पटना: सूबे में अब बिना आधार कार्ड के किसी भी छात्र को मैट्रिक या इंटर की परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी. ऐसी व्यवस्था लागू करने वाला बिहार देश का पहला राज्य होगा.

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा ऐसा किसी तरह की डूप्लिकेसी को रोकने के लिए किया जा रहा है.

बताते चले कि बिहार में टॉपर्स घोटाला सामने आने के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति दोबारा अपने छवि को सुधारने की कवायद में जुटा है. इस व्यवस्था के माध्यम से उम्र कम कराने के लिए बार-बार मैट्रिक की परीक्षा देने वालों पर लगाम लगेगी. ऐसे में आधार कार्ड से जब पंजीकरण होगा तो पारदर्शिता बनी रहेगी और किसी भी तरह के फर्जीवाडे की गुंजाइश नहीं होगी. बोर्ड इस नई व्यवस्था की शुरुआत इसी साल अक्तूबर में होने वाले मैट्रिक के कंपार्टमेंट परीक्षा से करने जा रहा है.

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छपरा: विगत 1 सितम्बर से शुरू हुए प्रारंभिक स्कूल के प्रधानाध्यापकों की तीन दिवसीय ‘मूल्यांकन हस्तक कार्यशाला’ का समापन शनिवार को आजाद चंद्रशेखर मध्य विद्यालय, छोटा तेलपा में सम्पन हुआ. इस कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित करते हुए नगर के बीईओ योगेन्द्र राम ने कार्यशाला में उपस्थित प्रधानाध्यापकों को मूल्यांकन सम्बंधित निर्देश देते हुए उनका मार्गदर्शन किया. advertisement 1

विदित हो कि शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव डी.एस. गंगवार द्वारा निर्देशित मूल्यांकन हस्तक कार्यशाला का आयोजन बिहार के सभी जिलों में किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत 1 सितम्बर से छपरा के नगर एवं सदर के प्रधानाध्यापकों के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.

इस मूल्यांकन कार्यशाला में सभी प्रधानाध्यापकों को स्कूल के बच्चों का मूल्यांकन कब, क्यों और कैसे करें इस पर विस्तृत रूप से जानकारी दी गई. साथ ही बच्चों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का प्रसार करने की ट्रेनिंग दी गई. ट्रेनिंग के दौरान प्रधानाध्यापकों को समय पर मूल्यांकन करने तथा उसे बीआरसी में हर 6 महीने पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया. कार्यशाला में ट्रेनर के रूप में संकुल समन्वयक भगवान राम, सुनील कुमार पाण्डेय तथा शाहजाद आलम सम्मिलित हुए. 

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एकमा: शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य मे शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन स्थानीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय परसागढ़ में किया गया. जहां विद्यालय के प्रधानाध्यापक जलालुद्दीन ने एकमा एवं मांझी प्रखंड के सैकड़ों शिक्षकों सम्मानित किया गया. इस अवसर पर सभी शिक्षकों को अंग वस्त्र एवं कलम देकर सम्मानित किया गया.  

प्रधानाध्यापक जलालुद्दीन ने बताया कि शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रति वर्ष विद्यालय द्वारा इस आयोजन की प्रथा रही है. प्रखंड क्षेत्र के अलावे आस-पास के क्षेत्रों के शिक्षकों को भी सम्मानित किया जाता है. इसी कड़ी में प्राथमिक शिक्षक संघ के सचिव दिनेश कुमार सिंह, परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष समरेन्द्र बहादुर, शशिभूषण शाही, राजकुमार सहित चार सौ शिक्षकों को सम्मानित किया गया है.

शिक्षक दिवस 5 सितम्बर को मनाया जाता है. लेकिन इस बार तीज की छुट्टी होने के कारण पूर्व में ही आयोजित किया गया.

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छपरा: छात्र लोक समता पार्टी के स्थानीय कार्यालय में शनिवार को वार्ड स्तरीय बैठक की कई. बैठक में उपस्थित छात्र नेताओं ने कहा कि सूबे में गिरती शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए आन्दोलन की जरुरत है. संगठन के राष्ट्रीय सचिव राहुल कुमार सिंह ने कहा कि प्रदेश की शिक्षा विभाग की पोल खुली है, उससे मेधावी छात्रों के करियर पर प्रभाव पड़ा रहा है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों की परीक्षा में भारी अनियमितता हुई है.

