विश्व कप के फाइनल में इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को रोमांचक मुकाबले में हराकर खिताब पर जमाया कब्जा. इंग्लैंड ने पहली बार खिताब की आपने नाम किया. मैच भी टाई, Super Over भी टाई, बाउंडरी के आधार पर इंग्लैंड जीता विश्व कप

वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में सुपर ओवर टाई होने के बाद इंग्लैंड की बाउंड्रीज की संख्या ज्यादा होने के कारण उसे विजेता घोषित किया गया. इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को सुपर ओवर में 16 रनों का टारगेट दिया था, जिसके बाद न्यूजीलैंड ने भी 6 गेंद में 16 रन बना लिए.

बताते चलें कि वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में सुपर ओवर में इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को 16 रनों का टारगेट दिया है. इंग्लैंड को आखिरी ओवर में 15 रनों की जरूरत थी. बेन स्टोक्स की धमाकेदार बल्लेबाजी के कारण मैच टाई हो गया. उन्होंने 98 गेंदों में 84 रनों नाबाद पारी खेली. वहीं, जोस बटलर ने 60 गेंदों में 59 रनों की पारी खेली. दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी की जिसकी बदौलत इंग्लैंड न्यूजीलैंड के स्कोर के बराबर पहुंच गया.

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Chhapra: अब बिटिया भी रक्तदान के क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर आगे आ रही है. ऐसे ही नारी शक्ति की मिसाल फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया की सक्रिय सदस्य रचना पर्वत ने देर रात को सदर अस्पताल छपरा के ब्लड बैंक में रक्तदान कर सिया देवी की जान बचाई.

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जैसे ही संस्था अध्यक्ष मंटू कुमार यादव ने ब्लड की आवश्यकता को वेरीफाई कर एफएफआई ब्लड डोनर ग्रुप में शेयर किया थोड़ी ही देर में रचना पर्वत तैयार हो गई और बिना समय गवाएं ब्लड बैंक अपने टीम के सदस्य संजीव चौधरी, प्रिंस कुमार एवं महावीर कुमार के साथ पहुंच कर रक्तदान कर इंसानियत की मिसाल पेश की.

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ज्ञात हो कि रचना पर्वत 19 बार रक्त दान कर चुकी है. इनके प्रेरणा से जिले में ज्यादा से ज्यादा लड़कियां रक्तदान करने के लिए आगे आ रही है इन्हे रक्त वीरांगना के नाम से भी जाना जाता है ये रक्तदान के साथ-साथ अन्य सामाजिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं. इनकी सामाजिक गतिविधियों को मान्यता प्रदान करने हेतु सारण जिला अधिकारी द्वारा प्रेरणा दूत पुरस्कार एवं बिहार पुलिस महानिदेशक द्वारा राष्ट्रीय अचीवर अवार्ड से नवाजा जा चुका है.

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पकौड़े खाने का मन किसका नहीं करता और वो भी जब बारिश हो रही हो. गर्मागर्म पकौड़े, टोमैटो सॉस, हरे धनिये की चटनी और साथ में चाय की बात ही कुछ और होती है.

रेसिपी क्विज़ीन : इंडियन
कितने लोगों के लिए : 1 – 2
समय : सिर्फ 20 मिनट

आवश्यक सामग्री
दो प्याज
आधी कटोरी बेसन
दो हरी मिर्च (बारीक कटी हुई)
एक छोटी कटोरी हरा धनिया (बारीक कटा हुआ)
एक बड़ा चम्मच सूजी
नमक स्वादानुसार
तेल जरूरत के अनुसार
पानी जरूरत के अनुसार

