छपरा नगर में बीईओ ने कार्य भार संभाला

छपरा. लंबी अवधि के बाद आखिरकार छपरा नगर को एक पूर्णरूपेण प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मिल गया. नए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के रूप में योगेंद्र बैठा ने सोमवार को कार्यभार संभाला. ज्ञात हो कि इसके पूर्व तक छपरा सदर के बीईओ ही नगर के प्रभार में थे. निदेशक प्राथमिक शिक्षा के द्वारा स्थान्तरित किए जाने के बाद श्री बैठा ने जिला शिक्षा पदाधिकारी सारण के यहां योगदान दिया तदुपरांत डीईओ ने उन्हें 27 मई से प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के रूप में कार्य करने हेतु प्राधिकृत किया.

श्री बैठा सोमवार को बीआरसी पहुंचे जहां शिक्षकों ने पुष्पमाल पहना उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. बताते चलें कि श्री बैठा पूर्व में भी लगभग दो वर्षों तक छपरा नगर के बीईओ के रूप में कार्यरत रहें हैं. मृदु स्वभाव वाले श्री बैठा ने भी शिक्षा और छात्र – शिक्षक हित में कार्य करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.

इस अवसर पर प्रधानाध्यापक शैलेन्द्र प्रसाद सिंह संजीव कुमार सिंह, विधा प्रसाद यादव, शिक्षक लालबाबू राय, शैलेंद्र राम लेखापाल रूबी, विभा देवी, मुन्ना कुंमार, संजय कुमार दीक्षित, पूनम कुमारी आदि उपस्थित रहे.

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प्रभारी प्राचार्य ने अपने ऊपर लगे आरोपों को किया ख़ारिज, कहा समय से आने और पढ़ाने के लिए कहने पर लगता है प्रताड़ना का आरोप

Chhapra: गंगा सिंह महाविद्यालय में शिक्षक और प्रभारी प्राचार्य के बीच चल रहे विवाद में नया मोड़ आया है. महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि महाविद्यालय में शिक्षकों को पढ़ाने की बात कहने पर प्रताड़ना का आरोप लगता है, शिक्षकों को समय से आने और समय से जाने के लिए कहने पर प्रताड़ना का आरोप लगता है दैनिक प्रतिवेदन मांगने पर प्रताड़ना का आरोप लगता है. इन सब कारणों से गलत आरोप लगाकर बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.

गंगा सिंह महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डा आदित्य चंद्र झा ने अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि महाविद्यालय में विगत 23 मई को स्टॉफ कौंसिल की बैठक में शिक्षकों को 10:30 में आने और 3:30 में जाने का आदेश जारी की गया, प्रतिदिन दैनिक शिक्षण प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया गया, इसके अलाव अन्य 8 मुद्दों पर शिक्षकों को लिखित निर्देश बैठक में दिया गया. इस निर्देश के बाद गतिरोध शुरू हो गया. प्रताड़ना का आरोप लगा. शिक्षक जब मन आए जब मन चले जाए इस परिस्थिति को लेकर कई बार शिक्षकों को मौखिक निर्देश दिया गया. विश्विद्यालय के नियमों के तहत किए गए कार्यों पर प्रताड़ना का आरोप लगा दिया गया.

प्रभारी प्राचार्य ने खा कि कॉलेज में बायोमेट्रिक उपस्थित मशीन उनके पदग्रहण के पहले से लगा है लेकिन वह सुचारू नही है. शिक्षकों ने इस बात के लिए कभी नहीं कहा. विगत बैठक में संज्ञान में आने के बाद मशीन को ठीक कराने का निर्देश दिया गया है. जल्द ही ठीक हो जायेगे.

