Majhi: पिछले दो महीनों से देश भर में जारी लॉक डाउन में हजारों लोग अन्य राज्यों में फंसे हुए है. ऐसे में उनके घरों में किसी भी अनहोनी होने पर काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. एक ऐसा ही मामला मांझी प्रखंड के फतेहपुर सरैया में भी देखने को मिला जहाँ गुजरात के सूरत में मजदूरी करने गए और लॉक डाउन में वहीं फंसे राजबलम सिंह की पत्नी की मौत हो गयी. माँ की मौत से घर में मौजूद पांच में से तीन पुत्रियों के रो रोकर बुरा हाल था. जिसके बाद समाज के लोगों ने सभी की मदद की.

माँ के अंतिम संस्कार के लिए पिता के वापस ना आ पाने की स्थिति में सामाजिक प्रथाओं को दरकिनार करते हुए पुत्रियों ने अपनी माता की अर्थी को न सिर्फ कंधा दिया बल्कि मुखाग्नि भी दी.

इधर मौत की खबर सुनकर आस पास के ग्रामीण भी इकट्ठा हो गए. सबने उन्हें ढांढस बंधाया. शव को चिता पर लिटाने के बाद अग्नि संस्कार को लेकर लोग अलग अलग राय देने लगे तभी मृतक की पांचवीं पुत्री ने साहस का परिचय देते हुए स्वयं मुखाग्नि देने का निर्णय किया. ग्रामीणों ने अश्रुपूरित नेत्रों से बच्ची का आग्रह स्वीकार कर लिया.

मांझी प्रखंड जीविका समूह से जुड़ी मृतक राजमुनि की पुत्रियों की मदद के लिए सोशल मीडिया ग्रुप अनुभव जिन्दगी का भी आगे आया है. उक्त सोशल ग्रुप के सक्रिय सदस्य राजीव कुमार सिंह तथा राजू कुमार गुप्ता की पहल पर जुटी जीविका दीदियों ने तत्काल 83 सौ रुपये तथा खाद्य सामग्री के अलावा स्थानीय मुखिया संजीत कुमार साह व पूर्व जिप सदस्य धर्मेन्द्र सिंह समाज ने क्रमशः पांच पांच हजार रुपये नकद तथा खाद्य सामग्री उपलब्ध कराया. श्री सिंह ने एक पुत्री को सीएसपी में नौकरी दिलाने का भी आश्वासन दिया.

मौके पर जदयू नेता अरविंद सिंह, समाजसेवी कृष्णा सिंह पहलवान तथा अशोक सिंह आदि बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे. उधर प्रखंड परियोजना पदाधिकारी संजय कुमार ने सोशल मीडिया ग्रुप के अनुरोध पर मृतक का 25 हजार का बैंक ऋण माफ कराने के साथ साथ मृतक के पुत्रियों को स्कील डेवलपमेंट के तहत मुफ्त ट्रेनिंग कराने तथा रोजगार उपलब्ध कराने में हर सम्भव सहयोग का आश्वासन दिया.

0Shares

Manjhi: मांझी के राम घाट पर नदी में नहाने के दौरान एक युवक नदी में डूब गया. मृतक चांद महम्मद (20) जो सीतामढ़ी का रहने वाला बताया जा रहा है, लगभग छह माह से वह अपने रिश्तेदार के साथ मांझी चट्टी के समीप रहकर सब्जी का दुकान चलाता था.

घटना के सम्बंध में प्रत्यक्ष दर्शियों ने बताया कि भीषण गर्मी से ऊबकर लगभग एक दर्जन लोग दोपहर में नदी में नहा रहे थे. अन्य लोगों को नहाते देख चांद महम्मद भी नदी में कूद पड़ा. इस बीच अचानक चांद महम्मद नदी के चक्राकार धारा के चपेट में आ गया. लोगों ने उसे बचाने की भरपूर कोशिश भी की परन्तु उसे बचाया नही जा सका.

बाद में सीओ दिलीप कुमार के निर्देश पर समाजसेवी कृष्णा सिंह पहलवान के नेतृत्व में गोताखोरों ने नाव व जाल के सहारे शव की खोजबीन शुरू की. मौके पर मांझी थाना पुलिस भी मौजूद थी. हालांकि देर शाम तक शव बरामद नही किया जा सका था.

