• विज्ञान में ऋतिका
  • वाणिज्य में पिंकी 
  • कला में अल्का कुमारी 

Chhapra: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 के परिणामों की घोषणा की कर दी गई है. शुक्रवार की शाम बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा इंटर परिणामों की घोषणा की गई. जिसमें एक बार फिर इंटरमीडिएट की तीनों संकाय कला, विज्ञान तथा वाणिज्य में लड़कियां प्रथम स्थान पर रही.

परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद सभी परीक्षार्थियों में अपना परिणाम जानने की उत्सुकता बनी रही. परीक्षार्थी एवं उनके अभिभावक मोबाइल पर परिणाम जानने के लिए बेचैन दिखे. इसी बीच बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा सारण जिले के तीनों संकाय के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले छात्र-छात्राओं की सूची जारी कर दी गई.

जिसके बाद सारण जिले में भी लड़कियों ने बाजी मारी है.

जारी सूची के अनुसार सारण में कला संकाय में S.U.P.R.L.D.P.K. उच्चतर माध्यमिक विद्यायल हरपुर कराह, बनियापुर की छात्रा अल्का कुमारी ने 435 अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान पर रही, वही राजकीयकृत एसएस स्कूल मशरख की छात्रा मनीषा पंडित ने 424 अंक लाकर दूसरा स्थान प्राप्त किया. जबकि धर्मनाथ राय कैतुका मकेर की छात्रा ने 423 अंक लाकर तीसरे स्थान पर रही.

विज्ञान संकाय में श्री अवध हाई स्कूल मशरख की ऋतिका कुमारी 458 अंक लाकर प्रथम स्थान पर रही, वही DBSD महाविद्यालय कदना गरखा के राजीव कुमार ने 453 अंक लाकर दूसरा स्थान, जबकि गोगल सिंह हाई स्कूल नयागांव की छात्रा खुशबू खातून ने 448 लाकर तीसरा स्थान प्राप्त किया है.

वाणिज्य संकाय में रामप्रवेश राय उच्चतर विद्यालय लहलादपुर की छात्रा पिंकी कुमारी ने 433 अंक लाकर प्रथम स्थान प्राप्त किया, वही राजेन्द्र महाविद्यालय छपरा के कुंदन कृष्णन ने 432 अंक लाकर दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि तीसरे स्थान पर PT.K.N.T. इंटर महाविद्यालय भैरोपुर सारण की निधि कुमारी तथा राजेन्द्र महाविद्यालय के सूरज कुमार साह दोनो ही छात्रों ने 431 अंक प्राप्त कर तीसरा स्थान हासिल किया.

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Chhapra: ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) सारण जिला परिषद् ने संगठन के बिहार राज्य सचिव मंडल में राहुल कुमार यादव को बड़ी जवाबदेही मिलने पर उनका अभिनंदन व स्वागत कर उज्जवल भविष्य की कामना की गई. अध्यक्षता जिला उपाध्यक्ष अभय कुमार चौबे ने किया.


देश का पहला छात्र संगठन एआईएसएफ बिहार राज्य सचिवमंडल में बड़ी जवाबदेही मिलने पर राज्य सह सचिव राहुल कुमार यादव ने कहा कि संगठन के साथियों ने मुझ पर जो भरोसा जताया है. उस भरोसे पर खरा उतरने का हर संभव प्रयास करूंगा. बिहार के छात्र- युवाओं को एकजुट कर सारण सहित पूरे बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की हालात में परिवर्तन कर, समान शिक्षा प्रणाली, समाजवादी व्यवस्था स्थापित करने की लड़ाई को और तेज करेंगे.

उन्होंने कहा कि बिहार सहित पूरे देश में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की हालात में सुधार, शहीदे-आजम भगत सिंह के सपनों का भारत तभी संभव है जब हम सभी किसान-मजदूर, खासकर छात्र-युवा पूरी ताकत-एकजुटता और जागरूकता के साथ स्कूल-कॉलेजों में पढ़ाई और सड़कों पर लड़ाई तेज करेंगे. वहीं बिहार राज्य परिषद् द्वारा राज्य कार्यकारिणी में रूपेश कुमार यादव व राज्य परिषद् सदस्य के रूप में अमित नयन को चुने जाने पर मौजूद सभी सदस्यों ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी.