विधि
– सबसे पहले एक बर्तन में प्याज को पतले और लंबे आकार में काट लें.
– कटे हुए प्याज में बेसन और थोड़ा सा पानी डालकर अच्छे से मिक्स कर लें.
– ध्यान रखें कि बेसन ज्यादा नहीं डालना है. बस इतना डालें कि प्याज में लग जाए.
– नमक, हरी मिर्च , हरा धनिया मिलाएं.
– अगर आपको लगे कि बेसन थोड़ा पतला होना चाहिए तो आप थोड़ा और पानी मिला सकते हैं.
– क्रिस्पी बनाने के लिए सूजी डालकर पकौड़े के मिक्स को अच्छे से चला लें.
– मीडियम आंच में एक पैन में तेल गरम करने के लिए रखें.
– तेल के गरम होते ही चम्मच से एक-एक करके पकौड़े तेल में डालें और तल लें.
– सभी पकौड़ों को दोनों तरफ से सुनहरा तलकर आंच बंद कर दें और इन्हें एक प्लेट में निकालकर रख लें.
– तैयार है प्याज के करारे पकौड़े. टोमैटो सॉस या हरे धनिये की चटनी के साथ सर्व करें.

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Sports Desk:  केएल राहुल और रोहित शर्मा  के शानदार शतक की बदौलत भारत ने श्रीलंका को हरा दिया है. इसके साथ ही भारत ने  विश्वकप क्रिकेट के सेमीफाइनल में जगह बना ली है.  पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका की टीम ने भारत के सामने 264 रन का लक्ष्य दिया था.

लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाजों ने धमाकेदार शुरुआत की. केएल राहुल ने 111 और रोहित शर्मा ने 103 रन की पारी खेली. वही रिषभ पन्त ने 4 रन बनाये. विराट कोहली 34 रन और हार्दिक पांड्या 7 रन पर नाबाद रहे. श्रीलंका की ओर से लसिथ मलिंगा, कसून रजिथा और इसुरु उड़ना को 1-1 विकेट मिले. भारत ने 42.5 ओवर में जीत हासिल कर श्रीलंका को 7 विकेट से हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली.

रोहित का रिकॉर्ड
विश्वकप के मैचों में सबसे ज्यादा 5 शतक जड़ें है, जो विश्व रिकॉर्ड है. रोहित शर्मा को मैन ऑफ़ द मैच बने. रोहित ने विश्वकप के अबतक के मैचों में 647 रन बनाये है.   

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Chhapra: आर. एस. के. ग्लोबल स्कूल और लायंस क्लब छपरा टाउन के संयुक्त तत्वावधान में बड़े स्तर पर वृक्षारोपण किया गया. वृक्षारोपण कार्यक्रम में क्लब के सदस्यों और स्कूल के बच्चों ने सैकड़ों पेड़ लगाया. विद्यालय परिसर में इस कार्यक्रम को किया गया.

कार्यक्रम पदाधिकारी विनय पंडित ने कहा कि विभिन्न संगठनों द्वारा शहर में वृक्षारोपण तो किया जाता है लेकिन इस कार्यक्रम में ग्रामीण इलाकों में चलाने की जरूरत है जिसे आज किया गया है. स्कूल परिसर में बच्चों ने वृक्षारोपण किया और जिस पौधे को लगाया जिसकी देख भाल बच्चे करेंगे. निर्देशिका संगीता सिंह ने कहा कि इस तरह का कार्यक्रम निरंतर किया जाता रहेगा. पर्यावरण संरक्षण को लेकर हम सभी को पेड़ लगाना चाहिए.

इस अवसर पर लायन अभिषेक किशोर, वरुण कुमार, विनय पंडित, लियो अली अहमद, लियो विकाश समर आनंद, चेयरमैन के. के.सिंह, रंजीत सिंह, रेणु दिवेदी, कुणाल सिंह, रिशिता तिवारी, अभिषेक तिवारी, प्रणव कुमार, प्रियंका पाठक, नीलेश कुमार, प्रभुनाथ राय, राजीव कुमार, राकेश सिंह, दिवाकर ओझा, सरिता सिंह आदि विद्यार्थी, शिक्षक एवं दर्जन क्लब के सदस्य उपस्थित थे.

