पटना: सूबे में अब बिना आधार कार्ड के किसी भी छात्र को मैट्रिक या इंटर की परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी. ऐसी व्यवस्था लागू करने वाला बिहार देश का पहला राज्य होगा.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा ऐसा किसी तरह की डूप्लिकेसी को रोकने के लिए किया जा रहा है.
बताते चले कि बिहार में टॉपर्स घोटाला सामने आने के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति दोबारा अपने छवि को सुधारने की कवायद में जुटा है. इस व्यवस्था के माध्यम से उम्र कम कराने के लिए बार-बार मैट्रिक की परीक्षा देने वालों पर लगाम लगेगी. ऐसे में आधार कार्ड से जब पंजीकरण होगा तो पारदर्शिता बनी रहेगी और किसी भी तरह के फर्जीवाडे की गुंजाइश नहीं होगी. बोर्ड इस नई व्यवस्था की शुरुआत इसी साल अक्तूबर में होने वाले मैट्रिक के कंपार्टमेंट परीक्षा से करने जा रहा है.