नवनिर्वाचित सदस्यों को बधाई एवं शुभकामनाएं देने वालों में मुख्य रूप से विधान-पार्षद केदारनाथ पांडे, शिक्षक नेता चुल्हन प्रसाद सिंह, शिक्षक नेता सुरेंद्र सौरभ, सीपीआई जिला सचिव रामबाबू सिंह, वरीय अधिवक्ता सुरेंद्र नाथ त्रिपाठी, पूर्व प्रधानाचार्य महात्मा प्रसाद गुप्ता, प्रो. भूपेश प्रसाद, डॉ. रविंद्र प्रसाद, सुरेश वर्मा, सुग्रीव गुप्ता, शिक्षक सोहैल अख्तर, ललितेश्वर विद्यार्थी, मृत्युंजय हिमांशु, महेंद्र प्रभाकर, राजीव कुमार, अविनाश उपाध्याय, नागेंद्र राय, अवधेश राय, राजीव कुमार राम, मनोहर राम, मोहन राम, विश्वजीत कुमार,सहित सैकड़ों लोगों ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी है.

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पटना : बिहार बोर्ड के इंटर का रिजल्ट आ गया है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया है. बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर और शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने प्रेस कांफ्रेस का इंटरमीडिएट का रिजल्ट जारी किया. बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर स्टूडेंट्स अपना रिजल्ट देख सकते हैं. इस बार आर्ट्स में 77.99 %, कॉमर्स में 91.48% और साइंस में 76.28% छात्र-छात्राओं ने पास किया है. इस बार आर्ट्स में 77.99 %, कॉमर्स में 91.48% और साइंस में 76.28% छात्र-छात्राओं ने पास किया है. इंटर परीक्षा में 10 लाख 45 हजार 950 बच्चे पास हुए हैं. आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस तीनों संकायों में लड़कियों ने बाजी मारी है. आर्ट्स में मधु भारती, कॉमर्स में सुगंधा कुमारी और साइंस में सोनाली कुमारी टॉपर रही हैं. आर्ट्स में मधु भारती के साथ सिमुलतला आवासीय विद्यालय के कैलाश कुमार ने भी टॉप किया है.

इंटर आर्ट्स में खगड़िया के आर लाल कॉलेज की छात्रा मधु भारती और सिमुलतला आवासीय विद्यालय के कैलाश कुमार ने 92.60% के साथ टॉप किया है, इन दोनों को 500 में से 463 अंक मिले हैं. कॉमर्स में औरंगाबाद के एसएन सिन्हा कॉलेज की छात्रा सुगंधा कुमारी ने 94.20% के साथ टॉप किया है. इन्होंने 500 में 471 अंक हासिल किया है. साइंस में नालंदा के बिहारशरीफ के श्रीमती परमेश्वरी देवी गर्ल्स उच्तर माध्यमिक विद्यालय की छात्रा सोनाली कुमारी ने 94.20% के साथ टॉप किया है. इन्हें भी 500 में 471 अंक मिला है.

बिहार इंटरमीडिएट की परीक्षा में इस बार लगभग साढ़े 13 लाख छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें से कुल 7.03 लाख छात्र और 6.46 लाख छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए थे. इस परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र बोर्ड की आधिकारिक बेवसाइट biharboardonline.bihar.gov.in , biharboardonline.com और onlinebseb.in पर अपना रिजल्ट देख सकते हैं.

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए कुल 13,50,233 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. इसमें 7,03,693 छात्र और 6,46,540 छात्राएं शामिल थीं. आपको बता दें कि कोरोना काल के बाद बिहार बोर्ड ने काफी कड़ाई के साथ परीक्षा ली थी. कोरोना काल में परीक्षा होने के कारण भी कोई अव्यवस्था की स्थिति नहीं बनी. पिछले साल यानी बिहार 12वीं बोर्ड परीक्षा 2020 में साइंस स्ट्रीम में 79.52 प्रतिशत लड़कियों और 76.5 प्रतिशत लड़के पास हुए थे. वहीं कुल 77.39 प्रतिशत स्टूडेंट्स ने बाजी मारी थी.

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Chhapra: माध्यमिक शिक्षक एवं प्राथमिक शिक्षकों में आक्रोश प्रकट किया. मालूम हो कि बिहार में होली का रंग फीका पड़ गया है. राज्य के करीब पौने चार लाख प्रारंभिक शिक्षकों के साथ ही 40 हजार माध्यमिक शिक्षक रंगों का मशहूर पर्व होली नहीं मना रहे हैं.