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Chhapra: अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था लायंस क्लब छपरा टाउन और लियो क्लब छपरा टाउन के संयुक्त तत्वाधान में गरीब परिवार के युवती की शादी में सहयोग किया. युवती के पिता इस दुनिया मे नही है और माँ घर घर बर्तन धो कर अपना परिवार चलाती है।शादी में क्लब के सदस्यों ने राशि इकट्ठा कर अलमीरा दिया. वही लायन शकील हैदर ने  शॉल और एक सोने की नाक की कील दी. वहीं लियो मोहम्मद सलमान ने एक जोड़ी सूट का कपड़ा दिया. सहयोग पाककर परिवार ने सदस्यों की सराहना की एवं  लायंस लियो सदस्यों ने भी हर संभव सहयोग का भरोसा दिया.

अध्यक्ष लायन मयंक जायसवाल ने कहा कि लायंस क्लब छपरा टाउन ने हमेशा से समाजिक कार्यों में तत्पर रहा है. जब भी जरूरत पड़ी है हमारे क्लब के सदस्यों ने सामाजिक कार्यों में सहयोग किया है. आगे भी इस प्रकार का कार्य किया जाता रहेगा.

इस अवसर पर संस्थापक अध्यक्ष लायन कुँवर जायसवाल, संस्थापक सचिव लायन कबीर, लायन विक्की गुप्ता, लायन शकील हैदर, लियो के संस्थापक अध्यक्ष लियो अली अहमद, संस्थापक सचिव लियो सनी पठान, उपाध्यक्ष लियो विकास कुमार आनंद, लियो मोहम्मद सलमान आदि दर्जनों सदस्य उपस्थित थे।

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Chhapra: अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था लायंस क्लब छपरा टाउन ने टीम की घोषणा कर दी गई है. नए सत्र में अध्यक्ष पद के लिए मयंक जयसवाल को तो सचिव पद के लिए सतीश पांडे का नाम चयन किया गया है.

वहीं कोषाध्यक्ष पद पर संतोष कुमार चयनित किए गए हैं. क्लब को 1 साल में बड़ी उपलब्धि प्राप्त हुई है. क्लब के संस्थापक अध्यक्ष लायन कुँवर जयसवाल को डिस्ट्रिक्ट लियो चेयरपर्सन बनाया गया है, तो क्लब के उपाध्यक्ष पद पर कबीर अहमद, संयुक्त सचिव अविनाश कुमार, संयुक्त कोषाध्यक्ष विनय पंडित, सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी गोविंद कुमार, संयुक्त पीआरओ संजीव कुमार, एडिटर इन चीफ सौरभ राज, टेल ट्विस्टर अकबर अली, टेमर संतोष साह को बनाया गया है.

अध्यक्ष मयंक जयसवाल ने कहा कि क्लब को नई उचाईयों पर ले जाएंगे. अब तक संथापक अध्यक्ष ने महज एक सालों मे क्लब को स्थापित किया है. इस वर्ष मे कई बड़े सामाजिक कार्य किए जाएंगे.

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Chhapra: रोट्रेक्ट सारण सिटी ने अपनें सत्र की शुरूआत बालगृह में सहायक मंडलाध्यक्ष न्यू जेनरेशन श्याम बिहारी अग्रवाल ने खाद्य सामग्री तथा खेल सामग्री का वितरण कर किया.

इस अवसर पर मुख्य अतिथि सहायक जिलापाल न्यू जेनरेशन श्याम बिहारी अग्रवाल ने कहा रोट्रेक्ट सारण सिटी ने अपनें सत्र की शुरूआत बालगृह में रह रहें. अनाथ बच्चों के बीच खाद्य सामग्री तथा खेल सामग्री का वितरण कर किया हैं, जो सराहनीय हैं, बालगृह में अपनें परिवार से बिछड़ जाने की वजह से बच्चों को रखा जाता हैं, जहाँ उनकी उचित देखभाल की जाती हैं, उन्हें खुश देखकर हमें आनन्द की अनुभूति होती हैं.