सूबे में शिक्षा की गिरावट को देखते हुए आगामी बुधवार को छात्र लोक समता पार्टी द्वारा आक्रोश मार्च निकला जायेगा. जिलाध्यक्ष प्रद्धुमन सिंह ने अपने हक़ और अधिकार के लिए छात्रों को एक जुट होने का अहवाह्न किया. इस अवसर पर संदीप सिंह, विशाल सिंह, रजनीश बाबा, साकेत श्रीवास्तव, नितेश जयसवाल, रंजन कुमार, नितेश राय आदि अन्य छात्रों ने अपने विचार रखे.

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छपरा: अप्रशिक्षित शिक्षकों के लिए चलाए जा रहे ओडीएल प्रशिक्षण अब भगवान भरोसे ही चल रहा है.

SCERT बिहार द्वारा आयोजित यह प्रशिक्षण केंद्र जिले के 20 प्रखंडो में जिला शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान सोनपुर के संरक्षण में सभी बीआरसी एवं उच्च विद्यालयों में चलाया जा रहा है. पहले शैक्षणिक सत्र के लिए तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा जून माह में आयोजित की गई थी. लेकिन दो माह बीत जाने के बाद भी परीक्षा परिणाम का प्रकाशन नही किया गया है. जिससे शिक्षकों को आगे के प्रशिक्षण लेने में परेशानी हो रही है. वहीं दूसरे सेमेस्टर के प्रशिक्षनार्थी परीक्षा आयोजन की बाट जोह रहे हैं.

विभाग द्वारा इस सन्दर्भ में कुछ निर्देश जारी नही किया जा रहा है. दो वर्ष के प्रशिक्षण के लिए शिक्षक तीन वर्ष में मात्र तीन सेमेस्टर की पढाई ही पूरी करने जा रहे हैं. इस व्यवस्था से जहाँ शिक्षकों की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. वहीं उन्हें आर्थिक लाभ मिलने में भी देरी हो रही है.

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छपरा: जय प्रकाश विश्वविद्यालय की स्नातक पार्ट-2 परीक्षा 2015 पुनः 7 सितम्बर से शुरू होगी. विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ अनिल कुमार सिंह के द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि परीक्षा 7 सितम्बर से पुनः शुरू होगी.

यहाँ देखे संशोधित रूटीन  

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छपरा: शोध विद्यार्थी संगठन के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अर्पित राज ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि विश्वविद्यालय शोध कार्यों को लेकर अपनी पीठ स्वयं थपथपा रही है. जबकि असलियत में शोध छात्र विश्वविद्यालय की कार्य प्रणाली से त्रस्त हैं.

छात्र नेता अर्पित राज ने कहा की विश्वविद्यालय द्वारा तीन वर्षों से प्री-पीएचडी टेस्ट नही लिया गया है. जिस कार्य को 6 माह में किया किया जाना चाहिए उस कोर्स वर्क के लिए दो वर्ष लग रहे हैं. 18 माह बीतने के बाद भी कोर्स वर्क के दूसरे सत्र के लिए नामांकन नही हुआ जबकि यह प्रत्येक 6 माह के बाद नामांकन होता है.

इसके अलावे राजभवन के आदेश के उलंघन में छात्रों से हो रही वीडियोग्राफी की राशि सहित काई अन्य तथ्यों पर विश्वविद्यालय की शिथिलता को बताया गया है.

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छपरा: जय प्रकाश विश्वविद्यालय में शोध कार्य की धीमी गति का विश्वविद्यालय के कुलानुशासक ने खंडन किया है. उनका कहना है कि जय प्रकाश विश्वविद्यालय शोध करने वाले छात्रों के प्रति तत्पर रहता है यही वजह है कि पिछले दो दीक्षांत समारोह में शोध कार्य के पश्चात विभिन्न विषयों में 130 से अधिक छात्रों ने डिग्रियां हासिल की है.

विश्वविद्यालय के पीआरओ डॉ उमाशंकर यादव ने बुधवार को विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा की विश्वविद्यालय छात्र एवं उनकी शिक्षा के प्रति संवेदनशील है. विगत कुछ दिनों पूर्व विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली किन्ही कारणों से धीमी हो गयी थी लेकिन अब स्थिति बदली है और बेहतर कार्य हो रहे है. विश्वविद्यालय में 75 शोध कार्य से सम्बंधित आवेदन आये है. इनमे से 16 आवेदकों के वाइवा हो गए है. वही 49 मामलों में एक्सटर्नल बहाल हुए है. जिस गति से शोध कार्य करने वाले छात्रों के प्रति विश्वविद्यालय गंभीर है. इस कार्य से छात्रों को बल मिल रहा है और वे शोध कार्य के लिए प्रोतसाहित हो रहे है.