शिक्षक नेता समरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि सरकार की नीतियों के चलते वेतन नही मिला जिससे शिक्षक होली नहीं मनाएंगे.
शिक्षक नेता विश्वजीत सिंह चंदेल ने कहा कि बिहार में होली का रंग फीका पड़ गया है. राज्य के करीब पौने चार लाख प्रारंभिक शिक्षकों के साथ ही 40 हजार माध्यमिक शिक्षक रंगों का मशहूर पर्व होली नहीं मना रहे हैं. दरअसल नियोजित शिक्षक का वेतन फरवरी माह का भी नहीं मिला है. जबकि मैंने पहले ही आवेदन शिक्षा मंत्री एवं प्रधान सचिव को भेजा था कि होली के पूर्व फरवरी एवं मार्च माह का वेतन रिलीज कर दिया जाए लेकिन अभी तक कोई करवाई नहीं हुआ. जिसके कारण शिक्षकों का होली फीका पड़ गया है.

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सीमा गिरी, प्रीति कुमारी, संजय यादव, सुनील कुमार, विनोद कुमार यादव, राजू कुमार सिंह, शाहजहां अंसारी, निजाम मोहम्मद, हवलदार माझी, विजय कुमार राम, सूर्यदेव सिंह आदि उपस्थित थे.

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Chhapra: उर्दू विभाग की शोध पत्रिका उर्दू स्टडीज का कुलपति  प्रोo  फारूक अली ने लोकार्पण किया. 

कुलपति ने जयप्रकाश विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग की शोध पत्रिका उर्दू स्टडीज का लोकार्पण करते हुए कहा कि यह अपने प्रथम अंक से ही अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शोध पत्रिका है. इसके नूतन अंक में भी भारत के नामचीन उर्दू विद्वानों के साथ ही अमेरिका और पोलैंड के प्रख्यात उर्दू के विद्वान एवं दक्षिणी एशिया की सभ्यता और संस्कृति के प्रोफेसर के साथ ही तेहरान के शोधकर्ताओं के आलेख भी शामिल हैं.

इसका अगला अंक विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित किया जायेगा. जिसके लिए पूर्व में समिति गठित की जा चुकी है.

इस अवसर पर वित्त परामर्शी ए के पाठक, सीसीडीसी प्रो हरिश्चंद्र, कुलसचिव कर्नल श्यामानंद झा, कुलानुशासक डा आर पी श्रीवास्तव, डीएसडब्ल्यू डा ए के झा, डा मजहर किबरिया, अध्यक्ष प्रो ए एम हाश्मी, परीक्षा नियंत्रक प्रो अनिल कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक उपस्थित थे.

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Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो फारूक अली ने नये शिक्षकों से वेबिनार के माध्यम से महत्त्वपूर्ण जानकारी साझा की.

विवि के पीआरओ डॉ हरिश्चंद्र ने बताया कि कुलपति ने इस दौरान कहा कि यदि आप विश्वविद्यालय के कार्य से कहीं जाते हैं तो उसमें कार्य अवकाश मिलता है. सभी शिक्षक की 24 घंटे ड्यूटी होती है. किसी भी समय किसी को विश्वविद्यालय बुलाया जा सकता है.

उन्होंने कहा कि सर्विस कोड कहता है कि आप अपने उच्च या वरीयतम की अवहेलना नहीं कर सकते हैं. 

इस अवसर पर कुलपति ने गुरु की महत्ता को बताया. उन्होंने कहा कि जब मेरे पढ़ाये हुए आइएएस,आइपीएस अधिकारियों के द्वारा पैर छूकर जब मेराअभिवादन किया जाता है तो उस समय के सुख का कोई वर्णन नहीं किया जा सकता है.

संचालन प्रो हरिश्चंद्र ने किया. प्रभारी कुलसचिव डाआर पी श्रीवास्तव, डा सरफराज ने अपनी बातें रखी.

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Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा जयप्रकाश विश्वविद्यालय इकाई का गठन किया गया.

राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य डॉक्टर पूनम सिंह सभी छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है. यह छात्र संगठन रचनात्मक और आंदोलनात्मक कार्य के द्वारा कार्यकर्ताओं को जोड़ने का कार्य करता है.

डॉ कुमार मोती सर ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का गठन आजादी के बाद 1948 में हुआ. यहां विश्वविद्यालय कैंपस एवं महाविद्यालयो में राष्ट्रीयता की भावना लेकर कार्य किया जाता है. जिला संयोजक सह निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष रजनीकांत सिंह ने सभी नए दायित्ववान कार्यकर्ताओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी एवं धन्यवाद ज्ञापन किया.