30 अप्रैल को भी इसी घाट पर रिविलगंज थाना क्षेत्र के सिरिसियां गांव निवासी दिलीप सिंह के पुत्र व इंजीनियरिंग के छात्र दीपक कुमार की डूब कर मौत हो गई थी. एक मई को उसका उपलता शव राम घाट से ही बरामद हुआ था.

0Shares

Chhapra: Lockdown के दौरान वाहनों के आवागमन बंद होने के कारण दूसरे प्रदेशों से प्रवासी पैदल या निजी वाहनों से मांझी स्थित उत्तरप्रदेश की सीमा से बिहार वापस आ रहे है. ऐसे में उनकी सहायता के लिए सारण जिला पदाधिकारी के आदेश पर मांझी के जयप्रभा सेतु से सटे बलिया मोड़ पर अतिरिक्त वाहन कोषांग बनाया गया है.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि विभागीय निदेश के आलोक में दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासियों के लिए एक SOP बनी हुई है. इसके बावजूद बलिया जिला प्रशासन द्वारा बिना वाहनों के ही उत्तरप्रदेश की सीमा पर प्रवासियों एवम अन्य लोगों को छोड़ दिया जा रहा है. जिससे संबंधित लोग काफी परेशानी उठाकर पैदल अथवा किसी अन्य प्रकार से इस जिले में आ रहे है. इस तथ्य के संज्ञान में आते ही जिला शिक्षा पदाधिकारी के नेतृत्व में एक अतिरिक्त वाहन कोषांग गठित करने का आदेश जिला परिवहन पदाधिकारी को दिया गया है.

उन्होंने बताया कि इस जगह से दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासियों में से दूसरे जिले में जाने वाले लोगों के लिए हाजीपुर अवस्थित ट्रांजिट पॉइंट पर तथा अपने जिले में आने वाले लोगों को संबंधित प्रखण्ड के क्वारन्टीन कैम्प में वाहनों की सहायता से भेजने का आदेश दिया गया है. ताकि प्रवासियों को कोई समस्या ना हो.

File Photo

0Shares

Chhapra: सारण पुलिस ने मांझी थाना क्षेत्र से सीएसपी लूट की योजना बनाते हुए अवैध आग्नेयास्त्र के साथ 7 अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों में से तीन का आपराधिक इतिहास है.

एसपी हर किशोर राय ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार दोपहर मांझी थाना क्षेत्र के मोबारकपुर कन्या विद्यालय के समीप सीएसपी लूट की योजना बनाते हुए मुबारकपुर थाना मांझी निवासी कुख्यात अपराधी प्रणय कुमार उर्फ़ नौटंकी, अप्पू साह, अभिराज कुमार सिंह, गद्दर सिंह, राजन सिंह, अभिषेक सिंह और मलखाचक, दिघवारा निवासी बमभोला सिंह उर्फ़ संजीत कुमार को अवैध आग्नेयास्त्र के साथ गिरफ्तार किया गया है. इस सन्दर्भ में मांझी थाना में कांड संख्या 106/20 के तहत धारा 399, 402, भाo दo विo एवं 25/26/35 आर्म्स एक्ट को दर्ज किया गया है.

उन्होंने बताया कि प्रणय कुमार उर्फ़ नौटंकी के पास से एक स्वचालित देसी पिस्टल, चार जिन्दा कारतूस एवं एक मोबाइल बरामद की गयी है. वही अप्पू साह के पास इ एक देसी कट्टा, पाँच जिन्दा कारतूस, एक खोखा एवं एक मोबाइल. जबकि बमभोला सिंह उर्फ़ संजीत कुमार के पास से एक चाकू बरामद किये गए है.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रणय कुमार उर्फ़ नौटंकी पर मांझी और अमनौर थाना क्षेत्र में हत्या और लूट के मामले दर्ज है. वही अप्पू कुमार साह पर अमनौर थाना और बमभोला सिंह पर दिघवारा थाना में मामला दर्ज है.

उन्होंने बताया कि सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अजय कुमार के नेतृत्व में मांझी, दाउदपुर और रसूलपुर थाना के द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई में इन्हें गिरफ्तार किया है.

