदयू नेता के घर से मिली शराब, किरायेदार महिला के पास मिली शराब

Chhapra: सारण में जदयू नेता के घर में शराब मिली है. जदयू नेता के घर में शराब का मिलना चर्चा का विषय बन गया. हालांकि इस घटना से जदयू नेता का कोई ताल्लुकात है या नही यह तो जांच में पता चलेगा लेकिन फिलहाल इस घटना में ऐसी कोई बात सामने नही आ रही है जिससे जदयू नेता के इस घटना में शामिल होने की बात कही जा सकें.

पुलिस ने जदयू के राज्य परिसद सदस्य कामेश्वर सिंह के मढ़ौरा स्थित घर से शराब बरामद किया है. मिली जानकारी के अनुसार 60 पीस फ़्रूटी, 3 बॉटल व्हिस्की, 2 लिटर स्प्रिट उनके घर से मिले हैं. इसमें एक महिला को गिरफ्तार किया गया है, जिनका नाम पूजा देवी है. वहीं बताया जा रहा है कि जदयू नेता कामेश्वर सिंह अपने घर में नहीं रहते हैं. उनके घर में किरायदार रहते हैं. उसके पास से ही यह शराब मिली है. वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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Chhapra: सारण लोहार विकास मंच के अध्यक्ष अ. प्रो. (डॉ.) इंद्रकांत ‘बबलू’ के नेतृत्व में सारण एवं महाराजगंज संसदीय क्षेत्र के लोहारों का एक प्रतिनिधिमंडल महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल  से मिलकर बिहार के लोहारों की समस्याओं को लेकर चर्चा की तथा मांग की।

बिहार के लोहारों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा पुनः बहाल की जाए तथा केंद्र सरकार द्वारा निरसन एवं संशोधन अधिनियम 23/ 2016 को लागू किया जाए एवं जनजातीय मंत्रालय के उस पत्र को जिसमें सेक्शन 6A द जनरल क्लॉज़ एक्ट 1897 की अधिसूचना को रद्द करने के पश्चात केंद्र की सरकार एक स्पष्ट अधिसूचना जारी कर बिहार के लोहारों को पुनः अनुसूचित जनजाति की दर्जा बहाल करें। 

साथ ही प्रतिनिधिमंडल ने सांसद सिग्रीवाल को शॉल, बुके तथा माला पहनाकर सम्मानित एवं स्वागत किया, स्वागत करने वालों में डॉ.परशुराम शर्मा, अनिरुद्ध शर्मा, रोहित शर्मा, द्वारिका शर्मा, मुखिया प्रभुनाथ शर्मा, पशुपति नाथ शर्मा, राकेश शर्मा, विश्वकर्मा शर्मा, राजेंद्र शर्मा, विश्वजीत शर्मा, विजय लाल शर्मा, संतोष शर्मा, स्वामीनाथ शर्मा आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे ।

सांसद ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही केंद्र की सरकार एवं गृह मंत्री  से मिलकर मैं इस मुद्दे को बारीकी से रखेंगे तथा संवैधानिक गतिरोध को दूर कर समस्या का समाधान कराएंगे ।

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Chhapra: नगर पालिका आम निर्वाचन 2022 के प्रथम चरण में नगर पंचायत रिविलगंज के विभिन्न मतदान केंद्रों का जिलाधिकारी निर्वाचन पदाधिकारी (न) सह जिला पदाधिकारी राजेश मीणा के द्वारा भ्रमण किया गया।

जिलाधिकारी के द्वारा मतदान केंद्रों का निरीक्षण करते हुए मतदान कर्मियों एवं मतदाताओं का उत्साहवर्धन किया । जिलाधिकारी ने मतदाताओं से भी फीडबैक प्राप्त किया। उन्होंने निर्वाचन अभिकर्ताओं से भी बातचीत कर उनका फीडबैक प्राप्त किया।

साथ ही विभिन्न मतदान केंद्रों पर विधि व्यवस्था के संधारण हेतु पर्याप्त संख्या में पुलिस पदाधिकारी एवं बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार भी मौजूद थे।

मतदाताओं की थर्मल स्कैनिंग भी कराई जा रही है। मतदान के लिए मतदाताओं की लंबी कतार सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लग गई है। मतदान हेतु मतदाता अत्यधिक उत्साहित हैं। क्विक मेडिकल रिस्पांस के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था भी आपात स्थिति के लिए की गई है।

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Chhapra: सारण जिला के मशरक – इसुआपुर प्रखंडों में विगत दिनों जहरीली शराब से मौत को पूर्व विधायक रणधीर कुमार सिंह हृदय विदारक घटना करार देते हुए कहा कि इस घटना में 150 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. जबकि प्रशासनिक आंकड़ा काफी कम बताया जा रहा है.

अपने आवास पर प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा बताया कि सबसे ज्यादा मौत मशरख प्रखण्ड और इसुआपुर प्रखण्ड में हुई है. जिसमे बेनछपरा चन्द्रबरिया, बहरोली, गोपालबाडी, हनुमानगंज सिसयाँ शामिल है. इसुआपुर में महुली, सढ़वारा, अटाली, छपियाँ, डोईला, चकहन, भगवानपुर ब्लॉक में ब्रह्मस्थान के लोगों की मौत हुई है.
है।

उन्होंने बताया कि सभी पीड़ित परिवारों से मुलाकात की है और उनके ढांढस को बढ़ाया है. उन्होंने इस घटना पर राजनीति ना करने का आग्रह किया.

उन्होंने कहा कि घटना का सही आँकड़ा बताना मुश्किल है. लोग पुलिस के डर से शव छुपाकर जलाते गये हैं और पूछने पर लोगों का कहना है कि लोग ठण्ढ के वजह से मरे हैं. उनके मन में डर बैठा दिया गया है कि शराब पीने के कारण मृत्यु बताई जाएगी तो उनके परिवार को भी जेल हो जायेगा. मरने वालों में लगभग सभी गरीब परिवार से हैं उनके साथ हमदर्दी और सहानुभूति रखने की जरूरत है.

उन्होंने तीन बिन्दुओं पर गहन जाँच की मांग की है.

1. ये जहरीली शराब बनाने वाले कौन है?

2. जहरीली शराब को छोटे-छोटे वेण्डरों तक पहुँचाने वाले कौन है?

3. देहात के गाँव-गाँव में बेचने वाले कौन हैं?

उन्होंने माँग किया है की जहरीली शराब का कारोबार करने वाले लोगों को शीघ्र चिन्हित कर न्यायालय द्वारा सजा- दिलवाया जाए. साथ ही उनके अवैध कमाई से अर्जित संपत्ति को जब्त किया जाए.

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