विश्वविद्यालय इकाई में विश्वविद्यालय कैंपस अध्यक्ष विशाल कानोड़िया, उपाध्यक्ष रितेश प्रकाश (कॉमर्स), विकास कुमार (अंग्रेजी), शिवम यादव, अविनाश कुमार, आकाश कुमार, रजत राज, चांदनी किरण, कोषाध्यक्ष नेहा पाण्डेय, मीडिया प्रमुख प्रकाश रमन, खेल सचिव अमित कुमार, एसएफएस प्रमुख विष्णु शरण तिवारी, एसएफडी प्रमुख कौशिक कुमार विश्वविद्यालय कार्यकारिणी सदस्य कृष्ण मोहन, प्रवीण कुमार, राहुल सिंह, हंनी प्रिया, सीमा शर्मा, प्रिया सिंह, प्रद्युमन शर्मा, विकाश आनंद, प्रशांत कुमार, रोहित कुमार चौरसिया, जिला एसएफएस राकेश कुमार साह, जिला एसएफडी सन्नी कुमार को दायित्व दिया गया.

कार्यक्रम में मुख्य रूप से राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य डॉ पूनम सिंह मैम, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डॉ कुमार मोती सर, जिला संयोजक रजनीकांत सिंह, जिला संगठन मंत्री अभिमन्यु कुमार एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे.

 

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Chhapra: शिक्षक नेता विश्वजीत सिंह चंदेल ने कहा कि पंचायती राज एवं निकाय शिक्षकों के मूल वेतन में 1 अप्रैल से की जाने वाली 15 %की वृद्धि को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करने की मांग शिक्षा विभाग से की है. मुख्यमंत्री एवं शिक्षा विभाग प्रधान सचिव को ज्ञापन भेजा है.

ज्ञापन में श्री चंदेल ने कहा है कि पंचायती राज एवं निकाय शिक्षकों और पुस्तकालय अध्यक्ष को के वेतन में एक अप्रैल से की जाने वाली 15% की वृद्धि को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया जाए, ताकि उसके अनुरूप वेतन निर्धारण हो सके. यदि वेतन वृद्धि के संबंध में ससमय विस्तृत दिशा-निर्देश जारी नहीं किया गया तो अप्रैल माह के वेतन भुगतान में अनावश्यक विलंब होगा एवं शिक्षकों के वेतन निर्धारण की प्रक्रिया अधिक समय लगेगा. इससे शिक्षकों को अनावश्यक परेशानी होगी. वित्तीय वर्ष का अंतिम महीना होने के कारण सभी कार्यालयों में कार्य व्यस्तता अधिक होती है और ठीक इसके बाद अप्रैल महीना प्रारंभ होने ही वाला है और इसी माह से सभी शिक्षकों की वेतन वृद्धि भी दी जानी है. 2020 में ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया गया था. उसके बाद इससे संबंधित आदेश भी जारी किया गया था. हालांकि राज्य सरकार की योजना थी कि पंचायती राज संस्थानों एवं नगर निकाय संस्थानों अंतर्गत शिक्षकों एवं पुस्तकालय अध्यक्ष के वेतन में वर्तमान वित्तीय वर्ष में ही वृद्धि की जाए. लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न वित्तीय संकट के वजह से यह संभव नहीं हो पाया था.

आगे शिक्षक नेता विश्वजीत सिंह चंदेल ने कहा कि आगामी 29 मार्च को होली का त्यौहार है. पूरे राज्य में शिक्षकों का वेतन भुगतान अलग-अलग वीपत्रों के माध्यम से प्राप्त आवंटन द्वारा किया जाता है. सभी जिला के सभी मदो और विपत्रों में पर्याप्त राशि उपलब्ध नहीं है. होली जैसा महत्वपूर्ण त्योहार माह के अंत में आने वाला है और परंपरागत रूप से किसी भी माह का वेतन अगले माह में ही भुगतान हो पाता है. जिस कारण यदि शिक्षकों का मार्च माह के वेतन का अग्रिम भुगतान नहीं किया गया तो उन्हें आर्थिक तंगी में ही होली मनाना पड़ेगा और शिक्षकों के आश्रितों का होली फिकी हो जाएगी. फरवरी तक का नियमित भुगतान एवं मार्च माह के वेतन का होली पूर्व अग्रिम भुगतान कराया जाए ताकि शिक्षकों और उनके आश्रितों को होली जैसे महत्वपूर्ण त्यौहार में परेशानी का सामना ना करना पड़े.

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Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो फारूक अली ने राजेन्द्र महाविद्यालय का औचक निरीक्षण किया.