A valid URL was not provided.
0Shares

Chhapra/Manjhi: मांझी रेल पुल से नदी पार करने के दौरान पुल से नीचे गिरे युवक की पहचान हो गयी है. शुक्रवार को करीब 30 घंटे से अधिक की कड़ी मशक्कत के बाद नदी में गिरे युवक का शव बरामद हुआ.

शव की हुई पहचान रिविलगंज थाना क्षेत्र के सिरिसियां गांव निवासी के रूप में हुई है. जो दिलीप सिंह का पुत्र दीपक बताया जा रहा है.

बताया जा रहा है कि शुक्रवार को नदी में गिरे युवक का शव सुदूर क्षेत्र में तैर रहा था. जिसे मछुआरों ने देखा.

इसे भी पढ़ें: लॉकडाउन में पैदल बिहार आ रहा युवक मांझी रेल पुल से गिरा

विदित हो कि गुरुवार को मांझी रेल पुल से यह युवक गुजर रहा था. पुल से नदी पार करने के दौरान यह गिर गया. जिसकी सूचना मिलने पर स्थानीय थाना ने गोताखोरों की मदद से शव की तलाश की लेकिन शव नही मिल पाया था.

 

0Shares

Manjhi: लॉक डाउन के बाद देश भर के तमाम राज्यों से बिहारी मजदूरों का पलायन जारी है. इसी बीच गुरुवार को पलायन के दौरान यूपी से बिहार आ रहा एक युवक की मांझी रेल पुल से नीचे गिर गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ लोग यूपी की ओर से बिहार आ रहे थे. तभी मांझी रेल पुल से एक व्यक्ति नदी में नीचे गिर गया. जिसकी खोजबीन जारी है.

वही पुल से गुजर रहे कुछ और मजदूरों ने बताया कि यह व्यक्ति आजमगढ़ के मऊ से आ रहा था, तभी यह रेल पुल से नीचे गिर गया. उस समय नीचे नदी में नहा रहे कुछ लोगों ने इसे देखा तो बचाने के लिए गए, तब तक व्यक्ति डूब गया था और जो भी लापता हो गया.

इसके बाद लोगों ने इसकी सूचना मांझी थाना को दी. मांझी थाना टीम भेज कर व्यक्ति को खोजा किया जा रहा है दोपहर तक कोई जानकारी नही मिली. बता दें कि लॉक डाउन लागू होने के बाद देशभर के विभिन्न राज्यों से लाखों मजदूर पैदल ही बिहार वापस पलायन कर रहे हैं.

0Shares

Chhapra: कोरोना वाइरस से एक व्यक्ति के संक्रमित होने की पुष्टि के बाद माँझी प्रखंड के सरयूपार को जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के आदेश पर गाँव के तीन किमी की परिधि को सील कर दिया गया है. इस क्षेत्र को कांटेन्मेंट जोन घोषित किया गया हैं.

सरयूपार ग्राम के दक्षिण में ग्राम गोबरही, उत्तर में भरहोपुर (अंचल एकमा), पूरब में शीतलपुर तथा पष्चिम में एकडेंगवा जो ग्राम सरयूपार के तीन किमी की परिधि में हैं, को कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है. कंटेन्मेंट जोन में अर्थात तीन किमी की परिधि अंतर्गत सभी निजी, सार्वजनिक प्रतिष्ठान एवं मार्गों को अगले आदेश तक बंद करने का आदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है.

इसे भी पढ़ें: कोविड-19 मामलों के होम आइसोलेशन को लेकर गाइडलाइन्स की गयी जारी

इस दौरान किसी भी व्यक्ति को इस क्षेत्र से न तो बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी और न ही किसी व्यक्ति को बाहर से अंदर आने की इजाजत दी जाएगी.

जिलाधिकारी के द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी, माँझी को समस्त आवागमन मार्गां को संबंधित मुखिया एवं वार्ड सदस्य के सहयोग से पूर्णतः लॉक करते हुए आवागमन अवरुद्ध करने का आदेश दिया है. यदि किसी व्यक्ति द्वारा कंटेन्मेंट जोन से बाहर पलायन किया जाता है अथवा बाहर से अंदर प्रवेश किया जाता है तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्रवाई के आदेश दिए गए है.