वही वित्तीय मामलों के आरोप पर उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में किसी तरह का भुगतान चेक के माध्यम से होता है जिसमे दो लोग हस्ताक्षर करते है उक्त स्थिति में अनियमितता का सवाल ही नहीं उठता. उन्होंने बताया कि विश्विद्यालय द्वारा डीसीआर नही देने के एवज में पूर्व बर्सर को हटाया गया उसमे मेरा कोई रोल नहीं. अनर्गल आरोप लगाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया है. शिक्षक अपनी किसी तरह को समस्याओं को प्राचार्य के समक्ष रखें निदान नही होने पर वह स्वतंत्र होकर आगे बढ़ें. महाविद्यालय में शैक्षणिक माहौल में सुधार हो रहा है इसमें सभी शिक्षक सहयोग करें.

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Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के गंगा सिंह महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य पर महाविद्यालय के शिक्षकों ने गंभीर आरोप लगाए हैं.

शिक्षकों की ओर से गंगा सिंह महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष मो अंजर आलम ने बताया कि प्रभारी प्राचार्य के प्रशासनिक अकुशलता, तानाशाही रवैया, संक्रीर्ण सोच, हितलरवादी प्रवृति, कुप्रबंधन, प्रताड़णा और हिंसात्मक व्यवहार से स्थायी शिक्षकों के बीच भय और असुरक्षा का माहौल है. 

उन्होने कहा कि प्रभारी प्राचार्य के द्वारा पूर्वाग्रह से ग्रसित एवं विश्वविद्यालय पदाधिकारियों से बेहतर संबंध का हवाला देकर तबादला और निलंबन करा देने की धमकी दी जाती है। शिक्षकों के बायो मेट्रिक मशीन के चालू कराये जाने की मांग के बावजूद प्रभारी प्राचार्य के द्वारा इससे इंकार किया जाता है। कारण यह है कि वह खुद अनुपस्थित रह कर अगले दिन अपनी उपस्थिती बना लेते है। ऐसा कई बार किया गया है।

उन्होने बताया कि विगत आठ महीनों से विश्वविद्यालय के नियमों की अवहेलना करते हुए नियुक्ति कर उन्हे भुगतान भी किया जाता है। महाविद्यालय का रंग रोगन सामानों की ख़रीदारी के लिए राशि निकाली गयी जिसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की गयी है । वहीं महिला शिक्षकों के साथ प्रभारी प्राचार्य का व्यवहार असंवेदनशील और अमानवीय है। उन्हे मानसिक रूप से परेशान करने वाला है।

उन्होने कहा कि ऐसे माहौल में शिक्षकों को कार्य करने में परेशानी हो रही है। शिक्षकों ने विश्वविद्यालय से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

प्रेस वार्ता में डॉ पूजा लोहान, डॉ अभिषेक चतुर्वेदी, डॉ पुनीत कुमार पांडे, डॉ नलिन रंजन, डॉ कुमकुम, डॉ सुमनलता सिंह आदि शामिल थी।

इस मामले पर प्रभारी प्राचार्य से संपर्क करने की कोशिश की गयी लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।               

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कटिहार: जमीन पर बैठकर स्कूली बच्चों के साथ डीएम ने चखा एमडीएम

कटिहार: कटिहार में DM साहब का अनोखा अंदाज देखने को मिला। जहां जमीन पर बैठकर स्कूली बच्चों के साथ उन्होने खुद भोजन किया। डीएम उदयन मिश्रा कटिहार के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे थे तभी दौरान कुछ ऐसा किया जिसे देख वहां मौजूद लोग हैरान रह गये।

डीएम ने स्कूली बच्चों को परोसे जा रहे भोजन की गुणवत्ता जांच को लेकर खुद जमीन पर बैठ गये और बच्चों के साथ भोजन करने लगे। सोशल मीडिया पर कटिहार डीएम उदयन मिश्रा का यह वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है। बिहार सरकार के निर्देशानुसार कटिहार के जिलाधिकारी उदयन मिश्र रौतारा माध्यमिक उच्च विद्यालय में पठन-पाठन, मध्यान भोजन , विद्यालय के रख रखाव और शिक्षा की गुणवत्ता की जांच करने के लिए पहुंचे थे।