विश्वविद्यालय के पीआरओ डॉ हरिश्चन्द्र ने बताया कि इस दौरान कुलपति ने दर्शनशास्त्र विभाग में डॉ देवेश से कुलपति ने जब यह पूंछा कि क्लास कितने बजे से है तो उन्होंने बताया कि 11.00 बजे से है. कुलपति ने कहा कि 10.30 बजे से नोटिफिकेशन है. आपको यह भी पता नहीं है?

इसके बाद जन्तु विज्ञान विभाग में छात्राओं को देखकर कुलपति ने पूछा कि शिक्षक कहां हैं तो ज्ञात हुआ कि शिक्षक हैं ही नहीं. शिक्षक 11.30 में आये.

वनस्पति विज्ञान विभाग में ज्योत्स्ना एकमात्र शिक्षिका उपस्थित थीं. और कोई छात्र उपस्थित नहीं था.

उन्होंने बताया कि राजनीति शास्त्र विभाग में डाक्टर विभु कुमार कक्षा में न पढाकर चैम्बर में ही पढ़ा रहे थे. कुलपति ने उन्हें कहा कि एक भी छात्र होने पर कक्षा में ही जाकर पढ़ाना सुनिश्चित करें.

इस दौरान कुलपति के साथ कुलानुशासक डॉ आर पी श्रीवास्तव, पीआरओ डॉ हरिश्चन्द भी उपस्थित थे.

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Patna: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति को नीतिगत फैसले लेने पर राजभवन ने रोक लगा दी है.

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इसके साथ राजभवन ने तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति गठित की है जो जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो फारूक अली के द्वारा 1 दिसम्बर 2020 से 31 जनवरी 2021 के बीच 71.70 करोड़ रुपये की लेनदेन के संबंध में समर्पित स्पष्टीकरण के असंतोषजनक पाए जाने के कारण विस्तृत जांच करेगी.

इस तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के कुलपति प्रो सुरेंद्र प्रताप सिंह को अध्यक्ष, पटना विश्विद्यालय के कुलपति प्रो गिरीश कुमार चौधरी और के एस डी संस्कृत विश्वविद्यालय के वित्तीय सलाहकार कैलाश राम को सदस्य बनाया गया है.

समिति को एक माह के अंदर जांच रिपोर्ट राजभवन को सौंपने को कहा गया है.

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Patna: राजभवन ने जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो फारूक अली को नीतिगत फैसले लेने पर रोक लगा दी है. राजभवन ने इस बाबत अधिसूचना जारी की है.

जारी अधिसूचना में बताया गया है कुलपति नीतिगत फैसले नही ले सकेंगे. केवल दैनिक रूटीन कार्य ही कर सकेंगे.

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Chhapra: 8 मार्च की देर रात एनटीए ने फरवरी में आयोजित जेईई मेन-1 का परिणाम जारी कर दिया. हर साल की भांति इस बार भी छपरा के शारदा क्लासेज के छात्रों का अच्छा प्रदर्शन रहा है. जिसमें शहर के अमरेंद्र कुमार सिंह की पुत्री कशिश ने 98.22 परसेंटाइल अंक प्राप्त कर नाम रौशन किया है. वहीं मनोज कुमार साह के पुत्र विकास कुमार ने 98.05 परसेंटाइल,  राजेश प्रसाद गुप्ता की पुत्री श्वेता श्रृंगार ने 97.62 परसेंटाइल तथा श्री संजय कुमार के पुत्र संकेत राज ने 96.17 परसेंटाइल अंक पाया है. अच्छा प्रदर्शन करने वाले बाकी छात्र सत्यम कुमार सिंह (94.39),  सौम्या जयसवाल (92.94), उत्कर्ष कुमार (92.76), शिवम कुमार सिंह (92.48) हैं.

ऑनलाइन पढ़ाई करके छात्रों ने किया बेहतर प्रदर्शन

संस्था के निदेशक सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि कोरोना की वजह से काफी समय तक ऑनलाइन माध्यम से ही पढ़ाई हुई थी. इसमें अच्छा कर पाना छात्रों के अनुशासन को दिखाता है. अगले हफ्ते जे ई ई -2 की परीक्षा होगी. उन्होंने बताया कि इस बार चार बार ये परीक्षा आयोजित की जा रही है और इनमें से सबसे अच्छे प्रदर्शन को रिजल्ट में गिना जाएगा. आजकल परसेंटाइल में रिजल्ट दिया जा रहा है. कशिश के 98.22 परसेंटाइल का मतलब उसने परीक्षा में शामिल हुए 98.22 प्रतिशत छात्रों से बेहतर प्रदर्शन किया है.

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