इसे भी पढ़ें: Covid19: सारण जिले में बढ़ रही है संक्रमितों की संख्या, अबतक 4 संक्रमित, एक हुआ स्वस्थ

क्षेत्र को सेनेटाइज करने के निदेश
जिलाधिकारी के द्वारा इस पूरे क्षेत्र को सेनेटाइज करने का निदेश दिया गया है. इसका दायित्व डॉ0 दिलीप कुमार सिंह जिला वैक्टर बॉर्न रोग नियंत्रण पदाधिकारी मो0 7717781085 को दिया गया है. जिलाधिकारी के द्वारा कंटेन्मेंट जोन के भीतर सभी परिवारों को गहन निगरानी में रखने का निदेश देते हुए कहा गया है कि प्रत्येक परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण कर विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन उपलब्ध करायी जाय. कंटेन्मेंट जोन के भीतर की सभी दुकान बंद रहने के कारण प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी माँझी को निदेश दिया गया है कि आवश्यक उपभोक्ता वस्तुओं यथा चावल, दाल, गेहूँ, हरी सब्जी इत्यादि उन पंचायतों के जन वितरण प्रणाली विक्रेता के माध्यम से पैकेट तैयार करा कर डोर टू डोर वितरित करायें. उप समाहर्त्ता भूमि सुधार, सदर छपरा और अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, सदर छपरा इस कार्य का सतत् अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया है.

कंटेन्मेंट जोन की परिधि समाप्त होने से अगले सात किसी की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया है. प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं आंचलाधिकारी माँझी बफर जोन में पड़ने वाली सभी पंचायतों/गाँवो में प्रतिदिन तकलीफ वाले रोगियों की सूचना प्राप्त करेंगे. सिविल सर्जन को निदेश दिया गया है कि संक्रमित व्यक्ति के परिवार के सभी सदस्यों को जिला में निर्धारित किये गये आइसोलेशन एवं क्वेरेन्टाइन सेन्टर में में रखवायेंगे एवं उनका नियमित रूप से जाँच करवायेंगे.

0Shares

Manjhi: प्रखण्ड के आधा दर्जन बाजारों पर भीड़-भाड़ की सूचना मिलने के बाद बीएमपी के जवानों ने पहुंचते हीं हल्के बल का प्रयोग किया. जिससे कुछ देर तक सब्जी दुकानदारों व ग्राहकों में भगदड़ मची रही. बेवज़ह घूमने वाले, मनचले युवक इधर-उधर भाग कर छिपते नजर आये. इसे भी पढ़ें: अग्निपीड़ितों को समाजसेवी धर्मेंद्र सिंह ने मुहैया कराया जरूरी सामान 

प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार को नरपलिया, ताजपुर, मेहंदीगंज, डुमरी, शनिचरा बाजार, चौबाह स्थान आदि बाजारों पर अचानक पहुंचे बीएमपी के जवानों पर नजर पड़ते हीं लोग इधर-उधर भागने लगे. इस दौरान दुकानदारों समेत कुछ लोगों को उनके डंडे का सामना भी करना पड़ा. हालांकि उनके गिड़गिड़ाने पर जवानों ने कान पकड़ा कर उठक-बैठक कराने के बाद चेता कर छोड़ दिया.

वहीं स्थानीय प्रशासन व बीएमपी अधिकारी ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए लोगों से कहा कि संक्रामक महामारी कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉक डाउन व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हर हाल में करना है. लोगों की लापरवाही व मनमानी बर्दास्त नही की जाएगी. वहीं सब्जी दुकानदारों को प्रशासन ने निर्देश दिया कि वे अपनी दुकान दुरी बना कर ठेले पर लगायें. दुकान पर सोशल डिस्टेंसिंग नही दिखा तो उनके खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

इस कार्रवाई से प्रखण्ड क्षेत्र में सरकारी निर्देश का पालन नही करने वाले व बेवजह बाहर निकल कर घूमने वाले लोगों में हड़कम्प मच गया है.

0Shares

Chhapra: Lockdown में सड़क पर आमजनता की सुरक्षा के लिए तत्पर सारण पुलिस अब नदियों के रास्ते भी सुरक्षा में जुटी है.