जिलाधिकारी उदयन मिश्र स्कूल के हर एक व्यवस्था को बारीकी से जांच कर रहे थे और संबंधित शिक्षक कर्मियों को उचित दिशा निर्देश भी देते दिखे। तभी स्कूल का औचक निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी उदयन मिश्रा का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें जिलाधिकारी महोदय खुद बच्चों के साथ जमीन पर बैठकर मध्याह्न भोजन करते दिख रहे है और भोजन की गुणवत्ता की जांच कर रहे हैं। डीएम साहब को भोजन करता देख स्कूल के शिक्षक और कर्मी सभी भौचक रह गये.

बताते चले कि  इससे पहले भी कटिहार के जिलाधिकारी उदयन मिश्र सुर्खियों में रह चुके हैं। पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए और प्रदूषण को नियंत्रण की दिशा में लोगों को जागरूक करने के लिए वो हर शनिवार को अपने आवास से जिलाधिकारी कार्यालय वे साइकिल से आते रहे हैं.A valid URL was not provided.

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स्नातक प्रथम वर्ष के परीक्षा परिणाम में सुधार को लेकर abvp ने कुलपति से की वार्ता

Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जयप्रकाश विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालय संयोजक रजनीकांत सिंह के नेतृत्व में स्नातक प्रथम वर्ष सत्र 2019-22 के परीक्षा परिणाम में सुधार न होने को लेकर वार्ता की गई. Abvp ने कुलपति को ज्ञापन दिया. ज्ञात हो कि स्नातक प्रथम वर्ष 2019 -22 वर्ष के परीक्षा परिणाम में भारी पैमाने पर गड़बड़ियां हुई थी. जिसको लेकर विद्यार्थी परिषद ने आंदोलन किया था. आंदोलन के पश्चात कुलपति ने लिखित आश्वासन देकर रिजल्ट सुधारने का भरोसा दिलाया था.

वहीं परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी करने वाले पदाधिकारियों के ऊपर करवाई हेतु जांच कमेटी भी बनी थी. लेकिन अभी तक कोई भी विशेष पहल छात्र हित में दिख नहीं रही है. 10 मई तक ही अल्टीमेटम था लेकिन अभी भी परिणाम में कोई सुधार नहीं दिख रहा है. छात्रों के साथ छल किया जा रहा है, छात्र काफी परेशान हैं रोज विश्वविद्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन उनका कोई सुध लेने वाला नहीं है, जोकि घोर निंदनीय है. विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग करती है कि जल्द से जल्द परीक्षा परिणाम नए सिरे से जारी कर समाधान छात्रों का किया जाए, अन्यथा विद्यार्थी परिषद चरणबद्ध आंदोलन के लिए पुनः बाध्य होगी इस मौके पर विशाल कुमार नितेश प्रकाश आदि उपस्थित थे.

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बिहार पुलिस पीईटी के लिए एड्मिट कार्ड जारी

Patna : बिहार पुलिस अधीनस्थ सेवा आयोग द्वारा पुलिस सब-इंस्पेक्टर और सार्जेंट के पदों पर भर्ती के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिया है. जो कैंडिडेट लिखित परीक्षा पास कर लिए वो PET के लिए अपना एडमिट कार्ड डाऊनलोड कर सकते है.

शारीरिक दक्षता परीक्षा (पीईटी) के लिए अपना एडमिट कार्ड आधिकारिक वेबसाइट bpssc.bih.nic.in पर जाकर डाउनलोड कर सकते है. बता दें बिहार पुलिस में SI के 1998 और सार्जेंट के 215 पदों पर भर्ती की जाएगी. आपको बता दें कि बिहार SI की पीईटी परीक्षा जून के महीने में आयोजित की जाएगी. इस परीक्षा में शामिल होने के लिए 14,856 कैंडिडेट को पास किया गया है.A valid URL was not provided.