इस अवसर पर रोट्रेक्ट सारण सिटी के अध्यक्ष आलोक कुमार सिंह, सचिव सैनिक कुमार, उज्वल रमण तथा नीरव कुमार ने सराहनीय कार्य किया.

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Chhapra: अगर आप छपरा शहर की सड़कों पर चल रहे हैं तो आप अपने साथ पानी का बोतल जरूर रखें, जिससे कि प्यास लगने के दौरान आपकी प्यास बुझ सकें. खासकर यह जिम्मेवारी तब और बढ़ जाती है जब आपके साथ कोई छोटा बच्चा या फिर बुजुर्ग साथ मे हो. क्योकि छपरा शहर के किसी भी सड़क और आपको पानी के लिए चापाकल नही मिलेगा. अगर आपको कही चापाकल दिख भी गया तो उसमें से पानी नही निकलता है. हालांकि यह बात सिर्फ गर्मी के दिनों की नही है जाड़े और बरसात के दिनों में भी यह समस्या बनी होती है. लेकिन इस गंभीर समस्या पर ना तो नगर निगम और ना ही जिला प्रशासन कुछ कर रहा है. बीते दिनों नगर निगम द्वारा गर्मी के कारण पेयजल की आवश्यकता को देखते हुए शहर के चिन्हित 2 से 4 स्थानों पर मटका रखकर लोगो को पानी पिलाया जा रहा था, लेकिन यह हिंदी के उस कहावत के अनुसार थी कि ‘ऊँट के मुँह में जीरा के फोरन’ अब यह मटका पेयजल स्टॉल भी दिखाई नही दे रहा है. जनता प्यास और गर्मी से त्रस्त है और पदाधिकारी तथा नेता एसी और आरओ का पानी पीने में मस्त है.

भिखारी चौक…

छपरा शहर के मुख्य मार्ग के किनारों और चौक चौराहों पर पेयजल की समस्या आम बात है. शहर के पूर्वी छोड़ भिखारी ठाकुर चौक से शहर की शुरुआत होती है. शहर और ग्रामीण क्षेत्र का मिलाजुला परिवेश होने के कारण सड़क के किनारे और घर तथा दुकानों के सामने चापाकल मिल जाएगा जहाँ से आपकी प्यास बुझ जाएगी. लेकिन यह समस्या गांधी चौक से शुरू होती है.

गांधी चौक…एक

गांधी चौक पर सरकारी चापाकल देखने को तो मिलेगा लेकिन पानी शायद ही मिल जाये. इस चौराहें पर दिघवारा, डोरीगंज, भेल्दी, मकेर और गरखा जाने के लिए वाहन स्टैंड है जो अवैध है. लोगों की भीड़ और स्टैंड होने के कारण खाने पीने की दुकानों की संख्या ज्यादा है और सभी जगह दुकानों में चापाकल है जो आनेजाने वाले लोगो की प्यास बुझाते है. शाम होते ही दुकाने बंद और साथ साथ मिलने वाले पानी की व्यवस्था भी बंद. लेकिन सरकारी स्तर पर यहाँ ऐसा कुछ नही है जिससे कि इस रास्ते से होकर गुजरने वाले को चापाकल दिखे और वह अपनी प्यास बुझा ले.

मेवा लाल चौक…शून्य

यहाँ से यातायात व्यस्था के लिए एकल मार्ग शुरू होता है. मुमकिन है कि लोग भी अपनी सुविधा के लिए गाड़ी छोड़ पैदल यात्रा शुरू करते है. चौक संकीर्ण है बावजूद इसके यहाँ तीनों दिशाओं में कही भी एक चापाकल नही है. जिससे कोई पानी की जरूरत की पूरा करे. यहाँ तक कि इस चौक पर ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मियों को भी इस गर्मी में किसी दुकान से ही पानी मिलने की उम्मीद बनी रहती है. अगर दुकाने बंद रही तो किसी ना किसी घर से ही पानी को मांगकर अपनी प्यास बुझानी पड़ेगी.