बुधवार के सारण जिले के के रिविलगंज और मांझी में नदियों के रास्ते पेट्रोलिंग की गई. सारण पुलिस की रिविलगंज और मांझी थाना क्षेत्र की पुलिस टीम ने नाव से नदियों पर गस्त की.

इस दौरान मुख्य रूप से प्रतिबंधित समानों की नदी के रास्ते आवाजाही करने वालों की खोजबीन की गई.

A valid URL was not provided.
0Shares

(संतोष कुमार ‘बंटी’)

Chhapra: आये तो थे दुल्हन ले जाने, लेकिन कोरोना में Lockdown हो गए, अब गांव के लोग सभी बारातियों को मेहमान बनाकर 23 दिनों से सेवा कर रहे है. सुनने में यह पूरा वाक्य किसी फिल्मी कहानी की तरह है.

खासकर रामायण के एक प्रसंग से भी मिलता जुलता है जब श्रीराम राजा जनक के यहां बारात लेकर गए थे तो पूरे बाराती लगभग एक वर्ष तक राजा जनक की सीमा में रहे थे. लेकिन उस समय की बात और थी अभी की बात और है.

पूरा मामला सारण जिले के मांझी प्रखंड के इनायतपुर का है जहां पिछले 23 दिनों से एक बारात लड़की पक्ष के गांव स्थित विद्यालय में रुकी है. बारात में लड़की पक्ष के रिश्तेदार सहित 3 दर्जन लोग शामिल है. बारातियों के पास ना भोजन है, ना कपड़े है और आर्थिक स्थिति भी समाप्त हो चुकी है.

22 मार्च को हुआ था निकाह

सारण जिले के मांझी प्रखंड स्थित इनायतपुर भिखमही में नैमुल्लाह सिद्दकी के यहां 22 मार्च को कोलकाता के बंडील जंक्शन से बारात आयी. करीब 30 की संख्या में बाराती और रिश्तेदार 21 को कोलकाता से चलकर ट्रेन से 22 मार्च को छपरा और फिर मांझी पहुंचे. धूमधाम से जनता कर्फ्यू के बीच इनायतपुर के नैमुल्लाह सिद्दीकी की बेटी खुश्बू खातून का विवाह कोलकाता के शमीम अख्तर के बेटे फिरोज अख्तर के साथ निकाह हुआ. बारात को रुख़्सती 23 मार्च को थी. लेकिन इसी बीच कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बिहार में Lockdown हो गया. अगले दिन 24 मार्च को बिहार के साथ पूरे देश मे Lockdown की घोषणा हो गई. बारात ट्रेन से आई थी तो अब इनके जाने की कोई व्यवस्था नही हो पाई. लड़की पक्ष द्वारा सभी बारातियों के साथ दूल्हा दुल्हन को गांव के उर्दू उत्क्रमित मध्य विद्यालय में तत्काल रहने की व्यवस्था कराई गई. साथ ही साथ भोजन की व्यवस्था भी कराई गई.एसडीओ ने किया था सहयोग, लेकिन झारखंड सीमा से बस को कर दिया वापस

गांव के गणमान्य लोगों के साथ वधु पक्ष के सहयोग से अनुमंडल पदाधिकारी अभिलाषा शर्मा से बारातियों को उनके घर कोलकाता भेजने की पहल की गई जिसपर प्रशासन ने वाहन पास निर्गत किया. सभी बाराती बस से कोलकाता के लिए 31 मार्च को रवाना हुए लेकिन बिहार झारखंड सीमा पर पुलिस ने रोक दिया और जाने से मना करते हुए वापस कर दिया. सभी वापस अब उसी स्कूल में पिछले 23 दिनों से Lockdown है. बारातियों के साथ लड़की पक्ष के रिश्तेदार कुल मिलाकर तीन दर्जन लोग रह रहे है.बाराती जिला प्रशासन से लगा रहे है सहयोग की गुहार

बारातियों को जिला प्रशासन से सहयोग की अपेक्षा है. वर एवं वधु पक्ष के लोगो का कहना है कि प्रशासन मदद करे. उन्हें उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था कर दे. जिसके लिए वह प्रशासन के आभारी रहेंगे. 23 दिनों से वह किसी तरह सिर्फ अपने और अपने परिवार की जिन्दा रखे हुए है अगर गांव का सहयोग नही मिलता तो उन्हें दो वख्त की रोटी भी नसीब नही होती.