जानकारी हो कि बिहार पुलिस अधीनस्थ सेवा आयोग के द्वारा 26 दिसंबर 2021 को प्रारंभिक लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया था. जिसका रिजल्ट 2 फरवरी 2022 को जारी हुआ था. इसके बाद 24 अप्रैल 2022 को मुख्य परीक्षा का आयोजन किया गया था.

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यू डायस प्रपत्र भरने के लिए मास्टर ट्रेनर को किया गया प्रशिक्षित

Chhapra: सरकारी विद्यालयों में यू डाइस डेटा संग्रह प्रपत्र भरने को लेकर स्थानीय जिला स्कूल परिसर में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. बिहार शिक्षा परियोजना समग्र शिक्षा द्वारा आयोजित इस कार्यशाला का विधिवत उद्घाटन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा शारिक अशरफ ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस अवसर पर अपने संबोधन में डीपीओ श्री अशरफ ने कहा कि यू डाइस आंकड़ा संग्रह प्रपत्र सभी विद्यालयों के द्वारा भरा जाना है. उन्होंने कहा कि सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अपने अपने प्रखंडों के कक्षा एक से लेकर 12वीं तक के सरकारी एवं निजी विद्यालयों का संग्रह प्रपत्र निर्धारित समयावधि के अंदर जमा करते हुए डाटा एंट्री ऑपरेटर के जरिए इसका अपडेशन करना सुनिश्चित करें.

जिससे कि निर्धारित समय अवधि में यह कार्य पूरा किया जा सके. उन्होंने कहा कि डेटा संग्रह प्रपत्र से ही योजना निर्माण में सहायता मिलती है. सभी प्रधानाध्यापक अपने यू डाइस प्रपत्र में सही-सही आंकड़ों का समावेश करें. मुख्य रूप से दिव्यांग जनों की जानकारी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे. जिससे कि सरकार को योजना निर्माण एवं क्रियान्वयन में सहायता मिल सके.

वही समग्र शिक्षा के संभाग प्रभारी सरफराज अहमद ने यू डाइस प्रपत्र 2021-22 के कई बिंदुओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दिया. साथ ही साथ उनसे फीडबैक भी लिया गया.

प्रशिक्षण शिविर में पहुंचे जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने भी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, बीआरपी एवं मास्टर ट्रेनर से निर्धारित समयावधि के अंदर यू डाइस प्रपत्र को पूर्णरूपेण अपडेशन का काम संपन्न कराने का निर्देश दिया. जिससे कि सरकार को योजनाओं के क्रियान्वयन में सहायता मिले. मौके पर सभी प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के साथ सर्व शिक्षा अभियान के स्नेहा प्रयदर्शी, मनोज कुमार, इंसाफ अली अंसारी सहित कई उपस्थित थे.

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Chhapra: तरैया थाना क्षेत्र में सारण पब्लिक स्कूल के स्कूली वैन में अचानक आग लगने के अफरा तफरी मच गयी. वैन में जब आग लगी उस वक़्त बच्चे भी सवार थे और स्कूल से घर वापस जा रहे थे. हालांकि चालक ने सूझ बुझ का परिचय दिया और बच्चों को तुरंत वैन से सुरख्सित बाहर निकलने में कामयाब रहा.


मिली जानकारी के अनुसार जब यह हादसा हुआ स्कूली वैन में 10 बच्चे-बच्चियां सवार थें. जानकारी के अनुसार स्कूली वैन चालक गाड़ी खराब होने पर रोककर उसे देखने लगा. इसी बीच इंजन में तेल का पाइप लिक दिखा. जिससे आग लग गयी.

आग की लपट देखकर बच्चे वैन से कूद कर भागने लगे. गाड़ी धू-धू कर जलने लगी.

स्थानीय लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी जिसके बाद कुछ ही देर में फायर ब्रिगेड की टीम वहां पर पहुंची और लोगों के साथ मिलकर आग पर काबू पाया. तब तक गाड़ी जलकर राख हो गयी.