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छपरा: जिला शिक्षा पदाधिकारी के पद पर चन्द्र किशोर यादव ने पदभार ग्रहण कर लिया है. निदेशक द्वारा पत्र जारी होने के बाद अविलम्ब श्री यादव ने कार्यालय पहुँच बुधवार को प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी अवधेश बिहारी से पूर्ण प्रभार लिया.

पदभार ग्रहण के साथ ही विगत कई दिनों से चल रही डीइओ के कुर्सी की लड़ाई भी समाप्त हो गयी. प्रभार ग्रहण करने के साथ ही उन्होंने सभी कर्मियों को अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने. विभाग से जिनका तबादला हो चुका है वह विरमण के पश्चात् भी कार्यलय में डटे है यह विभागीय आदेश की अवहेलना को दर्शाता है.

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छपरा: शिक्षकों द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को कार्यालय में बंद करने की घटना के अगले दिन ही वेतन निर्गत करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी हैं. शिक्षक नेताओं ने इस पहल का स्वागत किया है. खाते पर लगी रोक के हटने के साथ ही बैंक अधिकारीयों ने शिक्षकों के खाते में वेतन भेजना शुरू कर दिया है. शिक्षक नेता ने बताया है कि मंगलवार को करीब 6 प्रखंड के शिक्षकों का वेतन उनके खाते में भेज दिया गया. उन्होंने बताया कि शिक्षकों के वेतन को लेकर जिन प्रखंड ने अपना प्रपत्र जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) कार्यालय में जमा कर दिया है वहां के शिक्षको का वेतन निर्गत बैंक द्वारा किया जा रहा हैं.

वही शिक्षक नेता समरेन्द्र बहादुर ने बताया कि शिक्षा विभाग के पदाधिकारी द्वारा वेतन देने में कोताही बरती जाती हैं. सरकार द्वारा जब पैसा समय से भेजा जा रहा हैं तो शिक्षको को भी समय से वेतन दिया जाना चाहिए. विभाग 30 दिन काम करने वाले शिक्षकों को 1 को वेतन जरुर मिलना चाहिए. लेकिन शिक्षक को वेतन 1 तारीख को कौन कहें तीन तीन माह तक नही मिला रहा हैं.

Santosh Kumar

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छपरा: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों  ने अपनी मांगो को लेकर मंगलवार को एक दिवसीय कलमबंद हड़ताल किया.
कर्मचारियों ने विश्विद्यालय के तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मियों  के वेतन से अकारण 40 प्रतिशत कटौती, नियम विरुद्ध विश्वविद्यालय कर्मियों के पृथक संवर्ग में किये गए स्थानान्तरण के विरुद्ध  पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत धरना दिया. इस  मौके पर कर्मचारी नेताओं ने कहा कि अगर  विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उनकी मांगो को लेकर सकारात्मक पहल नहीं की गई  तो लोकतांत्रिक तरीके से धरना प्रदर्शन तथा भूख हड़ताल किया जायेगा.
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छपरा: नियोजित शिक्षकों के वेतन को लेकर शिक्षक नेताओं ने सोमवार को डीपीओ कार्यालय तथा जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय का घेराव कर जमकर नारेबाजी की. शिक्षक पिछले तीन महीने से वेतन नही मिलने से उग्र थे.

इस सम्बन्ध में परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष समरेन्द्र बहादुर ने बताया कि नियोजित शिक्षक वेतन के लिए तरस रहे हैं लेकिन शिक्षा विभाग के पदाधिकारी चिर निद्रा में सोए रहते है. राज्य सरकार द्वारा पैसा मिलने के बाद भी वेतन देने में स्थिलता बरती जा रही है. विगत दिनों वेतन भी गया तो डीइओ द्वारा बैंक को पत्र भेजकर वेतन निर्गत करने पर रोक लगा दी गयी जिससे शिक्षक काफी रोष में हैं. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों से इस जिले में एक डीइओ के पद को लेकर दो लोग पदाधिकारी बने हैं. एक के द्वारा पत्र निकाला जाता है तो दूसरे के द्वारा पत्र को रद्द कर दिया जाता है और इस कार्य का खामियाजा शिक्षक भुगत रहे हैं. वेतन को लेकर भी यही स्तिथि बनी है बैंक में जाने के बाद भी पत्र भेजकर वेतन के भुगतान को रद्द दिया गया है. इसको लेकर पदाधिकारियों को सोमवार तक का समय दिया गया था लेकिन इनके द्वारा कोई पहल नही की गई.

हालांकि इस विषय पर जिलाधिकारी दीपक आनंद ने खुद पहल करते हुए शिक्षकों को दो दिन इन्तेजार करने की बात कही. साथ ही दो दिनों के बाद प्रधान सचिव से इस विषय पर स्वयं मिलने की बात कही.

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