मौना चौक…एक

मौना चौक शहर का व्यवसायिक केंद्र जहाँ पूरे दिन करोड़ो का कारोबार होता है. फल, सब्जी, मसाला और न जाने कितनी ऐसी चीजें जो यहाँ खरीदी और बेची जाती है. पूरे जिले से लोग खुदरा और थोक खरीददारी के लिये यहाँ पहुंचते है. लेकिन पानी का जरूरत सिर्फ एक चापाकल से पूरी होती है. चापाकल सरकारी जरूर है लेकिन इसकी देखभाल स्थानीय लोग अपने पैसे के सहयोग से करते है. यही कारण है कि इस पूरे बाजार में जहाँ सुबह 5 बजे से लेकर रात के बारह बजे तक लोग आते जाते है यह एक अकेला चापाकल लोगो की प्यास बुझाता है.

सलेमपुर चौक…एक

सलेमपुर चौक को मुख्य रूप से लोग कोर्ट कचहरी जाने के लिए प्रयोग करते है. भीड़ भी ज्यादा है. एक सरकारी चापाकल है जिससे कभी पानी निकलता है तो कभी नही.

नगरपालिका चौक…एक चापाकल

नगरपालिका चौक शासन प्रशासन का केंद्र स्थल यानी कि पूरा प्रशासनिक महकमा ही इस चौक के इर्द गिर्द दिखता है. नगर निगम कार्यालय भी इसी चौक पर है. प्रतिदिन इस चौक से होकर हजारों लोग आनाजाना करते है.धरना प्रदर्शन और राजनीतिक चर्चा भी इसी चौराहे पर होती है लेकिन सबो के बीच एक चापाकल ही लोगों की प्यास बुझाता है.

थाना चौक…शून्य

शहर का केंद्र बिंदु, नगर थाना, महिला थाना, कंट्रोल रूम, आयुक्त कार्यालय, पुलिस उपमहानिरीक्षक कार्यालय सब इसी चौक पर है. शहर का मुख्य मार्केट हथुआ मार्केट भी यही है लेकिन चापाकल की संख्या यहाँ एक भी नही है. चारों दिशाओं में किसी भी सड़क पर कई मीटर दूर तक यहाँ एक चापाकल नही है जिससे लोग अपनी प्यास बुझा सकें.

साहेबगंज चौक…शून्य

शहर का व्यवसायिक हब साहेबगंज चौक जो कपड़ो के मार्केट के रूप में जाना जाता है.थोड़ी दूर पर सोनारपट्टी भी है जिसके कारण यह खास केंद्र है.सरकारी स्तर पर यहाँ एक भी चापाकल नही है. यहाँ के मंदिर के बगल में एक चापाकल सरकारी है भी तो वह खराब अवस्था मे होने के कारण लोगो ने वहाँ अपनी दुकानें लगा दी.

साढा ढाला चौक… शून्य

ग्रामीण क्षेत्रों से आनेजाने की लिए एक मात्र चौक लेकिन सरकारी चापाकल की संख्या शून्य. यहाँ आने वाले लोगों की प्यास मिठाई दुकान के आगे लगे चापाकल से बुझती है.

योगिनियां कोठी चौक… शून्य

रेल ओवर ब्रिज बनने के बाद यह चौक शहर के लिए एक लाइफ लाइन की तरह काम करता है. ग्रामीण क्षेत्रों और बायपास सड़क से शहर में आने के लिए इसी चौक से गुजरना होता है. चौक पर मंदिर और मंदिर के बगल में एक चापाकल यही एक चापाकल लोगो की उम्मीद है जिससे उनकी प्यास बुझती है.