गर्मी में वाहन में आग लगने की घटनाएँ बढ़ जाती हैं. ऐसा वाहनों के सही देख रेख ना होने के कारण होता है.

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Chhapra: शहर के प्रतिष्ठित आचार्य नरेंद्र देव पब्लिक स्कूल में जल्द ही एनडीए की तैयारी हेतु एक नया बैच एक जून से शुरू किया जा रहा है. इस बैच के तहत छात्र एनडीए, सीयूईटी और सीबीएसई बोर्ड (बारहवीं कक्षा) के लिए एकीकृत तरीके से तैयारी कर सकेंगे.

प्राचार्य अनिल कुमार सिंह ने बताया कि सीयूईटी परीक्षा के माध्यम से अब बिहार के बच्चे पहले से ज्यादा संख्या में दिल्ली विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय जैसे राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्राप्त कर सकेंगे. एकीकृत प्रतियोगी तैयारी बैच शुरू करने का निर्णय एनडीए, सीयूईटी और सीबीएसई बोर्ड के पाठ्यक्रम के बीच समानता और बच्चों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया था.

एनडीए परीक्षा को ध्यान में रखते हुए, स्कूल ने बायजू कोचिंग के साथ समझौता किया है. ताकि छात्रों को एनडीए प्रतियोगिता के प्रमुख विशेषज्ञों से मार्गदर्शन मिले. स्कूल में दाखिला लेने वाले सभी छात्रों को बायजू द्वारा एनडीए के सभी कोचिंग पाठ्यक्रमों पर 30% की छूट दी जाएगी.

आचार्य नरेंद्र देव पब्लिक स्कूल बिहार में बायजू के साथ इस तरह का समझौता करने वाला पहला संस्थान बन गया है.

प्राचार्य ने बताया कि हम एकीकृत प्रतियोगी तैयारी बैच के माध्यम से छपरा के और देश के एनडीए लेवल फैकल्टी से पढ़ने की सुविधा छात्रों को उपलब्ध करा रहे है.

एकीकृत प्रतियोगी तैयारी बैच में किसी भी छात्र का प्रवेश तभी दिया जाएगा जब वे स्कूल द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा को पास कर लेंगे. यह प्रवेश परीक्षा 29 मई 2022 (सुबह 10 बजे) को न्यू ए.एन.डी हाई स्कूल, तेलपा में आयोजित की जाएगी. कोई भी इच्छुक छात्र विशेष जानकारी के लिए स्कूल कार्यालय से संपर्क कर सकते है.

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19 केंद्रों पर हुई बीपीएससी की सीडीपीओ की परीक्षा

Chhapra: बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा बाल विकास परियोजना पदाधिकारी की प्रारंभिक परीक्षा रविवार को छपरा शहर के 19 परीक्षा केंद्रों पर हुई.

परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर केन्द्राधीक्षक, प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं पुलिस बल की सहायता से परीक्षार्थियों की शारीरिक जाँचोपरांत, उनके प्रवेश पत्र को देख कर परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया गया.

जिले के 19 केंद्रों पर इस परीक्षा में 9750 परीक्षार्थियों में शामिल होने वाले थे. परीक्षा द्वितीय पाली में 12:00 बजे मघ्याह्न से 02:00 बजे अपराह्न तक की होगी.

इन केंद्रों पर हुई परीक्षा

जिला मुख्यालय के राजकीय जिला स्कूल, साधुलाल पृथ्वीचंद प्लस टू स्कूल, राजेन्द्र कॉलेजिएट, गाँधी उच्च विद्यालय-सह-इंटर कॉलेेज, एल.एन.बी. उच्च विद्यालय, राजपुत उच्च विद्यालय-सह-इंटर कॉलेज, विश्वेश्वर सेमीनरी इंटर कॉलेज, मिश्रीलाल साह आर्य कन्या उच्च विद्यालय, अब्दुल क्युम अंसारी उच्च विद्यालय, शंकर दयाल सिंह कॉलेज, सारण एकेडमी, डॉ आर.एन.सिंह इविनिंग कॉलेज, तपेश्वर सिंह कॉलेज, जनक यादव कन्या उच्च विद्यालय, जगदम कॉलेज, गंगा सिंह कॉलेज, राजेन्द्र कॉलेज, राजकीय कन्या उच्च विद्यालय एवं डॉ सैयद महमूद उर्दू कन्या उच्च विद्यालय को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है.