0Shares

Chhapra: सारण जनता दल यूनाइटेड की महिला जिलाध्यक्ष माधवी सिंह ने जरूरतमंद लोगों को राहत सामग्री वितरित की.

उन्होंने जरूरतमंद लोगों में 10 किलो चावल, 5 किलो आँटा, 2 किलो दाल, 5 किलो आलू और 1 लीटर सरसों तेल का वितरण किया गया. ताकि लॉक डाउन के समय उन्हें भोजन मिल सके.

आपको बता दें कि इससे पहले भी जदयू जिलाध्यक्ष लोगों की सहायता के लिए सामान का वितरण किया गया था. वही उनके द्वारा हेल्पलाइन की शुरुआत भी की गयी है ताकि लोगों तक मदद पहुंचाई जा सके. 

इसे भी पढ़ें: सारण में जदयू नेत्री ने की पहल, मदद के लिए बढाया हाथ

0Shares

Chhapra: Lockdown में दिल्ली और अन्य दूसरे प्रान्त से आने वालों की संभावना के मद्देनजर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. जिले में प्रवेश के साथ ही दूसरे प्रदेशों से आने वालों के रहने एवं खाने की व्यवस्था के साथ साथ उनकी स्वास्थ्य जांच कराई जाएगी.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा कि बिहार आने वाले व्यक्तियों को निर्धारित स्थल पर रखकर उनके भोजन की व्यवस्था करने के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य की जाँच और क्वेरेंटाईन से संबंधित निदेषों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा.

इसे भी पढ़ें: राज्य समेत अन्य राज्यों में फंसे लोगों के लिए हेल्पलाईन जारी, कोषांग का हुआ गठन

इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को निदेश दिया गया है कि प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी माँझी से समन्वय स्थापित कर स्थलों को चिन्हित कर लें. वही बीडीओ एवं सीओ माँझी को निदेश दिया गया है कि उक्त चयनित स्थलों पर भोजन, पानी और प्रकाश की समुचित व्यवस्था करायेंगे और वहाँ आवसित किये जाने वाले लोगों के निबंधन की व्यवस्था करेंगे.

सिविल सर्जन को आवासित लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु चिकित्सक, पारामेडिकल स्टाफ और एम्बुलेंस की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.

इसे भी पढ़ें: सारण जिला प्रशासन ने तय किया आटा, तेल, चीनी समेत 23 खाद्य पदार्थों का रेट, यहां देखिए लिस्ट

रविवार से माँझी के दलन सिंह उच्च विद्यालय में भी आपदा राहत केन्द्र खुल गया है. जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के द्वारा इस केन्द्र का निरीक्षण कर पदाधिकारियों एवं कर्मियों को जरूरी निदेश दिया गया.

जिलाधिकारी के द्वारा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है कि कार्यहित में प्रखंड क्षेत्र में पदस्थापित विभिन्न विभागों यथा मनरेगा, शिक्षा, आपूर्ति, सहकारिता, श्रम, सांख्यिकी, पंचायतीराज विभाग के सभी पर्यवेक्षक/कर्मी से प्रतिदिन आवश्यकता अनुसार कार्य लिया जाय. पर्यवेक्षक, कर्मी प्रखंड विकास पदधिकारी के निदेशानुसार कार्य संपादित करेंगे. इसमें कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

इसे भी पढ़ें: सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने लोगों से की अपील, कहा-घरों में रहकर देश का करें सहयोग

प्रखण्ड विकास पदाधिकारी लॉकडाउन की स्थिति में सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देशों के अनुरूप हीं कार्य लेंगे. वही जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज छपरा स्थित आपदा राहत केन्द्र पर 46 लोग, सोनपुर अनुमंडल में आपदा राहत केन्द्र में 54, मढ़ौरा अनुमंडल में आपदा राहत केन्द्र पर 32 और दलन सिंह उच्च विद्यालय माँझी आपदा राहत केन्द्र पर 165 लोग आवसित है.

0Shares