अस्पताल चौक और दारोगा राय चौक… शून्य

अस्पताल चौक पर भी सरकारी चापाकल की संख्या शून्य है. यहाँ से गुजरने वाले लोग या तो अस्पताल में लगे एक चापाकल या फिर पीर बाबा के मजार से ही पीने का पानी ले सकते है. दरोगा राय चौक की भी स्थिति यही है यहाँ भी सरकारी चापाकल नही है. इस चौक से पुराने पोस्टमार्टम घर जाने वाली सड़क में एक चापाकल है जो इस चौक पर बने नर्सिंग होम में ईलाज कराने आने वाले लोगो की प्यास बुझाता है.

प्रतिवर्ष लाखों खर्च के बाद भी नही हुई मुक्कमल व्यवस्था

शहर में पेयजल आपूर्ति के नाम पर प्रतिवर्ष नगर निगम द्वारा लाखों रुपये का खर्च किया जाता है. भीषण गर्मी को देखते हुए हाल ही में जिलाधिकारी ने सभी सरकारी चापाकल की मरम्मती और प्रत्येक वार्ड में चापाकल लगाने का निर्देश दिया था लेकिन यह निर्देश शायद फ़ाइल तक ही सीमित रह गया. शहर के मुख्य सड़क से गुजरने वाले लोग पेयजल समस्या से जूझ रहे है. अंदर मुहल्लों की हालत तो और खराब है. किसी तरह लोग पानी की खरीददारी कर अपना जीवन व्यतीत कर रहे है. सरकार और प्रशासनिक तंत्र जमीनी हक़ीक़त को जानने का प्रयास नही कर रही है और ना ही अपने दिए आदेशों पर हुई करवाई की जांच कर रही है.

बहरहाल जनता को ही अपने हक के लिये सरकार और महकमें को जगाना होगा, उन्हें जमीनी हकीकतों से रूबरू कराना होगा, तभी जाकर चौक चौराहों और गलियों में पीने का पानी सरकारी चापाकलों से मिल सकता है.

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Chhapra: सारण की बेटी ख्यातिलब्ध “कवयित्री ऋतु तिवारी” के छपरा आगमन पर उनके सम्मान में एक कवि-सम्मेलन सह मुशायरा का आयोजन साहित्यिक संस्था बज़्म-ए-सुहैल के द्वारा दिनांक 23 जून, दिन रविवार, संध्या 6 बजे स्थानीय जनक यादव लाइब्रेरी (अंजुमन-ए-खिदमते सुखन) के प्रांगण में किया जाएगा.

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जिसमें स्थानीय और बाहर के चुनिंदा कवि, शायर की उपस्थिति सुनिश्चित है. इस अवसर पर जिले के वरिष्ठ साहित्यकार प्रो० डी.पी.सिन्हा, प्रो०हरि किशोर पाण्डेय, एडवोकेड मंजूर हसन, शभ्भु कमलाकर मिश्र, श्री पति परमात्मा जी, दक्ष निरंजन शम्भु, शमीम अहमद शमीम, रिपुंञ्य निशांत, अशोक शेरपुरी, खुर्शीद साहिल, रवि भूषण हंसमुख, ऐनुल बरौलवी, सुरेश चौबे,

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शकील अनवर, शहजाद आलम, सुहैल अहमद हाशमी, सीमा गिरी, कौसर होशाम, मेहदी शा, अमरेन्द्र सिंह बुलेट, नजमुल्लाह नज़्म, उद्भव शाण्डिल्य, कविन्द्र कुमार, चांद उस्मानी चौपट, कुमार धीरज पाठक, शालिनी कुमारी, शिशिर कुमार, शंकर शरण शिशिर, मोहित सिंह, प्रियंका सिंह राजपूत, कुमार चंदन, देवेन्द्र कुमार सिंह, असलम सागर, यूसुफ नकवी, दिलीप कुमार अज्ञात, बैतुल्लाह बैत, रमजान अली रौशन आदि कवि शायरों की उपस्थित होने जा रही है.