बिहार लोक सेवा आयोग के आयोजित इस परीक्षा के सफल संचालन हेतु अपर समाहर्ता डॉ गगन को सहायक संयोजक बनाया गया है.आयोग के द्वारा दिये गये दिशा-निर्देश को लेकर जिला प्रशासन ने परीक्षा केंद्रों पर दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की है. साथ ही केन्द्राधीक्षकों को परीक्षा को शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त संपन्न कराने के निर्देश दिए गए हैं.

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Chhapra: सरकारी स्कूल में हेडमास्टर बनने का सपना अगर टूट गया हो तो घबराने की बात नहीं है. बीपीएससी ने प्रारंभिक स्कूलों में हेडमास्टर बनने के लिए भरे जाने वाले फॉर्म भरने की तिथि बढ़ा दी है. जारी सूचना के अनुसार अब योग्य उम्मीदवार 20 मई तक फॉर्म भर सकते है. साथ ही फॉर्म में सुधार 23 मई तक कर सकते है.

तिथि बढ़ने से आवेदकों में खुशी है. बताते चले कि प्रारंभिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षक के पद पर नियुक्ति को लेकर बीपीएससी ने करीब 40 हजार पदों पर अधिसूचना जारी की थी. जिसमे फॉर्म को भरने की अंतिम तिथि 2 मई निर्धारित थी, साथ ही आवेदक 9 मई तक भरे फॉर्म में सुधार कर सकते थे. तिथि बढ़ने से छूटे हुए आवेदक फॉर्म भर सकते है.

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67 BPSC परीक्षा: पेपर लीक मामले में मजिस्ट्रेट व प्रिंसिपल समेत 4 गिरफ्तार

पटना: 67वी बिहार लोक सेवा आयोग के प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में कार्रवाई शुरू हो चुकी है. मंगलवार को वीर कुंवर सिंह कॉलेज पर प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट सह बड़हरा के बीडीओ जयवर्धन गुप्ता, प्रिंसिपल योगेंद्र सिंह, लेक्चरर सह कंट्रोलर सुशील कुमार सिंह और लेक्चरर सह सहायक सुपरिटेंडेंट अगम कुमार सहाय को ईओयू ने किया गिरफ्तार.

बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 67 वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) के पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने एफआईआर दर्ज कर की थी। हालांकि ईओयू थाना में दर्ज एफआईआर (कांड संख्या 20/22) में किसी को अभियुक्त नहीं बनाया गया है. फिलहाल अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर जांच किया जा रहा है. डीएसपी रैंक के अधिकारी को इस केस का आईओ बनाया गया है.

गौरतलब है कि प्रश्नपत्र वायरल होने का मामला सामने आने के बाद बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) को रद्द कर दिया गया. प्रश्नपत्र वायरल होने की जांच के लिए बनी आयोग की कमेटी की रिपोर्ट के बाद अध्यक्ष आरके महाजन ने परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया. प्रश्नपत्र कहां से लीक हुआ, किसने वायरल किया, इसकी जांच के लिए आयोग की सिफारिश पर डीजीपी ने टीम गठित कर दी गई. बता दें कि बीपीएससी 67वीं प्रारंभिक परीक्षा रविवार 12 बजे से शुरू होनी थी. इससे पहले ही प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. परीक्षा के बाद परीक्षार्थियों ने भी दावा किया कि वायरल प्रश्नपत्र के सवाल परीक्षा में पूछे गए प्रश्नपत्र से मिल गए हैं.

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