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Sports Desk: आईसीसी क्रिकेट वर्ल्‍ड कप 2019 में भारत के तेज गेंदबाज मोहम्‍मद शमी ने हैट्रिक लेकर इतिहास रच दिया. शमी ने भारत और अफगानिस्‍तान के बीच खेले गए मैच के आखिरी ओवर में लगातार तीन गेंदों में तीन विकेट लेकर यह कारनामा कर दिखाया.

मोहम्‍मद शमी ने मोहम्‍मद नबी, आफताब आलम और मुजीब उर रहमान के विकेट क्रमश: 49.3, 49.4 और 49.5 गेंद पर लिए.

मोहम्‍मद शमी ने 9.5 ओवर में 40 रन देकर 4 विकेट लिए. वे दूसरे भारतीय हैं जिन्‍होंने वर्ल्‍ड कप में हैट्रिक ली है. शमी से पहले चेतन शर्मा ने 1987 में न्‍यूजीलैंड के खिलाफ लगातार तीन गेंद में तीन विकेट लिए थे.
वही इस मैच में मोहम्मद शमी ने 4, जसप्रीत बुमरा, याजुवेन्द्र चहल और हार्दिक पंडया ने दो-दो विकेट लिए.

वर्ल्ड कप के 28वें मुकाबले में दोनों टीमों के बीच मुकाबला हुआ भारत ने पहले खेलते हुए 8 विकेट खोकर 224 रन बनाये. लक्ष्य का पीछा करने उतरी अफगानिस्तान की टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया और रोमांचक मैच में 2 गेंद रहते 213 रन पर ऑल आउट हो गई. जिससे विश्व कप में अबतक अजेय भारत का सिलसिला जारी रहा और भारत ने 11 रनों से मुकाबला जीत लिया.

अफगानिस्तान को अब तक के छह मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा हैं, वहीं भारत विश्व कप के मैचों में अजेय रहा हैं.

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Health Desk: Acute Encephalitis Syndrome जिसे आम भाषा में चमकी बुखार कहा जाता है. इस बुखार से आमतौर पर बच्चे ज्यादा प्रभावित होते है. यह बिमारी 10 साल तक के बच्चो को अधिक प्रभावित कर रही है. इस बीमारी के लक्षण और बचाव के उपाय सभी को जानना चाहिए और साथ ही अपने आसपास के लोगों को भी इसके बारे में जागरूक करने के लिए अभियान चलाना चाहिए.

इस बिमारी के लक्षण
बच्चो को अचानक तेज बुखार आना, हाथ पैर मे अकड़न आना/टाईट हो जाना, बेहोश हो जाना, बच्चो के शरीर का चमकना/शरीर का कांपना, शरीर पर चकत्ता निकलना, ग्लूकोज़ का शरीर में कम हो जाना, शुगर कम हो जाना,

बच्चों को इस बिमारी से बचाने के लिए निम्न उपायों को अपनाया जा सकता है.
1. बच्चे को धूप से दूर रखें.
2. अधिक से अधिक पानी का सेवन कराये.
3. हल्का साधारण खाना खीलाएं.
4. बच्चो को जंक फुड से दूर रखे.
4. खाली पेट लिची ना खीलाएं.
5. रात को खाने के बाद थोड़ा मिठा ज़रूर खिलाएं.
6. घर के आसपास पानी जमा न होने दें, किटनाशक का छिड़काव करें.
7. रात को सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें.
8. पूरे बदन का कपड़ा पहनाएं.
9. सड़े गले फल का सेवन ना कराएं, ताज़ा फल ही खिलाएं.
10. बच्चों के शरीर मे पानी की कमी ना होने दें. अधिक से अधिक बच्चो को पानी पिलाएं.

इस तरह के लक्षण दीखते ही तुरंत स्वास्थ्य केंद्र या सदर अस्पताल पहुंचे. अंधविश्वास के चक्कर में ना पड़े.

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